रिजर्व बैंक ने कहा- आधार कार्ड को बैंक खातों से जोड़ना अनिवार्य नहीं Attack News 

मुंबई 21 अक्टूबर ।भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक खातों से आधार लिंक करने की अनिवार्यता को लेकर बड़ा खुलासा किया है।

आरबीआई ने एक आरटीआई के जवाब में में कहा है कि उनकी ओर से इस तरह का आदेश नहीं दिया गया है। बैंक खाते को आधार से जोड़ने का आदेश केंद्र सरकार का है।

आरटीआई कार्यकर्ता की अर्जी के जवाब में आरबीआई ने कहा कि केंद्र सरकार ने 1 जून 2017 को गजट नोटिफिकेशन क्रमांक जीएसआर 538 (ई) जारी किया था। इसमें बैंक खाता खोलने के लिए आधार और पैन कोर्ड को अनिवार्य बनाया गया है। इसमें रिजर्व बैंक की कोई भूमिका नहीं है।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आधार का इस्‍तेमाल 6 योजना तक ही सीमित रखने के लिए कहा है, जबकि केंद्र सरकार ने अपनी 50 योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार अनिवार्य बना दिया है।

आरटीआई के तहत मिले जवाब में यह पता चला है कि आरबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में बैंक खातों से आधार को जोड़ना जरुरी बनाने के लिए कोई याचिका दाखिल नहीं की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने अक्‍टूबर 2015 के अपने फैसले में कहा था कि आधार कार्ड योजना की पूरी तरह से वॉलिंटरी है और यह कभी आवश्‍यक नहीं हो सकती है।

कालेधन को रोकने के लिए लोगों के आधार में जुड़ी तमाम तरह की सूचनाओं को बैंक और पैन खातों से जोड़ने की खातिर सरकार की ओर से जारी गजट अधिसूचना जीएसआर 538 (ई) को सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्‍लंघन माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी बोले-बाबा केदारनाथ को आपदा के बाद पुनर्निर्माण का कार्य मुझसे ही करवाना था Attack News 

केदारनाथ. 20 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारपुरी के निर्माण का संकल्प व्यक्त करते हुए आज कहा कि उन्होंने केदारनाथ में आई आपदा के बाद गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए इस क्षेत्र का पुनर्निर्माण कराने की पेशकश की थी, लेकिन उत्तराखंड की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसके लिए मना कर दिया था।

श्री मोदी ने केदारनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना के बाद पांच पुनर्निर्माण परियोजनाओं का शिलान्यास करने के पश्चात् एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “बाबा केदारनाथ को आपदा के बाद पुनर्निर्माण का कार्य मुझसे ही करवाना था और आज उन्होंने मुझे यह अवसर दिया है।

उन्होंने कहा कि 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने उत्तराखंड की तत्कालीन राज्य सरकार से आग्रह किया था कि उनकी सरकार इस क्षेत्र का पुनर्निर्माण करान चाहती है।

शिवराज सिंह चौहान – साधना सिंह ने मुख्यमंत्री निवास में की गोवर्धन पूजा Attack News 

         भोपाल 20 अक्टूबर। सीएम शिवराज सिंह ने हर साल की तरह इस साल भी गोवर्धन पूजा का आयोजन सीएम हाउस पर किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधना सिंह ने परम्परा अनुसार गोवर्धन पूजा की।
          इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि गोवर्धन पूजा की परंपरा प्रकृति आराधना करने की परंपरा है। प्रकृति के प्रति आदर और आभार व्यक्त करने का पर्व है। पहाड़ों, नदियों, पेड़-पौधों, वनस्पतियों को पूजने का संस्कार है। गोवर्धन पर्व पर्यावरण की रक्षा की प्रेरणा देता है। प्रकृति के शोषण की बजाय दोहन करें। शोषण से जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं पैदा होती है।
            गौ-धन और गोवर्धन पूजा कर आज कन्हैया से यही प्रार्थना की कि हे राधे सब पर अपनी कृपा दृष्टि सदैव बनाये रखना। — ShivrajSingh Chouhan(@ChouhanShivraj) October 20, 2017

