हमारी सरकार ने “सागरमाला”परियोजना और 106 राष्ट्रीय जल मार्गों की पहल शुरू की : प्रधानमंत्री मोदी Attack News

घोघा :गुजरात: 22 अक्तूबर : समुद्री तट को देश की उन्नति और समृद्धि का प्रवेश मार्ग बताते हुए प्रधाानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पिछले दशकों में केंद्र सरकारों ने समुद्री क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं दिया और जहाजरानी एवं बंदरगाह क्षेत्र भी उपेक्षित रहा । हमारी सरकार ने समुद्री क्षेत्र में सुधार एवं जल आधारभूत संरचना के विकास के लिये ‘‘सागरमाला’’ परियोजना और 106 राष्ट्रीय जल मार्गो के निर्माण का कार्य शुरू किया है।

भावनगर के घोघा और भरूच के दहेज के बीच 650 करोड़ रुपये की रोल-ऑन रोल ऑफ (रो-रो) फेरी सेवा के पहले चरण का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने देश के परिवहन क्षेत्र के असंतुलन को दूर करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाया है। नयी पोत परिवहन नीति और नयी विमानन नीति तैयार की है। छोटे छोटे हवाई अड्डों को सुधारने की पहल शुरू की है। इसके साथ ही अहमदाबाद और मुम्बई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य आगे बढ़ाया है।

पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार पर परोक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश में जलमार्गो के सस्ता होने के बावजूद पिछली सरकारों के दौरान आजादी के बाद से देश में मात्र 5 जलमार्ग थे। बंदरगाह और सरकारी कंपनियां घाटे में चल रही थी । अब हमारी सरकार के प्रयासों से स्थिति में सुधार आ रहा है।

मोदी ने कहा, ‘‘ ये सारे प्रयास देश को 21वीं सदी की परिवहन प्रणाली प्रदान करेंगे जो ‘न्यू इंडिया’ की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा । ’’ प्रधानमंत्री ने 45 मिनट से अधिक के संबोधन में अपने मुख्यमंत्रित्व काल और भाजपा सरकार के कार्यकाल में गुजरात के विकास की दिशा में उठाये गए कार्यो का बिन्दुवार ब्यौरा दिया ।

उन्होंने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भाजपा सरकार की विकास पहल को अपने संबोधन के केंद्र में रखा और ‘रो रो फेरी सर्विस’ को दूसरे राज्यों के लिये रोल मॉडल बताया । उन्होंने कहा कि प्रदेश एवं उनकी केंद्र सरकार की पहल से राज्य के विकास के साथ लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे ।

मोदी ने कहा, ‘‘ पिछले 15 वर्षो में गुजरात ने अपने बंदरगाहों की क्षमता में चार गुना वृद्धि की है। गुजरात का समुद्री मार्ग सामरिक महत्व का है जहां से दुनिया के किसी दूसरे क्षेत्र में जाना सस्ता और आसान है। गुजरात का नौवहन विकास पूरे देश के लिये आदर्श है। रो रो फेरी सर्विस दूसरे प्रदेशों के लिये रोल मॉडल का काम करेगा । हमने वर्षो तक दिक्कतों का अनुभव किया और फिर इसे देखते हुए कार्यक्रम तैयार किया । अब इसे अपनाने वाले राज्यों को उन दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा ।’’ उन्होंने कहा कि इससे रोजगार के अवसर बनेंगे ही, तटीय जहाजरानी और तटीय पर्यटन की दिशा में नये अवसर भी पैदा होंगे । 

केंद्र की मोदी सरकार में अल्पसंख्यकों को मिला 1651 करोड़ रुपये का रियायती ॠण Attack News 

नयी दिल्ली, 22 अक्तूबर । केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद पिछले साढ़े तीन वर्षों में अल्पसंख्यकों को स्व-रोजगार और शिक्षा से जुड़ी योजनाओं के लिए रियायती दर पर 1651 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण दिया गया और इससे 347,787 लोगों को लाभ मिला। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था ‘राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम’ :एनएमडीएफसी: की ओर से जारी ताजा आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।

उसके मुताबिक अप्रैल 2014 से 30 सितंबर 2017 तक कुल 347,787 लोगों को कुल मिलाकर 1651.46 करोड़ रुपये का रियायती ऋण मिला।

इन आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में 30 सितंबर तक देश भर में 44,344 लोगों को 243.65 करोड़ रुपये का रियायती ऋण प्रदान किया गया। एनएमडीएफसी का कहना है कि इस वित्त वर्ष में कुल 525 करोड़ रुपये का रियायती ऋण प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।

