इंदौर में 40 करोड़ से ज्यादा का घोटाला करने वाला फरार शराब ठेकेदार गिरफ्तार Attack News 

इंदौर 15 अक्टूबर। 40 करोड़ रुपये से अधिक के आबकारी घोटाले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने एक और फरार शराब ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है। शराब व्यवसायी केस दर्ज होने के बाद से फरार चल रहा था।

पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। पकड़े गए ठेकेदार ने फर्जी चालान के जरिए एक करोड़ 43 लाख 83 हजार रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाया है। क्राइम ब्रांच और एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम) ने सूचना मिलने के बाद फरार शराब ठेकेदार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी असप्रीत सिंह लुबाना को टीम ने पकड़ा है।

सूचना मिली थी कि आरोपी हैदराबाद के बेगम बाजार इलाके में घूम रहा है। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि फरारी के लिए शहर छोड़कर पहले मुंबई भाग गया था। इसके बाद कुछ समय पूणे में रहा, वहां से कुछ वक्त गुजरात में समय बिताने के बाद हैदराबाद पहुंच गया था। दरअसल, जिले के 16 शराब कारोबारियों के खिलाफ करीब डेढ़ महीने पहले रावजी बाजार पुलिस ने आबकारी विभाग की पहल के बाद एक्साइज ड्यूटी की हेराफेरी करने के अपराध में केस दर्ज किया था, जिसके बाद से आरोपी फरार चल रहे थे।

पुलिस की टीम ने इसके पहले तीन शराब ठेकेदारों को पकड़ा था। यही नहीं ठेकेदारों की फरारी के दौरान आर्थिक सहयोग करने वाले चार अन्य लोगों को भी सहयोगी मानते हुए पकड़ा गया था। पकड़े गए शराब ठेकेदार असप्रीत सिंह ने फर्जी चालान के जरिए शासन को एक करोड़ 43 लाख 83 हजार रुपये का नुकसान पहुंचाया है। एएसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में इस ठेकेदार ने पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड राजू दशवंत और अंश त्रिवेदी को बताया है।

जानकारी के मुताबिक इस ठेकेदार की गवली पालिसया समूह की तीन दुकाने थीं, जिनमें एक दुकान का संचालन आबकारी विभाग के दबाव में राजू दशवंत कर रहा था। घाटे की इस दुकान के फर्जी चालान बनाकर ट्रेजरी विभाग में कम राशि जमा करके चालान में ज्यादा राशि दिखाकर फर्जीवाड़ा किया गया है। सवाल यह है कि अब तक जितने शराब ठेकेदार पकड़े गए हैं, सभी ने पूरे घाटाले का मास्टरमाइंड राजू दशवंत और अंश त्रिवेदी को बताया है। लेकिन उसके बाद भी पुलिस मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास करने के बजाय ठेकेदारों को पकड़ में जुटी हुई है।

यहां तक कि पकड़े गए सभी ठेकेदारों ने घोटाले के दौरान अस्सिटेंट कमीश्नर रहे संजीव दुबे की मिलीभगत की बात स्वीकारी है, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने संजीव दुबे या आबकारी विभाग के किसी अधिकारी से पूछताछ करने उचित नहीं समझा। यही नहीं मुख्य आरोपी राजू दशवंत की गिरफ्तारी नहीं होने के चलते हाल ही में शराब ठेकेदार अविनाश मंडलोई को कोर्ट ने जमानत दे दी।

सुधांशु महाराज को धोखाधड़ी मामले में मिली जमानत होगी रद्द,हाईकोर्ट में हुई याचिका पर सुनवाई Attack News 

इंदौर 15 अक्टूबर। 53 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले को लेकर सुधांशु महाराज के खिलाफ उनकी जमानत रद्द करने को लेकर एक याचिका उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में लगाई गई। इस याचिका पर सुनवाई की गई।

सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सुधांशु महाराज को 31 अक्टूबर तक जवाब पेश करने के निर्देश जारी किये। मामला 53 लाख रुपये के दान का है और दान लेते समय सुधांशु महाराज ने संस्था विश्व जाग्रति मिशन के 12 A रजिस्टेशन सर्टिफिकेट और 80 G के सर्टिफिकेट दानदाता एमपी मानसिंगा को दिखाए और दान प्राप्त कर लिया था, जिसके बाद दानदाता द्वारा जब इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट में विश्व जागृति मिशन के 12 A और 80 G के सर्टिफिकेट लगाए तो वो फर्जी पाए गए।

इस मामले को लेकर एमपी मानसिंगा ने शाजापुर में प्रकरण दर्ज करवाया और शाजापुर की ट्रायल कोर्ट में प्रकरण विचाराधीन है और फिलहाल सुधांशु महाराज जमानत पर है और जमानत में यह शर्त उल्लेखित है कि जब भी सुधांशु महाराज और अन्य अभियुक्त विदेश यात्रा करेंगे तो शाजापुर कोर्ट और विपक्षी पक्ष वकील को लिखित में जानकारी देंगे।

