बरेली में गैंगरेप पीड़िता पुलिस अधिकारी के वाहन के सामने बैठी 

बरेली 13 अक्टूबर। गैंगरेप के मामले में एक माह बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, जिसके चलते पीड़िता एसएसपी दफ्तर आ धमकी और एसएसपी की कार के सामने धरने पर बैठ गई। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने पीड़िता को समझाकर कप्तान से मुलाकात कराई।
पीड़ित महिला का कहना है कि 9 सितंबर की रात को पड़ोस में रहने वाले लियाकत शौकत अपने एक अन्य साथी के साथ उसके घर में घुस आया। उसके साथ तमंचे के बल पर गैंगरेप किया। शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार हो गए, जिसके बाद महिला ने आरोपियों के खिलाफ़ बारादरी थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। गुरुवार को आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़िता पुलिस कार्यालय पहुंची और धरने पर बैठ गई।
गैंगरेप पीड़िता ने एसएसपी जोगेन्द्र कुमार को बताया कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। लेकिन, पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। पीड़िता का आरोप है कि उन्होंने विवेचक रजनीश कुमार को एक आरोपी पकड़कर सौंपा था। लेकिन, पुलिस ने उसे छोड़ दिया। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ नीति द्विवेदी को मामले की जांच सौंपी है।

अमित शाह ने बेटे की कंपनी के बारे में कहा- 80 करोड़ के बिजनेस के बाद भी डेढ़ करोड़ का घाटा,सरकार से कोई फायदा नहीं लिया Attack News 

नई दिल्ली 13 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने पहली बार अपने बेटे जय शाह की कंपनी और उस पर लग रहे आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी का पूरा टर्न ओवर 80 करोड़ का हो गया। लेकिन कोई मुनाफा नहीं हुआ, उलटे उसे डेढ़ करोड़ का घाटा हुआ। ये बातें उन्होंने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान कही है।
कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि उनके पास साक्ष्य है, तो पार्टी कोर्ट जा सकती है। वहां सबूत दे सकती है। उन्होंने आगे कहा कि क्योंकि ये खबर गलत है, इसलिए जय शाह ने 100 करोड़ की मानहानि का दावा किया है। सिविल और आपराधिक मानहानि का दावा किया है। बोफोर्स की तरह दलाली नहीं ली गई है। क्या कांग्रेस पार्टी कह सकती है कि उनके (कांग्रेस) नेताओं पर भ्रष्टाचार के लग रहे आरोप गलत हैं और ऐसा है, तो उन्होंने आजतक कोई भी मानहानि का मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया।
बेटे की कंपनी पर विस्तार से बोलते हुए शाह ने कहा कि इसने किसी भी सरकारी जमीन का इस्तेमाल नहीं किया। कोई सरकारी ठेका नहीं लिया। सरकार के साथ एक रुपये का व्यापार नहीं किया। यह विशुद्ध रूप से कमोडोटिज एक्सपोर्ट का बिजनेस है। इस बिजनेस में टर्नओवर दिखता ज्यादा है। बाजरा, चावल, रेपसीड, धनिया व अन्य उत्पादों का व्यापार किया है। 80 करोड़ का बिजनेस करने के बाद अंततः कंपनी को डेढ़ करोड़ का घाटा हुआ है।

अनसिक्योर्ड लोन पर अमित शाह ने कहा कि कंपनी को लेटर ऑफ क्रेडिट मिला है, न कि लोन। बैंक से जो भी पैसा लिया, उसे सूद सहित लौटा दिया।

द वायर ने अपनी खबर में कहा है कि जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में वर्ष 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद बेतहाशा वृद्धि देखी गई। यह 16 हजार गुणा हो गया।

चुनाव आयोग राजनीतिक दलों को मिलने वाले धन को पारदर्शी बनाएगा Attack News

             नई दिल्ली 13 अक्टूबर। चुनाव आयोग ने दिल्ली उच्च न्यायालय में कहा कि वह राजनीतिक दलों के खर्च एवं उन्हें मिलने वाले धन को लेकर पारदर्शिता लाने के नियम पर विचार कर रहा है।
           चुनाव आयोग ने कार्यकारी मुख्य न्यायाधीन गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ से यह कहा। पीठ ने गत तीन मई को चुनाव आयोग से अपने सामने नियम पेश करने को कहा था।
            चुनाव आयोग के वकील पी आर चोपड़ा ने अदालत से कहा कि दलों को मिलने वाले धन तथा उनके चुनाव खर्च पर उचित प्राधिकरण विचार कर रहा है और अदालत के समक्ष पेश किए जाने से पहले उन्हें इस काम के लिए कुछ समय चाहिए।
           चुनाव आयोग के अनुरोध को मंजूर करते हुए पीठ ने उसे सुनवाई की अगली तारीख, आठ फरवरी, 2018 तक यह बताने का निर्देश दिया कि क्या दल उन्हें मिलने वाले धन तथा उनके चुनाव खर्च में पारदर्शिता एवं जवाबदेही को लेकर दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।

