नयी दिल्ली 08 नवंबर ।प्रधानमंत्री नेरन्द्र मोदी ने राम जन्म भूमि- बाबरी मस्जिद पर शनिवार को आने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर शुक्रवार को कहा कि जो भी फैसला आयोगा वह किसी का हार-जीत का नहीं होगा और देशवासियों की यह प्राथमिकता रहे कि यह फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
श्री माेदी ने ट्वीट कर कहा,“अयोध्या पर कल सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है। पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था। इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं।”
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा,“देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं। कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है।”
उन्होंने कहा ,“अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।”
फैसले को जीत-हार से जोड़कर नहीं देखें : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर उच्चतम न्यायालय के आने वाले ऐतिहासिक फैसले की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस फैसले को जीत या हार से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
श्री आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, “माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या प्रकरण के सम्बन्ध में दिए जाने वाले सम्भावित फैसले के दृष्टिगत प्रदेशवासियों से अपील है कि आने वाले फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण को हर हाल में बनाए रखें।”