इस बीच उन्होंने करीब छह विदेश यात्राएं की और तीन बार ही विपक्ष के वकील को सूचित किया था, इस मामले को लेकर एमपी मानसिगा ने सुधांशु महाराज की जमानत रद्द करने की याचिका इंदौर हाईकोट में लगाई गई है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को की जाएगी। हालांकि यह बात भी सामने आयी थी कि राम रहीम के मामले में फैसला आने के बाद से सुधांशु महाराज विदेश यात्रा पर गए थे।

जयभान सिंह पवैय्या प्राचार्य निलंबन मामले पर बोले,ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश की राजनीति को हिंसक रूप देना चाहते हैं Attack News 

ग्वालियर 15 अक्टूबर। अशोकनगर जिले के मुंगावली तहसील में सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल बीएल अहिरवार को निलंबित किए जाने का मामला फिलहाल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने सिंधिया पर हमला किया है।

जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि प्रजातंत्र में राजनीति की मर्यादाएं होती हैं लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश की राजनीति को हिंसक रूप देना चाहते हैं, मैं सिंधिया से कहना चाहता हूं, मेरे सब्र का इम्तिहान न लें क्योंकि मेरी रगों में महारणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान का खून है।

इसके साथ ही जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि मुंगावली में दलित प्राचार्य का मुद्दा नही है, बल्कि सिंधिया कांग्रेसी वफादरी दिखाने की होड़ में है, क्योंकि मुझे जो सबसे ज्यादा गाली देगा, प्रदर्शन करेगा वह सिंधिया का वफदार कहलाएंगा और उसे टिकट मिलेगा। बहरहाल जयभान सिंह बनाम सिंधिया की जुबानी बीते कई दिनों से जारी है।

आपको बता दें, कि बीते दिनों मुंगावली तहसील में गणेश शंकर विधार्थी कॉलेज के प्रिंसिपल बीएल अहिरवार को ये कहकर उच्च शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया था कि उन्होंने अपने कॉलेज में राजनैतिक कार्यक्रम सिंधिया की अगुवाई में कराया है। जिसको लेकर कांग्रेसी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा,कश्मीर समस्या कांग्रेस की देन Attack News 

भोपाल 15 अक्टूबर । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज गुजरात के भरुच जिले के अंकलेश्वर में गुजरात गौरव यात्रा में शामिल हुए। गुजरात के लोगों ने उनका अभूतपूर्व स्वागत किया। एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुये श्री चौहान ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात ने अभूतपूर्व विकास किया है। घोटाले करने वाली कांग्रेस को विकास नहीं दिखेगा। उन्होंने् कहा कि विकास देखने के लिये आंखें चाहिए। अंधो को विकास नहीं दिखता केवल आँख नहीं बुद्धि भी चाहिये। सोच-समझ भी चाहिए।

श्री चौहान ने लोगों से आग्रह किया है कि गुजरात को बदनाम करने वालों और गुजरात को विकास का मजाक उड़ाने वालों को सबक सिखायें। उन्होंने कहा कि गुजरात को बदनाम करने वालो को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।

कश्मीर समस्या के लिये कांग्रेस को जिम्मेदार बताते हुए श्री चौहान ने कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर का मामला पं. जवाहरलाल नेहरु ने सरदार पटेल को दे दिया होता तो आज जम्मू-कश्मीर की समस्या नहीं होती। उन्होंने कहा कि गुजरात की धरती पर तीन महापुरुषों ने जन्म लिया है- महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल और श्री नरेन्द्र मोदी जी। महात्मा गांधी केवल गुजरात के नहीं पूरी दुनिया के गौरव हैं। यदि वल्लभ भाई पटेल न होते तो भारत का वह स्वरूप भी नहीं होता जो आज है। श्री नरेन्द्र मोदी गुजरात ही नहीं भारत का गौरव विश्व में बढ़ा रहे हैं।

श्री चौहान ने कहा कि गुजरात में कपास का उत्पादन चार गुना बढ़ गया है। मूंगफली का उत्पादन दोगुना हो गया है। फलों का उत्पादन चार गुना हो गया है। सब्जियों का उत्पादन छह गुना हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन की तुलना में 6000 मिल्क को-ऑपरेटिव सोसायटीज अधिक कार्य कर रही हैं। भाजपा के कार्यकाल में 50 नई यूनिर्वसिटी खुली हैं। कांग्रेस शासन में सिर्फ सात यूनिवर्सिटी होती थी। इंजीनियरिंग कॉलेजों में आज डेढ़ लाख सीटें हैं, जो पहले सिर्फ 8 हजार थीं। दो दशकों में गुजरात का बजट बढ़कर पौने दो लाख करोड़ रुपये हो गया है। वर्ष 1995-96 में गुजरात में प्रति व्यक्ति आय साढ़े तेरह हजार रुपये थी, जो कि आज 10 गुना बढ़ गई है। आज यह डेढ़ लाख रुपये प्रति व्यक्ति हो गई है। दो दशक पहले कांग्रेस के शासनकाल में गुजरात में सिर्फ, नौ हजार करोड़ रुपये का कृषि उत्पादन होता था। आज यह बढ़कर सवा लाख करोड़ रुपये का हो गया है। आज अनाज उत्पादन 47 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 63 लाख मीट्रिक टन हो गया है। विद्युत उत्पादन 36 हजार मेगा यूनिट से बढ़कर एक लाख से अधिक हो गया है। गुजरात का यह विकास राहुल गांधी को नहीं दिखेगा।