एनएमडीएफसी के आंकड़ों में कहा गया है कि साल 2014-15 में अल्पसंख्यकों को स्वरोजगार / आय सृजन एवं शिक्षा के मकसद से 431.20 करोड़ रुपये का रियायती ऋण दिया गया और इससे 108,752 लोगों को लाभ मिला।

इसी तरह वर्ष 2015-16 में एनएमडीएफसी की ओर से कुल 473.29 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया और 86,103 लोग लाभान्वित हुए।

वर्ष 2016-17 में 108,588 लाभार्थियों को कुल 503.32 करोड़ रुपये का रियायती ऋण दिया गया।

वर्तमान समय में एनएमडीएफसी की ओर से ऋण से जुड़ी तीन मुख्य योजनाएं चल रही हैं। ये सावधि ऋण योजना (टर्म लोन), शैक्षिक ऋण योजना और लघु वित्तपोषण (माइक्रो-फाइनेंस) योजना हैं।

सावधि ऋण योजना वैयक्तिक लाभार्थियों के लिए है, जिसे राज्य चैनेलाइजिंग एजेंसियों के माध्यम से लागू किया जाता है। टर्म लोन योजना में 20 लाख रू. तक की लागत वाली परियोजनाओं के लिए ऋण प्रदान किया जाता है। उसकी ब्याज दर 6 प्रतिशत सालाना है।

एनएमडीएफसी के अध्यक्ष एवं प्रबंधक निदेशक मोहम्मद शहबाज अली ने कहा, ‘‘हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा पहुंचे। पिछले तीन वर्षों में लक्ष्य को लगातार बढ़ाया गया है ताकि अधिक से अधिक अल्पसंख्यकों को इसका फायदा मिल सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस वित्त वर्ष में हमने 525 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है और पहली छमाही में करीब 244 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।’’ अली ने कहा, ‘‘सरकार की इन योजनाओं के बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं है इसलिए हम जागरुकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। जागरुकता के लिए हम जगह-जगह शिविर लगा रहे हैं।’’

केंद्र सरकार द्वारा अतिरिक्त न्यायाधीशों के पेशेवर मूल्यांकन को खत्म करने के काॅलेजियम के फैसले का विरोध Attack News

नयी दिल्ली, 22 अक्तूबर । सरकार ने स्थायी न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नति के लिये नामों की अनुशंसा करते वक्त अतिरिक्त न्यायाधीशों के पेशेवर मूल्यांकन की व्यवस्था को खत्म करने के उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम के फैसले का विरोध किया है।

कॉलेजियम के फैसले और उसके बाद कानून मंत्रालय द्वारा इसका विरोध करने से कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच फिर से टकराव शुरू हो सकता है।

वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि सरकार ने कॉलेजियम से कहा है कि वह उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के पद पर अतिरिक्त न्यायाधीश के नाम पर विचार करने की अनुशंसा करने से पहले उनके पेशेवर प्रदर्शन के मूल्यांकन की व्यवस्था को खत्म करने के फैसले से सहमत नहीं है। कॉलेजियम भारत के प्रधान न्यायाधीश के नेतृत्व वाले उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की व्यवस्था है।

फैसलों का मूल्यांकन करने वाली समिति हाल तक अतिरिक्त न्यायाधीशों के न्यायिक प्रदर्शन का मूल्यांकन करती थी। सरकार ने कॉलेजियम से अतिरिक्त न्यायाधीशों के न्यायिक प्रदर्शन का मूल्यांकन करने की व्यवस्था को खत्म करने के उसके फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया है।

मार्च में भारत के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर ने उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को सूचित किया था कि उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने यह व्यवस्था खत्म करने का फैसला लिया है।

उन्होंने उच्चतम न्यायालय के वर्ष 1981 के फैसले का हवाला देते हुए कहा था कि अतिरिक्त न्यायाधीशों के न्यायिक प्रदर्शन का मूल्यांकन करने की व्यवस्था उस आदेश के विपरीत है।

न्यायमूर्ति खेहर ने कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद को भी इस व्यवस्था को खत्म करने के फैसले के बारे में सूचित किया था।

यह मूल्यांकन अक्तूबर 2010 में भारत के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश एस एच कपाड़िया द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का हिस्सा था।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विभिन्न वैचारिक समूहों एवं चिंतकों के साथ 20 परिचर्चा बैठकें करेगा Attack News 

नयी दिल्ली, 22 अक्तूबर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विभिन्न वर्गो एवं समूहों के विचारकों, चिंतकों एवं विशेषज्ञों के साथ परिचर्चा करने के लिये आने वाले दिनों में 20 बैठकों का खाका तैयार किया है। इसके अलावा संघ की ओर से किसानों, आर्थिक नीतियों, दलितों..आदिवासियों के मुद्दों सहित 10 बिन्दुओं पर कार्य को आगे बढ़ाया जायेगा ।

संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि इस दिशा में कुछ समय पहले सरसंघचालक मोहन भागवत ने दिल्ली में एक बैठक की थी जिसमें अनेक देशों के राजनयिकों के साथ चर्चा की गई थी ।

सरसंघचालक के विजयादशमी संबोधन के बाद से संघ के शीर्ष नेतृत्व ने विभिन्न वर्गो एवं वैचारिक समूहों, चिंतकों एवं विशेषज्ञों के साथ परिचर्चा करने की योजना बनाई है।

संघ ने आने वाले समय के लिये अपनी कार्ययोजना का एक खाका भी तैयार किया है जिसमें 10 मुख्य बिन्दुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

इसमें संघ की शाखओं के विस्तार और विशेष तौर पर केरल एवं बंगाल में संघ के कार्यो के प्रभाव का आकलन शामिल है। इसके साथ ही संघ उन इलाकों में अपने कार्यो को गति प्रदान करेगा जहां उसका प्रभाव कम है। इसके अलावा आर्थिक नीतियों खास तौर पर किसानों के संदर्भ में सरकार की नीतियों तथा दलितों एवं आदिवासियों पर जोर रहेगा । दलितों एवं आदिवासियों तक पहुंच को मजबूत बनाने का दायित्व ‘‘वनवासी कल्याण आश्रम’’ को दिया गया जो लम्बे समय से इन वर्गो के बीच काम कर रहा है।

संघ के कार्य में भारत के अनुकूल एवं अनुरूप शिक्षा पद्धति लाने के अलावा धर्मांतरण, राष्ट्रवाद, हिन्दुत्व, बांग्लादेशी एवं रोहिग्या मुसलमानों की घुसपैठ का मुद्दा भी शामिल है।

केरल में संघ प्रचारकों पर हमले और उनकी हत्या किये जाने की पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ :आरएसएस: ने कहा है कि लोकतंत्र में विचारधारा को लेकर स्वस्थ परिचर्चा होनी चाहिए, बल प्रयोग नहीं ।

आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि बेहतर लोकतांत्रिक समाज के लिये स्वस्थ परिचर्चा आवश्यक है । समाज के भिन्न मतों के लोगों के बीच चर्चा..परिचर्चा होनी चाहिए । स्वस्थ परिचर्चा होनी चाहिए । लेकिन विरोधी अगर हमारे खिलाफ बल प्रयोग करता है, तो इससे संकेत मिलता है कि वे विचारधारा के स्तर पर लड़ाई हार चुके हैं ।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- संगठित अपराध किसी खास राज्य तक सीमित नहीं Attack News 

नयी दिल्ली, 22 अक्तूबर । उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि संगठित अपराध किसी ‘‘खास राज्य’’ तक सीमित नहीं है और कोई निचली अदालत कठोर मकोका लगाने के लिए अपराधियों के खिलाफ राज्य के बाहर दायर किए गए आरोपपत्रों का संज्ञान ले सकती है।

महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) संगठित अपराधों पर रोक लगाने के लिए अपराधियों के खिलाफ लगाया जाता है। यह कानून दिल्ली में भी लागू है।

न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव की पीठ ने उक्त टिप्पणी उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दिल्ली सरकार की अपील पर सुनवाई करते हुए की।

उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के कथित गैंगस्टर बृजेश सिंह को कई आधारों पर मकोका के तहत आरोपों से आरोप मुक्त करने के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा था। इन आधारों में एक आधार संगठित अपराध गिरोह चलाने को लेकर आरोप पत्र राष्ट्रीय राजधानी के बाहर दायर करना भी शामिल था।

शीर्ष अदालत ने उच्च न्यायालय के आदेश को बरकरार रखते हुए कहा कि मकोका की धारा 2 (डी) में दिया गया शब्द ‘सक्षम अदालत’ दिल्ली में अदालतों तक सीमित नहीं है और सतत गैर कानूनी गतिविधि स्थापित करने के उद्देश्य के लिये अन्य राज्यों में दायर आरोपपत्रों का भी संज्ञान लिया जा सकता है।

पीठ ने 34 पृष्ठ के अपने फैसले में कहा, ‘‘मकोका समाज के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर रहे संगठित अपराध को रोकने के उद्देश्य से लागू किया गया था। मकोका के प्रावधानों की व्याख्या इस ढंग से की जानी चाहिए जो मकोका के उद्देश्य को आगे बढ़ाए।’’ न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा कि संगठित अपराध ने नागरिक समाज के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न किया और संगठित अपराध समूहों की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश के लिए विशेष प्रावधान बनाए जाने की आवश्यकता थी।

