व्यापमं घोटाला : मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए ट्रेन यात्रियों से होगी पूछताछ

भोपाल। व्यापमं घोटाले से जुड़ी करीब दो दर्जन संदिग्ध मौतों की जांच कर रही सीबीआई टीम ने मेडिकल छात्रा नम्रता डामोर की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए नम्रता की मौत के दिन नम्रता के साथ ट्रेन में सफर कर रहे सहयात्रियों से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।

नम्रता डामोर की मौत सात जनवरी 2012 को हुई थी और नम्रता का शव उज्जैन जिले के शिवपुरा-भेरूपुर ट्रैक पर कायथा के पास मिला था। नम्रता इंदौर मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की दूपरे वर्ष की छात्रा थी। व्यापमं के जरिए फर्जी तरीके से एडमीशन लेने वालों में नम्रता डामोर जांच के दायरे में थी। गौरतलब है कि नम्रता की मौत की जांच करने पहुंचे दिल्ली के एक पत्रकार की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी और उसी के बाद प्रदेश सरकार ने व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने का एलान किया था।

सीबीआई ने रेलवे और अन्य सूत्रों की मदद से इंदौर बिलासपुर ट्रेन में 7 जनवरी 2012 को सफर कर रहे यात्रियों की जानकारी जुटा ली है। सीबीआई जानना चाह रही है कि नम्रता की मौत के पहले उसका किसी से विवाद या झगड़ा तो नहीं हुआ था। नम्रता के साथ ट्रेन में और कोई भी था कि नम्रता अकेली थी। सीबीआई को मिली जानकारी में नम्रता जिस बोगी में सफर कर रही थी उसमें केरल की एक फुटबाल टीम भी मौजूद थी।
सीबीआई को रेलवे और टूर्नामेंट आयोजक से मिली जानकारी में टीम के सदस्यों के बारे में जानकारी मिल गयी है और सीबीआई की जांच टीम केरल की फुटबाल टीम से जानकारी के लिए रवाना हो गयी है।

परिजनों ने जताया था हत्या का शक

नम्रता डामोर 7 जनवरी 2012 को इंदौर-बिलासपुर ट्रेन से जबलपुर जा रही उसी दिन नम्रता का शव उज्जैन जिले कायथा के करीब रेलवे ट्रैक पर पाया गया था। नम्रता की मौत के करीब तीन हफ्ते बाद नम्रता के परिजनों ने उसके शव के शिनाख्त की और नम्रता के दोस्तों पर हत्या का शक जताया था। परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर नम्रता की सहेलियों और दोस्तों से पूछताछ की थी।

गला दबाने से हुई थी नम्रता की हत्या
पीएम रिपोर्ट में डाक्टर्स ने नम्रता का गला दबाए जाने और ट्रेक पर घसीटे जाने के बारे में लिखा था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि नम्रता की नाक और मुंह पर चोट के निशान थे। नम्रता के चेहरे पर भी नाखून के निशान पाए गए थे।

विधानसभा अध्यक्ष की भांजी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

भोपाल। विधानसभा अध्यक्ष की भांजी ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना शुक्रवार सुबह की है, जब मृतका दीप्ति पुरोहित का पति नाश्ता लेने घर से बाहर गया हुआ था। सुसाइड नोट में दीप्ति ने अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात कही है।

कोलार थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घटना सुबह करीब नौ बजे की है। जब मृतका दीप्ति पुरोहित का पति अभिषेक तोमर घर से नाश्ता लेने के लिए बाजार गया हुआ था। दीप्ति का पति प्राइवेट ट्रेवेल्स कंपनी में काम करता है। दीप्ति अपने पति अभिषेक के साथ सर्वधर्म बी-सेक्टर कोलार रोड स्थित अपने आवास में रहती थी। कोलार पुलिस को दीप्ति का लिखा एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें दीप्ति ने अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात कही है।

दरअसल, कोलार पुलिस को शुक्रवार सुबह अभिषेक तोमर ने सूचना दी कि वो नाश्ता लेने के लिए गया था और जब वापस लौटा तो उसकी पत्नी दीप्ति सीलिंग फैन के हुक से फांसी का फंदा लगाकर लटकी हुई थी। आनन-फानन में उसने दीप्ति को उतारा, लेकिन तब तक दीप्ति की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। बताया जा रहा है कि दीप्ति और अभिषेक की शादी दो साल पहले हुई थी।