श्री चौहान ने कहा कि आदर्श सोसायटी घोटाला, कोयला घोटाला, कोयले की दलाली समरीन घोटाला, टूजी घोटाला और जीजाजी घोटाला करने वाली कांग्रेस विकास नहीं देख सकती। कांग्रेस ने हिन्दुस्तान को बर्बाद कर दिया था। कांग्रेस के समय गुजरात में केवल घोटाले होते थे। बिजली, पानी, सड़क, खेती सब बहुत खराब स्थिति में थे। सिर्फ दंगे होते थे और कर्फ्यू में समय बीतता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आज गुजरात शांति का टापू बन गया है। विकास का मॉडल बन गया है। कई राज्य गुजरात के विकास से प्रेरित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री मोदी जैसा प्रधानमंत्री इसके पहले देश में नहीं हुआ। आज पूरे विश्व में मोदीजी का मान-सम्मान है। उनके सशक्त नेतृत्व के ही कारण चीन को पीछे हटना पड़ा। किसी समय कांग्रेस के शासन में चीन का हमला हुआ और चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया। नेहरु जी प्रधानमंत्री थे उन्होंने विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के रहते कोई भी देश भारत की एक इंच जमीन भी नहीं ले सकता। उन्होंने दुश्मन की धरती पर घुसकर मारा और सर्जीकल स्ट्राईक की। आज जम्मू कश्मीर में पत्थर चलना बंद हो गये। जल्दी ही ऐसा ऐतिहासिक क्षण भी आयेगा जब जम्मू-कश्मीर शांति का टापू बन जायेगा।

प्रधानमंत्री ने 2022 तक सबको पक्का मकान देने की योजना बनायी है। हजारों बहनों का दर्द समझकर रसोई गैस देने की योजना बनायी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह की जोड़ी भारत को आगे ले जा रही है

स्वर्ण मंदिर के भीतर गुरुद्वारों की दीवारों पर ‘ खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लिख दिए Attack News 

अमृतसर, 15 अक्तूबर । शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति के कार्यालय तथा स्वर्ण मंदिर परिसर के भीतर स्थित अन्य गुरूद्वारों के दीवारों पर शरारती तत्वों ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद जनमत 2020’ के नारे लिख दिए हैं।

श्री दरबार साहब के गलियारा स्थित पुलिस चौकी प्रभारी सुखदेव सिंह ने बताया कि गुरदासपुर के गुरूद्वारा छोटा घल्लुघारा से संबंधित श्री दरबार साहब में घटे घटनाक्रम के पश्चात भय का माहौल पैदा करने के उदेश्य से कुछ समाज विरोधी तत्वों ने एसजीपीसी कार्यालय की दीवार के अतिरिक्त गलियारें में स्थित गुरूद्वारा बा टल साहब की दीवार, गुरूद्वारा बीबी कौलां साहब के गेट पर तथा अन्य कई स्थानों पर खालिस्तान जिंदावाद जनमत 2020 के नारे लिख दिए हैं।

श्री सिंह ने बताया कि उनके पास ऐसी शिकायतें आई हैं और मामला संगीन होने के कारण इस संबंध में कानूनी राय लेने के पश्चात अगली कार्रवाई की जाएगी।

ग्वालियर में कुलपति ले रहे हैं वेतन और पेंशन दोनों एक साथ Attack News 

ग्वालियर 14 अक्टूबर। राजमाता कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति पर पेंशन और तनख्वाह दोनों एक साथ लेने का आरोप लगा है। ये तथ्य शाजापुर के आरटीआई एक्टिविस्ट ने उजागर किया है। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एके सिंह इससे पहले दिल्ली में कृषि अनुसंधान केन्द्र में अधिकारी रहे हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा है कि कुलपति एके सिंह ने पेंशन और पगार एक साथ ली है। ये उन्होंने 2014 और 2016 के बीच राशि का आहरण किया है, लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि नियमानुसार पेंशन का कटोती उन्होंने करवाई है। आर्थिक अनियमित्ताओं के आरोपों को सरासर गलत बताया।

तत्कालीन फाइनेंस कंट्रोलर महक सिंह ने दोहरा आर्थिक लाभ लेने पर आपित्त लगाकर वीसी को ऐसा करने से मना भी किया था। लेकिन वीसी ने मनमर्जी चलाते हुए उनकी कोई बात नहीं सुनी। नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अनुचित लाभ लेते रहे।

वीसी के वेतन और पेंशन की जानकारी के लिए शाजापुर आरटीआई एक्टिविस्ट ने आरटीआई लगाई थी। प्रो. सिंह ने कृषि विवि से पूरा वेतन और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से पेंशन का भुगतान एक साथ लिया।

