नयी दिल्ली 15 मई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान ताउते से खतरे की आशंका को देखते हुए अधिकारियों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए तमाम कदम उठाने को कहा है। साथ ही बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी जरूरी सेवा को सुनिश्चित करने को कहा है।
श्री मोदी ने शनिवार की शाम उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में इस आशय के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को कोरोना अस्पतालों में विशेष इंतजाम करने, कोरोना टीके, अन्य आवश्यक दवाओं का भंडारण और ऑक्सीजन टैंकरों की निर्बाध आवाजाही की योजना बनाने के भी निर्देश दिये।
उन्होंने कंट्रोल रूम को चौबीसों घंटे चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जामनगर से ऑक्सीजन की आपूर्ति में कम से कम संभावित व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने समय पर संवेदीकरण और राहत उपायों के लिए स्थानीय समुदाय को शामिल करने की आवश्यकता के बारे में भी बताया।
मौसम विभाग ने बताया है कि यह खतरनाक तूफान गुजरात की तट से 18 मई को दोपहर को टकराएगा। उस दौरान 175 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। ताउते से निपटने के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने बड़ी तैयारी की है। केरल में जोरदार बारिश हो रही है जबकि लक्षद्वीप में तूफान के कारण कई पेड़ गिर गए हैं।
गुजरात के तटवर्ती जिलों के अलावा जूनागढ़ और गिर सोमनाथ में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है जबकि सौराष्ट्र, कच्छ, दीव, गिर, सोमनाथ, दीव, जूनागढ़, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, अमरेली, राजकोट, जामनगर में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।
बैठक में निर्णय लिया किया गया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिव संबंधित तटवर्ती राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों तथा केंद्रीय मंत्रालयों एवं एजेंसियों के संपर्क बनाये रखेंगे।
इस बीच राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के उद्देश्य से अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है। केंद्रीय जल आयोग ने भी चक्रवात को लेकर केरल के मध्य एवं उत्तरी हिस्सों, पास के दक्षिण तटीय एवं कर्नाटक के दक्षिण तटवर्ती क्षेत्रों के लिए मध्यम से उच्च स्तर के जोखिम का अलर्ट जारी किया है। गोवा में सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाए हैं।