वाराणसी (उप्र), 16 फरवरी ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद उनकी सरकार संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और जम्मू—कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसलों पर कायम है और आगे भी रहेगी।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर को राष्ट्र को समर्पित करने और विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद कहा, ‘देश आज वो फैसले भी ले रहा है जो हमेशा पीछे छोड़ दिये जाते थे। जम्मू—कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), वर्षों से देश को इन फैसलों का इंतजार था।’
उन्होंने कहा, ‘देशहित में ये फैसले जरूरी थे और दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद हम इन फैसलों पर कायम हैं और कायम रहेंगे।’
देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ जारी अनिश्चितकालीन प्रदर्शनों के मद्देनजर प्रधानमंत्री का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है।
मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के सिद्धांत को अपनी सरकार के इरादों से जोड़ते हुए कहा कि दीनदयाल जिस तरह अन्त्योदय की बात करते थे, वैसे ही देश के छोटे शहरों का उदय देश के विकास को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश की विकास परियोजनाओं का विशेष लाभ इन छोटे शहरों और उनमें रहने वाले लोगों को ही हुआ है। अभी हाल में जो बजट आया है, उसमें सरकार ने घोषणा की है कि मूलभूत ढांचे के निर्माण पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि खर्च की जाएगी। इसका बहुत बड़ा हिस्सा देश के छोटे—छोटे शहरों के खाते में ही जाने वाला है।
सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मुद्रा’ समेत विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दीनदयाल कहते थे कि आत्मनिर्भरता और स्वयं सहायता सभी योजनाओं के केन्द्र में होने चाहिये। उनके इन विचारों को सरकार की योजनाओं और कार्यप्रणाली में निरन्तर लाने का प्रयास किया जा रहा है। मुझे विश्वास है कि पंडित दीनदयाल की आत्मा जहां भी होगी, हमें निरन्तर आशीर्वाद और प्रेरणा देती रहेगी।
प्रधानमंत्री ने करीब 1,250 करोड़ रुपये की लागत वाली करीब 50 विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 430 बिस्तरों वाला सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल और विश्वविद्यालय में 74 बिस्तरों वाला मनोरोग अस्पताल भी शामिल है।
मोदी ने एक वीडियो लिंक के माध्यम से आईआरसीटीसी की ‘महाकाल एक्सप्रेस’ को भी हरी झंडी दिखायी। देश की पहली ओवरनाइट निजी रेलगाड़ी तीन ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थलों— वाराणसी, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ेगी।
इसके पूर्व, मोदी ने वीरशैव समुदाय के जंगमबाड़ी मठ में आयोजित श्री जगदगुरु विश्वराध्य गुरुकुल के शताब्दी समारोह के समापन पर कहा कि भारत की सही पहचान को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने का दायित्व हम सभी पर है। देश सिर्फ सरकार से नहीं बनता, बल्कि एक-एक नागरिक के संस्कार से बनता है। एक नागरिक के रूप में हमारा आचरण ही नये भारत की दिशा तय करेगा।
उन्होंने श्री सिद्धान्त शिखमणी ग्रन्थ के 19 भाषाओं में अनुदित संस्करण और इसके मोबाइल एप्लिकेशन का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि इस ग्रंथ को 21वीं सदी का रूप देने के लिये वह विशेष अभिनन्दन करते हैं। भक्ति से मुक्ति का मार्ग दिखाने वाले इस दर्शन को भावी पीढ़ी तक पहुंचाया जाना चाहिये। एक मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से यह दर्शन युवाओं तक पहुंचकर उन्हें प्रेरणा देगा।
प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण में लोगों के योगदान के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि हमें पानी की बचत और उसके पुनर्संचयन पर ध्यान देना होगा। घर हों, खेत हों या दूसरे स्थान हों हमें पानी बचाने पर ध्यान देना है। देश में इतने बड़े अभियान को सिर्फ सरकार नहीं चला सकती। इनकी सफलता के लिये जनभागीदारी जरूरी है। भारत को जलयुक्त और सूखामुक्त करने में प्रत्येक नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है।