दीप्ति विधानसभा अध्यक्ष की भांजी और अभिषेक बीजेपी विधायक का साला
मृतका दीप्ति पुरोहित विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा की बहन शशि शर्मा की दत्तक पुत्री है। उसे शशि शर्मा ने पांच साल की उम्र में गोद लिया था। वहीं, दीप्ति का पति अभिषेक तोमर अपने आप को भाजपा विधायक अरविंद भदौरिया का साला बता रहा है।

बीसवीं सदी के 9 सिंहस्थ में सिर्फ एक शाही स्नान, दो साल में दो बार सिंहस्थ

उज्जैन !मोक्षदायिनी क्षिप्रा के तट पर 20वीं शताब्दी में 9 सिंहस्थ हुए हैं। एक आकलन के अनुसार 21वीं शताब्दी में भी 9 ही सिंहस्थ आयोजित होंगे। बीसवीं शताब्दी का पहला सिंहस्थ वर्ष 1909 में और अंतिम सिंहस्थ वर्ष 1992 में हुआ। 21वीं शताब्दी का पहला सिंहस्थ वर्ष 2004 में मनाया गया और दूसरा सिंहस्थ इस वर्ष 2016 में हो रहा है। मोक्षदायिनी क्षिप्रा के तट पर स्नान और दान का अपना आध्यात्मिक महत्व है। सिंहस्थ में स्नान की बात की जाये तो 20वीं सदी में सभी 9 सिंहस्थ में केवल एक शाही स्नान हुआ, जबकि वर्ष 2004 में आयोजित हुए सिंहस्थ में 3 शाही स्नान और 2 पर्व स्नान हुए हैं।

बीसवीं सदी में लगातार दो वर्ष 1956 और 1957 में सिंहस्थ के आयोजन हुए। वर्ष 1956 में दण्डी स्वामियों ने और वर्ष 1957 में षडदर्शन अखाड़ों ने सिंहस्थ मनाया। यह सिंहस्थ पाँचवां और छठवां रहा। बीसवीं सदी का पहला सिंहस्थ वर्ष 1909, दूसरा वर्ष 1921 में, तीसरा वर्ष 1933 में, चौथा वर्ष 1945 में, पाँचवां वर्ष 1956 में, छठवां वर्ष 1957 में, सातवां वर्ष 1969 में, आठवां वर्ष 1980 में और सदी का अंतिम और नौवां सिंहस्थ वर्ष 1992 में हुआ।

उज्जैन में 21वीं सदी के दूसरे सिंहस्थ 2016 में दूसरी बार 3 शाही स्नान और पहली बार 3 पर्व तथा 4 प्रमुख स्नान होंगे। उज्जैन में 21वीं सदी में भी 9 सिंहस्थ मनाये जायेंगे। यह सिंहस्थ वर्ष 2004, 2016, 2028, 2040, 2052, 2064, 2076, 2088 और 21वीं सदी का अंतिम सिंहस्थ वर्ष 2100 में होगा।

दो साल में दो बार सिंहस्थ

विक्रम संवत 2014 में सन् 1956 और सन् 1957 में दो बार सिंहस्थ हुआ था। श्री करपात्रीजी और दण्डी स्वामियों ने सन् 1956 में उज्जैन में सिंहस्थ मनाने का निर्णय लिया। षडदर्शन अखाड़ों ने सन् 1957 में सिंहस्थ करने को कहा, लेकिन कोई एक तिथि निर्धारित नहीं होने से दण्डी स्वामियों ने वर्ष 1956 में सिंहस्थ मनाया। षडदर्शन अखाड़ों ने वर्ष 1957 में सिंहस्थ मनाया।

उज्जैन में 6 दशक पूर्व हुआ था अर्द्ध-कुम्भ

उज्जैन !अर्द्ध-कुम्भ कोई अलग पर्व नहीं है। यह एक धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना वाले कुम्भ महापर्व का मध्य सत्र है। यह दो कुम्भ के बीच का सत्र होता है। कुम्भ और अर्द्ध-कुम्भ के आयोजन में योग-संयोग का बड़ा महत्व होता है। इस समय कुम्भ राशि के गुरू से सप्तम सिंह राशि के गुरू में मेष के सूर्य के आने पर हरिद्वार में अर्द्ध-कुम्भ का आयोजन हो रहा है। इस योग में 22 अप्रैल तक अर्द्ध-कुम्भ होगा।

उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई, 2016 तक सिंहस्थ कुम्भ महापर्व का आयोजन होना है। यहाँ सिंहस्थ आयोजन के 10 वाँछित योग माने जाते हैं। सिंह राशि में गुरू, मेष राशि में सूर्य, तुला का चन्द्रमा, वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा तिथि, कुश-स्थली, स्वाति नक्षत्र, व्यतिपात योग और सोमवार हो, तो सिंहस्थ का आयोजन होता है। यह तो सिंहस्थ के लिये वाँछित योग है।

इसी उज्जैन में वर्ष 1950 में संध्यापुरीजी महाराज द्वारा क्षिप्रा के तट पर पहली बार अर्द्ध-कुम्भ मनाया गया। वैशाख पूर्णिमा 2 मई, 1950 को साधु-संतों ने मोक्षदायिनी क्षिप्रा में पवित्र स्नान कर महारुद्र यज्ञ किया। उस समय सिंह राशि से सप्तम राशि कुम्भ राशि के गुरू में मेष का सूर्य और वैशाख मास का योग रहा।

इसके अलावा भारत के प्रयाग और नासिक में भी अर्द्ध-कुम्भ स्नान के चिन्ह मिलते हैं। प्रयाग नगरी इलाहाबाद में तुला या वृश्चिक राशि में गुरू होने पर अर्द्ध-कुम्भ मनाया जाता है। वहीं नासिक में अर्द्ध-कुम्भ नहीं मनता, लेकिन कुम्भ में गुरू, सिंह के सूर्य तथा श्रावण मास में ऐसे योग बनते हैं।

तीर्थ हैं क्षिप्रा के तट

उज्जैन !अनादि नगरी उज्जयिनी ‘भौमतीर्थ” भी है और ‘नित्य तीर्थ” भी है। भारत की ह्रदय-स्थली यह नगरी सृष्टि के प्रारंभिक काल से ही दिव्य पावन-कारिणी शक्ति से ओत-प्रोत रही है। स्कंद पुराण के अनुसार तो यहाँ पग-पग पर मोक्ष-स्थल तीर्थ बसे हैं। अवंतिखण्ड के अनुसार यहाँ ‘महाकाल वन” था, जहाँ सैकड़ों शिवलिंग थे, अत: उनके प्रभाव से यहाँ की पूरी भूमि नित्य तीर्थ बन गयी। इसकी पुष्टि वायु पुराण, लिंग पुराण, वराह पुराण भी करते हैं।

इस नगर में बहने वाली पुण्य सलिला क्षिप्रा का वर्णन यजुर्वेद में ‘शिप्रे अवे: पय:” के रूप में आया है। यह नदी इस नगर के तीन ओर से बहती है, इसलिये इसका ‘करधनी” नामकरण भी किया गया है। इस नगरी में आकर इसके घाटों पर स्नान करने से व्यक्ति को मुक्ति प्राप्त हो जाती है तथा यह स्थल स्वयमेव तीर्थ बन जाते हैं। कहा जाता है कि सौ योजन (चार सौ कोस) दूर से भी यदि कोई क्षिप्रा नदी का स्मरण मात्र करता है तब उसके सब पाप नष्ट हो जाते हैं तथा वह स्वर्ग-लोक को प्राप्त कर लेता है। मालवा की मोक्षदायिनी गंगा अर्थात् क्षिप्रा अपने उद्गम स्थल से कुल 120 मील (195 किलोमीटर) बहकर चम्बल (चर्मण्यवती) में मिलती है। नगर में इसके तटों पर धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक साधनाएँ कर अनेक साधकों ने सिद्धि प्राप्त की हैं। इसीलिये इसके तटों पर बसे मंदिर, आश्रम एवं उपासना-स्थल सांसारिकता से मुक्ति दिलाकर बैकुण्ठवासी बनाने में सहायक हैं। इस भवसागर से पार उतारने में इस नगरी को मोक्षदायिनी माना गया है। स्कन्द पुराण के अवंतिखण्ड में क्षिप्रा के तट स्थित घाट ही तीर्थ-स्थल माने गये हैं, जिनकी महिमा का गान किया गया है। उत्तरवाहिनी क्षिप्रा का स्वरूप ओखलेश्वर से मंगलेश्वर तक पूर्ववाहिनी है। इसी अवंतिखण्ड में इस नगरी के जिन तीर्थों का उल्लेख किया गया है, वह शंखोद्वार, अजागन्ध, चक्र, अनरक, जटाभृंग, इन्द, गोप, चिविटा, सौभाग्यक, घृत, शंखावर्त, सुधोदक, दुर्धर्ष, गोपीन्द्र, पुष्पकरण्ड, लम्पेश्वर, कामोदक, प्रयाग, भद्रजटदेव, कोटि, स्वर्णक्षुक, सोम, वीरेश्वर, नाग, नृसिंह इत्यादि हैं।

