नयी दिल्ली, 02 दिसंबर । संसद के दाेनों सदनों में सभी राजनीतिक दलों ने सोमवार को हैदराबाद पशु चिकित्सक बलात्कार कांड पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अपराधियों को जल्द से जल्द एवं सख्त से सख्त सजा देने के लिए पुलिस व्यवस्था तथा न्यायिक प्रणाली में और सुधार करने की पुरजोर मांग की।
लोकसभा में प्रश्नकाल में और राज्यसभा में शून्य काल में सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने जोरदार ढंग से इस मामले को उठाया और पुलिस एवं व्यवस्था को संवेदनशील तथा समाज को जागरुक बनाने की अपील की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन इस घटना की कड़ी निंदा करता है और सरकार ने संबंधित कानूनों में अपेक्षित सुधार लाने के लिए का अाश्वासन दिया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि निर्भया कांड के इस तरह के लिए कड़े कानून बनाये गये थे लेकिन अपराधों में कमी नहीं आयी है। इसके मद्देजर अब सभी सदस्यों की राय मिल जाने के बाद सरकार कानून में सुधार करेगी।
राज्यसभा में भाजपा,कांग्रेस और अन्य दलों ने इस मुद्दे को उठाया तो सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि केवल कानून बनाने से इस तरह के अपराधों से निटपने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर और मिलकर काम करना होगा।
श्री बिरला तथा सभी दलों के सदस्यों ने तेलंगाना के शमशाबाद में एक पशु-चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना की सोमवार को निंदा की और सरकार ने सदन को आश्वस्त किया कि ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम करते हुये ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए वह कानून में सभी जरूरी बदलाव करने के लिए तैयार है।
सदस्यों द्वारा शून्यकाल के दौरान इस घटना पर चिंता जताये जाने तथा बलात्कार से संबंधित कानून को और कड़ा बनाये जाने की माँग पर सरकार की तरफ से गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “इससे बड़ा कोई अमानवीय कृत्य नहीं हो सकता। इससे सभी आहत हुये हैं। सभी सदस्यों की अपेक्षा है कि इस तरह के मामलों में अपराधियों को कठोर से कठोर दंड मिले। इसके लिए कानून में जो भी बदलाव करना होगा, करने के लिए सरकार तैयार है।”
उन्होंने कहा कि निर्भया कांड के बाद कानूनों में बदलाव किया गया था तथा फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया था। इसके बाद सबने यह मान लिया था कि इस तरह की घटनाओं में कमी आयेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने इस विषय पर चर्चा कराने या न कराने का फैसला अध्यक्ष पर छोड़ते हुये कहा कि सरकार सभी सदस्यों के सुझाव सुनकर कर कानूनों में सभी तरह के जरूरी प्रावधान करने के लिए तैयार है।
श्री बिरला ने भी पूरे सदन की तरफ से घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुये कहा कि ऐसी घटना, इस तरह के अपराध सभी सदस्यों को चिंतित और आहत करते हैं। सदन चिंतित है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
महिला अत्याचार के प्रति जीरो टॉलरेंस, आईपीसी, सीआरपीसी में संशोधन की तैयारी
गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने भी कानून में हर जरूरी बदलाव के प्रति सदन को आश्वस्त करते हुये कहा कि सरकार ऐसे मामलों में ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम करेगी। संबद्ध कानूनों में बदलाव का मसौदा तैयार है। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है। राज्यों को पत्र लिखकर इस मसौदे पर उनसे सुझाव माँगे गये हैं और इसे जल्द से जल्द संसद में पेश किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पूरे देश में एकल हेल्पलाइन नंबर “112” जारी किया है।
सरकार ने हैदराबाद बलात्कार कांड पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि वह आतंकवाद और भ्रष्टाचार के साथ-साथ महिलाओं पर अत्याचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ (कतई सहन नहीं करने) की नीति पर काम करेगी और इसके लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और अपराध प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) में संशोधन करने के लिए तैयार है।
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने विभिन्न दलों के सदस्यों द्वारा यह मामला उठाये जाने के बाद स्पष्टीकरण देते हुये कहा कि हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ जो घटना हुई है उसको लेकर वह उसके परिवार के संपर्क में हैं। वह पुलिस महानिदेशक और हैदराबाद के पुलिस आयुक्त से भी सतत संपर्क में हैं। इस घटना की पूरी संसद ने निंदा की है।
श्री रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार इसके लिए कानूनी कदम उठाने के लिए तत्पर है। केन्द्र सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और जिस प्रकार से आतंकवाद और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। सरकार उसी प्रकार से महिला अत्याचार को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ के आधार पर काम करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए आईपीसी और सीआरपीसी के संशोधन के लिए तैयार है। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है। राज्यों को पत्र लिखा गया है और इस बारे में मसौदा तैयार हो गया है।
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि इस हादसे में पुलिस को अधिक सक्रियता से काम करना चाहिए था। इस घटना की विदेशों में भी चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना निर्भया कांड से भी भयंकर है। निर्भया कांड में पीड़िता का बयान मिल गया था और उसका शरीर भी था, लेकिन इस घटना में पीड़िता का बयान और उसका शरीर तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि आवश्यक कानूनी सुधार करने के लिए सरकार को सभी राजनीतिक दलों और स्वैच्छिक संगठनों का सहयोग मिलना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने आपात प्रतिक्रिया प्रणाली का एक हेल्पलाइन नंबर 112 शुरू किया है जिसमें 100, 101, 102, 108 आदि कुल दस आपात नंबरों पर स्वत: सूचना पहुँच जाएगी और उपग्रह आधारित भूस्थैतिक प्रणाली से पीड़ित की लोकेशन का पता लगा कर उसे मदद देने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