शीर्ष अदालत ने इस सवाल पर विचार किया कि ‘‘लगातार जारी गैर कानूनी गतिविधि’’ को स्थापित करने के उद्देश्य के लिये और अपराधियों के खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के बाहर सक्षम अदालतों में दायर आरोपपत्रों का संज्ञान लिया जा सकता है या नहीं।

इसने इस सवाल पर भी गौर किया कि किसी खास अदालत के अधिकारक्षेत्र में कोई संगठित अपराध हुए बिना क्या मकोका के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है।

शीर्ष अदालत ने व्यवस्था दी कि मकोका के तहत शब्द ‘सक्षम अदालत’ किसी खास राज्य की अदालतों तक सीमित नहीं है, जहां यह कानून लागू है और लगातार जारी गैर कानूनी गतिविधि स्थापित करने के लिए अन्य राज्यों की अदालतों में दायर आरोपपत्रों का भी संज्ञान लिया जा सकता है।

इसने यह भी व्यवस्था दी कि दिल्ली के भीतर संगठित अपराध हुए बिना अपराधी पर मकोका के तहत मुकदमा नहीं चलाया जा सकता।

भारत में ISIS,अल-कायदा ,इस्लामिक स्टेट,समेत देश-विदेश के 55 आतंकवादी संगठन प्रतिबंधित Attack News 

नईदिल्ली 22 अक्टूबर।केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठन अलकायदा, इस्लामिक स्टेट, आईएसआईएस, सीरिया से संचालित दायेश सहित करीब 38 आतंकी संगठनों एवं संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित समूहों तथा जाकिर नाईक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) समेत 17 गैर कानूनी संगठनों को प्रतिबंधित सूची में डाला है।

सूचना का अधिकार के तहत गह मंत्रालय के आंतरिक सुरक्षा प्रभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रतिबंधित संगठनों की सूची में संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोकथाम एवं दमन (सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुपालन) आदेश 2007 की अनुसूची में दर्ज संगठनों को भी शामिल किया गया है।

नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल आफ नगालैंड (खापलांग), एनएससीएन (के) एवं उससे जुड़े संगठनों को 28 सितंबर 2015 की अधिसूचना के तहत प्रतिबंधित किया गया जबकि जाकिर नाईक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को 17 नवंबर 2016 की अधिसूचना के तहत प्रतिबंधित सूची में डाला गया ।

मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम 1967 के तहत देश और विदेशों के 38 संगठनों तथा संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधित समूहों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इन प्रतिबंधित संगठनों में लश्कर ए तैयबा या पासबान ए अहले हदीस, जैश ए मोहम्मद या तहरीक ए फुरकान, हरकत उल मुजाहिदीन या हरकत उल अंसार या हरकत उल जेहाद ए इस्लामी या अंसार उल उम्मा शामिल है। इसके अलावा इस सूची में हिजबुल मुजाहिदीन या हिजबुल मुजाहिदीन पीर पंजाल रेजिमेंट, अल उमर मुजाहिदीन, इस्लामिक स्टेट, आईएसआईएस, सीरिया से संचालित दायेश जैसे आतंकी संगठन शामिल हैं ।

गृह मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन प्रतिबंधित आतंकी संगठनों में बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान कमांडो फोर्स, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडेरेशन, जम्मू कश्मीर इस्लामिक फ्रंट, उल्फा, असम स्थित नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड, पीपुल्स लिबरेशन आमीर्, यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट, कांग्लीपाक कम्यूनिस्ट पार्टी, कांग्ली याओल कांबा लूप शामिल है।

सूचना के अधिकार के तहत गृह मंत्रालय से प्रतिबंधित आतंकी संगठनों और प्रतिबंधित गैर कानूनी संगठनों की जानकारी मांगी थी। आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय ने बताया कि आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राज्य पुलिस करती है। राज्य पुलिस से संबंद्ध मामलों की जानकारी प्रदेश पुलिस से प्राप्त की जा सकती है।

गृह मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम 1967 की धारा 35 के तहत प्रतिबंधित संगठनों की सूची में मणिपुर पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट, आल त्रिपुरा टाइगर्स फोर्स, नेशनल टाइगर्स फ्रंट आफ त्रिपुरा, लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (लिट्ट), स्टूडेंटस इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया, दीनदार अंजुमन, कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया (मर्कसवादी लेनिनवादी) पीपुल्स वार एवं उससे जुड़े संगठन शामिल हैं।