          अदालत एक गैर सरकारी संगठन की याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें विधि आयोग की सिफारिशों का कार्यान्वयन करने की मांग की गयी है। ये सिफारिशें चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा किए जाने वाले खर्च की निगरानी एवं विनियमन के लिए एक प्रावधान बनाने से संबंधित हैं।

          याचिकाकर्ता एसोसियेशन फोर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने कहा कि दिशानिर्देशों के होने के बावजूद राजनीतिक दल उनका पालन नहीं कर रहे। याचिका में कहा गया कि विधि आयोग की सिफारिशों के बावजूद राजनीतिक दलों के चुनाव खर्च की निगरानी के लिए जनप्रतिनिधित्व अधिनियम एवं चुनाव नियमों में कोई प्रावधान नहीं है।

            इसमें कहा गया कि ऐसा ‘‘जानबूझकर’’ किया गया है जबकि उच्चतम न्यायालय यह कह चुका है कि चुनाव आयोग के पास विधि आयोग की सिफारिशों को प्रभाव में लाने का अधिकार है।

एडीआर ने आरोप लगाया कि चूंकि मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था ‘‘गैरकानूनी माध्यमों तथा साथ ही निहित स्वार्थ वाले लोगों एवं कॉरपोरेट एजेंसियों से धन हासिल करती है, वह (राजनीतिक व्यवस्था) विधि आयोग की सिफारिशों को प्रभाव में लाने की इच्छुक नहीं दिखती।’’

कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले राहुल गाँधी के सामने चुनौती हैं गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव Attack News 

नई दिल्ली 13 अक्टूबर। कांग्रेस पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद की कमान संभालने से पहले हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा के चुनाव बड़ी चुनौती बनकर सामने आए हैं। यही वजह है कि अपने नए राजनीतिक अवतार में सुर्खियां बटोर रहे राहुल गांधी इस बार हिमाचल प्रदेश और गुजरात के पार्टी उम्मीदवारों के चयन में जीत की संभावना के पहलू को सबसे ज्यादा तवज्जो देने में जुट गए हैं। हिमाचल में नौ नवंबर को मतदान की घोषणा के बाद राहुल के साथ कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकारों पर जल्द उम्मीदवार तय करने का दबाव बढ़ गया है।
राहुल के सामने पंजाब के अपने रिकार्ड को दुहराने के साथ हिमाचल के चुनावी इतिहास को बदलने की दोहरी चुनौती है। इसीलिए सूत्रों की मानें, तो उम्मीदवारों के चयन में राहुल इस दफा जीत की संभावना के पहलू को सबसे ज्यादा तवज्जो देंगे।
गुजरात में दो दशक से सत्ता से बाहर कांग्रेस के लिए मौजूदा चुनाव सिर्फ सूबे में ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर भी बेहद मायने रखता है। गुजरात चुनाव से पहले ही राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी संभालने के प्रबल आसार हैं। गुजरात की सियासत में राहुल इस समय जिस अंदाज में जोर लगा रहे हैं उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस और उनकी राजनीति के लिए गुजरात में कामयाब होना कितना अहम है।

खास बात यह है कि हिमाचल और गुजरात के चुनाव कांग्रेस ही नहीं, राहुल की भविष्य की राजनीति के लिए बेहद अहम है। मगर इन दोनों राज्यों में राहुल के सामने अलग-अलग चुनौतियां हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और उसके सामने अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है।

हिमाचल के पिछले सालों के राजनीतिक इतिहास में हर चुनाव में सत्ता बदलती रही है। इस राजनीतिक सच्चाई को देखते हुए कांग्रेस के लिए हिमाचल का चुनाव किसी संग्राम से कम नहीं। खासतौर से यह देखते हुए कि हिमाचल कांग्रेस में चुनाव के ऐलान से पहले तक मतभेद जगजाहिर थे। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को हटाने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। मगर हाईकमान ने काफी मशक्कत के बाद दोनों को चुनाव में साथ मिलकर काम करने के लिए राजी किया।

हिमाचल में सत्ता बचाने के कांग्रेस के लक्ष्य में दूसरी बड़ी चुनौती वीरभद्र के बराबर कद का कोई दूसरा चेहरा नहीं होना है। इसीलिए वीरभद्र के खिलाफ सीबीआई से जुड़े मामलों के बावजूद राहुल गांधी ने इसी हफ्ते मंडी की जनसभा में उन्हें सातवीं पारी के लिए कांग्रेस का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया। उपाध्यक्ष के तौर पर पार्टी के संचालन की कमान पूरी तरह अपने हाथ में लेने के बाद वीरभद्र को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने का राहुल का यह तीसरा प्रयोग है।

इससे पूर्व पंजाब चुनाव में राहुल ने कैप्टन अमरिंदर को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाने का एलान कुछ इसी तरह किया था। जबकि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले शीला दीक्षित को सीएम उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया गया मगर यह सिरे नहीं चढ़ा। क्योंकि सपा और कांग्रेस के बीच चुनावी गठबंधन में पार्टी ने शीला की उम्मीदवारी वापस ले ली थी।

अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस की ही नहीं समूचे विपक्ष की नजर गुजरात पर लगी है। इस लिहाज से गुजरात का चुनाव राहुल के लिए महासंग्राम से कम नहीं है।
कांग्रेस दो दशक के सत्ता विरोधी मिजाज के साथ गुजरात में इस बार नरेंद्र मोदी के सीधे मैदान में नहीं होने की वजह से अपनी कामयाबी की संभावना देख रही है। कांग्रेस यह उम्मीद भी कर रही है कि जीडीपी की दर में गिरावट की वजह से देश में आए आर्थिक ठहराव के दौर का सियासी फायदा भी उसे मिलेगा।

मध्यप्रदेश में वैट कम करने से पेट्रोल 1.62,डीज़ल 3.94 रुपए सस्ता Attack News 

भोपाल 13 अक्टूबर । आज वित्तमंत्री जयंत मलैया ने सीएम शिवराज सिंह से मुलाकात के बाद बताया कि, सरकार ने डीजल पर 5 फीसदी और पेट्रोल पर तीन फीसदी वैट कम करने का फैसला लिया है।

          दरअसल, लगातार दबाव के चलते देश में पेट्रोलियम पदार्थों पर सबसे ज्यादा टैक्स वसूलने वाली सरकार को वैट कम करने का फैसला लेना पड़ा है। ये फैसला 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजे से लागू होगा। 

            पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने भी वैट में कटौती की है, इससे पहले गुजरात और महाराष्ट्र ने वैट घटाया था, शिवराज सरकार ने पेट्रोल पर 3 फीसदी तो डीजल पर 5 फीसदी वैट घटाया है, हिमाचल प्रदेश भी वैट घटा चुकी है।

           सीएम शिवराज सिंह से उनके आवास पर मुलाकात के बाद वित्तमंत्री जयंत मलैया ने एलान किया है कि पेट्रोल पर 3 फीसदी और डीजल पर 5 फीसदी वैट कम करने का फैसला लिया गया है। अनुमान है कि इसके बाद प्रदेश में पेट्रोल 1.62 रुपए, डीजल के दाम 3.94 रुपए कम हो जाएगा।
The Govt. of Madhya Pradesh has decided to cut down 3% VAT on petrol & 5% VAT on diesel.

— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) October 13, 2017

           डीजल पर 5 प्रतिशत वैट कम होने से वर्तमान कीमत 59.37 प्रति लीटर हो जाएगा और पेट्रोल पर 31 प्रतिशत वैट से 3 फीसदी वैट कम होने से कीमत 73.13 हो जाएगी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भोपाल बैठक में रोहिंग्या और केरल हत्याओं पर चर्चा Attack News 

          भोपाल 13 अक्टूबर । शारदा विहार आवासीय विद्यालय में चल रही संघ की 3 दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक का आज दूसरा दिन है। जिसमें आज केरल में संघ-भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और रोहिंग्या मुसलमानों पर चर्चा हुई।
           संघ के सूत्रों के मुताबिक, अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ की पूर्व और आगामी 6 माह की कार्ययोजना पर चर्चा के साथ ही देश के वर्तमान हालातों और समस्याओं पर भी विचार विमर्श हो रहा है। आज केरल में संघ-भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और रोहिंग्या मुसलमानों के विषय पर भी चर्चा हुई।
          सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में देश के अन्य हिस्सों के साथ केरल व पश्चिम बंगाल से भी कार्यकर्ता आए हैं। केरल में कार्यकर्ताओं और रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति का ब्यौरा दिया गया है। संघ कोई राजनीतिक संगठन नहीं है, यह सामाजिक संगठन है, जो देश और समाज के लिए काम करता है। इस वजह से सम सामायिक विषयों पर भी नजर रखता है। यही कारण है कि इस समय देश के इन दोनों मुद्दों के साथ अन्य अहम मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
           इस बैठक में 11 क्षेत्रों के अधिकारी और 42 प्रांतों के प्रचारक हिस्सा ले रहे हैं। कुल मिलाकर बैठक में 350 प्रतिनिधियों की उपस्थिति है। इनमें अखिल भारतीय पदाधिकारी, क्षेत्रों एवं प्रांतों के संघचालक, कार्यवाहक, प्रचारक शामिल हैं। यहां बताना लाजिमी होगा कि केरल से भाजपा के कार्यकर्ता इन दिनों भोपाल आए हैं। उन्होंने  भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान से भी मुलाकात की थी। साथ ही उन्होंने चौहान को वहां के हालात से अवगत कराया था।