इस नगरी में अनेक सरोवर, कुएँ, बावड़ियाँ, तालाब, कुण्ड और क्षिप्रा नदी है। यहाँ के सप्त सागरों में रत्नाकर, सोला या पुरुषोत्तम, विष्णु, गोवर्धन, क्षीर, पुष्कर और रुद्रसागर आदि रहे हैं। यह नगरी जल-सम्पदा से हर युग में हरी-भरी रही है। यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का अनेक कवियों ने अपने साहित्य में उल्लेख किया है।

क्षिप्रा के तट स्थित कई दर्शनीय एवं पर्यटन-स्थल हैं, जिनमें त्रिवेणी स्थित नवग्रह एवं शनि मंदिर, नृसिंहघाट, रामघाट, मंगलनाथ, सिद्धनाथ, कालभैरव, भर्तृहरि की गुफा, कालियादेह महल, सूर्य मंदिर आदि हैं। यहाँ वर्षभर लाखों श्रद्धालुओं का आना-जाना बना रहता है।

उज्जयिनी की मोक्षदायिनी क्षिप्रा के तटों पर विश्व-प्रसिद्ध सिंहस्थ महापर्व के दौरान एक ‘लघु भारत” उपस्थित हो जाता है। यही कारण है कि क्षिप्रा किनारे के घाट अन्य पवित्र नगरियों के घाटों से कमतर नहीं हैं। देश-विदेश के कई श्रद्धालु और आस्तिकजन द्वारा क्षिप्रा किनारे के इन्हीं घाटों पर अपने पितृ पुरुषों की आत्मा की सद्गति के लिये श्राद्ध और तर्पण आदि कर उज्जयिनी की महिमा को विस्तारित किया जाता है।

100 करोड़ का वेंचर केपिटल फंड बनेगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान

भोपाल :मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सौ करोड़ रूपये का वेंचर केपिटल फंड बनाया जायेगा। इसमें कौशल संपन्न नवाचारी युवाओं को अपनी कंपनी बनाने के लिये लिये मदद मिलेगी। सरकार भी उनकी कंपनी में निवेश करेगी। आज यहाँ ”बंसलोत्सव-2016” में युवाओं को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि जिनके पास नया सोचने की क्षमता है उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है।

श्री चौहान ने कहा आज कुछ लोगों को भारत माता की जय बोलने में भी तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि देश के युवा देशभक्त हैं और वे देश को कभी कमजोर नहीं होने देंगे। श्री चौहान ने युवाओं से आव्हान किया कि वे प्रधानमंत्री के ”मेक इन इंडिया” और ”डिजिटल इंडिया” के सपनों को साकार करें। उन्होंने कहा कि युवाओं में प्रतिभा, क्षमता और ऊर्जा है। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि वे स्वयं को कमजोर नहीं समझें और अपने प्रदेश और देश के लिये काम करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश अब पिछड़ा राज्य नहीं रहा। इसकी विकास दर दो अंको में बनी हुई है और कृषि वृद्धि दर देश में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि बिजली और सिंचाई के मामलों में प्रदेश आगे निकल गया है। विदेशी निवेश आ रहा है। पीथमपुर में जापान इंडस्ट्रियल टाउनशिप बन रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा कॉन्ट्रेक्टर योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की चर्चा करते हुये कहा कि युवा सिर्फ नौकरी माँगने वाले नहीं नौकरी देने वाले बनें। सरकार उनकी पूरी मदद करेगी। मध्यप्रदेश में युवाओं का भविष्य उज्ज्वल है।

इस अवसर पर बंसल समूह के चेयरमेन श्री अनिल बंसल, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री पीयूष त्रिवेदी, संचालक तकनीकि शिक्षा श्री आशीष डोंगरे, श्री सुनील बंसल और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने प्रतिभावान विद्यार्थियों और विभिन्न कंपनियों में नवनियुक्त युवाओं को सम्मानित किया।

श्रद्धा-निधि का फायदा अब आश्रित पत्नी को भी

भोपाल : जनसंपर्क एवं ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश में वरिष्ठ पत्रकारों को दी जा रही श्रद्धा-निधि नियम में संशोधन किया जा रहा है। अब श्रद्धा-निधि का फायदा पत्रकार की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी को दिया जायेगा। श्री शुक्ल आज विधानसभा में विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में सदस्य विधायक सर्वश्री अशोक ईश्वरदास रोहाणी, सुंदरलाल तिवारी, रमेश मेंदोला और कल्याण सिंह ठाकुर भी मौजूद थे।