शिवराज सिंह चौहान ने वन-टू-वन चर्चा में विधायकों को लगाई फटकार Attack News

भोपाल 14 अक्टूबर। मिशन 2018 की चुनौती से निपटने के लिए सीएम शिवराज सिंह अब सख्ती के मूड में आ गए हैं। सीएम शिवराज सिंह ने आज से भाजपा के उन विधायकों से वन-टू-वन चर्चा की शुरूआत की है।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे विधायक जो अपने क्षेत्र की जनता को न तो सरकारी योजनाओं का लाभ दिला पा रहे हैं और न ही जनता और पार्टी उनसे खुश है से चर्चा की ।

शिवराज सिंह अगले तीन दिनों तक अलग-अलग इलाकों के विधायकों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास पर ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग के विधायकों से मुलाकात की। हर विधायक को सीएम शिवराज सिंह ने करीब 10 मिनिट का समय दिया।

सीएम ने जहां पार्टी और सरकार की नजर में विधायकों के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उनसे बात की, वहीं विधायकों की समस्याओं और कामकाज में आने वाली परेशानियों को समझा।

बताया जा रहा है कि सीएम ने वन-टू-वन में उन विधायकों को कामकाज सुधारने की सख्त हिदायत दी है,जो उनके पास मौजूद रिपोर्ट कार्ड में नॉन परफार्मर बताए गए हैं। सीएम शिवराज सिंह इन तीन दिनों में पार्टी के तमाम विधायकों से वन-टू-वन बात करेंगे।

वैसे तो इन विधायकों से वन-टू-वन बातचीत के बारे में सीएम शिवराज सिंह कई बार पहले कह चुके थे, लेकिन किसी न किसी कारण से वन-टू-वन टलता जा रहा था। अब जब मिशन 2018 के लिए कम वक्त बचा हुआ है, विपक्ष जहां आक्रमक हो रहा है और सरकार के साथ पार्टी की लोकप्रियता का ग्राफ भी गिरता जा रहा है। ऐसे में शिवराज सरकार अब किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती है।

पार्टी और सरकारी सूत्रों की मानें तो आज के वन-टू-वन में सीएम शिवराज सिंह ने विधायकों से उनके क्षेत्र के विकास का रोडमैप, बड़े निर्माण कार्य, प्रमुख योजनाओं के क्रियान्वय और भावांतर योजना के अलावा किसानों से जुड़ी समस्याओं और योजनाओं के बारे में चर्चा की। सीएम शिवराज सिंह ने विधायकों को क्षेत्र के किसानों के बीच जाने को कहा है। जिन विधायकों का रिपोर्ट कार्ड खराब बताया गया है, उन्हें कामकाज सुधारने की हिदायत दी गयी है।

आज के वन-टू-वन में ग्वालियर-चंबल संभाग और सागर संभाग के विधायकों से मुलाकात की है। आज सीएम शिवराज सिंह से वन टू वन के लिए हर विधायक के लिए 10 मिनट का समय दिया गया था। सीएम शिवराज सिंह दोपहर तक अपने आवास में विधायकों से मुलाकात करते रहे।  एक विधायक ने बताया है कि मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को किसानों के बीच पार्टी और सरकार की कम होती साख पर चिंता व्यक्त की है।

उन्होंने सभी विधायकों से किसानों से सतत संपर्क रखने, उनकी समस्याओं के निराकरण में मदद करने और किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कहा है। जिन विधायकों ने नौकरशाही से परेशानी की समस्या से सीएम को अवगत कराया है। सीएम शिवराज सिंह ने ऐसे अफसरों की नकेल कसे जाने या जरूरत पड़ने पर हटाए जाने का आश्वासन विधायकों को दिया है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा,आरक्षण में कमियों को दूर किया जाए Attack News

भोपाल 14 अक्टूबर।शारदा विहार में चल रही आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक के आखिरी दिन आज संघ सर कार्यवाह भैय्या जी जोशी मीडिया से मुखातिब हुए।

उन्होंने जहां रोहिंग्या मुसलमान के मुद्दे को गंभीर बताया वहीं आरक्षण का समर्थन किया, लेकिन कमियां दूर करने की बात कही।

भैय्या जी जोशी ने प्रेसवार्ता में रोहिंग्या मुसलमान के मसले पर चर्चा करते हुए कहा कि, रोहिंग्या मुसलमान एक गंभीर मुद्दा है। सबसे बडा सवाल ये है कि आखिर उन्हें म्यांमार से निष्कासित क्यों किया गया।

उन्होंने कहा कि कहीं किसी साजिश के तहत रोहिंग्या भारत में प्रवेश तो नहीं चाहते, इसलिए उनकी पृष्ठभूमि जाने बिना प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए।

उन्होनें कहा कि भारत में कश्मीर और हैदराबाद में सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुस्लमान रहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में निश्चित संख्या से ज्यादा बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए।

