नयी दिल्ली 15 अगस्त । प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि देश में इस वक्त एक नहीं,दो नहीं, तीन-तीन कोरोना वैक्सीन परीक्षण के विभिन्न चरणों में है और जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश में उन वैक्सीन काे बड़े पैमाने पर उत्पादन की भी तैयारी है।
श्री मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हुए कहा,“ जब कोरोना की बात आती है, हर किसी के मन में सवाल आता है कि कोरोना की वैक्सीन कब आयेगी। मैं देशवासियों को एक बात कहना चाहूंगा कि हमारे देश के वैज्ञानिक, हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा एक ऋषि मुनि की तरह लैबोरेट्री में जीजान से जुटी है। देश के वैज्ञानिक अखंड एकनिष्ठ तपस्या कर रहे हैं। बड़ी मेहनत कर रहे हैं। ”
उन्होंने कहा कि भारत में एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं। जब वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिल जायेगी, बड़े पैमाने पर उनका उत्पादन होगा। बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारियां पूरी हैं। इसके साथ ही वैक्सीन हर राज्य तक कम से कम समय में कैसे पहुंचे, उसकी रूपरेखा भी तैयार है।
कोरोना के खिलाफ हम विजयी होकर रहेंगे: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले व्यक्तियों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि 130 करोड़ देशवासियों की अदम्य इच्छा शक्ति और संकल्प शक्ति इस विषाणु के खिलाफ देश को विजयी बनाकर रहेगी।
श्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश एक विशेष परिस्थिति से गुजर रहा है। भारत के उज्जवल भविष्य छोटे-छोटे बालक आज यहां नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि कोरोना ने सबको रोका हुआ है।
उन्होंने कहा, “कोरोना के कारण कई भाई-बहन प्रभावित हुए हैं और कई लोगों ने अपनी जान गंवायी है लेकिन मुझे विश्वास है कि देशवासियों की अदम्य इच्छा शक्ति कोरोना के खिलाफ जारी जंग में हमें विजय दिलायेगी।”
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर डटे स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों और सभी कोरोना वॉरियर्स के अथक प्रयास की सराहना करते हुए कहा, “ इस कोरोना के काल खंड में कोरोना वॉरियर्स चाहे वे डॉक्टर हों, नर्स हों, सफाईकर्मी हों या एंबुलेंस चलाने वाले लोग हों, किस-किस के नाम गिनाउंगा। इन लोगों ने इतने लंबे समय तक जिस प्रकार से ‘सेवा परमो धर्म:’ इस मंत्र को जी करके दिखाया है, पूर्ण समर्पण भाव से मां भारती के लाल की सेवा की है, ऐसे सभी कोरोना वॉरियर्स को भी मैं आज नमन करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “ मैं आज देशवासियों को कहना चाहूंगा कि हमारे देश के वैज्ञानिक, हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा एक ऋषि-मुनि की तरह है। वे प्रयोगशालाओं में जी-जान से जुटे हुए हैं। अखंड, एकनिष्ठ तपस्या कर रहे हैं, बड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। भारत में एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन टेस्टिंग के अलग-अलग चरण में हैं। वैज्ञानिकों से जब हरी झंडी मिल जाएगी, बड़े पैमाने पर उत्पादन होगा और उनकी तैयारियां भी पूरी हैं। तेजी से उत्पादन के साथ वैक्सीन हर भारतीय तक कम से कम समय में कैसे पहुंचे, उसका खाका भी तैयार है, उसकी रूपरेखा भी तैयार है।”