इस सूची में माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर, अल बदर, जमियत उल मुजाहिदीन, दुख्तरान ए मिल्लत, तमिलनाडु लिबरेशन आमीर्, तमिल नेशनल रिट्राइवल ट्र्रूप्स, अखिल भारतीय नेपाली एकता समाज, कामतापुर लिबरेशन आर्गेनाइजेशन एवं उससे जुड़े संगठन, नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल आफ नगालैंड (खापलांग), एनएससीएन (के) शामिल हैं।

आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम 1967 में 2008 में किये गए संशोधन के तहत अनेक संगठनों को गैर कानूनी संगठन घोषित किया गया है । इन संगठनों में स्टूडेंड इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया, उल्फा, नेशनल डेमोक्रैटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड, दीमा हलाम दाओगाह :जोएल:, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट, पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पाटीर् आफ कांग्लीपाक, कांग्लीपाक कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्लेई याओल कान्बा लूप, मणिपुर पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट, रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट शामिल हैं ।

इन गैर कानूनी संगठनों की सूची में आल त्रिपुरा टाइगर फोर्स, नेशनल लिबरेशन फ्रंट आफ त्रिपुरा, हनीट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल, लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (लिट्टे), नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल आफ नगालैंड (खापलांग), एनएससीएन (के) तथा जाकिर नाइक का संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन शामिल हैं।

कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता विघा स्टोक्स की तबियत बिगड़ी,फोर्टिस अस्पताल में भर्ती Attack News 

शिमला 21 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता विद्या स्टोक्स की तबीयत बिगड़ गई है। विद्या स्टोक्स की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें चंडीगढ़ के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

विद्या स्टोक्स की हालत शुक्रवार देर रात खराब हुई जिसके बाद उन्हें शनिवार सुबह आईजीएमसी अस्पताल लाया गया जहा से डॉक्टरों ने उन्हें फोर्टिस अस्पताल चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। विद्या स्टोक्स फेफड़े संबंधित बीमारी के चलते अस्वस्थ हैं।

विद्या स्टोक्ट कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं और उनकी उम्र 89 है। कांग्रेस ने उन्हें इस बार चुनाव में भी ठियोग से टिकट देने का मन बनाया है और वे खुद भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। लेकिन, चुनाव से ठीक पहले विद्या स्टोक्स की तबीयत बिगड़ना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।

Senior Congress leader Vidya Stokes admitted to Fortis hospital in Chandigarh due to lung related ailment #HimachalPradesh

— ANI (@ANI) October 21, 2017

गुजरात में कांग्रेस पार्टी ने हार्दिक पटेल,अल्पेश ठाकोर,जिग्नेश मेवाणी को चुनाव लड़ने का दिया आमंत्रण Attack News 

अहमदाबाद, 21 अक्टूबर । कांग्रेस ने गुजरात में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पास नेता हार्दिक पटेल, ओबीसी एकता मंच के नेता अल्पेश ठाकोर और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी से खुलेआम समर्थन मांगते हुए उन्हें चुनाव लडने पर समर्थन अथवा टिकट देने की पेशकश भी की, पार्टी ने गुजरात राज्यसभा चुनाव में इसके साथ कथित धोखाधडी करने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के दरवाजे खुले रखने की भी बात कही।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी ने आज कहा कि वह हार्दिक, अल्पेश और मेवाणी को कांग्रेस की इस बार गुजरात में शुरू हो चुकी विजय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं।

पार्टी अल्पेश और मेवाणी को चुनाव लडने पर समर्थन करेगी और अगर हार्दिक (अभी चुनाव योग्य उम्र नहीं) भी भविष्य में चुनाव लडते हैं तो उन्हें समर्थन दिया जायेगा तथा पार्टी की ओर से चुनाव लडने के लिए आमंत्रित किया जायेगा।

भोपाल सेंट्रल जेल में भाईदूज पर कैदी भाइयों को तिलक लगाने की अनुमति नहीं मिलने पर बहनों ने किया चक्काजाम Attack News 

भोपाल 21 अक्टूबर। भोपाल सेंट्रल जेल में उस समय हंगामें की स्थिति बन गई, जब भाई दूज पर भारी संख्या में बहने यहां पर पहुंची।

दरअसल, आज जेल में बंद अपने भाइयों को तिलक करने के लिए बहने यहां पर पहुंची थीं, जेल प्रबंधन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए भाई-बहनों को खुले में मिलने से मना कर दिया। इस बात से बहने नाराज हो गईं। बहनों का कहना था कि भाइयों को तिलक करने के लिए हम दूर दराज से यहां तक आए हैं, भाई दूज के त्यौहार के दिन इस तरह की पाबंदी ठीक नहीं है।