जनसंपर्क मंत्री श्री शुक्ल ने बताया कि इस वर्ष से प्रदेश में पत्रकारों को दिये जाने वाले सम्मान की श्रेणी में राज्य-स्तरीय टेलीविजन पत्रकारिता एवं केमरामेन सम्मान को भी शामिल किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में श्रेष्ठ पत्रकारिता को सम्मानित करने के लिये 3-3 राष्ट्रीय एवं राज्य-स्तरीय सम्मान और 7 आंचलिक सम्मान दिये जा रहे थे। उन्होंने कहा कि आंचलिक पत्रकारों के कल्याण के लिये राज्य सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। श्री शुक्ल ने बताया कि तहसील-स्तर तक पत्रकारों की कार्यशालाएँ आयोजित की जा चुकी हैं। इनमें सांसद और स्थानीय प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। इसी तरह की कार्यशालाएँ वर्ष 2016-17 में भी की जायेगी।

प्रमुख सचिव, जनसंपर्क श्री एस.के. मिश्रा ने पूर्व में आयोजित विभागीय परामर्शदात्री समिति बैठक का पालन-प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि जनसंपर्क विभाग ने लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये अभियान चलाया। साथ में प्रभावपूर्ण सामग्री का प्रकाशन भी किया। वरिष्ठ पत्रकारों को दी जाने वाली श्रद्धा-निधि की राशि रुपये 5000 में वृद्धि का प्रस्ताव विचाराधीन है।

परामर्शदात्री समिति के सदस्यों ने आंचलिक पत्रकारों के आर्थिक हितों को संरक्षित करने के लिये विभाग से आवश्यक कार्यवाही किये जाने का आग्रह किया। आयुक्त, जनसंपर्क श्री अनुपम राजन ने समिति सदस्यों का आभार व्यक्त किया। बैठक में संचालक जनसंपर्क श्री अनिल माथुर एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

शराब कारोबारी, नेता भी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार- तोमर

ग्वालियर- मध्य प्रदेश की पत्रकारिता की शुचिता की रक्षा के लिए ग्वालियर के वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता जयंत सिंह तोमर ने बुधवार से ‘सत्याग्रह’ (आमरण अनशन) शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि राज्य की पत्रकारिता में कारोबारियों व नेताओं की घुसपैठ बढ़ रही है।

तोमर ने बीते बुधवार से ग्वालियर के फूलबाग में गांधी प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन शुरू कर दिया। इस अनशन के दौरान वह पत्रकार संगठनों के नेताओं, समाचारपत्र समूह से जुड़े लोगों से लेकर सरकार के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से सीधे संवाद करने की कोशिश करेंगे। वह उनसे अनुरोध करेंगे कि उन पत्रकारों को संरक्षण दिया जाए, जो समाजहित में आवाज उठाते हैं।

उन्होंने आज कहा कि राज्य की पत्रकारिता में कारोबारियों और नेताओं की घुसपैठ बढ़ गई है। इसका प्रमाण पिछले दिनों एक शराब कारोबारी के यहां आयकर के छापों के दौरान जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किए गए अधिमान्यता के कार्ड का मिलना है। उन्होंने कहा कि बात एकदम साफ है कि शराब कारोबारी भी राज्य में अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार हैं। इतना ही नहीं कई नेता भी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार हैं, इसलिए जरूरी हो गया है कि पत्रकारिता की शुचिता की रक्षा की जाए।

सोसायटियो की जांच को लेकर शिवराज सिंह चौहान और गोपाल भार्गव में विवाद गहराया

भोपाल। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा जमीन सोसाइटी की जांच एसटीएफ से कराने को लेकर मंत्रालय सहित राजनीतिक गलियारे में खलबली मची हुई है। विगत कई माह से मुख्यमंत्री के साथ पंचायत मंत्री की अनबन की खबर समय-समय पर बाहर आ चुकी है।

इसके पीछे मुख्य कारण पंचायत मंत्री गोपाल एक तीर से दो शिकार करने की तैयारी में है। इससे पहले हम आपको बता दें कि एसटीएफ कुल 77 सोसाइटियों की जांच करेगी। इसमें एक सोसाइटी मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों का है। रोहित सोसाइटी के अधिकांश घरों में मुख्यमंत्री के रिश्तेदार रहते हैं। बड़े पैमाने पर गड़बड़ी भी हुई है और शिकायत भी है। एसटीएफ अब इसकी जांच भी करेगी।

