प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 14 जनवरी। कुम्भ मेले के सेक्टर 16 स्थित दिगम्बर अनी अखाड़े के शिविर तथा अन्य शिविरों में आग लगने के बाद सिलेंडर फटने से सोमवार को आग लग गई।
हालांकि अपराह्न पौने एक बजे लगी इस आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन वहां रखा काफी सामान जलकर राख हो गया।
अखाड़ा पुलिस थाना निरीक्षक भास्कर मिश्रा ने बताया कि आग से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
आपदा प्रबंधन (स्वास्थ्य विभाग) के नोडल अधिकारी रिषि सहाय ने बताया कि घटना के आधे घंटे के भीतर आठ एम्बुलैंस और दमकल की छह गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गईं और इसके बाद उन्होंने आग पर काबू पा लिया गया ।
दिगम्बर अनी अखाड़े के श्रीमहंत दिव्य जीवन दास ने बताया कि निकट स्थित बारह भाई डांडिया की तरफ से आग की लपटें आईं और दिगंबर अनी अखाड़े का रसोई घर आग की चपेट में आ गया जिससे सिलेंडर फट गया।
कुंभ के आगाज की पूर्व संध्या पर कुंभ नगरी में स्थित दिंगबर अखाड़े के चित्रकूट बैठक और वृन्दावन बैठक के 14 तम्बुओं में सोमवार को आग लगने से वहां रखा सामान जलकर स्वाह हो गया ।
दमकल विभाग के सूत्रों ने यहां बताया कि सोमवार पूर्वान्ह यह हादसा उस समय हुआ जब कुंभनगरी में सेक्टर 16 स्थित दिगंबर अखाड़े के तम्बु में आग लग गयी और तेज हवाओं के चलते आसपास के तम्बुओं को अपनी चपेट में ले लिया । आग से आसमान में काले धुएं का गुबार छा गया। सूचना मिलते ही दमकल की पांच गाड़ियां मौके पर पहुँची और कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया।
उन्होंने बताया कि आग लगने से तम्बुओं में रखा सामान जलकर स्वाहा हो गया। तम्बुओं में पुआल आदि होने के साथ-साथ तेज हवा के कारण आग तेजी से अन्य तम्बुओं में फैल गई । आग से वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
दिगम्बर अनि अखाड़ा में चित्रकूट बैठक के शिविर के प्रमुख जगदीश दास ने बताया कि आग तम्बु के पिछले हिस्से में लगी और देखते ही देखते पूरे शिविर को अपनी चपेट में ले लिया। उन्होंने बताया कि शिविर में छह कमरे थे। वहीं पर तीन सिलेंडर रखे था। आग की चपेट में आने उसमें से एक सिलेंडर में तेज विस्फोट हुआ जिससे पूरा शिविर जलकर खाक हो गया।
इसके दूसरी तरफ वृंदावन बैठक के प्रमुख महंत बालक दास जी ने बताया उनके शिविर में पूरे साधु संतो का लंगर किया जाता है। शिविर में 10 कैम्प थे जिसमें दाल, चावल, चीनी, आटा सब भर कर रखा था। शाम को संतो और महात्माओं को खाने का भंडारा था। सब जलकर राख हो गया। शिविर के जिसे व्यक्ति के तन पर जो कपड़ा है वहीं बचा है, बाकी सब जलकर खाक हो गया।
महंत बालक दास ने पांच, दस, बीस, पचास और सौ रूपये के नोट की जली गड्डी दिखाते हुए बताया कि हमारा सब खत्म हो गया। कैसे संतो और महात्माओं को खिलायेंगे। नुकसान के बारे में पूछने पर बताया कि सब कुछ नष्ट हो गया।
उन्होंने बताया कि जलते सिलेंडर का एक टुकडा चित्रकूट शिविर की तरफ से गिरा जिससे पूरे शिविर में आग लग गयी और सारा सामान जलकर नष्ट हो गया। शिविर में खडी एक कार जल गई और एक मोटरसाइकिल आंशिक रूप से जली है।
मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि साधु और महात्माओं के जले शिविर को तैयार कराने का तत्काल आदेश दे दिया गया है। शाम तक उनका शिविर तैयार करा दिया जायेगा। आग कैसे लगी इसकी जांच की जायेगी। मेला अधिकारी बारी-बारी दोनो शिविरों में गये और वहां के प्रमुखों से बातचीत कर उन्हें तत्काल राहत व्यवस्था का आश्वासन दिया।
कुंभ मेला पुलिस उप महानिरीक्षक के पी सिंह ने बताया कि प्रभावित लोगों को नुकसान की भरपाई करायी जायेगी। जवानों की तत्पराता से बड़ा आदसा होने से बच गया। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि कुम्भ मेलाक्षेत्र में 40 फायर स्टेशन बनाये गये हैं। आग बुझाने वाली 43 मोटरसाइकिलें तैनात की गयी है।
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