नयी दिल्ली, 27 मार्च। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेजर डेविड मानलुन और मेजर सतीश दहिया को मरणोपरांत कीर्ति चक्र तथा शौर्य चक्र से आज सम्मानित किया।
मेजर डेविड मानलुन और मेजर सतीश दहिया ने क्रमश: नगालैंड और जम्मू कश्मीर में उग्रवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था।
राष्ट्रपति ने मेजर डेविड मानलुन और मेजर सतीश दहिया के अलावा नायक चंद्र सिंह, जम्मू कश्मीर पुलिस के कॉन्स्टेबल मंजूर नाइक, सार्जेन्ट मिलिंद खैरनार और कारपोरल नीलेश कुमार नायन को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडेंट चेतन कुमार चीता और जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैन्ट्री के मेजर विजयंत बिष्ट को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
कोविंद ने सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट चंदन कुमार, आंध्र पुलिस के असिस्टेंट असाल्ट कमांडर पी त्रिनधा राव तथा वरिष्ठ कमांडो चिक्कम जी वी रामचंद्रन राव को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया।
इनके अलावा मेजर अभिनव शुक्ला, मेजर रोहित शुक्ला, गनर रिषी कुमार राय, सिपाही आरिफ खान और लांस नायक बाढेर हुसैन तथा हवलदार मुबारक अली को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।
परम विशिष्ट सेवा पद से सेना, नौसेना और वायु सेना के14 शीर्ष अधिकारियेां को सम्मानित किया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार शर्मा को उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया। तीनों सशस्त्र बलों के22 वरिष्ठ अधिकारियों को अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। इन22 वरिष्ठ अधिकारियों में मेजर जनरल माधुरी कानिटकर शामिल हैं जो यह पदक पाने वाली एकमात्र महिला अधिकारी हैं।
पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजिस्ट मेजर जनरल माधुरी कानिटकर सशस्त्र बल मेडिकल कालेज की पहली महिला डीन हैं।attacknews.in