वहीं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री का नाम शौचालय घोटाले से लेकर अन्य घोटाले में सामने आया है और मुख्यमंत्री ने सीधेतौर पर फाइल मंगवा ली है। इधर संघ का सर्वे रिपोर्ट भी भार्गव के काम को निगेटिव नंबर दे रहा है। उम्मीद यह जताई जा रही है कि कैबिनेट विस्तार के दौरान मंत्री पद से गोपाल भार्गव को हटाया जा सकता है।

इसकी पटकथा छह माह पूर्व भी लिखी जा चुकी है। प्रभारी जिलों में मंत्री गोपाल भार्गव पुत्र मोह में फंसे हुए हैं और न्यायपूर्ण तरीके से काम नहीं कर रहे। खुद बीजेपी के सदस्य और विधायक भी इसको लेकर मुख्यमंत्री और पार्टी हाईकमान तक शिकायत पहुंचा चुके हैं। इसलिये एसटीएफ को जांच देकर गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया है।

विवाद का कारण यह भी

मुख्यमंत्री के साथ विवाद का कारण यह भी है कि गोपाल भार्गव के पुराने प्रकरणों को भी सरकार फिर से खोल रही है। ऐसे में मंत्री भार्गव के लिये विषम परिस्थिति बनी हुई है। सरकार कभी भी सागर दमोह में हुए कथित घोटाले के मामले में जांच शुरू कर सकती है।

अगले तीन माह में प्रदेश में शत-प्रतिशत आधार पंजीयन मुख्य सचिव ने की कलेक्टर्स-कमिश्नर्स से बातचीत

भोपाल !मध्यप्रदेश में 6.34 करोड़ लोगों के आधार पंजीयन का काम पूरा हो गया है। यह कुल आबादी का लगभग 85 प्रतिशत है। यह जानकारी आज यहाँ वीडियो कान्फ्रेंस ‘परख’ में दी गई। मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से चर्चा के दौरान निर्देश दिए कि अगले तीन माह में प्रदेश में आधार पंजीयन का शत-प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया जाए। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित करने की दृष्टि से भी यह बहुत आवश्यक है। छूटे हुए लोगों का आधार पंजीयन करने के लिए अभियान के स्तर पर कार्य किया जायगा। मुख्य सचिव ने कलेक्टर डिंडोरी श्रीमती छवि भारद्वाज को आधार पंजीयन कार्य में 94 प्रतिशत की उपलब्धि के लिए बधाई दी। ‘परख’ में मुख्य सचिव ने 13 महत्वपूर्ण बिंदु पर बातचीत की।

मुख्य सचिव ने राज्य के पेयजल प्रबंध की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को हर स्थिति में पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाए। बंद नल-जल योजनाओं को चालू करने, बिगड़े हेंडपंप के सुधार और जिन स्थानों पर कोई पेयजल स्त्रोत न हो वहाँ परिवहन के जरिये पेयजल पहुँचाने का कार्य किया जाए।

रोजगार योजनाओं की समीक्षा में बताया गया कि फरवरी माह तक राज्य में 60 हजार प्रकरण में हितग्राहियों को राशि प्राप्त हो चुकी है। करीब 11 हजार प्रकरण में इस माह के अंत तक हितग्राही लाभान्वित होंगे जिससे राज्य में इस साल की शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हो जायगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि यदि कोई प्रकरण पूरे न हो सकें तो उसकी प्रक्रिया जारी रखी जाए और अगले वर्ष के प्रारंभ में ही मंजूरी देकर हितग्राही को लाभान्वित किया जाए। परख में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के लिए भू-अधिग्रहण की जिलावार चर्चा हुई। मुख्य सचिव ने कहा कि कलेक्टर्स सुनिश्चित करें कि पारित अवार्ड के विरुद्ध राशि प्राप्त होने और संबंधित को राशि के वितरण का कार्य पूरा हुआ या नहीं। इसके साथ ही कोर्ट के कारण जो प्रकरण लंबित हैं उनकी जानकारी संकलित कर राजस्व विभाग को भेजी जाए। शीघ्र ही इन मामलों की राज्य स्तर पर समीक्षा होगी।

मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर कार्य के लिए जिलों में कार्यवाही पूरा करने के निर्देश दिए। परख में पेंशन योजना में हितग्राहियों के बैंक अकाउंट सीडिंग, आधार सीडिंग एवं मोबाइल नंबर की समग्र डाटाबेस में प्रविष्टि की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली गई। मुख्य सचिव ने एसिड बिक्री लायसेंस और परमिट जारी करने के संबंध में निर्देशों, से कलेक्टर्स को अवगत करवाया। उन्होंने नियमों का उल्लघंन करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर की जा रही तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्य सचिव ने कहा कि भौगोलिक आधार पर राज्य के संभागों को पाँच क्‍लस्टर्स में विभक्त कर बीमा कंपनियों को आवंटन किया गया है। योजना से अधिकाधिक किसानों को जोड़ने के प्रयास किए जाएं। इसके लिए कृषि और राजस्व विभाग के साथ ही जिला प्रशासन को सक्रिय भूमिका निभानी है। मुख्य सचिव ने कहा कि योजना में यह भी प्रावधान है कि निर्धारित प्रपत्र में प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात यदि बैंक से सात दिवस में हितग्राही को राशि नहीं मिलेगी तो राशि की वसूली बैंक से की जायगी। समस्त जिलों को योजना की नियमावली और किसान हितैषी प्रावधान से अवगत करवाया जा रहा है ।

मुख्य सचिव ने पाँच हेक्टेयर तक के लघु खनिजों की पर्यावरण मंजूरी के लिए जिला स्तरीय पर्यावरण समाघात निर्धारण प्राधिकरण (डिया) और जिला स्तरीय विशेषज्ञ आकलन समिति (डेक ) के गठन एवं उन्हें क्रियाशील बनाने के संबंध में कलेक्टर्स से बातचीत की। राज्य में 33 जिलों में कार्यवाही पूरी हो गयी है। शेष जिलों में इसी महीने यह कार्यवाही पूरी की जा रही है। मुख्य सचिव ने कहा कि भारत सरकार के निर्णय के अनुसार लागू इस व्यवस्था में अब प्रकरणों का जिला स्तर पर शीघ्र निराकरण संभव होगा। राज्य स्तर पर निर्णय के लिए शेष मामले पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को)से वापिस लेकर अब जिला स्तर पर उनका निराकरण किया जायगा। पूर्व में राज्य स्तरीय संस्था ‘सिया और सियेक’ द्वारा मंजूरी का कार्य किया जाता था। वीडियो कान्फ्रेंस में अपर मुख्य सचिव और कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी सी मीना सहित संबंधित विभाग के सचिव और प्रमुख सचिव उपस्थित थे।

सिंहस्थ में अप्रैल माह से श्रद्धालुओं के लिये कॉल-सेंटर 24×7 काम करेगा

उज्जैन ! उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के लिये कॉल-सेंटर में आने वाले फोन कॉल्स की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। कॉल-सेंटर अप्रैल माह से 24×7 की तर्ज पर कार्य करेगा। कॉल-सेंटर में 1100 नम्बर डॉयल कर सिंहस्थ संबंधी जानकारी ली जा सकती है। अभी यह कॉल-सेंटर प्रात: 10.30 से शाम 5.30 बजे तक काम कर रहा है।

उचित व्यवहार नहीं करने पर राजस्व निरीक्षक निलंबित

उज्जैन कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत ने सिंहस्थ मेला-2016 में शामिल होने के लिये आने वाले साधु-संतों के साथ उचित व्यवहार नहीं करने पर राजस्व निरीक्षक गणेश मोरे को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में गणेश मोरे का मुख्यालय भू-अभिलेख कार्यालय रहेगा।

6000 होमगार्ड जवान देंगे सिंहस्थ में सेवाएँ

अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ के दौरान होमगार्ड के 6000 जवान अपनी सेवाएँ देंगे। होमगार्ड के 1100 जवान क्षिप्रा नदी के घाटों पर तैनात रहेंगे। अग्नि-शमन व्यवस्था में 427 होमगार्ड जवान तैनात होंगे। इसके अलावा भीड़ और यातायात प्रबंधन, जोन और सेक्टर कार्यालयों में भी होमगार्ड जवानों की तैनाती की जायेगी।

दत्त अखाड़ा जोन में होगा बीएसएनएल का मिनी एक्सचेंज

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) दत्त अखाड़ा जोन में एक मिनी एक्सचेंज बनायेगा। बीएसएनएल मिनी एक्सचेंज के जरिये मेला क्षेत्र में नेटवर्क की व्यवस्था करेगा। नेटवर्क फेल्युअर होने पर सिंहस्थ मेला कार्यालय ने प्लॉन-बी की रूपरेखा तैयार की है। प्लॉन-बी में सभी जोनल और सेक्टर कार्यालय में लेण्डलाइन होंगे। मेला क्षेत्र में बैंक और एटीएम के नजदीक एसटीडी-पीसीओ स्थापित किये जा रहे हैं।

