नयी दिल्ली, 30 नवम्बर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 के टीके को विकसित कर रही और उसका विनिर्माण कर रही तीन टीमों के साथ सोमवार को एक ऑनलाइन बैठक की ।
मोदी ने कंपनियों को सुझाव दिया कि वे लोगों को कोविड-19 टीके के प्रभावी होने समेत इससे जुड़े अन्य मामलों को सरल भाषा में सूचित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें ।
मोदी ने कंपनियों से विनियामक प्रक्रिया पर सुझाव देने की बात कहते हुए, सम्बंधित विभागों को मुद्दे सुलझाने के लिए उनके साथ काम करने की भी सलाह दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक ट्वीट में बताया था कि मोदी ‘जेनोवा बायोफार्मा’, ‘बायोलॉजिकल ई’ और ‘डॉ रेड्डीज’ की टीमों के साथ बैठक करेंगे।
पीएमओ ने कहा था, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोविड-19 का टीका विकसित करने में शामिल तीन टीमों से कल, 30 नवम्बर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत करेंगे। जिन टीमों से वह बात करेंगे उनमें जेनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ रेड्डीज शामिल हैं।”
मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे की यात्रा भी की थी। उन्होंने इन शहरों में कोरोना वायरस टीके के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की थी।
शनिवार को सीरम इंस्टीट्यूट में कोरोना वैक्सीन प्रक्रिया का जायजा लिया था मोदी ने
शनिवार को देश भर में कोरोना की वैक्सीन के इंतजार के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैक्सीन बना रही प्रयोगशालाओं में शामिल पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा किया और वैज्ञानिकों से अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी ली।
इससे पहले श्री मोदी वैक्सीन बना रही दो अन्य प्रयोगशालाओं में भी गये। वह सुबह अहमदाबाद स्थित जाइडस बायोटेक पार्क और दोपहर में हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक प्रयोगशाला पहुंचे।
सीरम संस्था ने कोरोना वैक्सीन पर प्रधानमंत्री से की थी चर्चा
ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा की दिग्गज कंपनी एस्ट्रा ज़ेनेका द्वारा बनाई जा रही कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया दो सप्ताह के भीतर आवेदन दाखिल करेगा।
सीरम संस्था के प्रमुख अदर पूनावाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र के साथ शनिवार को चर्चा के बाद यह बात कही। उन्होंने यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, “हमें भारत सरकार से लिखित रूप में अब तक कुछ भी नहीं मिला है लेकिन संकेत है कि यह जुलाई 2021 तक तीस से चालीस करोड़ खुराक चाहिए होगी।”
मोदी ने किया था गुजरात में कोरोना टीका विकसित कर रहे प्रयोगशाला का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में निजी क्षेत्र की अग्रणी दवा निर्माता कम्पनी जाइडस के प्रयोगशाला का दौरा कर वहां कोरोना वाइरस के टीके के विकास की प्रगति का जायज़ा लिया था ।
कोरोना वाइरस के टीकों का विकास और बड़े पैमाने पर विनिर्माण की तैयारी कर रही तीन भारतीय प्रयोगशालों के अपने दौरे के क्रम में यहां पहुंचे श्री मोदी ने शहर के बाहर चांगोदर उपनगर में जाइडस बायोलाजिक्स बायोटेक पार्क स्थित प्रयोगशाला का दौरा किया था ।
कम्पनी के चेयरमैन पंकज पटेल और उनके पुत्र तथा प्रबंध निदेशक शरविल पटेल ने उनका स्वागत किया। श्री मोदी ने टीका विकास और इसकी बड़े पैमाने पर विनिर्माण प्रक्रिया के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की।
उन्होंने विशेष पीपीई किट पहन कर प्रयोगशाला का दौरा किया और श्री पटेल तथा सम्बंधित वैज्ञानिकों से चर्चा भी की। बाद में उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने यह विकसित की जा रही डीएनए आधारित स्वदेशी टीके के बारे में और जानकारी हासिल की। उन्होंने इससे जुड़ी टीम को बधाई दी और कहा कि सरकार उनके सहयोग के लिए सक्रिय ढंग से काम कर रही है।
ज्ञातव्य है कि श्री मोदी ने इससे पहले हैदराबाद के भारत बायोटेक तथा पुणे स्थित दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता संस्था सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ़ इंडिया का भी दौरा कर कोरोना टीके के विकास और विनिर्माण की तैयारियों का जायज़ा लिया था ।
मोदी ‘कोवैक्सीन’ पर वैज्ञानिकों से चर्चा करने पहुंचे थे
कोरोना वायरस (कोविड-19) के टीकों का विकास और बड़े पैमाने पर इसके उत्पादन की तैयारी कर रही तीन भारतीय प्रयोगशालाओं के अपने दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दोपहर बाद अहमदाबाद से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से हैदराबाद के हकीमपेट में वायु सेना हवाई अड्डा पहुंचे थे ।
श्री मोदी यहां पहुंचने के तुरंत बाद सड़क मार्ग के जरिये शमीरपेट में स्थित जेनोमी घाटी स्थित भारत बायोटेक अंतरराष्ट्रीय लिमिटेड (बीबीआईएल) के लिए रवाना हो गए। बीबीआईएल कोरोना वायरस के टीके ‘कोवैक्सीन’ के विकास में जुटा हुआ है।
श्री मोदी ने बीबीआईएल के दौरे के दौरान वैज्ञानिकों एवं अन्य संबंधित लोगों से विस्तार से विचार-विमर्श किया तथा स्थिति की समीक्षा की थी।
इसके बाद श्री मोदी हकीमपेट वायु सेना हवाई अड्डा रवाना हो गये जहां से वह पुणे के लिए रवाना हुए । पुणे स्थित सिरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया का श्री मोदी ने दौरा किया।
श्री मोदी की वैज्ञानिकों के साथ चर्चा से उन्हें देश के आम लोगों के टीकाकरण करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तैयारियों, चुनौतियों और रोडमैप के बारे में जानकारी प्रमुखता से रही।
भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के सहयोग से कोविड-19 की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ विकसित कर रहा है। इस टीके के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण की शुरुआत हाल ही में की गयी है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अहमदाबाद में निजी क्षेत्र की अग्रणी दवा निर्माता कम्पनी जाइडस के प्रयोगशाला का दौरा कर वहां कोरोना वाइरस के टीके के विकास की प्रगति का जायज़ा लिया। कोरोना वाइरस के टीकों का विकास और बड़े पैमाने पर विनिर्माण की तैयारी कर रही तीन भारतीय प्रयोगशालों के अपने दौरे के क्रम में यहां पहुंचे श्री मोदी ने शहर के बाहर चांगोदर उपनगर में जाइडस बायोलाजिक्स बायोटेक पार्क स्थित प्रयोगशाला का दौरा किया।