वहीं आरक्षण के मसले पर बात करते हुए भैय्या जी जोशी ने कहा कि संघ आरक्षण का समर्थक है। आरक्षण को तब तक चलना चाहिए, जब तक समाज को उसकी आवश्यकता है। आरक्षण पर किसी को शिकायत नहीं होना चाहिये। जिनको आरक्षण मिलता है, वो तय करें कि कब तक लाभ लेना है। लेकिन आरक्षण के कारण कर्मचारियों और अधिकारियों में भेदभाव नहीं होना चाहिए। आरक्षण की कमियां दूर की जानी चाहिए। वहीं प्रमोशन में आरक्षण के मासले पर भैय्या जी जोशी ने कुछ नहीं कहा।

वहीं अमित शाह के बेटे पर लग रहे आरोपों पर भैय्या जी जोशी ने कहा कि सिर्फ आरोप लगने से उन्हें सही मानने का कोई सवाल नहीं उठता। आरोप लगाने वालों को कोर्ट जाना चाहिए। और हम जांच क्यों करें।

आरएसएस ने प्रदूषण वाले पटाखों पर कोर्ट की रोक को सही ठहराया है। लेकिन भैय्या जी जोशी ने कहा है कि इस मामले में संतुलित तरीके से विचार करना जरूरी है। कई पटाखे ऐसे होते हैं जो प्रदूषण नहीं करते, उन पर रोक नहीं लगना चाहिए।

वहीं अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में संघ की आगामी तीन साल की कार्ययोजना तैयार की गई है। संघ आगामी समय में विशेष तौर पर किसान और युवाओं पर फोकस करेगा। किसानों के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं, किसानों को जैविक खेती की तरफ ध्यान देने की जरूरत है।

जेल से रिहा होते ही डॉ राजेश और नुपुर तलवार ने एक-एक सामान दान कर दिया Attack News 

गाजियाबाद 14 अक्टूबर .इलाहाबाद न्यायालय का निर्णय सुनते ही आरुषि-हेमराज हत्याकांड में सजा काट रहे तलवार दंपती के कारागार के बाहर आते ही आंखों में खुशी की लहर दौड़ गई.
यहां बिताए पलों में वह खो गए. तलवार दंपती ने अपना एक-एक समान दान में दे दिया. लेकिन जब नुपूर अपने वस्‍त्रों का दान कर रही थी तब महिला कैदियों ने एक सवाल किया, मेडम अब कब आएंगी. इस भावुक सवाल पर वह बिना कहे यह कह गईं की कभी अलविदा न कहना. उन्‍होंने महिला कैदियों और बच्‍चों से वादा किया कि वह उनसे मिलते आती रहेंगी व उनके लिए समान भी लाती रहेंगी.

डा। नुपूर तलवार ने करीब चार सालों की कैद के दौरान कारागार में जुटाई गईं सभी चीजें कारागारऔर बंदियों को दान कर दी. उनकी इस दरियादिली पर बंदियों ने भी खुशी का इजहार किया व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.

शुक्रवार को रिहाई की उम्मीद संजोए डा. नूपुर ने चिकित्सा संबंधी और अन्य कार्य नहीं किए. वह शुक्रवार दिन भर अपने सामान की पैकिंग में लगी रहीं. जबकि, डा। राजेश ने आम दिनों से अधिक बंदियों का इलाज किया.
शुक्रवार प्रातः काल उठने के बाद नूपुर तलवार ने अधिकतर समय पूजा, साथी बंदियों से वार्ताऔर अपने सामान की पैकिंग में बिताया.उधर, डा। राजेश अपने निर्धारित समय प्रातः काल 10 बजे डेंटल केयर पर आकर बैठ गए थे.
उनके जाने की सूचना पर शुक्रवार को आम दिनों की अपेक्षा अधिक संख्या में बंदी चेकअप के लिए पहुंचे. डा। राजेश ने 36 मरीजों का इलाजकिया. तलवार दंपति ने करीब 15 लाख रुपये खर्च कर कारागार में डेंटल केयर सेंटर बनाया था.
इसमें वह रोजाना अपने खर्च से बंदियों का इलाज करते थे. शुक्रवार को उन्होंने कारागार प्रशासन से बात कर महंगी डेंटल चेयर के साथ अन्य सभी मेडिकल उपकरण कारागार को दान कर दिए. करीब चार वर्ष की अवधि में डा। नूपुर ने कारागार में परिजनों से 113 अंग्रेजी के नॉवल मंगाए थे.
यह नॉवल भी उन्होंने कारागार की लाइब्रेरी को दान कर दिए. इसके साथ ही डा। नूपुर ने अपने करीब दो दर्जन से अधिक कपड़े भी अपनी बैरक में बंद महिला बंदियों को दान कर दिए. डा। राजेश के पास अधिक कपड़े नहीं थे, वह उन्होंने अपने कपड़े बैग में पैक कर लिए.

डा। नूपुर तलवार ने शुक्रवार को महिला बैरक में बंद बच्चों से वादा किया कि वह जल्द उनसे मिलने के लिए कारागार में आएंगी व उनके लिए कपड़े, किताबे और अन्य सामान लाएंगी.कारागार में करीब 33 बच्चें अपनी मां के साथ रहे रहे हैं.स्त्रियों को कपड़े दान करते हुए उनके बच्चों ने भी नूपुर से कपड़े मांगे थे. इस पर उन्होंने बच्चों से जल्द ही कपड़े लाने का वादा किया.