सेंधवा में जज के सामने गोली मारने वाले को पुलिस ने लिया रिमांड पर Attack News 

बड़वानी 13 अक्टूबर। सेंधवा कोर्ट रूम में जज के सामने गोलीकांड मामले में आरोपी सुरेश उर्फ बब्बू को पुलिस ने प्रथम क्षेणी न्यायधीश के सामने पेश किया है। फिलहाल आरोपी 15 तक पुलिस रिमांड पर रखा गया है।
गौरतलब है, कि गतदिवस सेंधवा न्यायालय परिसर में 2008 में हुए संजय झंवर हत्याकांड मामले में इंदौर जेल से पेशी के लिए लाए गए दो मुलजिमों गोपाल जोशी और संतोष शुक्ला पर न्यायालय के कक्ष में जज के सामने अधाधुंध गोलियां चलाकर किसी आरोपी द्वारा दोनों को गंभीर घायल किया गया था, हथकड़ी लगे इन दोनों मुलजिमों को गोली मारने वाले आरोपी बब्बू उर्फ सुरेश पिता अशोक को तत्काल वहां मौजूद एक हेड कांस्टेबल कोर्ट मुंशी थान सिंह चौहान द्वारा सजगता दिखाते हुए पकड़ लिया था जिसके बाद उसे पुलिस कस्टडी में रखा गया था।

इस जानलेवा हमले के बाद दोनों मुलजिम कल दिनभर निजी अस्पताल में सेंधवा में इलाज होने के पश्चात धूलिया भर्ती कराए गए थे, कल से पुलिस गिरफ्त में आरोपी बब्बू को आज सेंधवा न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पुलिस को न्यायाधीश द्वारा आरोपी की रिमांड दी गई है ।पुलिस द्वारा मामले में पूछताछ कर विस्तृत जांच की जाएगी पुलिस के मुताबिक हो भी सकता है कि अन्य लोग इसमें शामिल हो परंतु अभी कुछ भी तब तक नहीं कहा जा सकता जब तक कि आरोपी द्वारा कोई भी खुलासा नहीं किया जाए।

आज जब सेंधवा न्यायालय में इस आरोपी को पेश किया जाना था तो उसके पहले से पुलिस ने सजगता दिखाते हुए एसडीओपी सेंधवा भीम सिंह मारवाल के निर्देशन में भारी मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी थी न्यायालय परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, शहर थाना प्रभारी ग्रामीण थाना प्रभारी समेत जिले का भारी मात्रा में पुलिस बल कई थाना प्रभारियों समिति यहां पर मुस्तैद नजर आया।

भोपाल से मुंबई तक जुड़ा है हवाला कारोबार,80 लाख के साथ दो गिरफ्तार

भोपाल 13 अक्टूबर । मंगलवारा पुलिस ने दो हवाला कारोबारियों को 80 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया है। जो भोपाल से मुंबई पैसा ले जाने की फिराक में थे, पर मुखबिर की सूचना से दोनों आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस अब हवाला कारोबार के तार जोडने में जुटी है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगी।
थाना प्रभारी सुदेश तिवारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजधानी के ईदगाह हिल्स निवासी रामानंद और अशोक हवाला कारोबार से जुड़े हैं और हवाला से जुड़े 80 लाख रुपए मुंबई में रहने वाले हवाला करोबारी को देने जा रहे हैं। सूचना की तस्दीक कर पुलिस ने दोनों को पंजाबी कालोनी ईदगाह हिल्स के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को आरोपियों के पास से 80 लाख रुपए नगद बरामद भी हुए हैं। बरामद रकम में 500 रुपए के नए नोट शामिल हैं।
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि वह हवाला के पैसों की डिलीवरी करने का काम करते हैं। भोपाल से 80 लाख की रकम मुंबई के हरीश नामक हवाला करोबारी को देने जा रहे थे। फिलहाल पुलिस हवाला कारोबार के तार जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेकर और भी पूछताछ की जाएगी।

जयभान सिंह पवैय्या के बंगले को कांग्रेसियो ने घेरा,प्राचार्य के निलंबन मामले ने पकड़ा तूल Attack News 

            ग्वालियर 12 अक्टूबर । अशोक नगर जिले के मुंगावली में गणेश शंकर विद्यार्थी कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार को निलंबित किए जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ग्वालियर में एक सैकड़ा से अधिक कांग्रेसियों ने उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह के बंगले का घेराव कर दिया।
           इस बीच पुलिस और कांग्रेसियों में तीखी झड़प हुई। साथ ही पुलिस ने कांग्रेसियों को जयभान सिंह पवैया के बंगले से खदड़ने में बल का प्रयोग किया है जिसमें महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष कमलेश कौरव की पुलिस कर्मियों से झूमा झटकी हो गई। जिसके बाद पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में 50 से ज्यादा कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया है।
           दरअसल, मुंगावली के जिस गणेश शंकर विद्यार्थी शासकीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को संबोधित करने के लिए कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य पहुंचे थे जिसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार को बुधवार निलंबित कर दिया था। जिस पर कांग्रेसियों का आरोप था कि जयभान सिंह पवैया ने प्राचार्य बीएल अहिरवार का बिना पक्ष जाने उन्हें निलंबित कर दिया है जो भी उनकी मानसिकता को उजागार करता है।