मोदी ने स्वेदशी अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि देश में बना सामान, हमारे बुनकरों और हस्तशिल्पियों के बनाए सामान का इस्तेमाल करें। सभी से आग्रह है कि आप स्थानीय स्तर पर बनी वस्तुएं खरीदें। हमारे देश में विश्वस्तरीय उत्पादन हो रहा है, हमें यह मानसिकता बदलनी होगी कि विदेशी में बनी वस्तुएं श्रेष्ठ गुणवत्ता की होती हैं।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में ऐसे फैसले हो रहे हैं, उन पुरानी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है, जिनकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। राम मंदिर विवाद दशकों से अदालतों में उलझा हुआ था, लेकिन अब मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
उन्होंने कहा कि यह पूज्य संतों के आशीर्वाद से हुआ है। अयोध्या में सरकार द्वारा अधिग्रहीत 67 एकड़ जमीन नवगठित ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी।
दोनों कार्यक्रमों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्बोधित किया। शैव समुदाय के कार्यक्रम के दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा भी मौजूद थे।
मोदी ने कहा देश नागरिकों के संस्कार से बनता है:
अपने संसदीय क्षेत्र आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश सिर्फ सरकार से नहीं बल्कि एक-एक नागरिक के संस्कार से बनता है।
उन्होंने कहा कि नागरिक के संस्कार को उसकी कर्तव्य भावना श्रेष्ठ बनाती है। एक नागरिक के रूप में हमारा आचरण ही भारत के भविष्य को तय करेगा, नए भारत की दिशा तय करेगा। अपने संसदीय क्षेत्र आने के बाद वो सबसे पहले जंगमबाड़ी मठ पहुंचे और जगदगुरु विश्वाराध्य गुरुकुल शतमानोत्सव कार्यक्रम में ‘सिद्धार्थ सीखवाणी ग्रंथ’ पुस्तक का 19 भाषाओं में रूपांतरण का विमोचन किया साथ ही एप भी लॉन्च किया।
जंगमबाड़ी मठ में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत और संस्कृति की संगम स्थली में आप सभी के बीच आना मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर से जुड़ा एक और बड़ा फैसला सरकार ने किया है। अयोध्या कानून के तहत जो 67 एकड़ जमीन अधिगृहित की गई थी, वो भी पूरी की पूरी, नवगठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को ट्रांसफर कर दी जाएगी। जब इतनी बड़ी जमीन होगी तो मंदिर की भव्यता और दिव्यता और बढ़ेगी।
कुछ दिन पहले ही सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट- ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन करने की भी घोषणा की है। ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर, भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण का काम देखेगा और सारे निर्णय लेगा। श्रीराम मंदिर निर्माण का विषय दशकों से अदालत में लटका था। अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो चुका है।
एमएसएमई पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य का आधार : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि परंपरागत उत्पाद तथा लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) देश को ‘पांच ट्रिलियन’ अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के आधार हैं और केन्द्र सरकार इन्हे आगे बढ़ाने का काम कर रही है।
अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित दो दिवसीय ‘काशी एक, रुप अनेक’ (ओडीओपी) प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं हस्तशिल्पियों के सम्मान समारोह को कहा कि सरकार परंपरागत उत्पाद एवं एमएसएमई के विकास के हर संभव उपाय करेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओडीओपी योजना को रोजगार परक होने के साथ ही देश को ‘5-ट्रिलियन’ अर्थ व्यवस्था में मददगार बताते हुए कहा कि इससे लघु, छोटे एवं मध्यम उद्योग को गति मिल रही है। गत दो वर्षों में राज्य के 30 जिलों 35 हजार डिजाइनों एवं बुनकारों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। हजारों को आर्थिक एवं अन्य तकनीकी सहयोग दिये गए हैं। सरकार की विभिन्न योजनाआओं से उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है तथा वे अपने रोजगार को बढाने में कामयाब हुए हैं।
श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बजट में कई ऐसे प्रावधान किया है, जिससे लघु, छोटे एवं मध्यम उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। पांच करोड़ टर्न ओवर तक के कारोबार कारोबार को ऑडिट से छूट दी गई है। उद्योग् को बढ़ाने के लिए नेशनल टेक्सटइल्स मिशन के तहत 1500 करोड़ रुपये फंड का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 3700 करोड़ रुपये की डिफेंस कॉरिडोर योजना से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2022 कि तक सिंगल प्लाटिक के इस्तेमाल बंद करने की दिशा में ‘ओडीओपी’ महत्व भूमिका अदा करेगा क्योंकि इसके तहत आधुनिक तकनीक के जरिये परंपरागत ‘दोना पत्तल’ प्लेट एवं अन्य उत्पाद बनाने का काम किया जा रहा है।