इस्लामाबाद, 26 जुलाई । इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ आज देश के आम चुनावों में एक सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वोटों की शुरुआती गिनती में ११९ सीटों पर अग्रणी होकर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों द्वारा धांधली के आरोपों के बीच पार्टी सत्ता हासिल करने जा रही है।
लाहौर के पूर्वी शहर में, पंजाब प्रांत की राजधानी और देश के राजनीतिक गढ़, पीटीआई के समर्थकों ने कल मतदान के बाद में मिलने वाले परिणामों के रूप में झंडे लहराते और पार्टी के नारे गूूंजाकर आनंदित किया.
६५ वर्षीय पूर्व क्रिकेटर की पीटीआई ने २७२ सीटों पर चुनाव वाले राष्ट्रीय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के ११९ सीीटों पर आगे थे जबकि इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ६५ सीटों के साथ पीछे थी।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ४४ सीटों पर अग्रणी रही जबकि 17 सीटों में अन्य आगे थे ।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने आधिकारिक तौर पर पहले परिणाम की घोषणा 4.00 बजे करेेेगीी।जबकि अंतिम परिणाम आने वाले घंटों में उंमीद कर रहे हैं, प्रारंभिक परिणाम बताते है कि पीटीआई राष्ट्रीय असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगा ।
चुनाव में धांधली:
वैसे पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद इमरान खान सत्ता के करीब दिखाई दे रहे हैं. हालांकि उनके प्रतिदंवद्वियों ने धांधली का आरोप लगातार नतीजों को मानने से इनकार कर दिया है.
पाकिस्तान में बुधवार को हुए आम चुनावों के बाद वोटों की गिनती चल रही है. शुरुआती रुझानों में क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ सबसे आगे बताई जाती है. लेकिन वोटों की गिनती और नतीजे जारी करने में देरी से संदेह पैदा हो रहे हैं.
वैसे 48 फीसदी वोटों की गिनती के बाद इमरान खान की पार्टी आगे बताई जा रही है. राष्ट्रीय संसद की 272 सीटों में से 119 सीटों पर वह बढ़त बनाए हुए है. पीएमएल 65 सीटों पर जबकि बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी 44 सीट पर आगे चल रही हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए नतीजों को मानने से इनकार कर दिया है. चुनाव प्रचार के दौरान भी पीएमएल (एन) ने बार बार आरोप लगाया कि पाकिस्तान की ताकतवर सेना इमरान खान की पार्टी को जिताने में जुटी हुई है.
दूसरी तरफ, पाकिस्तानी चुनाव आयोग के प्रवक्ता बाबर याकूब का कहना है कि वोटों की गितनी में तकनीकी खामियों की वजह से देरी हो रही है. नतीजे स्थानीय समय के अनुसार बुधवार रात दो बजे आने थे लेकिन याकूब ने कहा, “कोई साजिश नहीं है और न ही नतीजों में देरी करने के लिए कहीं से कोई दबाव है. देरी इसलिए हो रही है क्योंकि मतदान केंद्रों से नतीजे भेजने वाला ट्रांसमिशन सिस्टम ठप हो गया.”
मुख्य चुनाव आयुक्त सरदार मोहम्मद रजा ने भी चुनावी प्रक्रिया को 100 फीसदी पारदर्शी और निष्पक्ष बताया है. लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कब तक पूरे नतीजे आ जाएंगे।attacknews.in