इस्लामाबाद, 28 अगस्त । पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान अगले महीने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष कश्मीर मुद्दा ‘‘दृढ़तापूर्वक’’ उठायेंगे।
कुरैशी ने यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री खान संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के इतर न्यूयार्क में द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट रूप से बताया है कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाया जाना उसका एक आंतरिक मामला है और उसने पाकिस्तान को यह सच्चाई स्वीकार करने की भी सलाह दी है।
कुरैशी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री खान अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान कश्मीरी लोगों की भावनाओं को पूरी दृढ़ता के साथ रखेंगे।’’
प्रधानमंत्री खान ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा समेत हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दा उठायेंगे।
कुरैशी ने दावा किया कि भारत ने शिमला समझौते का उल्लंघन किया है और कश्मीर में ‘‘एकतरफा’’ कार्रवाई कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पूरी तरह से उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘शिमला समझौते के तहत पाकिस्तान और भारत दोनों कश्मीर विवाद को द्विपक्षीय रूप से हल करने के लिए बाध्य हैं। मोदी को अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बताना चाहिए कि क्या उनके पांच अगस्त के कदम द्विपक्षीय या एकतरफा हैं।’’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत के लिए हवाई क्षेत्र को बंद किये जाने के बारे में अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
हालांकि देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बुधवार को कहा था कि पाकिस्तान ने 28 से 31 अगस्त तक कराची हवाई क्षेत्र के तीन विमानन मार्गों को बंद कर दिया है।