इससे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति के नमो नागेश्वर राव ने राज्य सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि हैदराबाद की घटना से वह बहुत दु:खी हैं। तेलंगाना सरकार ने पाँच लाख सीसीटीवी कैमरे लगाये हैं। सामाजिक सुरक्षा हेल्पलाइन शुरू की है। इस घटना के लिए भी पुलिस के 10 दलों का गठन करके छह घंटे के भीतर आरोपियों काे पकड़ लिया गया और लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
श्री राव ने कहा कि यह समस्या केवल तेलंगाना या हैदराबाद की ही नहीं, पूरे देश की है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि स्थानों पर भी ऐसी ही घटनाओं के बारे में सदन में चर्चा की गयी है। पंद्रहवीं लोकसभा में हम सबने निर्भया कांड के बाद कठोर कानून बनाया था। अब समय आ गया है कि आईपीसी और सीआरपीसी में बदलाव किया जाये ताकि फास्ट ट्रैक अदालतों में 30 दिन के भीतर मामले की सुनवाई पूरी हो और आरोपी को फांसी की सजा मिले।
हैदराबाद की घटना पर मोदी की चुप्पी आश्चर्यजनक : कांग्रेस
कांग्रेस ने हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक की बलात्कार के बाद हत्या के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर हैरानी जतायी है और आरोप लगाया है कि उनकी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के उपाय करने के लिए बने निर्भया निधि को खर्च नहीं कर रही है।
कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य अमी याग्निक तथा सुश्री शम्मा मोहम्मद ने सोमवार को यहां संसद भवन में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हैदराबाद की घटना दिल दहलाने वाली है लेकिन श्री मोदी ने इस बारे में अब तक कुछ नहीं बोला है और यह हैरान करने वाली स्थिति है। आश्चर्य इस बात का भी है कि महिला और बाल विकास मंत्री एक महिला हैं लेकिन वह भी इस मुद्दे पर खामोश हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी एक महिला हैं लेकिन इस मामले में उनकी संवेदना भी नहीं जगी और वह भी चुप्पी साधे हैं।
मानवाधिकार आयोग ने यौन शोषण की घटनाओं पर केन्द्र और राज्यों से मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने देश में यौन शोषण की बढती घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए इस संबंध में मीडिया में आयी रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए केन्द्र, राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों को नोटिस जारी कर इन मामलों से निपटने की प्रक्रिया तथा निर्भया निधि के इस्तेमाल के बारे में रिपोर्ट देने को कहा है।
आयोग का मानना है कि इस बुराई से निपटने के लिए सभी पक्षधारकों को मिलकर काम करने की बेहद अधिक जरूरत है। उसने महिला और बाल विकास मंत्रालय के सचिव से केन्द्र सरकार की इस संबंध में निर्भया तथा अन्य योजनाओं के बारे में छह सप्ताह में रिपोर्ट देने को भी कहा।
हैदराबाद कांड के पीड़ित परिवार को न्याय दिलायें सरकार : मायावती
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने हैदराबाद में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म अौर हत्या की घटना को दुखद बताते हुए सरकार से पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की है।
सुश्री मायावती ने सोमवार को एक ट्वीट कर कहा, “ हैदराबाद में एक महिला डाक्टर के दुष्कर्म और हत्या की दरिन्दगी के खिलाफ देशभर में फैला जन आक्रोश बहुत ही स्वाभाविक है। घटना अति-दुःखद एवं अति-निन्दनीय है तथा सरकार को चाहिए कि दोषियों को यथाशीघ्र कड़ी से कड़ी सज़ा सुनिश्चित करके पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए।”
दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन
तेलंगाना में हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या तथा रांची और वडोदरा में हुई दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ अपना विरोध दर्शाने और न्याय की मांग के लिए समाज के विभिन्न वर्गों के लोग सोमवार को यहां जंतर-मंतर पर एकत्रित हुए।
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन, ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक विमेंस एसोसिएशन और ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव विमेंस एसोसिएशन जैसे कई संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विरोध-प्रदर्शन की आयोजक एवं कांग्रेस नेता अमृता धवन ने कहा, “मैं एक नेता के तौर पर नहीं बल्कि समाज के एक ऐसे सदस्य के तौर पर इस प्रदर्शन का आह्वान कर रही हूं, जो समाज में हो रही घटनाओं को लेकर चिंतित है। महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं, इस पर चर्चा करने के लिए हमें दूसरी निर्भया क्यों चाहिए? न्यायिक प्रणाली को त्वरित न्याय सुनिश्चित करना होगा ताकि पीड़ितों के परिवारों को कुछ राहत मिले।”
उन्होंने कहा, “निर्भया के बलात्कारी अब भी जेल में है और उन्हें अब तक फांसी नहीं दी गयी है। वे जेल में अपनी जिंदगी जी रहे हैं, उन्हें खाना मिल रहा है और वे चैन से सो रहे हैं लेकिन पीड़ितों के परिवारों को क्या मिला, जिनकी जिंदगी हमेशा के लिए तबाह हो गई है।”
प्रदर्शन के दौरान काली पट्टियां बांधे प्रदर्शनकारियों ने ‘हमें न्याय चाहिए’, ‘हमें शर्म आती है कि हत्यारे अब तब जिंदा हैं’ के नारे लगाये।
गौरतलब है कि सरकारी अस्पताल में काम करने वाली पशु चिकित्सक का गुरुवार रात हैदराबाद के बाहरी इलाके में चार लोगों ने दुष्कर्म किया और उसके बाद उन्हें जिंदा जला दिया जिससे उनकी मौत हो गई। उनका झुलसा हुआ शव शुक्रवार को बरामद हुआ था। इस मामले के चार आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।