वाराणसी, 18 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र को 557 करोड़ रूपये की परियोजनाओं की सौगात देते हुए यहां मंगलवार को कहा कि काशी को ‘‘पूर्वी भारत का गेटवे’’ के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है और यहां विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित करने पर उनका जोर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह न सिर्फ एक प्रधानमंत्री के तौर पर, बल्कि यहां के सांसद के तौर पर भी क्षेत्र की जनता को अपने काम का हिसाब देना अपना दायित्व समझते हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों की कई योजनाएं गिनाते हुए वाराणसी में सड़क, रेल, गैस, एलईडी, वायुसेवा के लिए किए गए कार्यों का ब्योरा दिया।
मोदी ने कहा, ‘‘मैंने चार साल में क्या काम किया, इसकी थोड़ी सी झलक दिखाई है और मैं आपको इसका हिसाब दे रहा हूं।’’
प्रधानमंत्री ने वाराणासी में 557 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
मोदी ने कहा कि वाराणसी में वैदिक विज्ञान केंद्र और अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की नींव रखी गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह सेंटर ‘‘स्टार्ट अप’’ को नई ऊर्जा देगा।
उन्होंने ‘हर हर महादेव’ के साथ अपने भाषण की शुरूआत करते हुये कहा, ‘‘मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं एक और वर्ष की शुरुआत बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद से कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा कि काशी में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा (वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर) विकसित करने पर उनका जोर है। उन्होंने कहा कि काशी को पूर्वी भारत के गेटवे के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को बाबा भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था। चार वर्ष पहले जब काशीवासी बदलाव के संकल्प को लेकर निकले थे, तब और आज में अंतर स्पष्ट दिखता है ।’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं यहां आता था तो बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा यह सोचता था कि काशी को इससे कब मुक्ति मिलेगी। आज काशी के अधिकतर हिस्से से ये तार हटा दिए गए हैं।’
मोदी ने कहा कि ‘आज काशी एलईडी की रोशनी से जगमगा रही है। एलईडी बल्ब से काशीवासियों के बिजली बिल में भी कमी आई है।’
उन्होंने कहा कि राज्य में योगी सरकार के आने के बाद बिहार, नेपाल, झारखंड और मध्य प्रदेश को जाने वाली सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि यहां रिंग रोड बनाने की योजना पर बहुत तेजी से काम हो रहा है, जिसकी फाइल पिछली प्रदेश सरकार ने दबा कर रखी थी। यहां का विकास होने से बिहार और नेपाल आदि जाने वाले लोगों को भी सहूलियत होगी।
उन्होंने कहा कि रेल से काशी आने वालों को अब स्टेशन पर ही नई काशी की तस्वीर नजर आती है। इसके अलावा वाराणसी को छपरा और इलाहाबाद से जोड़ने वाली पटरी का काम चल रहा है। वाराणसी से नई दिल्ली, वडोदरा और पटना जाने के लिए महामना जैसी ट्रेनें चलाई गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुये कहा कि सड़कों को चौड़ा करने के साथ ही शहर में पुल का निर्माण भी किया गया है। हवाई जहाज से बनारस आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्मार्ट बनारस में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट पर जोर दिया जा रहा है। काशी में ट्रैफिक व्यवस्था को समन्वित किया जा रहा है। काशी में सड़क और रेल के बाद जल परिवहन का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा।
मोदी ने स्वच्छता अभियान के बारे में बात करते हुए कहा कि काशी ने स्वच्छता के मामले में परिवर्तन देखा है। गलियों, घाटों, सड़कों पर स्वच्छता अब स्थायी हो चुकी है। वाराणसी आये जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे समेत कई विदेशी नेताओं ने वाराणसी की तारीफ की है।
उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों का कुंभ अगले साल जनवरी में काशी में लगने वाला है, जिसमें दुनिया भर में बसे प्रवासी भारतीय आयेंगे। उन्होंने काशी वासियों से कहा कि आप शहर को साफ और स्वच्छ रखें ताकि दुनिया भर से आये भारतीयों को काशी पर गर्व हो और वह यहां की तारीफ दुनिया भर में करें।attacknews.in