           वहीं गणेश शंकर विद्यार्थी कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार ने साफ कर दिया है उनके कॉलेज मे किसी भी तरह का राजनैतिक प्रोग्राम नही हुआ है बल्कि ज्योतिरादित्य ने अपनी सांसद नीधि से तीन लाख रुपये कॉलेज को दिए हैं। लेकिन सरकार ने बिना पक्ष जाने निलंबित कर दिया है। जिससे जाहिर होता है कि कमजोर व्यक्ति को सुनना नहीं चाहता है। अहिरवार ने कहा है कि अगर उन्हें न्याय नही मिला तो वह कोर्ट की शरण लेंगे।

          इस मामले में कांग्रेस नेता मुन्नालाल गोयल ने आरोप लगाया है कि सरकार की गलत नीतियां हैं, बिना पक्ष जाने एक दलित प्राचार्य को जयभान सिंह पवैया ने निलंबित कर दिया है जिससे जाहिर होता है, कि उनकी सोच दलित विरोधी है। 

भोपाल में आरएसएस ने कहा,जय शाह मामले की जांच होनी चाहिये लेकिन आरोप लगाने वाले पहले उसे साबित करें Attack News 

भोपाल 12 अक्टूबर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक शारदा विहार में हुई। जिसमें अमित शाह के बेटे जय शाह का मुद्दा छाया रहा, आरएसएस के होसबोले ने कहा कि आरोपों की जांच होगी, लेकिन पहले उन्हें साबित किया जाए।
तीन दिनों तक होने वाली राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की बैठक में जहां संघ के पिछले कामकाज की समीक्षा की जाएगी, वहीं आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई जाएगी। बैठक में अमित शाह पर लग रहे आरोपों का मुद्दा भी गर्माया रहा । दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि आरोपों की जांच होनी चाहिए लेकिन पहले आरोप लगाने वाले इन्हें साबित करें।

दत्तात्रेय होसबोले भोपाल में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक के कार्यक्रम और रूपरेखा पर चर्चा करने आए थे, लेकिन ज्यादा समय वो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर लग रहे आरोपों को लेकर सवाल-जबाब में उलझे रहे।

बैठक के एंजेडा पर चर्चा करते हुए संघ के दत्तात्रेय होसबोले ने बताया कि इस बैठक में कोई राजनैतिक चर्चा नहीं होगी। नोटबंदी और जीएसटी पर भी चर्चा नहीं होगी।
संघ कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले पर दत्तात्रेय बोले कि जो वैचारिक दृष्टि से हार गए, वो अपने बचाव में संघ कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोग देश की शांति भंग करना चाहते हैं। बंग्लादेशी घुसपैठ और रोहिंग्या मामले पर बैठक में चर्चा को लेकर होसबोले का कहना है कि पहले इस विषय पर हम चर्चा कर चुके हैं और भी चर्चा कर सकते हैं।

दत्तात्रेय होसबोले ने बताया कि इस बैठक में हम जून से लेकर अक्टूबर तक हुए कामकाज की समीक्षा करेंगे। आगामी प्रतिनिधि सभा की योजना और 3 साल (2021) तक की कार्ययोजना कार्यकारी मंडल की बैठक में बनेगी। दत्तात्रेय ने कहा समाज संक्रमण काल से गुजर रहा है, इसलिए जरूरी है कि स्वस्थ संवाद हो। उन्होंने कहा कि परिवार में शांति है तो पूरे राष्ट्र में शांति है। इसीलिए अब संघ परिवारों के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, ताकि परिवार बच्चों को संस्कार के बारे में बताया जा सके। इन तमाम मुद्दों पर बैठक में चर्चा होगी, और कई बड़े आयोजनों की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
होसबोले ने कहा कि संघ को आज 90 साल से ज्यादा हो गए है, लेकिन ऊर्जा आज भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि संघ में स्वयंसेवकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 20 से 35 साल के उम्र के तकनीक से लैस युवा संघ की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। आज देश में संघ की 53 हजार से अधिक शाखाएं हैं। ‘जॉइन आरएसएस’ कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में लोग आरएसएस में शामिल हुए हैं।

मुकुल राय बोले- ममता बनर्जी के कहने पर उन्होंने कई बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सम्पर्क किया Attack News 

कोलकाता 12 अक्टूबर : आखिरकार मुकुल रॉय ने राज्यसभा और तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने के बाद मुकुल रॉय ने तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पर जमकर प्रहार किये. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी सुविधाभोगी हैं. उन्होंने कहा, ‘हमलोग पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं, किसी व्यक्ति विशेष के नौकर नहीं.’

उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंपने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राॅय ने अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस छोड़ने का एलान किया. संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘काफी दुख और वेदना के साथ मैंने इस्तीफा दिया है. मजबूर होकर मुझे इस्तीफा देना पड़ा.’