           गौ-धन और गोवर्धन पूजा कर आज कन्हैया से यही प्रार्थना की है कि, हे राधे सब पर अपनी कृपा दृष्टि सदैव बनाये रखना। प्रकृति जीवन का और गौमाता हमारी आर्थिक समृद्धि का आधार है। गोवर्धन पूजा की परंपरा प्रकृति आराधना करने की परंपरा है।

          प्रकृति जीवन का और गौमाता हमारी आर्थिक समृद्धि का आधार है। गोवर्धन पूजा की परंपरा प्रकृति आराधना करने की परंपरा है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2017

             गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति आदर और आभार व्यक्त करने का पर्व है। पहाड़ों, नदियों, पेड़-पौधों, वनस्पतियों को पूजने का संस्कार है। प्रकृति के बगैर जीवन नहीं चल सकता है। इनमें और मनुष्यों में एक ही चेतना है। हजारों साल पहले ऋषियों ने पर्यावरण बचाने की परिकल्पना की थी।

         गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति आदर और आभार व्यक्त करने का पर्व है। पहाड़ों, नदियों, पेड़, पौधों, वनस्पतियों को पूजने का संस्कार है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2017

           गोवर्धन पर्व पर्यावरण की रक्षा की प्रेरणा देता है। प्रकृति के शोषण की बजाय दोहन करें। शोषण से जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं पैदा होती है।

          हमारी संस्कृति में गौ-माता श्रद्धा ही नहीं, समृद्धि का भी मजबूत आधार हैं। मुझे इनकी सेवा और सानिध्य से नव ऊर्जा, उत्साह की अनुभूति होती है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2017

            हमारी संस्कृति में गौ-माता श्रद्धा ही नहीं, समृद्धि का भी मजबूत आधार हैं। मुझे इनकी सेवा और सानिध्य से नव ऊर्जा, उत्साह की अनुभूति होती है।

दिग्विजय सिंह-अमृता सिंह ने बाबा बजरंग दास के आश्रम में मनाई दीपावली Attack News

भोपाल 20 अक्टूबर। मां नर्मदा की 6 महीने और 3300 किलोमीटर लंबी परिक्रमा पर निकले दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमृता सिंह हर त्योहार परिक्रमा पथ में पड़ने वाले गांवों में ही मना रहे हैं। लिहाजा दीपावली का त्योहार भी दोनों ने बाबा बजरंगदास के आश्रम में मनाया।

कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पत्नी अमृता सिंह के साथ बाबा बजरंगदास के आश्रम में दीपों के उत्सव दीपावली का त्यौहार मनाया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक और श्रद्धालु मौजूद रहे।

मां रेवा के दक्षिण तट पर चिचोट खेड़ा नामक स्थान पर बाबा बजरंग दास ने पर्णकुटी स्थापित कर मां नर्मदा की तपस्या शुरू की थी। इसी कुटिया में 13 फरवरी 1979 को 108 वर्ष की अवस्था में बाबा बजरंग दास ने महासमाधि ली थी।

स्थानीय लोगों के मुताबिक बाबा के चमत्कार और औषधियों ने इलाके के कई लोगों को नया जीवनदान दिया था। बाबा की तपोस्थली चिचोट कुटी में दीपावली मनाने को दिग्विजय ने अपना सौभाग्य बताया।

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह की घोषणा, छतरपुर में अपराधियों की गोली से मारे गए आरक्षक का अंतिम संस्कार ससम्मान होगा 

सागर 20 अक्टूबर। छतरपुर में बदमाशों को पकड़ने के दौरान जान गंवाने वाले आरक्षक बालमुकुंद के मामले में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने एलान किया है कि, आरक्षक का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपियों के पास कट्टा होने के बावजूद आरक्षक ने बहादुरी से उनका सामना किया। गृहमंत्री ने कहा कि आरक्षक ने ड्यूटी के दौरान बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी जान गंवाई है, और आरक्षक का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

 