फैसला आने के बाद बाहर निकलने के बेताब तलवार दंपति दिन भी निर्णय की सर्टिफाइड कॉपी आने का इंतजार करते रहे. वह बार-बार कारागार प्रशासन से सर्टिफाइड कॉपी आने के बारे में पूछते रहे.कारागार प्रशासन ने उन्हें बताया कि सर्टिफाइड कॉपी आते ही उन्हें बरी कर दिया जाएगा.

तलवार दंपति ने बृहस्पतिवार को निर्णय आने के बाद बृहस्पतिवार रात का खाना नहीं खाया. वह रात में भी देरी से सोए व बैरक में बंद अन्य बंदियों से वार्ता करते रहे. शुक्रवार प्रातः काल रिहाई की उम्मीद में वह जल्दी उठ गए. दैनिक दिनचर्या के बाद उन्होंने योगा और व्यायाम किया व पूजा में बैठ गए.
इसके बाद उन्होंने नाश्ते में चाय और पाव खाया. डा। नूपुर अपनी बैरक में चली गईं व डा। राजेश क्लीनिक पर जाकर बैठ गए. दोपहर को उन्होंने लाइन में लगकर खाना लिया. खाने में दोपहर को उन्होंने दाल, सब्जी, रोटी और चावल खाए.

तलवार दंपति के कारागार से जाने के बाद भी कारागार में बना उनका डेंटल केयर सेंटर गुलजार रहेगा व इसका फायदा बंदियों को मिलता रहेगा.कारागार अस्पताल के सीएमएस डा। सुनील त्यागी ने बताया कि तलवार दंपति ने कारागार प्रशासन से वादा किया है कि वह हर 15वें दिन कारागार अस्पताल में विजिट करेंगे व बंदियों का चैकअप करेंगे.
इसके साथ ही मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज के चिकित्सक भी हफ्ते में दो बार डेंटल केयर की विजिट करेंगे. जो लोग आईटीएस के डॉक्टरों से इलाज कराना चाहते हैं वह उनसे उपचार करा सकते हैं व जो बंदी तलवार दंपति से इलाज कराने के इच्छुक होंगे उनकी सूची तैयार की जाएगी. इसके बाद डा। नूपुर और डा। राजेश तलवार की विजिट के दिन उनसे इलाज कराया जाएगा.

शत्रुघ्न सिन्हा बोले:मेरी 80 फीसदी पार्टी लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति के तौर पर चाहती थी

नई दिल्ली 14 अक्टूबर: प्रारंभ में राष्ट्रपति पद के लिए नामित किए गए बीजेपी के अनुभवी नेता लालकृष्ण आडवाणी के लिए मेहनत करने वाले बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने एक चैनल को बताया कि उन्होंने बीजेपी में इस मुद्दे पर बड़ी संख्या में लोगों से बात की थी.
सिन्हा ने कहा कि “मेरी 80 फीसदी पार्टी लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति के तौर पर चाहती थी.”
सिन्हा ने आडवाणी को अपना दोस्त, दार्शनिक, मार्गदर्शक, गुरु और अपना अंतिम नेता बताया. बीजेपी द्वारा रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए नामित किए जाने से कुछ हफ्तों पहले इस अभिनेता व राजनेता ने ट्विटर पर 89 वर्षीय पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी के समर्थन में एक अभियान चलाया था.
जब पूछा गया कि क्या आडवाणी ने अपनी पिच के बारे में सोचा, तो सिन्हा ने कहा “इस तरह नहीं, जिस तरह हमने योजना बनाई थी.”

71 वर्षीय शत्रुघ्न सिन्हा 2013 में आडवाणी के नेतृत्व में बने बीजेपी के उस समूह का हिस्सा थे जिसने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में न चुनने का पार्टी से आग्रह किया था. इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था और मोदी के नेतृत्व में 2014 के राष्ट्रीय चुनावों में बीजेपी को बड़ी जीत मिली. इसके कुछ समय बाद ही आडवाणी की पार्टी में सलाहकार की भूमिका समाप्त कर दी गई और वे औपचारिक मौजूदगी तक ही सीमित हो गए. इन हालात में पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा भी बीजेपी के अभियानों और महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से बाहर रखे जाने लगे. सिन्हा पार्टी में अपनी नीतियों के आलोचकों के साथ अक्सर जोरदार संघर्ष करते हैं और कहते हैं कि वे कभी भी बीजेपी नहीं छोड़ेंगे.

शत्रुघ्न ने कहा, “बीजेपी मेरी पहली, आखिरी और एक मात्र पार्टी है. मैंने इसे तब ज्वाइन किया था जब संसद में इसके केवल दो सांसद थे.” उन्होंने उन्हें अनदेखा किए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को परोक्ष रूप से निशाना बनाते हुए कहा कि अब है “टू मेन आर्मी.”