दीदी की पोल खोलने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक पार्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के कहने पर ही उन्होंने कई बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) संपर्क किया. ममता बनर्जी का नाम लिये बगैर मुकुल ने उन्हें सुविधाभोगी करार दिया.
कहा, ‘चुनाव आयोग के पास तृणमूल कांग्रेस के लिए मैंने ही आवेदन किया था. 17 दिसंबर, 1997 को मेरे आवेदन पर तृणमूल कांग्रेस का पंजीकरण हुआ था. पंजीकरण मेरे नाम से आया था. ममता बनर्जी को कांग्रेस ने निष्कासित किया, तो उन्होंने मेरे नेतृत्व में तृणमूल की सदस्यता ली. 1998 में भाजपा के साथ तृणमूल कांग्रेस ने गंठबंधन किया था.’
उन्होंने कहा कि ममता जब रेल मंत्री बनीं, तब तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांप्रदायिक पार्टी नहीं है. वर्ष 2007 तक भाजपा के साथ थी तृणमूल कांग्रेस. ममता बनर्जी के निर्देश पर ही उन्होंने RSS से संपर्क किया था.
उन्होंने कहा, ‘हमलोग पार्टी के कार्यकर्ता हैं, किसी के नौकर नहीं हैं. जहां तक मेरा सवाल है, तो मेरे आरएसएस, भाजपा समेत तमाम पार्टियों के नेताओं के साथ बेहतर संबंध हैं. किस पार्टी में जाऊंगा, अभी तय नहीं है.’
मुकुल रॉय ने कहा कि छह महीने पहले ही उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया था. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अरुण जेटली, कैलाश विजयवर्गीय से उनके मधुर रिश्ते हैं. उनके साथ बातचीत चल रही है. पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी से भी उनके अच्छे संबंध हैं.
मुकुल ने कहा कि नारदा और सारधा मामले में पार्टी की कोई भूमिका नहीं है. जो भी आरोपी हैं, व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने लगातार आठ घंटे तक उनसे पूछताछ की. पूरी जानकारी ली. कहा, ‘मैंने देश के कानून का सम्मान किया. किसी भी जांच एजेंसी को सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं.’
उन्होंने तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी को फिर बच्चा लड़का कहकर उनकी चुटकी ली. कहा कि उनको इतिहास के बारे में कुछ नहीं मालूम. वहीं, पार्थ चटर्जी ने कहा कि मुकुल रॉय का कोई जनाधार नहीं है. अच्छा हुआ पार्टी से चले गये. अब तृणमूल कांग्रेस के लोग चैन की सांस लेंगे.

उधर प्रदेश कांग्रेस नेता अधीर रायचौधरी ने कहा है कि मुकुल राय का पार्टी छोड़ना तृणमूल कांग्रेस के लिए एक जख्म जैसा है. समय के साथ यह जख्म नासूर बन जायेगा. मुकुल के तृणमूल कांग्रेस और राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने के मसले पर कांग्रेस नेता ने तृणमूल पर कटाक्ष किया. उन्होंने उम्मीद जतायी कि भविष्य में और कई बड़े नेता तृणमूल कांग्रेस छोड़ देंगे.

अधीर ने कहा कि मुकुल के पार्टी छोड़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस के पर्दे के पीछे के कई राज खुलेंगे. मुकुल राॅय के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना से संबंधित प्रश्न पर श्री चौधरी ने कहा कि यदि वह पार्टी में आने की इच्छा जताते हैं, तो इस पर फैसला पार्टी नेतृत्व ही लेगा. रही बात मुकुल राॅय से उनकी मुलाकात की, तो वह औपचारिक थी. मुकुल से उनके घरेलू संबंध हैं. कांग्रेस में शामिल होने के मुद्दे पर उन दोनों में कोई चर्चा नहीं हुई.

श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रशासनिक फेरबदल Attack News 

ज्जैन 11 अक्टूबर। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रभारी प्रशासक एवं अनुविभागीय अधिकारी उज्जैन श्री क्षितिज शर्मा ने महाकाल मन्दिर में कार्य सुविधा की दृष्टि से मन्दिर के 49 सेवकों का कार्य विभाजन आदेश जारी कर दिया है।