साथ ही गृहमंत्री ने एलान किया कि नियमों के तहत सरकार की तरफ से आरक्षक के परिवार को हर सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। साथ ही उन्होंने भरोसा दिया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल छतरपुर में दीपावली की रात दो आरोपियों के कट्टा लेकर घूमने की सूचना पर आरक्षक आरोपियों को पकड़ने पहुंचा था। इसी दौरान आरोपियों ने आरक्षक बालमुकुंद पर फायर कर दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई थी।

सिवनी में स्वाईन फ्लू से वनपाल की मौत,प्रदेश में अब तक 80 से अधिक की मौत 

           सिवनी 20 अक्टूबर । मध्यप्रदेश में आज एक और स्वाइन फ्लू के मरीज की मौत हो गई। सिवनी में पिछले दो महीने में अब तक 5 लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि कुरई ब्लॉक में मिले स्वाइन फ्लू के मरीज दिनेश सनोडिया की इलाज के दौरान मौत हो गई।
         जानकारी के मुताबिक, मृतक कुरई वन विभाग में वनपाल के पद पर पदस्थ था और पैथोलॉजी लैब में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद उसका इलाज नागपुर के निजी अस्पताल में चल रहा था। आज सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं जिले में लगातार हो रही स्वाइन फ्लू से मौत के मामलों में स्वास्थ विभाग ने चुप्पी साध रखी है।
           गौरलब है कि प्रदेश में अब तक 80 से अधिक मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू के चलते हो चुकी है।

साॅलिसीटर जनरल रंजीत कुमार ने त्यागपत्र दे दिया 

नई दिल्ली 20 अक्टूबर। वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार ने ‘निजी कारणों से’ सॉलिसीटर जनरल पद से इस्तीफा दे दिया है। यह देश का दूसरा सबसे वरिष्ठ विधि अधिकारी का पद है। विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के कार्यालय को रंजीत कुमार का त्याग पत्र शुक्रवार को मिला। रंजीत कुमार ने सॉलिसीटर जनरल पद से इस्तीफा देने की पुष्टि की।

मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद जून 2014 में रंजीत कुमार को सॉलिसीटर जनरल नियुक्त किया गया था। सॉलिसीटर जनरल के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल हाल ही में शुरू हुआ था। कुछ महीने पहले यह चर्चा थी कि उच्चतम न्यायालय की कॉलेजियम शीर्ष अदालत के न्यायाधीश पद के लिये उनके नाम पर विचार कर रही है।

अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल भारत सरकार का पक्ष विभिन्न अदालतों में रखते हैं। रंजीत कुमार गुजरात सरकार के वकील रह चुके हैं और कई मामलों में पक्ष रख चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रंजीत कुमार बिजी शेड्यूल की वजह से परिवार को वक्त नहीं दे पा रहे थे अब वो अपनी फैमिली के साथ समय बिताएंगे।

हाल ही में, वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने अटॉर्नी जनरल के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सरकार को लिखे पत्र में कहा था कि अटॉर्नी जनरल के रूप में दूसरे कार्यकाल में उनकी दिलचस्पी नहीं है। रोहतगी के इस्तीफे के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता के के वेणुगोपाल को नया अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था।

चित्रकूट उप चुनाव के लिये भाजपा की बैठक में प्रत्याशी का फैसला नहीं हो सका 

भोपाल 18 अक्टूबर । चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी को लेकर आज प्रेदश चुनाव समिति की बैठक हुई। लेकन बैठक में प्रत्याशी के नाम पर कोई फैसला नहीं हो सका। इसका कारण विधानसभा उपचुनाव के लिए दावेदारों की संख्या ज़्यादा होना बताया जा रहा है। हांलाकि प्रदेश अध्यक्ष ने दस दावेदारों के नाम पर विचार विमर्श की बात कही,उन्होंने दो तीन दिन बाद केंद्रीय चुनाव समिति को प्रत्याशियों का पैनल तैयार कर भेजने की बात कही।

