नयी दिल्ली 03 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन आधिकारिक ट्वीटर अकॉउंट में से एक नरेंद्रमोदी_आईएन ट्विटर अकॉउंट को गुरुवार तड़के साइबर अपराधियों ने हैक कर लिया।
हैकर्स ने श्री मोदी के नरेंद्रमोदी_आईएन अकॉउंट से लगातार चार ट्वीट किये जिसमें आखिरी ट्वीट करते हुए हैकर ने ट्वीट कर कहा कि यह अकॉउंट ‘जॉन विक’ द्वारा हैक किया गया है।
साइबर अपराधियों ने श्री मोदी के निजी अकॉउंट से ट्ववीट कर ‘बिट कॉइन’ के जरिये पीएम राष्ट्रीय राहत कोष में दान करने की बात कही। हालांकि कुछ मिनटों बाद ही चारों ट्वीट को डिलीट कर दिया गया।
श्री मोदी के इस अकॉउंट पर करीब 25 लाख फॉलोवर है और उन्हें इस अकॉउंट पर गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम मंत्री और कई बड़ी हस्तियां फॉलो करती हैं।
श्री मोदी यह अकॉउंट मई 2011 में बनाया गया था और यह उनका सबसे पुराना निजी ट्विटर अकॉउंट हैं। श्री मोदी नरेंद्रमोदी_आईएन ट्विटर अकॉउंट का नरेन्द्रमोदी.आईएन वेबसाइट और एप के लिए भी प्रयोग करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की निजी वेबसाइट से जुड़ा अकाउंट हैक किया गया: ट्विटर
ट्विटर ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट से जुड़े अकाउंट को हैक कर लिया गया था जिसे बाद में ठीक कर दिया गया ।
ट्विटर के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए जारी किए बयान में कहा, “हमें इस गतिविधि की जानकारी है और हमने हैक किए गए अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। हम सक्रियता से स्थिति की जांच कर रहे हैं। इस वक्त, हमें अन्य किसी अकाउंट के प्रभावित होने की जानकारी नहीं है। अपना अकाउंट सुरक्षित रखने के लिए आप आवश्यक जानकारी देख सकते हैं।”
हैक किए गए अकाउंट के करीब 25 लाख फॉलोअर हैं।
खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री की निजी वेबसाइट के टिवटर अकाउंट को हैक करने के बाद, साइबर अपराधी ने इस पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर कोविड-19 के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने का अनुरोध करने संबंधी पोस्ट डाली थी।
एक अन्य संदेश में कहा गया, “ हां, यह अकाउंट जॉन विक ने हैक किया है, हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है।”
इससे पहले 30 अगस्त को, साइबर सुरक्षा की कंपनी साइबल ने दावा किया था कि पेटीएम की ई-कॉमर्स इकाई, पेटीएम मॉल में डेटा उल्लंघन संबंधी घटना के लिए हैकर समूह जॉन विक जिम्मेदार है।
ट्विटर ने बृहस्पतिवार को यह भी कहा कि उसकी जांच के मुताबिक, हालिया हमला ट्विटर प्रणाली या सेवा के असुरक्षित होने की वजह से नहीं हुआ है।
ट्विटर ने कहा कि फिलहाल इस बात के कोई संकेत या सबूत नहीं है कि इस अकाउंट को हैक किए जाने और जुलाई में हुई घटना में कोई संबंध है।
जुलाई में, जेफ बेजोस, बराक ओबामा, बिल गेट्स, एलन मस्क और अन्य हाई-प्रोफाइल उपयोगकर्ताओं के अकाउंट में भी सेंध लगाई गई थी।
अपने ब्लॉग पर 30 जुलाई को दी गई जानकारी में ट्विटर ने कहा था कि हैकरों ने उसकी आंतरिक प्रणाली तक पहुंचने और उसकी प्रक्रियाओं की सूचना जुटाने के लिए कुछ कर्मचारियों की जानकारियों का इस्तेमाल किया।
कंपनी ने कहा कि था कि हैकरों ने 130 ट्विटर अकाउंटों को निशाना बनाया था जिसमें से 45 से ट्वीट किये गये, 36 के डीएम इनबॉक्स तक पहुंच बनाई और सात अकाउंटों के ट्विटर डेटा को डाउनलोड किया गया।