देहरादून, 18 मई । चुनावी नतीजे आने से पांच दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वप्रसिद्ध बाबा केदारनाथ के दर्शन किये और निकटवर्ती पहाडी की एक गुफा में ध्यान साधना की ।
हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी स्लेटी रंग के पहाडी परिधान और पहाडी टोपी पहने और कमर में केसरिया गमछा बांधे दिखे । हाथ में लाठी लेकर चल रहे प्रधानमंत्री एकदम अलग अंदाज में नजर आ रहे थे ।
समुद्र तल से 11755 फुट की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के किनारे केदारनाथ मंदिर में पहुंचने पर तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया, जिसके बाद वह भगवान शिव की पूजा अर्चना और रूद्राभिषेक के लिये मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे । करीब आधा घंटा चली इस पूजा के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा की और श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया ।
रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के मंदिर में पूजा अर्चना करने के दौरान श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी ।
मंदिर परिसर के बाहर आने के बाद मोदी ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने आल टरेन व्हीकल :एटीवी: में बैठकर अलग—अलग जगहों पर जाकर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया ।
प्रधानमंत्री इस दौरान मुख्य सचिव सिंह को इस संबंध में कुछ निर्देश देते हुए भी दिखाई दिये ।
इसके बाद खराब मौसम और बारिश से बढी ठंड के बीच मोदी पास ही स्थित पहाडी पर बनी ध्यान गुफा में चले गये जहां उन्होंने ध्यान साधना की । वह आज रात्रि विश्राम केदारनाथ में ही करेंगे । कल सुबह वह हेलीकाप्टर से बदरीनाथ जायेंगे और भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करेंगे ।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (कानून- व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर कडी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि मोदी के आगमन से उत्तराखंड की जनता और भाजपा बहुत उत्साहित है । उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के इस दौरे का मकसद पूरी तरह से आध्यात्मिक है ।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी अपने दो दिवसीय उत्तराखंड प्रवास पर यहां के निकट जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे जहां उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनकी अगवानी की ।
प्रधानमंत्री का पिछले दो साल में केदारनाथ का यह चौथा दौरा है ।
करीब डेढ़ माह तक चली लोकसभा चुनाव की थकान भरी कवायद का परिणाम आने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को केदारनाथ पहुंचे और उन्होंने भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर उनकी आराधना की।
बाबा केदारनाथ के दर्शन के बाद पीएम मोदी सेफ हाउस में विश्राम के उपरांत बारिश के बीच पैदल चलकर रुद्र गुफा पहुंचे। यहां पीएम मोदी कल सुबह तक ध्यान करने वाले हैं। वे रात्रि विश्राम भी इसी गुफा में ही करेंगे। इस गुफा का हाल ही निर्माण हुआ है। इसे पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है।
मोदी रुद्र गुफा में रुकने वाले दूसरे मेहमान
केदारनाथ धाम में रुद्र गुफा पिछले साल बनकर तैयार हुई थी। जिसका संचालन इस साल से विधिवत शुरू हो गया। इस साल महाराष्ट्र के जय शाह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्र गुफा में रुकने वाले दूसरे मेहमान हैं। यह गुफा प्राकृतिक नहीं है, भूमिगत है। इस गुफा की ऊंचाई लगभग सवा 12 हजार फीट है। प्राकृतिक सुंदरता से घिरी इस गुफा में सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है। इस गुफा की देख रेख की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम की है।
ये गुफा पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट थी
केदारनाथ मंदिर से 2 किलोमीटर दूर मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ बनी ये गुफा पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट थी। अब ये ध्यान गुफा तीर्थ यात्रियों के लिए भी खोल दी गई है।
इस गुफा में योग, ध्यान, मेडिटेशन और आध्यात्मिक शांति के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। इस गुफा का निर्माण अप्रैल में शुरू किया गया था। यह गुफा पांच मीटर लंबी और तीन मीटर चौड़ी है। पिछले वर्ष ही साढ़े आठ लाख रुपये की लागत से इसे तैयार किया गया है।। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने रुद्र गुफा का निर्माण किया है।
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