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि “मैंने कुछ हफ्ते पहले प्रधानमंत्री से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे समय नहीं दिया. हालांकि वह मेरे बेटे के विवाह के लिए आए थे, जिसके लिए मैं उनका बहुत आभारी हूं.”
उन्होंने यह भी याद किया कि दो साल पहले बिहार के चुनावों से पहले उन्होंने अमित शाह के साथ बैठक करने की कोशिश की थी क्योंकि उन्हें चुनाव अभियान के लिए नहीं कहा गया था. उन्होंने कहा “मैं केवल एक था जिससे प्रधानमंत्री या किसी ने नहीं पूछा. मेरे लिए प्रचार सिर्फ सोनाक्षी सिन्हा (उनकी बेटी और अभिनेत्री) ने किया और फिर भी मैं सबसे बड़े वोट शेयर के साथ जीता.”

शॉटगन कहे जाने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने उनके निर्वाचन क्षेत्र में होने वाले एक बड़े कार्यक्रम से उन्हें बाहर रखे जाने के मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है.

दिग्विजय सिंह ने धूप से बेहाल होकर लगा दी नर्मदा नदी में छलांग Attack News 

होशंगाबाद 14 अक्टूबर।  पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा शनिवार को उनकी  होशंगाबाद के सेठानी घाट से सिवनी ब्लॉक के लिए निकली। दिन में सूरज की तेज तपन की धूप से बेहाल दिग्विजय सिंह ने नर्मदा नदी में छलांग लगाई और खुद को तरोताजा किया। इसके बाद उन्होंने पत्नी अमृता के साथ पूजा-पाठ की और आगे की यात्रा के लिए रवान हो गए। 

          इसके पहले भी उनकी नर्मदा यात्रा का यह दौर चर्चाओं में  है। कभी नदी के कीचड़ से गुजरे तो कभी बोरी बांध बनाकर कार्यकर्ताओं ने उनको नदी पार कराया। फिर करवाचौथ पर उनका व्रत चर्चा में रहा तो भाई और भतीजे के झांझ मजीरे बजाने के दृश्य ने हर किसी को रोमांचित किया। उनकी यात्रा शनिवार को डोंगरवाड़ा, तालनगरी होते हुए सिवनी ब्लॉक पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम रहेगा।

           शुक्रवार को यात्रा का होशंगाबाद में जगह-जगह स्वागत किया गया।  दो दर्जन से अधिक स्थानों पर जोरदार स्वागत किया गया। यात्रा में बैंड-बाजे के साथ घुड़सवार भी चले।  दस किलोमीटर की यह यात्रा सात घंटे में पूरी हुई। बांद्राभान से सुबह नौ बजे रवाना हुई यात्रा दस किलोमीटर का फासला तय कर शाम करीब चार बजे सेठानी घाट पहुंची। इसके बाद दिग्विजय ने शाम को नर्मदा के सेठानी घाट पर महाआरती की। यात्रा मदरसा पर भी रूकी, जहां मुस्लिम समुदाय ने स्वागत किया। राजपूत समाज से लेकर शहर में कई जगह परिक्रमा वासियों को हार-फूल से स्वागत किया गया।

           भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा  यात्रा में शामिल हुए और उनके पूरे परिवार ने दिग्विजय सिंह, उनकी पत्नी अमृता सिंह और भाई लक्ष्मण सिंह का स्वागत किया। पूर्व विधायक  शर्मा अपने बेटे के साथ सुबह ही बांद्राभान पहुंच गए थे। इसके बाद बेटे, पत्नी ने दिग्विजय सिंह और उनके परिवार को घर बुलाकर स्वागत किया। उन्हें नर्मदा से जुड़ी जानकारियां भी दी। इस दौरान उनके बड़े भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा भी मौजूद थे। यात्रा में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, पूर्व विधायक राजकुमार पटेल, पीसी शर्मा, पारस सखलेचा सहित सैकड़ों कांग्रेसी शामिल रहे। बांद्राभान में कलेक्टर अविनाश लवानिया, एसपी अरविंद सक्सेना ने भी दिग्विजय सिंह से भेंट की।

ममता बनर्जी सरकार द्वारा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के सुप्रीमों बिमल गुरंग को मरवाने की साजिश Attack News 

दार्जिलिंग,14 अक्टूबर । गोरखा जनमुक्ति मोर्चा(जीजेएम) ने ममता बनर्जी सरकार पर जीजेएम सुप्रीमो बिमल गुरुंग को खत्म कर देने के लिए ‘साजिश’ रचने का आरोप लगाया है, जीजेएम ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को कल लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पृथक राज्य की मांग के आंदोलन को समाप्त करने के लिए गुरुंग को खत्म कर देना चाहती है।
जीजेएम ने केन्द्र सरकार से तत्काल त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित करने और उसमें भाग लेने के लिए श्री गुरुंग को आमंत्रित करने की मांग की है।
गोरखा प्रांतीय प्रशासन(जीटीए) और जीजेएम की केन्द्रीय समिति के सदस्य लोपसांग लामा ने श्री सिंह को पत्र लिख कर कहा है कि राज्य सरकार पर्वतीय इलाके में चल रहे पृथक राज्य की मांग के आंदोलन को रुकवाने के लिए केन्द्रीय बलों के साथ अपनी पुलिस के माध्यम से गुरुंग को मरवा देना चाहती है।