जेल प्रबंधन के इस फरमान से नाराज महिलाओं और उनके प​रिजनों ने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया।

चक्काजाम की सूचना मिलते ही पुलिस और जेल प्रबंधन ने मोर्चा संभालते हुए महिलाओं को मिलने की अनुमति दे दी। इस घटनाक्रम के चलते करोंद से गांधी नगर जाने वाले मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।

जानकारी के अनुसार, भाई दूज के अवसर पर हर साल जेल प्रबंधन द्वारा अपन कैदी भाइयों को तिलक लगाने और उनसे मुलाकात करने का इंतजाम किया जाता है। पिछले साल हुई जेल ब्रेक की घटना के बाद से जेल प्रबंधन ने कैदियों के अपने परिजनों से मिलने के अलावा बाहर से आने वाले सामान पर भी रोक लगा दी थी। इसके चलते कुछ कैदियों ने अंदर ​भूख हड़ताल भी कर दी थी।

भाईदूज के मौके पर अपने भाई को तिलक लगाने के लिए जेल पहुंची महिलाओं को जेल प्रबंधन ने साफ मना कर दिया। काफी मान मनौव्वल के बाद भी जेल प्रबंधन नहीं पसीजा तो महिलाओं और उनके परिजनों ने जेल के सामने हाइवे पर चक्काजाम कर ​दिया। इस दौरान विरोध कर रही महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर ​दिया। जिसके चलते पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और भीड़ को खदेड़ा।

इस चक्काजाम के चलते करोंद से गांधी नगर जाने वाले मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अपने कैदी भाइयों से खुले में मुलाकात करने का आश्वासन ​दिया। इसके बाद जेल प्रबंधन ने महिलाओं को अपने भाइयों को तिलक लगाने और मुलाकात करने की अनुमति दे दी। बरहाल चक्काजाम खत्म होने के बाद पुलिस और जेल प्रबंधन ने राहत की सांस ली।

स्मार्टफोन का अत्यधिक प्रयोग करने वाले किशोरों को अनिद्रा की शिकायत Attack News

लॉस एंजिलिस, 21 अक्तूबर । एक अध्ययन में पाया गया है कि स्मार्टफोन और टैबलेट का अत्यधिक इस्तेमाल करने से बच्चों को अनिद्रा की शिकायत हो सकती है। साथ ही, दिन में इन चीजों पर दो घंटे से अधिक समय बिताने से उन्हें नींद पूरी नहीं होने की समस्या हो सकती है।

इस विषय से जुड़े ज्यादातर विशेषज्ञों के मुताबिक सात घंटे से कम की नींद अपर्याप्त मानी जाती है।

अध्ययन करने वालों ने 3,60,000 से अधिक किशोरों के दो सर्वेक्षेणों के आंकड़ों पर गौर किया। उनमें सान डियेगो स्टेट यूनीवर्सिटी के शोधार्थी भी शामिल थे।

‘स्लीप मेडिसिन’ नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन मे यह भी पाया गया है कि जो किशोर ऑनलाइन जितना अधिक समय बिताते हैं, वे उतनी ही कम नींद ले पाते हैं।

नरेन्द्र मोदी कल इस महीने में तीसरी बार गुजरात का करेंगे दौरा Attack News 

           अहमदाबाद, 21 अक्तूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने तीसरी बार कल गुजरात जाएंगे, जहां वह भावनगर और वडोदरा जिले में अनेक परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे।

          मोदी भावनगर जिले में घोघा और भरूच में दाहेज के बीच 615 करोड़ रुपये की ‘रोल ऑन, रोल ऑफ (रो-रो)’ नौका सेवा के पहले चरण का भी शुभारंभ करेंगे।

            प्रधानमंत्री ने सोमवार को गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नौका सेवा को अपना ‘‘ड्रीम प्रोजेक्ट’’ बताया। सड़क मार्ग से दोनों शहरों के बीच की दूरी 310 किलोमीटर है और इस नौका सेवा से यह दूरी घट कर 30 किलोमीटर रह जाएगी।

         वह घोघा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और नौका पर सवार होकर घोघा से दाहेज तक की यात्रा करेंगे। दाहेज से वह वडोदरा के लिए रवाना होंगे, जहां उनका 1,140 करोड़ रुपये तक की परियोजनाओं का उद्घाटन करने और कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने का कार्यक्रम है।

            रो-रो परियोजना पर काम कर रहे गुजरात समुद्री बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय भाडू ने कहा कि मोदी रविवार को सेवा के जिस पहले चरण का उद्घाटन करेंगे वह यात्रियों के लिए होगी।