मंदिर गर्भगृह में गर्भगृह निरीक्षक का दायित्व श्री रितेश शर्मा को सौंपा है। श्री रवि देवधर को स्वकार्य के अतिरिक्त विक्रम कीर्ति मन्दिर की व्यवस्था का कार्य भी देखेंगे। श्री विपिन एरन को स्वकार्य के अतिरिक्त मानदेय का कार्य सौंपा गया है। श्री राजकुमार सिंह को स्वकार्य के अतिरिक्त सुरक्षा एवं मन्दिर की फेसबुक अपडेट करने का कार्य सौंपा है।
आदेश के तहत श्री निरंजन जूनवाल को वाहन शाखा प्रभारी के कार्य के अतिरिक्त श्री रवि देवधर के स्थान पर भेंटपेटी सम्बन्धी कार्य सौंपा गया है। श्री सत्येन्द्र ठाकुर को स्वकार्य के साथ-साथ नल से सम्बन्धित कार्यों की नस्तियों का संधारण व उसके संचालन का कार्य सौंपा है। श्री बालकृष्ण रायकवार को नल सम्बन्धी समस्त जानकारी श्री सत्येन्द्रसिंह ठाकुर के माध्यम से प्रेषित करने के दायित्व सौंपा है। श्री नवीन शर्मा को सफाई निरीक्षक एवं परिसर में हो रहे अभिषेक पूजन की रसीद काटने का कार्य तथा गर्भगृह में प्रवेश बन्द के दौरान 1500 रूपये की रसीद काटने का कार्य सौंपा है। श्री प्रवीण शंभुदयाल शर्मा को कंट्रोल रूम व्यवस्था एवं समस्त चाबियों का संधारण रखने का दायित्व सौंपा गया है। श्री दीपेश प्रजापत को स्टोर शाखा एवं स्टेशनरी व्यवस्था का दायित्व सौंपा है। श्रीमती ममता शर्मा को जूना महाकाल पर प्रसाद काउंटर पर तैनात किया गया है। श्री सुरेश मोरे, श्री महेश तिलवे, श्री दलवीर मोरे को सामान्य जूता स्टेण्ड के जूता प्रदाय स्थल पर तैनात किया गया है। इसी तरह श्री अनमोल शर्मा, श्री पवन यादव एवं श्री ओमप्रकाश जाल को जूता प्राप्ति स्थल पर सामान्य जूता स्टेण्ड पर अपनी ड्यूटी देंगे। श्री रमेश वाघमारे, श्री सन्नी तोमर एवं श्री सोनू तिलवे को पुलिस चैकी जूता स्टेण्ड पर तैनात किया गया है। श्री विनोद जोशी एवं श्री हीरासिंह पंवार को फेसिलिटी सेन्टर पर बने अभिषेक भेंट काउंटर पर ड्यूटी देंगे।

इसी प्रकार श्री बृजमोहन पाराशर को मन्दिर पुलिस चौकी के पास प्रसाद काउंटर पर तैनात किया गया है। श्री गजेन्द्रसिंह तोमर को संजीवनी काउंटर के पास फोटो-चांदी के सिक्के विक्रय काउंटर पर भेजा गया है। श्री प्रहलाद भावसार एवं श्री अशोक कोरेकर को गर्भगृह में लाईन चलाने का कार्य सौंपा गया है। श्री आशीष शर्मा एवं श्री अशोक ठोमरे रात्रिकालीन भस्म आरती की व्यवस्था देखेंगे। श्री निर्मल सांखला आईटी शाखा की व्यवस्था का कार्य सौंपा है। श्रीमती कमला शर्मा को सभा मण्डप में प्याऊ पर तैनात किया गया है। श्रीमती मंगला घाटगे झिकझेक में बनी प्याऊ की व्यवस्था देखेंगी। श्री मिलिन्द उपाध्याय को रवि शर्मा के स्थान पर रिलीवर का कार्य एवं शेष दिवस कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। श्री अनिल लश्करी एवं श्री मिथिलेश शर्मा को प्रसाद काउंटर पर महिलाओं के चार-चार दिवस के अवकाश में काउंटर की व्यवस्था देखेंगे। श्री दिनेश धानुक को जनरल क्लॉकरूम की व्यवस्था का प्रभार सौंपा है। श्री अखिल खंडेलवाल जनरल क्लॉकरूम व्यवस्था देखेंगे और निर्देशित किया गया है कि विक्रम कीर्ति मन्दिर से सम्बन्धित समस्त नस्तियां एवं दायरा पंजी रवि देवधर के सुपुर्द करने को कहा है। श्री संजीव श्रीवास्तव जनरल क्लॉकरूम की व्यवस्था, श्री रवि शर्मा, श्री मनीष शर्मा, श्री सुभाष व्यास को वीआईपी क्लॉकरूम की व्यवस्था का प्रभार सौंपा है। श्री घनश्याम हाड़ा, श्री संतोष पाठक, श्री पिंटू राठौर, श्री कमलेश सिसौदिया, श्री मोहनीश गरूड़ और श्री लखन सेन को लड्डू प्रसाद सप्लाई की व्यवस्था का कार्य देखेंगे। श्री सीके शास्त्री कंट्रोल रूम में रहकर कार्यालय के निर्देश अनुसार व्यवस्था अनुरूप कार्य करेंगे। श्री अनिल लश्करी एवं श्री मिथिलेश शर्मा को प्रसाद काउंटर महिलाओं के चार-चार दिवस के अवकाश में काउंटर की व्यवस्थाओं का प्रभार सौंपा गया है। उक्त आदेश 11 अक्टूबर से प्रभावशील हो गया है। उक्त मन्दिर के सेवकों के ड्यूटी आदेश में दिये गये समय अनुसार अपनी-अपनी सेवाएं पूर्ण ईमानदारी एवं कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ देंगे।

मध्यप्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में फिर टल गई सुनवाई Attack News 

