मुम्बई, 14 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि आतंकवाद को भारत के खिलाफ एक छद्म युद्ध के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है और हमारी सरकार की नीतियों और सैनिकों की वीरता के परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर में हमने ऐसी ताकतों को सफल होने नहीं दिया है ।
स्कार्पीन श्रेणी की छह पनडुब्बियों की श्रृंखला में पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवरी के जलावतरण समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के देश, शांति और स्थायित्व के मार्ग में भारत के साथ चलने के लिए आज इच्छुक हैं, प्रतिबद्ध हैं। और विभिन्न देशों के साथ सहयोग इस बात को स्पष्ट भी करता है ।
उन्होंने कहा कि हम इस बात के प्रति भी सजग हैं कि देश की सुरक्षा के लिए चुनौतियों का स्वरूप बदल चुका है। हम अपनी रक्षा तैयारियों को इन चुनौतियों के अनुरूप करने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। हम काफी सक्रिय कदम उठा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार की सुरक्षा नीतियों का अनुकूल प्रभाव सिर्फ बाहर ही नहीं है बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा पर भी सकारात्मक असर डाल रहा है।
उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि किस प्रकार आतंकवाद को भारत के खिलाफ एक छद्म युद्ध के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। हमारी सरकार की नीतियों और हमारे सैनिकों की वीरता का ये परिणाम है कि जम्मू-कश्मीर में हमने ऐसी ताकतों को सफल होने नहीं दिया है। जम्मू-कश्मीर में इस साल अब तक 200 से ज्यादा आतंकी, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों के सहयोग से मारे जा चुके हैं। पत्थरबाजी की घटनाओं में भी काफी कमी आई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर पूर्व के राज्यों में भी स्थिति में भी काफी सुधार दिखता है। नक्सली-माओवादी हिंसा भी कम हुई है। ये स्थिति इस बात का भी संकेत है कि इन क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोग अब विकास की मुख्यधारा में वापिस लौट रहे हैं।attacknews.in