           दूसरे चरण में दोनों शहरों के बीच कार से भी यात्रा की जा सकेगी।

            भाडू ने कहा, ‘‘यह खंभात की खाड़ी के जटिल समुद्री ढांचे वाली जटिल परियोजना है। इस सेवा से दोनों शहरों के बीच की दूरी सड़क मार्ग से 310 किलोमीटर से घटकर 30 किलोमीटर रह जाएगी और यह दूरी एक घंटे में तय की जा सकती है।’’ मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर जनवरी 2012 में परियोजना की आधारशिला रखी थी।

          मोदी वडोदरा में 1,140 करोड़ रुपये की आठ अलग-अलग परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।

           वडोदरा नगर निगम आयुक्त विनोद राव ने कहा कि मोदी बडामदी बाग में 100 करोड़ रुपये का सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, 125 करोड़ रुपये की जलमहल शहर परिवहन हब और बहु स्तरीय पार्किंग, 160 करोड़ रुपये का मल्टी मॉडल शहर परिवहन हब, 267 करोड़ रुपये का कचरे से ऊर्जा पैदा करने वाला संयंत्र लोगों को समर्पित करेंगे।

           अन्य परियोजनाओं में 166 करोड़ रुपये का जल शोधन संयंत्र, 265 करोड़ रुपये के दो फ्लाईओवर, 55 करोड़ रुपये का डियर सफारी पार्क और छह करोड़ रुपये का पशु चिकित्सा अस्पताल भी हैं।

           प्रधानमंत्री वडोदरा के नवलखी कम्पाउंड में भी लोगों को संबोधित करेंगे।

           गुजरात में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के कारण मोदी का दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

           मोदी ने पिछले महीने यहां जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मेजबानी की थी और बुलेट ट्रेन परियोजना का उद्घाटन किया था। मोदी ने अपने 67वें जन्मदिन पर नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध राष्ट्र को समर्पित किया था।

गाजीपुर में आरएसएस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या Attack News

             गाजीपुर, 21 अक्तूबर । उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मोटरसाइकिल पर आए हमलावरों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता की आज गोली मारकर हत्या कर दी और उसे बचाने की कोशिश में उसके भाई को भी गोली लग गई।

            पुलिस क्षेत्राधिकारी हृदयानंद सिंह ने बताया कि राजेश मिश्रा (40) और उनके भाई अमितेश मिश्रा ब्राहमणपुरा चट्टी स्थित अपनी दुकान पर बैठे थे कि अचानक मोटरसाइकिल पर सवार तीन बदमाश आए। एक बदमाश ने राजेश की कनपटी से सटाकर गोली चला दी। विरोध करने पर अमितेश को भी गोली मार दी।

          सिंह ने बताया कि दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने राजेश को मृत घोषित कर दिया। उसके भाई को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी भेजा गया है।

            उन्होंने बताया कि हत्या के कारण का अभी पता नहीं चला है। हत्यारों की तलाश जारी है। राजेश पत्रकार भी थे और क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक राजेश बालू खनन माफियाओं के खिलाफ खबरें लिख रहे थे।

          इस बीच, लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि दो हमलावरों की पहचान हो चुकी है।

          उन्होंने कहा, ‘‘तीन में से दो हमलावरों की पहचान कर ली गयी है। उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।’’

थल सेनाध्यक्ष बोले-सुथर रहे हैं कश्मीर के हालात Attack News 

जम्मू, 21 अक्टूबर । सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि कश्मीर घाटी में हालात सुधर रहे हैं और सेना अपना दायित्व काम बखूबी निभा रही है।

जनरल रावत ने 47 अार्मर्ड रेजिमेंट को स्टेंडर्ड प्रदान किए जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कश्मीर घाटी के हालात में सुधार हो रहा है और फिलहाल जो कुछ भी वहां हो रहा है, वह संभवत: आतंकवादियों और उनके समर्थकों की हताशा को ही दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि कश्मीर में सेना सरकार के दृष्टिकोण का अनुसरण कर रही है अौर एनआईए के छापे उसी का हिस्सा थे।

सीबीआई ने बोफ़ोर्स दलाली की फिर से जांच करने के लिए केंद्र से मांगी अनुमतिAttack News 

नयी दिल्ली,21अक्टूबर । केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने चर्चित बोफोर्स दलाली मामले की फिर से जांच करने के लिए केन्द्र सरकार से अनुमति मांगी है।

सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी ने कार्मिक एंव प्रशासनिक विभाग को भेजे पत्र में कहा है कि उसे इस मामले की जांच फिर से शुरु करने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्चतम न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका दाखिल करने की इजाजत दी जाए।