नई दिल्ली 11 अक्टूबर। मध्यप्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण के मामले में आज फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई। इससे पहले 10 अक्टूबर, 2 फरवरी और 21 फरवरी को भी सुनवाई टली थी। इसी साल 25 जनवरी को सुनवाई होनी थी। लेकिन अभी तक नहीं हो सकी है।
दरअसल, सरकार के वकील हरीश साल्वे सुप्रीम कोर्ट में नहीं पहुंचे थे, जिसकी वजह से सुनवाई टल गई थी। कल भी इस मसले पर सुनवाई टल गई थी। इससे पहले भी दो बार पदोन्नति में आरक्षण पर सुनवाई टली थी।

गौरतलब है कि 2002 में तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण को लागू किया था। जो वर्तमान शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने भी लागू कर रखा है। लेकिन इस फैसले को जबलपुर हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार के इस फैसले को निरस्त कर दिया था। हाईकोर्ट के फैसले को अब मध्यप्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग की पत्नी के साथ यौन संबंधों को अपराध करार दिया Attack News

नयी दिल्ली, 11 अक्तूबर । उच्चतम न्यायालय ने 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग की नाबालिग पत्नी के साथ यौन संबंध बनाने को आज अपराध करार देते हुए कहा कि बलात्कार कानून मनमाना है और यह संविधान का उल्लंघन है।

बलात्कार के अपराध को परिभाषित करने वाली भारतीय दंड संहिता की धारा 375 में एक अपवाद धारा है जो कहती है कि यदि पत्नी की आयु 15 वर्ष से कम नहीं है तो उसके साथ पति द्वारा यौन संबंध बनाया जाना बलात्कार की श्रेणी में नहीं आता। जबकि अपनी सहमति देने की उम्र 18 वर्ष तय है।

शीर्ष न्यायालय ने कहा कि बलात्कार संबंधी कानून में अपवाद अन्य अधिनियमों के सिद्धांतों के प्रति विरोधाभासी है और यह बालिका के, अपने शरीर पर उसके खुद के संपूर्ण अधिकार और स्व निर्णय के अधिकार का उल्लंघन है।

न्यायमूर्ति मदन बी. लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने देश में बाल विवाह की परंपराओं पर भी चिंता जतायी। पीठ ने कहा कि संसद द्वारा सामाजिक न्याय का कानून जिस भावना से बनाया गया, उसे उसी रूप में लागू नहीं किया गया।

पीठ ने स्पष्ट किया कि वह वैवाहिक बलात्कार के मुद्दे का निपटारा नहीं कर रही है, क्योंकि संबंधित पक्षों में से किसी ने यह मामला उसके समक्ष नहीं उठाया है।

न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता ने न्यायमूर्ति लोकूर के निर्णय से सहमति व्यक्त की लेकिन उन्होंने अलग से लिखे अपने फैसले में कहा कि सभी कानूनों में विवाह की आयु 18 वर्ष है और भारतीय दंड संहिता के तहत बलात्कार संबंधी कानून में दी गयी छूट या अपवाद ‘‘एकपक्षीय, मनमाना है और बालिका के अधिकारों का उल्लंघन करता है।’’ शीर्ष न्यायालय ने कहा कि यह अपवाद संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 21 का उल्लंघन है।

न्यायालय ने केन्द्र और राज्यों की सरकारों से कहा कि बाल विवाह रोकने की दिशा में वह अग्रसक्रिय कदम उठाएं।

पीठ ने अक्षय तृतीया के अवसर पर हजारों की संख्या में होने वाले बाल विवाह पर भी सवाल उठाया।

कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वायुसेना के 2 कमांडो शहीद,लस्कर के 2 आतंकवादियों को मार गिराया Attack News 

श्रीनगर, 11 अक्तूबर ।जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा जिले में आतंकवादियों के साथ आज मुठभेड़ में वायुसेना के दो गरुड़ कमांडो शहीद हो गए। इसमें लश्कर ए तैयबा के दो आतंकी भी मारे गए।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद आज तड़के सुरक्षाबलों ने बांदीपुरा जिले के हाजिन इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया।

इस बीच, आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी और फिर मुठभेड़ शुरू हो गई।

उन्होंने बताया कि गरुड़ कमांडो प्रशिक्षण एवं अनुभव के लिए अभियान का हिस्सा थे। मुठभेड़ में वे घायल हो गए।

घायल दोनों कमांडो को यहां 92 बेस अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।उनकी पहचान सार्जेंट मिलिंद किशोर और कॉरपोरल नीलेश कुमार के रूप में हुई है।

अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में अब तक दो आतंकी मारे गए हैं। मारे गए आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े थे। उनकी पहचान अली उर्फ अबू माज और नसरुल्ला मीर के रूप में हुई है। माज पाकिस्तानी आतंकी था और मीर स्थानीय आतंकी था।

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी वेद ने बताया कि ये आतंकी कई आतंकी हमलों में शामिल थे जिनमें सुरक्षाबलों के जवान और आम लोग मारे गए हैं।

वेद ने कहा, ‘‘ सुरक्षाबलों के लिए यह एक बड़ी सफलता है।’’