नयी दिल्ली, दो मार्च । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ लोगों द्वारा अपने ही देश का विरोध करने को राष्ट्र के समक्ष चुनौती बताते हुए शनिवार को कहा कि मोदी विरोध की जिद में देश हित का विरोध मत करिए। उन्होंने यह भी कहा कि ध्यान रखिए कि मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों को, आतंक के सरपरस्तों को सहारा न मिल पाये।
मोदी ने कहा कि देश में आज एक चुनौती है कि कुछ लोगों द्वारा अपने ही देश का विरोध किया जा रहा है। आज जब पूरा देश सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है तो कुछ लोग सेना पर ही संदेह कर रहे हैं ।
उन्होंने यहां इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा, ‘‘ ऐसे लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि आपको सेना के सामर्थ्य पर संदेह है या भरोसा है। मोदी विरोध करना हो तो जरूर करिए, हमारी योजनाओं में कमियां निकालिए, आपका हमेशा स्वागत है। लेकिन देश के सुरक्षा हितों का, देश के हित का विरोध मत करिए।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ आप ये ध्यान रखिए कि मोदी विरोध की इसी जिद में मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों को, आतंक के सरपरस्तों को सहारा न मिल जाए।’’
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां पूरा विश्व आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के पीछे खड़ा था वहीं देश के कुछ दल इस पर प्रश्न उठा रहे थे।
राफेल विमान सौदे पर विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ राफेल पर स्वार्थनीति और अब राजनीति के कारण देश का बहुत नुकसान हुआ। राफेल की कमी आज देश ने महसूस की है। आज हिंदुस्तान एक स्वर में कह रहा है कि अगर हमारे पास राफेल होता, तो क्या होता?’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से 2019 तक आवश्यकताओं को पूरा करने का समय था, जबकि 2019 से आगे आकांक्षाओं को पूरा करने का अवसर है। 2014 से 2019 बुनियादी जरूरतों को हर घर तक पहुँचाने का समय था, जबकि 2019 से आगे तेज उन्नति के लिए उड़ान भरने का अवसर है ।
उन्होंने कहा, ‘‘ बीते पांच वर्षों की मेहनत और परिश्रम से हमने देश की नींव को मजबूत करने का काम किया है। इसी नींव पर नए भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। आज मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि हां इक्कीसवीं सदी भारत की होगी।’’ उन्होंने कहा कि देश में कई मोदी आएंगे और जाएंगे, लेकिन यह देश अजर और अमर रहेगा।
मोदी ने कहा कि 2014 के चुनाव के बाद जब वह दिल्ली आये थे तो बहुत सी बातों का अनुभव उन्हें नहीं था और यही वरदान साबित हुआ।
मोदी ने कहा कि आज का भारत ‘नया भारत’ है। हमारे लिए एक-एक वीर जवान का खून अनमोल है। अब कोई भी भारत को आंख दिखाने का प्रयास नहीं कर सकता। आज का भारत निर्भीक है, निडर है और निर्णायक है। सवा सौ करोड़ भारतीयों के पुरुषार्थ के कारण ही देश आज आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आतंक के आकाओं में सैनिकों के शौर्य का डर हो तो ये अच्छा है। जब भ्रष्टाचारियों में भी कानून का डर हो तो ये डर अच्छा है । अब ये नया भारत अपने सामर्थ्य, अपने साधन, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहा है।
मोदी ने कहा कि यह अपनी बुनियादी कमजोरियों को दूर करने का, अपनी चुनौतियों को कम करने का प्रयास कर रहा है।
उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 और 2019 से शुरू होने वाली आगे की ये यात्रा बदलते हुए सपनों की कहानी है। निराशा की स्थिति से आशा के शिखर तक पहुंचने की कहानी है। संकल्प से सिद्धि की ओर ले जाने वाली कहानी है ।
साल 2019-20 निर्माण प्रौद्योगिकी वर्ष घोषित:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त वर्ष 2019-20 को शनिवार को निर्माण प्रौद्योगिकी वर्ष घोषित कर दिया। तेजी से बढ़ते शहरीकरण के इस दौर में उन्होंने देश में आवास की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये उन्नत प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर भी जोर दिया।
उन्होंने 2022 तक हर भारतीय को घर देने के सरकार के लक्ष्य को पाने में निजी क्षेत्र से समर्थन मांगा।
मोदी ने निर्माण प्रौद्योगिकी भारत-2019 प्रदर्शनी सह संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने किफायती आवास पर मुख्य ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने रीयल एस्टेट क्षेत्र से संबंधित नियम-कानूनों को बदला और इसके साथ ही कौशल विकास के साथ ही प्रौद्योगिकी में सुधार किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार ने 1.30 करोड़ घर बनाए हैं जबकि पिछली सरकार महज 25 लाख घर ही बना पायी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘आंकड़े खुद बोलते हैं। इससे दिखता है कि हम गरीबों और मध्यम वर्ग के घर के सपने को पूरा करने के अपने लक्ष्य के प्रति किस तरह समर्पित हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि घरों में पीने का पानी हो, बिजली हो, उज्ज्वला गैस कनेक्शन हो, अन्य सुविधाएं हों। पिछले साढ़े चार साल में घरों की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है लेकिन अभी और बेहतर किया जाना है। इसके लिये मैं निजी क्षेत्र का समर्थन चाहता हूं …. आइये साथ मिलकर काम करें … और कुछ ऐसा करें जिससे गरीबों की मदद हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत उन चुनिंदा देशों में है जहां घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस मांग को पूरा करने के लिये निर्माण क्षेत्र में उन्नत प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को लेकर मैं अप्रैल 2019 से मार्च 2020 को निर्माण प्रौद्योगिकी वर्ष घोषित करता हूं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘एक घर का मतलब महज चार दीवारें नहीं है। यह एक ऐसी जगह है जहां लोग सपने देखते हैं और उसे पूरा करते हैं। एक घर का मतलब इज्जत और सुरक्षा है। मुझे इस बात से हमेशा दुख होता है कि हमारे जैसे देश में भी कई ऐसे लोग हैं जिनके पास घर नहीं है। हम प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिये इसे हल करने की कोशिश कर रहे हैं। यह मेरा सपना है कि हर भारतीय के पास पक्का मकान हो।
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