नयी दिल्ली, पांच मई । लोकसभा चुनाव के दौरान अब तक 3331 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की अवैध शराब, नकदी और आभूषण आदि जब्त किए गए हैं और यह राशि पिछले लोकसभा चुनाव के कुल खर्च से थोड़ी ही कम है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के शुरुआती चार चरण में अब तक 3331 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की अवैध शराब, नकदी और आभूषण आदि जब्त किए जा चुके हैं। जबकि 2014 का लोकसभा चुनाव संपन्न कराने में आयोग का कुल खर्च 3870 करोड़ रुपये था।
अभी चुनाव के तीन चरण का मतदान शेष है। इस दौरान, जब्त अवैध सामग्री की कीमत पिछले चुनाव की तुलना में तीन गुना के आंकड़े को छूने वाली है। आयोग द्वारा 2014 के लोकसभा चुनाव में जब्त की गयी अवैध सामग्री की कुल कीमत 1200 करोड़ रुपये थी।
आयोग के आंकड़े बताते हैं कि दस मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद चार मई तक पकड़ी गयी अवैध सामग्री में सर्वाधिक मात्रा नशीले पदार्थों की है। आयोग के औचक निरीक्षक दलों ने अब तक 66,417 किग्रा से अधिक मादक द्रव्यों को पकड़ा है। इसकी बाजार में कीमत करीब 1238.89 करोड़ रुपये है।
इसमें सर्वाधिक 20 हजार किग्रा से अधिक नशीले पदार्थ पकड़े जाने के साथ उत्तर प्रदेश अव्वल है। 16 हजार किग्रा नशीले पदार्थ के साथ मध्य प्रदेश दूसरे और 15 हजार किग्रा के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में कुल 804 करोड़ रुपये कीमत के नशीले पदार्थ जब्त किये गये थे।
इस चुनाव में दो महीने से भी कम अवधि में अब तक 975 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण पकड़े गये हैं। तमिलनाडु में सर्वाधिक 3070 किग्रा सोना, चांदी और अन्य कीमती आभूषण जब्त किये गये हैं। इसकी बाजार में कीमत करीब 708 करोड़ रुपये है। मध्य प्रदेश 1354 किग्रा जब्ती के साथ दूसरे स्थान पर और 709 किग्रा जब्ती के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है।
आयोग के आंकड़ों के अनुसार पिछले चुनाव की तुलना में इस चुनाव में अब तक दोगुनी से अधिक नकदी जब्त की जा चुकी है। चार मई तक देश भर में 799 करोड़ रुपये की नकदी जब्त हुयी है। पिछले चुनाव में इसकी मात्रा 304 करोड़ रुपये थी। कीमती आभूषणों की तरह नकदी के मामले में भी तमिलनाडु अव्वल है। राज्य में अब तक 216 करोड़ रुपये की अवैध नकदी जब्त की जा चुकी है। आंध्र प्रदेश में 137 और तेलंगाना में 70 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध राशि जब्त हुयी है।
चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिये उम्मीदवारों द्वारा बांटी जाने वाली अवैध शराब की जब्ती के भी रिकॉर्ड इस बार ध्वस्त हुये हैं। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, चार मई तक 14.2 करोड़ लीटर अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। पिछले चुनाव में पकड़ी गयी अवैध शराब की मात्रा 1.61 करोड़ लीटर थी।
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