दिल्ली उच्च न्यायालय के तत्कालीन न्यायमूर्ति आर.एस सोढी ने 31 मई, 2005 को इस मामले में हिंदुजा बंधुओं (श्रीचंद, गोपीचंद और प्रकाशचंद) और बोफोर्स कंपनी के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया था।

पश्चिम बंगाल में दी जा रही थी बच्चों की बलि,उपद्रव के बाद तांत्रिक सहित 45 गिरफ्तार,आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल Attack News 

पानागढ़/बर्दवान 21 अक्टूबर: पूर्व बर्दवान जिले की कालना महकमा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर कालना थाना अंतर्गत नारकेलडांगा ग्राम स्थित क्षेत्रपाल पाड़ा में आठ शिशुओं को बलि चढ़ने से बचा लिया. हालांकि पुलिस की कार्रवाई का उपद्रवियों ने भारी विरोध किया और उन पर हमला कर दिया. झड़प में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गये.

स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी और इलाके में सघन छापेमारी अभियान चलाकर 45 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया. इनमें संबंधित तांत्रिक व नदिया जिले का निवासी सन्यासिनी सोरेन भी शामिल है. पुलिस ने सभी आरोपियों को शुक्रवार को कालना महकमा कोर्ट में पेश किया.

कालना महकमा पुलिस अधिकारी प्रियव्रत राय ने कहा कि सूचना मिली थी कि नारकेलडांगा ग्राम के क्षेत्रपाल पाड़ा के श्मशान घाट में काली पूजा के दौरान तांत्रिक सन्यासिनी सोरेन सिद्धि के लिए आठ शिशुओं की नरबलि देने की तैयारी में है. पुलिस ने इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई की. पुलिस टीम को संबंधित स्थल पर भेजा गया. मौके पर तांत्रिक आठ शिशुओं की नरबलि देने की प्रक्रिया में जुटा था. पुलिसकर्मियों ने बलि को बंद करने और शिशुओं को उसके कब्जे से लेने की कोशिश की. पुलिस की कार्रवाई का तांत्रिक ने विरोध किया. इस दौरान तांत्रिक के उपद्रवी समर्थकों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. इस झड़प के बीच पुलिसकर्मियों ने सभी आठ बच्चों को वहां से निकाल लिया. लेकिन उपद्रवियों की संख्या अधिक होने के कारण संघर्ष में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गये. सभी घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल के साथ उक्त इलाके में सघन छापेमारी अभियान चलाया गया. इसमें तांत्रिक सन्यासिनी सोरेन के साथ 45 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया.

रायगंज में भी नरबलि का आरोप

उधर बुधवार को नरक चतुर्दशी की देर रात रायगंज के शक्ति नगर इलाके में एक युवक की बलि देने का आरोप है. गुरुवार को दिवाली के दिन शव बरामद होने के बाद मामले का खुलासा हुआ।

स्थानीय लोगों व पुलिस को शक है कि माणिक भौमिक नामक स्थानीय तांत्रिक ने अमावस्या की रात नरबलि दी है. पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है. घटना को लेकर इलाके में दहशत है.

गुरुवार सुबह रायगंज के शक्ति नगर इलाके में एक युवक का गला कटा शव मिलने से इलाके में खलबली मच गयी. पता चला कि गुरुवार सुबह इलाका वासियों ने रायगंज नगरपालिका के आठ नंबर वार्ड के शक्ति नगर इलाके के कारपेंटर (काठमिस्त्री) गौतम साहा (30) का गलाकटा शव उसके घर से सिर्फ दस मीटर की दूरी पर एक खाली स्थान में देखा. वहीं, पर तांत्रिक माणिक भौमिक का भी घर है. घटना की सूचना रायगंज थाने में दी गयी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

छानबीन में पुलिस ने उस तांत्रिक के घर से हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद किया है. 19 अक्तूबर को पुलिस ने माणिक भौमिक को हिरासत में ले लिया.शुक्रवार को उसे रायगंज जिला अदालत में पेश कर 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, नरक चतुदर्शी (भूत चतुदर्शी) की रात तंत्र साधना के लिए तांत्रिक ने उस व्यक्ति की गला रेतकर हत्या की होगी. लेकिन मृतक उसके चुंगल में कैसे फंसा, यह पुलिस के लिए फिलहाल पहेली बनी हुई है. जानकारी मिली है कि मृतक के माता-पिता नहीं हैं. उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी है. इसलिए वह घर पर अकेला ही रहता था. दूसरी ओर, पुलिस ने बताया है कि आरोपी तांत्रिक भी पहले काठ मिस्त्री का काम करता था. ‍उत्तर दिनाजरपुर जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि फिलहाल तांत्रिक ही शक के दायरे में है. उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है