प्रदेश भाजपा कार्यालय दीनदयाल परिसर में आज हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में चित्रकूट उपचुनाव के प्रत्याशी चयन पर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि 10 दावेदारों के नाम पर चर्चा हुई है लेकिन किसी भी प्रत्याशी के नाम पर सहमति नहीं बन सकी। वहीं चुनाव समिति की बैठक के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि चुनाव समिति की बैठक में दस नाम आए थे। इन सभी नामों पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। अगले दो से तीन दिन में उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया जाएगा।

बताया जा रहा है ​कि पार्टी प्रत्याशियों का फीडबैक लेकर उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेगी। बैठक में चित्रकूट विधानसभा के संभावित उम्मीदवारों के तौर पर कृष्ण मिश्र, पन्नालाल अवस्थी, शंकर दयाल त्रिपाठी, रामनाथ मिश्रा, डॉक्टर हर्ष नारायण सिंह बघेल, चंद्र कमल त्रिपाठी, सुरेंद्र सिंह गहरवार, सुभाष शर्मा डोली, रत्नाकर चतुर्वेदी, नंदिता पाठक के नामों पर विमर्श किया गया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल आदि नेता मौजूद रहे।

दिग्विजय सिंह के दामाद भवानी सिंह ने ठेका दिलाने के नाम पर ली   1 करोड़ से अधिक की रिश्वत Attack News 

           बेंगलूरू 18 अक्टूबर । कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के दामाद भवानी सिंह के खिलाफ बेंगलूरू की एक अदालत में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। यह केस बालाजी इलेक्ट्रिकल्स की शिकायत पर दर्ज हुआ है। भवानी ने ठेका दिलाने के बहाने 1.15 करोड़ रुपए रिश्वत ली थी ।
         बालाजी इलेक्ट्रिकल्स ने ये आरोप लगाते हुए केस दायर किया है कि जिस समय दिग्विजय सिंह कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी थे, उस समय उनके दामाद भवानी सिंह ने बालाजी इलेक्ट्रिकल्स को ठेका दिलाने का भरोसा दिलाया था, जिसकी एवज में भवानी सिंह ने 1.15 करोड़ रुपए घूस लिया था, लेकिन बालाजी इलेक्ट्रिकल्स को न काम मिला और न ही पैसा वापस मिला।

           बालाजी इलेक्ट्रिकल्स के मुताबिक, दबाव बनाने पर भवानी सिंह ने 55 लाख रुपए का एक चेक दिया।फिर 35 लाख का एक चेक दिया।अंत में 25 लाख का एक और चेक दिया।

          दरअसल, बालाजी इलेक्ट्रिकल्स को चेक तो मिल गया, लेकिन बैंक में लगाने पर पता चला कि जिस खाते का चेक दिया गया था, उसमें पैसा ही नहीं है, जिसकी सूचना उन्होंने भवानी सिंह को अपने वकील के माध्यम से दिलाई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट में भवानी सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दायर किया है।

           हालांकि तीनों चेकों पर दो और एक दिन का अंतर करके तारीख दी गयी थी। सभी चेक इसी साल के जुलाई माह की 15, 18 और 20 तारीख को दिए गए थे।

मध्यप्रदेश में भाईदूज से “आओ भैया तुम्हे सैर कराऊॅ”पिंक ड्राइविंग लाइसेंस अभियान

         भोपाल अक्टूबर ।महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की बालिकाओं और महिलाओं के लिये नि:शुल्क ड्रायविंग लायसेंस बनाने का प्रावधान किया गया है। इसका लाभ उठाते हुए बालिकाएँ और महिलाएँ अधिकारपूर्वक दोपहिया और चार पहिया वाहन चला सकें, इसके लिए प्रदेश में परिवहन, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभाग तथा महिला सशक्तिकरण संचालनालय द्वारा पिंक ड्रायविंग लायसेंस बनाने के लिये विशेष कैम्पों का आयोजन किया जायेगा। लायसेंस बनवाने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘आओ भैया तुम्हें सैर कराऊँ’ की टैग लाइन से भाईदूज से अभियान चलाया जायेगा। यह कैम्प महाविद्यालयों, शालाओं, नगर निगम, नगर पालिका तथा विकासखण्ड स्तर पर आयोजित किये जायेंगे। 