देश के 10 निजी और 10 सरकारी विश्वविद्यालयों को विश्व स्तरीय बनाने का लक्ष्य:प्रधानमंत्री मोदी 

पटना 14 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सभी विश्वविद्यालयों को विश्व स्तरीय बनने के वास्ते आपसी प्रतिस्पर्धा कर केन्द्र सरकार की उस योजना का लाभ उठाने के लिए उत्साहित किया जिसके तहत इसके लिए अगले पांच वर्ष में 20 चयनित विश्वविद्यालयों को 10 हजार करोड़ रूपये दिये जायेंगे।
श्री मोदी ने यहां पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय पूरे विश्व को ज्ञान अर्जन के लिए आकर्षित करने वाले भारत का एक भी विश्वविद्यालय अब विश्व की 500 शीर्ष संस्थानों में शामिल नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देश के 10 निजी और 10 सरकारी विश्वविद्यालयों को विश्व स्तरीय बनाने का लक्ष्य रखा है।

सिवनी में पेंच टाइगर रिजर्व में एक ओर बाघ की संदेहास्पद मौत Attack News 

सिवनी 13 अक्टूबर। पेंच टाइगर रिजर्व में फिर एक बाघ की मौत हो गई है। एक महीने के अंदर ये दूसरे बाघ की मौत हुई है। कुछ दिन पहले एक शावक की मौत हुई थी और आज फिर कर्माझिरी रेंज के देव सर्कल में गश्ती दल को बाघ का शव मिला है।
घटना के संबंध में पूर्व की तरह ही पार्क प्रबन्धन प्राथमिक रूप से अन्य बाघ से संघर्ष होने में बाघ की जान जाने की आशंका जता रहा है। वहीं लगातार एक महीने के अंदर दो बाघों की मौत ने एक बार फिर पार्क प्रबन्धन की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पार्क प्रबंधन के मुताबिक बताया जा रहा है कि बाघ के मृत होने की सूचना मिलने के बाद घटना स्थल की जांच मेटल डिटेक्टर एवं डॉग स्क्वॉड के माध्यम से कराई गई। जिसमें शिकार किए जाने जैसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं, बल्कि जांच के दौरान अन्य बाघ के पदचिन्ह एवं कुदेरने, घसीटने के साक्ष्य पाए गए हैं।

वहीं मृत बाघ के शरीर पर घाव के निशान मिले हैं, जिसे देखकर पार्क प्रबन्धन द्वारा किसी अन्य वयस्क बाघ द्वारा बाघ को मारने की आशंका जाहिर की जा रही है। एक बार फिर बाघ की मौत होने से प्रबन्धन पर सवाल खड़े होना शुरू हो गये है।

इंदौर के एक निजी स्कूल में पहली कक्षा के छात्र को टीचर ने बेरहमी से पीटा Attack News

इंदौर 13 अक्टूबर। शहर स्थित एक निजी स्कूल की टीचर पर पहली कक्षा के छात्र के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। इंग्लिश का होमवर्क गंदी राइटिंग में लिखने के कारण छात्र को स्कूल में पीटा गया। वहीं स्कूल प्रबंधन ने टीचर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया।
बाद में मजबूरन परिजनों को पुलिस में शिकायत करनी पड़ी। पुलिस छात्र का मेडिकल करवा कर मामले की जांच में जुट गयी है।
घटना एमआईजी थाना क्षेत्र स्थित साउथ कैनरा एजुकेशन एकेडमी स्कूल की है, जहां पहली कक्षा के एक छात्र ने अपने पिता के साथ थाने में पहुंच कर शिकायत की है।
छात्र के मुताबिक बुधवार को जब वो तीन दिन की छुट्टी के बाद स्कूल पहुंचा तो इंग्लिश की टीचर ने उसके साथ मारपीट कर दी। छात्र ने बताया कि वह बिमारी के चलते तीन दिन स्कूल नहीं गया था।

छात्र के पिता ने बताया कि गुरूवार को स्कूल जाने पर टीचर ने इंग्लिश की कॉपी दिखाने को बोला, होमवर्क खराब रायटिंग में होने के कारण टीचर ने पहले उसको डांटा और बाद में स्केल से गर्दन पर जोर से मार दिया। बच्चे के गाल पर भी टीचर ने थप्पड़ मारा था। परिजनों ने जब बच्चे की शिकायत के बाद डॉक्टर से जांच कराई तो पता चला की पिटाई के कारण गर्दन की नस दब गयी, जिसके कारण बच्चे के पूरे शरीर में रिएक्शन हो गया है।

जांच अधिकारी रणसिंह चौहान ने बताया कि परिजन छात्र के साथ टीचर की शिकायत करने स्कूल भी गए। स्कूल की प्रिंसिपल ने पहले तो घटना से इंकार कर दिया, लेकिन बाद में टीचर की गलती स्वीकार कर ली। उसके बाद भी टीचर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बात से नाराज छात्र के परिजनों ने शिकायत की है। बच्चे का मेडिकल करवाने के बाद मामले की जांच आगे बढ़ाई जाएगी।