नयी दिल्ली, आठ सितम्बर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की उपस्थिति मजबूत हुई है , ऐसे में भारतीय मीडिया को भी ‘ग्लोबल’ होने की जरूरत है।
जयपुर में जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर समाचारपत्र समूह ‘पत्रिका’ की ओर से निर्मित ‘पत्रिका गेट’ का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया द्वारा सरकार की आलोचना स्वाभाविक है और इससे लोकतंत्र मजबूत हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले राजधानी जयपुर में स्थित पत्रिका गेट का आज ऑनलाइन लोकार्पण किया।
श्री मोदी ने वर्चुअल समारोह में पत्रिका गेट को देशवासियों को समर्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान प्रत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के रचित ग्रंथ संवाद उपनिषद् और अक्षर यात्रा का विमोचन भी किया।
वर्चुअल समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विशिष्ट अतिथि के रुप में शामिल हुए जबकि श्री कोठारी ने समारोह की अध्यक्षता की।
इस गेट का निर्माण पत्रिका समाचार पत्र समूह द्वारा जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर किया गया है जो प्रदेश के सभी इलाकों के वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले अनूठे स्मारक के रूप में है।
पत्रिका समूह ने जयपुर विकास प्राधिकरण की ‘मिशन अनुपम’ योजना के तहत पत्रिका गेट का निर्माण कराया है।
मोदी ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया की सराहना करते हुए इसे लोगों की ‘अभूतपूर्व ’ सेवा बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत के स्थानीय उत्पाद आज ग्लोबल हो रहे हैं। भारत की आवाज भी और ज्यादा ग्लोबल हो रही है। दुनिया भारत को और ज्यादा गौर से सुनती है। हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की मजबूत उपस्थिति है। ऐसे में भारत के मीडिया को भी ग्लोबल होने की जरूरत है।’’
स्वच्छ भारत, उज्जवला गैस योजना और जल जीवन मिशन जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने और कोरोना के खिलाफ जंग में मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए मोदी ने सरकार के कार्यों की विवेचना और आलोचना को स्वाभाविक बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की योजनाओं में जमीनी स्तर पर जो कमियां है, उसको बताना और उसकी आलोचना स्वाभाविक है। सोशल मीडिया के दौर में यह और भी ज्यादा स्वभाविक हो गया है। लेकिन आलोचना से सीखना भी हम सबके लिए उतना ही स्वाभाविक और आवश्यक है। इसलिए आज हमारा लोकतंत्र मजबूत हुआ है।’’
प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत और ‘लोकल के लिए वोकल’ संकल्प को एक बड़े अभियान की शक्ल देने और उसे व्यापक करने की जरूरत पर बल दिया।