           श्रीमती चिटनिस ने आज इस संबंध में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री बी.आर. नायडू, प्रमुख सचिव परिवहन श्री एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी तथा आयुक्त महिला सशक्तिकरण श्रीमती जयश्री कियावत उपस्थित थीं।
          श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बढ़ते शहरीकरण के कारण महिलाओं की मोबिलिएटी की दृष्टि से वाहन परिचालन के लिये उन्हें सरलतापूर्वक लायसेंस उपलब्ध कराना जरूरी है। इससे विधि अनुसार कार्य करने की प्रवृत्ति के साथ-साथ वाहन परिचालन का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। अस्थायी ड्रायविंग लायसेंस छह माह की अवधि के लिये बनाया जाता है। इस अवधि में प्रदेश में विद्यमान 94 ड्रायविंग प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से बालिकाओं-महिलाओं को ड्रायविंग प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके बाद परिवहन विभाग विशेष अभियान चलाकर नियमित लायसेंस उपलब्ध करायेगा।

           इससे महिलाएँ वाहन चालन को व्यवसायिक रूप से अपनाने के लिये भी प्रेरित होंगी। इसके लिये ऑपरेशन ड्रायविंग शौर्या को अभियान के रूप में चलाया जायेगा। यह अभियान एक नवंबर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च, 2018 तक जारी रहेगा।

मध्यप्रदेश शासन के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा;लोकायुक्त की नियुक्ति अधिनियम के अनुसार Attack News 

भोपाल 17 अक्टूबर ।मध्यप्रदेश लोकायुक्त अधिनियम 1981 का पूरी तरह पालन करते हुए लोकायुक्त के पद पर नियुक्ति हुई है। 

अधिनियम के सेक्शन 3(1)(अ) के अनुसार लोकायुक्त की नियुक्ति हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और नेता प्रतिपक्ष से विमर्श के बाद होना चाहिए, जो इस प्रकरण में हुआ है। 

अधिनियम के सेक्शन 3(2)(अ) के अनुसार हाईकोर्ट जज के पद पर रहा हुआ व्यक्ति लोकायुक्त के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। इस तरह अधिनियम के अनुसार इस नियुक्ति में कोई भी असंगत बात नहीं है।

जनसम्पर्क मंत्री और राज्य शासन के प्रवक्ता डॉ. नरोत्तम मिश्र ने स्पष्ट किया है कि लोकायुक्त की नियुक्ति नियमों के तहत ही की गई है।

जबलपुर में पुलिस सिपाही ने फांसी लगाकर की आत्महत्या 

जबलपुर, 17 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित सिविल लाइन थाने में पदस्थ सिपाही ने आज अपने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मूल रूप से छिंदवाडा जिला निवासी विक्रम जांगले (27) यहां सिविल लाइन थाने में पदस्थ था और पुलिस लाइन क्षेत्र में स्थित अपने सरकारी आवास में रहता था। दोपहर में सूचना मिली कि विक्रम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

केरल में दलित और हरिजन शब्दों के प्रयोग पर प्रतिबन्ध 

तिरुवनंतपुरम 17 अक्टूबर । केरल सरकार के पीआर विभाग ने सर्कुलर के जरिए सभी सरकारी पब्लिकेशन और सरकार की प्रचार-प्रसार सामग्री में ‘दलित’, ‘हरिजन’ शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की अपील की है।

केरल सरकार ने दलित और हरिजन शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। सरकार के पब्लिक रिलेशन विभाग ने दलित और हरिजन शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए सर्कुलर जारी किया है। पीआर विभाग ने एसटी/एससी कमिशन की एक सिफारिश का हवाला देते हुए नोटिस जारी किया है। पीआर विभाग ने सर्कुलर के जरिए सभी सरकारी पब्लिकेशन और सरकार की प्रचार-प्रसार सामग्री में ‘दलित’, ‘हरिजन’ शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की अपील की है।

पीआर विभाग का यह सर्कुलर सरकार और अन्य विभागों के बीच इन शब्दों पर बैन लगाने को लेकर चल रही चर्चा के बीच आया है। सर्कुलर में दलित/हरिजन शब्दों की जगह एससी/एसटी शब्द इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया है। 