गाय को राष्ट्र माता का दर्जा नहीं देने पर 6 गौ भक्तों ने जहर पिया

राजकोट ! गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग का अल्टीमेटम देने के बाद भी गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा न दिए जाने पर गुरुवार दोपहर राजकोट में 6 गौ भक्तों ने जहर पीकर जान देने का प्रयास किया.

गौ भक्तो द्वारा जहर पीये जाने के बाद उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें नजदीक के अस्पताल ले जाया गया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में लिया है.

मोरबी के कमलेश रबारी, गोंडल के अमरभाइ दाणीधारीया, खीरी के रघुवीर सिंह जाडेजा, जसदण के जयुभा जाडेजा और दिपक वाघेला ने गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग की थी और इस को लेकर रैली कर कलेकटर को विज्ञापन भी दिया था.

उनकी बात नहीं माने जाने पर उन्हों ने कपास की फसल मे डालने वाली जहरीली दवा पीकर आज जान देना का प्रयास किया.

इस वारदात के बाद गौ भक्त द्वारा माधापर सर्किल पर चक्काजाम करने का प्रयास किया गया लेकिन पुलिस ने बलप्रयोग कर भीड़ को भगा दिया.

दिग्विजय सिंह का ट्वीट और मंदसौर कोर्ट में फिर शिकायत दर्ज

मंदसौर !तीन साल पहले आपत्तिजनक ट्वीट करने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मंदसौर की एडीजे कोर्ट में फिर परिवाद पेश हुआ है.

दरअसल, पूर्व वित्तमंत्री राघव जी भाई और धर्म विशेष पर बयान पोस्ट करने के बाद मंदसौर के भाजपा नेता सुनील बंसल ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ अदालत में एक परिवाद पेश किया था.

मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की तरफ से वकील प्रकाश रातड़िया ने एडीजे कोर्ट में न्यायाधीश केएस बारिया के सामने वकालतनामा पेश किया. इससे पहले प्रतिपक्ष के वकील पुखराज दशौरा ने ट्विटर पर आए बयान और आपत्तिकर्ता की अपील पेश करते हुए कानूनी केस दर्ज करने की वकालात की.

दोनों पक्षों की अपील के बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए अगले महीने 22 अप्रैल की तारीख दी है.
माना जा रहा है कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने और पूर्वमंत्री पर आपत्तिजनक नारा पोस्ट करने के इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह अब फंस सकते हैं.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार और पार्टी से निष्कासित पूर्व वित्त मंत्री राघवजी को लेकर कांग्रेस महासचिव ने ट्विटर पर नया नारा दिया था.

दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया ट्विटर पर लिखा, `भोपाल में नारे लगाए जा रहे हैं, बच्चा-बच्चा राम का, राघवजी के काम का.` जिसके बाद भाजपा कार्यकताओं ने दिग्विजय के खिलाफ परिवाद दायर किया था.

सम्पत्ति में हिस्सा मांगने पर पिता और दो भाईयों ने मिलकर युवक को जलाया

सीधी 16 मार्च! मध्यप्रदेश के सीधी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के जमुनिहा गांव में सम्पत्ति में हिस्सा मांगने पर एक युवक को उसके पिता और दो भाईयों ने मिलकर जला दिया जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शिव सुमिरन साहू (24) को कल उसके पिता जेठू साहू और दो अन्य बेटे राम सुमिरन और शिवशंकर ने पकड कर आग लगा दिया। हादसे में वह गंभीर रूप से झुलस गया है। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

भोपाल, इंदौर में मेट्रो रेल के लिये डीपीआर तैयार कर केंद्र को भेजी

भोपाल, 16 मार्च ! मध्यप्रदेश के नगरीय विकास एवं पर्यावरण राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने आज विधानसभा में बताया कि भोपाल और इंदौर में मेट्रो रेल के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी गई है।
श्री आर्य ने अपने विभागों की अनुदान मांगों पर हुई चर्चा के उत्तर में यह बात कही। उनके उत्तर के बाद सदन ने उनके विभागों से संबंधित 10225 करोड़ 89 लाख 76 हजार रुपए की अनुदान मांगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।