नयी दिल्ली, 27 फरवरी । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को भारत-पाक सीमा पर संघर्ष विराम की बहाली का स्वागत करते हुए कहा कि पाकिस्तान सभी बाकी मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान निकालने के लिए तैयार है लेकिन भारत को बातचीत आगे बढ़ाने के लिए सौहार्द्र पूर्ण वातावरण तैयार करना होगा।
श्री खान ने सीमा पार से गोलीबारी पर संघर्ष विराम की बहाली का स्वागत करते हुये ट्वीट कर कहा,“मैं नियंत्रण रेखा के पास संघर्ष विराम की बहाली का स्वागत करता हूँ। आगे की प्रगति के लिए भारत को सौहार्द्रपूर्ण वातावरण के साथ आगे आना होगा।”
श्री खान ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “हम हमेशा शांति के पक्षधर रहे हैं और बातचीत के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने के लिए आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।”
भारत ने इस सप्ताह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विमान को श्रीलंका जाने के लिए देश के हवाई क्षेत्र से जाने की अनुमति दी थी। श्री खान का यह बयान सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा द्वारा इस महीने की शुरुआत में कश्मीर मुद्दे को “शांतिपूर्ण’ ढंग से हल करने के आह्वान पर आया है।
श्री खान ने हालांकि अपनी पुरानी मांग को दोहराया कहा कि भारत को लंबे समय से चले आ रही हमारी मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए और कश्मीरी लोगों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों के अनुसार आत्मनिर्णय का अधिकार देना चाहिए।
नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का सख्ती से पालन करेंगे भारत और पाकिस्तान
इससे पहले 25 फरवरी को पाकिस्तान से लगती सीमा पर अचानक हुए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में भारत और पाकिस्तान ने समूची नियंत्रण रेखा तथा उससे लगते सभी सेक्टरों में बुधवार रात से संघर्ष विराम तथा अन्य सभी समझौतों के पालन पर सहमति व्यक्त की है।
भारत के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक मेजर जनरल नोमन जकारिया के बीच पहले से स्थापित संवाद तंत्र हॉटलाइन पर बातचीत के दौरान यह सहमति बनी। दोनों सैन्य अधिकारियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में नियंत्रण रेखा तथा सभी सेक्टरों में स्थिति की समीक्षा की।
भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के साथ-साथ और उससे लगते सभी सेक्टरों में बुधवार रात से संघर्ष विराम और अन्य समझौतों का पालन करने पर सहमति व्यक्त की है ।
दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच हॉट लाइन पर बातचीत के दौरान यह सहमति बनी। दोनों सैन्य अधिकारियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में नियंत्रण रेखा तथा सभी सेक्टरों में स्थिति की समीक्षा की।
बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि सीमा पर स्थायी रूप से शांति
बनाए रखने और एक दूसरे की चिंताओं को समझने के लिए संघर्ष विराम तथा अन्य समझौतों का पूरी तरह पालन किया जाएगा। दोनों पक्षों ने यह भी कहा कि कि उनके बीच हॉटलाइन व्यवस्था पहले की तरह जारी रहेगी और किसी भी तरह की गलतफहमी को फ्लैग मीटिंग के जरिये सुलझाया जाएगा।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर 2003 से संघर्ष विराम लागू है लेकिन पाकिस्तान समय-समय पर इसका उल्लंघन करता रहा है।