एससी/एसटी कमिशन के सूत्रों का कहना है कि दलित और हरिजन शब्द के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सिफारिश उन सामाजिक भेदभाव को खत्म करने के लिए की गई थी जो आज भी कई जगहों पर हो रहे हैं।

वहीं दलित आंदोलनकारियों को सरकार का यह फैसला पसंद नहीं आया। उनका कहना है कि सरकार का यह कदम वह स्वीकार नहीं कर सकते, क्योंकि दलित शब्द उन्हें एक सामाजिक-राजनीतिक पहचान देता है। एक दलित आंदोलनकारी ने कहा, ‘सरकार इस तरह के मुद्दों में क्यों घुसना चाहती है।’ हालांकि इस मामले में अंतिम आदेश लोगों से बात करने के बाद ही आएगा।

प्रणव मुखर्जी ने कहा,नरेन्द्र मोदी के विचार बिल्कुल स्पष्ट है और उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं Attack News 

          नई दिल्ली 17  अक्टूबर । पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस चीज को हासिल करना चाहते हैं उसके लिए उनके पास स्पष्ट विचार हैं तथा दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करने की अछ्वुत क्षमता भी है।

           मुखर्जी ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, मोदी में दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करने की अनोखी क्षमता है। उनके विचार बिल्कुल स्पष्ट हैं और वह उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।

           उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाहर के होने के नाते मोदी का देश की राजधानी में रहकर पूरे देश को संभालने का काम आसान नहीं था। चूंकि वह एक राज्य के मुख्यमंत्री की पृष्ठभूमि से आते थे।

          पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि मोदी ने प्रशासन, विदेश नीति और पड़ोसी देशों के साथ भारत के रिश्तों की जटिलताओं के विभिन्न पहलुओं को बहुत जल्दी सीखा।

          मुखर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी उल्लेख किया , जिनके साथ उन्होंने नौ साल तक कार्य किया। उन्होंने कहा, वह मेरे लिए वह सबसे अच्छी थी …. यहां तक कि उनकी मृत्यु के 30 साल बाद भी कई भारतीय मानते हैं कि वे सबसे अच्छी थी।

मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक भर्ती में 25 प्रतिशत आरक्षण,आयु में 9 साल छूट

भोपाल 17 अक्टूबर। शिवराज कैबिनेट ने अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक भर्ती में 25 फीसदी आरक्षण देने का फैसला लिया है। हालांकि ये फायदा उन शिक्षकों को ही मिलेगा, जो 3 साल से अधिक समय तक अतिथि शिक्षक रह चुके हैं।

कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक भर्ती में 25 प्रतिशत का आरक्षण दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। अतिथि शिक्षकों को सरकार ने दिवाली का तोहफा दिया है। इसके अलावा अतिथि शिक्षकों को आयु सीमा में 9 साल की छूट भी मिलेगी।

इसके अलावा बैठक में सिंहस्थ ड्यूटी करने बाहर से आए अधिकारियों और कर्मचारियों को 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता देने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। सिंहस्थ मई-जून 2016 में हुआ था, तब सरकार ने बाहर के सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देना का फैसला लिया था।

वहीं बैठक में दलहन के उत्पादन में मूंग, उड़द और प्याज का तत्काल भुगतान किसानों को किए जाने, बॉयलर संचालनालय इंदौर के अंतर्गत स्थाई पदों को जारी रखने, खरमेर में मध्यम परियोजना के अंतर्गत बांध के डूब प्रभावितों के लिए 116.94 करोड़ के विशेष पैकेज की मंजूरी, रजिस्टार फर्म्स एवं संस्थाएं मध्यप्रदेश के अंतर्गत अस्थाई पदों की निरंतरता जारी रखने, पुराने पानी के स्रोतों के लिए 180 करोड़ रुपए की सुधार राशि मंजूर करने को मंजूरी मिली है। नर्मदापुरम संभाग में अपर आयुक्त पद सृजन का फैसला लिया गया है।