नयी दिल्ली 07 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को भ्रष्टाचार की ‘महामिलावट’ करार देते हुए गुरुवार को कहा कि आज चोर उलटा चौकीदार को डांट रहे है लेकिन वह चोर-लुटेरों को डरा कर रहेंगे क्योंकि देश ने 2014 में उन्हें यही काम साैंपा था और उन्होंने इसके लिए अपनी जिन्दगी खपायी है।
श्री मोदी ने यहां लोकसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर करीब दस घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए अपने भाषण के अंत में एक कविता की पंक्तियां भी पढ़ीं,
“सूरज आएगा भी तो कहां,
उसे यहीं रहना होगा।
यहीं हमारी सांसों में रहना होगा
हमारी रगों में रहना होगा
हमारे संकल्पों में, हमारे रतजगों में रहना होगा
तुम उदास मत हो
मैं किसी भी सूरज को नहीं डूबने दूंगा।”
प्रधानमंत्री ने अपने लगभग एक घंटे 42 मिनट के भाषण में विपक्ष पर करारे प्रहार किये और राफेल सौदे से लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन तक सब विषयों पर तीखी टिप्पणियां कीं। उन्होंने बहुत आत्मविश्वास के साथ पहली बार वोट देने के लिए तैयार युवाओं के सामने नये भारत का सपना रखा तथा नोटबंदी एवं वस्तु एवं सेवा कर को अपनी सफलता बताया।
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों और कांग्रेस के शासनकाल के कामाें की तुलना 55 साल के सत्ताभोग बनाम 55 महीने के सेवाभाव के विशेषण के साथ की। उन्होंने आक्रामक अंदाज के साथ भाषण शुरू किया और विपक्ष की ओर से जब टोका टाकी हुई तो उन्होंने सख्त स्वरों में चेताया, “मैं मर्यादा में रहूं तो अच्छा होगा।”
श्री मोदी ने कहा कि चर्चा के दौरान कुछ आलोचना, कुछ बेसिरपैर की बातें और मन की खरीखोटी बातें कहीं गयीं हैं। चुनावी वर्ष होने के कारण स्वाभाविक रूप से मजबूरी से लोगों को कुछ भी बोलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सत्र के बाद जनता को अपने काम का हिसाब देना है। उन्होंने आगामी चुनाव के स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धी चुनाव होने की बात कही।
उन्होंने पहली बार वोट देने की तैयारी करने वाले युवाओं का अभिनंदन करते हुए उनके सामने नये भारत की बात रखी और कहा कि नये भारत की बात आशा एवं विश्वास की बात है। निराशा में डूबे हुए लोगों और रोना रोने वालों के आस पास भी आशा एवं विश्वास नहीं फटकते। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को उद्धृत करते हुए कहा कि अतीत एवं विनाश के काल से गुजरने के बाद नये भारत का मार्ग खुल रहा है। वह अंकुरित हो रहा है। नये पल्लव निकल रहे हैं और वह विशालकाय शक्तिशाली वृक्ष बनना शुरू हो गया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवैधानिक संस्थानों पर हमला करने के कांग्रेस के आरोपों पर तीखा पलटवार करते हुये गुरुवार को कहा कि आपातकाल लगाने, चुनी हुई सरकारों को हटाने, चुनाव आयोग पर सवाल उठाने तथा सेना पर झूठे आरोप लगाने का अपराध कर कांग्रेस ने देश के संस्थानों को बर्बाद किया है।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस अक्सर उनकी सरकार पर संस्थानों को बर्बाद करने का आरोप लगाती है, लेकिन वह भूल जाती है कि देश में आपातकाल लगाने, सेना पर तख्ता पलट करने का आराेप लगाने, सेना प्रमुख के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करने, चुनाव आयोग तथा योजना आयोग पर सवाल उठाने और चुनी हुई सरकारों को हटाने के लिए अनुच्छेद 356 का बार-बार इस्तेमाल करने का पाप कर देश के संवैधानिक संस्थानों को तबाह करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी चुनी हुई सरकारों का सम्मान नहीं किया है और उसके नेतृत्व वाली पिछली केंद्र सरकारों ने सौ बार अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल कर चुनी हुई सरकारों को हटाने का काम किया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने ही अकेले 50 बार इस अनुच्छेद का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक पूर्व प्रधानमंत्री ने योजना आयोग को जोकरों का समूह कहा था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल देश की वायुसेना को मजबूत नहीं होने देना चाहती, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए श्री मोदी ने कहा, “पिछले 30 साल में अत्याधुनिक श्रेणी का एक भी लड़ाकू विमान नहीं खरीदा गया। मैं कांग्रेस पर गम्भीर आरोप लगाता हूं कि वह (कांग्रेस) नहीं चाहती कि देश की वायुसेना मजबूत हो।” उन्होंने राफेल सौदे में गड़बड़ी के आरोपों पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सवालिया लहजे में पूछा कि कांग्रेस आखिर किस कंपनी को फायदा पहुंचाना चाहती है।
उन्होंने कहा, “मैं आपकी बेचैनी समझ सकता हूं।”
उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के पिछले करीब 55 साल के ‘सत्ताभोग’ कालखंड में बिना दलाली के कोई भी रक्षा सौदा नहीं हुआ। ‘चाचा’ और ‘मामा’ की गिरफ्तारी से सभी राज धीरे-धीरे खुल रहे हैं। कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने 30 साल तक देश की सेना को निहत्था बनाकर रखा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की इच्छा थी और उनके 150वें जयंती वर्ष में यह काम करना ही है।
श्री मोदी ने कहा “कांग्रेस मुक्त भारत मेरा नारा नहीं है। मैं तो महात्मा गाँधी की इच्छा पूरी कर रहा हूँ।” उन्होंने कहा कि स्वयं बापू को यह भान हो गया था कि कांग्रेस में भ्रष्टाचार आ जायेगा इसलिए उन्होंने ऐसी इच्छा व्यक्त की थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के कर्ज़ माफी को कांग्रेस के भ्रष्टाचार का पर्याय करार देते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने 10 साल में 50-60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ करके करीब दो करोड़ संपन्न किसानों को फायदा पहुंचाया जबकि उनकी सरकार 12 करोड़ किसानों को 10 साल में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए उनके बैंक खातों में देगी।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस बार- बार किसानों के कर्जमाफी का मुद्दा उठाती है। आखिर कर्ज माफी से किसानों का कैसे भला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम भी कर्ज़माफी के रास्ते पर जा सकते थे लेकिन हमने किसानों के सशक्तीकरण का रास्ता चुना। उन्होंने कहा कि हमने दशकों से लंबित 99 सिंचाई परियोजनाओं को हजारों करोड़ रुपए देकर पूरा किया। प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा आधारशिला रखे जाने के बाद सरदार सरोवर बांध को उन्होंने पूरा किया। देश में 20 हजार ग्रामीण हाट बनायीं जा रहीं हैं। ई-नाम योजना में किसानों को ऑनलाइन बाजार उपलब्ध कराया गया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 55 महीने के उनके सरकार के कार्यकाल में महँगाई चार प्रतिशत के दायरे में रही है और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के बाद 99 प्रतिशत वस्तुओं पर कर की दर 18 प्रतिशत या उससे कम है।
श्री मोदी ने कहा कि महँगाई पर दो फिल्मी गाने काफी लोकप्रिय हुये थे। पहला ‘बाकी जो बचा था महँगाई मार गयी’ इंदिरा गाँधी की कांग्रेस सरकार के शासनकाल में बना था और दूसरा ‘महँगाई डायन खाये जाये’ पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में बना था।
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