बंगाल में ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल ने ली शपथ: पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा तथा 42 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ attacknews.in

कोलकाता 10 मई । पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा तथा 42 नवनिर्वाचित विधायकों ने यहां राजभवन में कोविड दिशानिर्देशों के कारण आयोजित एक सादे समारोह में सोमवार को मंत्री पद की शपथ ली।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इन मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। तीन कैबिनेट मंत्रियों श्री मित्रा, श्री ब्रात्या बसु और श्री रतिन घोष ने वर्चुअल तरीके से शपथ ली।

श्री घोष और श्री बसु कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। वहीं बीमारी के कारण चुनाव नहीं लड़ने वाले श्री मित्रा ने भी वर्चुअल तरीके से शपथ ली।

तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी नीत सरकार के पहले दो कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे श्री मित्रा को फिर से वित्त मंत्री बनाये जाने के संकेत हैं। गत पांच मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाली सुश्री बनर्जी की ओर से नवनियुक्त मंत्रियों के विभागों का बंटवारा जल्द ही किये जाने की संभावना है।

नये मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक समुदाय की सात मंत्रियों समेत कुल नौ महिलायएं शामिल हैं। इसके अलावा पूरे राज्य के 20 जिलों के विधायकों तथा अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय को भी उच़ित प्रतिनिधित्व दिया गया है।

जबलपुर में अस्पताल संचालक ही सप्लाई कर रहा था नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के मामले में तीन के खिलाफ प्रकरण दर्ज,जांच शुरू attacknews.in

जबलपुर, 10 मई । कोरोना संकटकाल के दौरान मरीजों को नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन मुहैया कराने के सिलसिले में पुलिस ने यहां एक अस्पताल संचालक समेत तीन लोगों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार ओमती थाना पुलिस ने कल यहां एक अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा और उसके दो सहयोगियों देवेश चौरसिया तथा सपन जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ की है। बताया गया है कि अस्पताल संचालक अपने सहयोगियों के साथ रेमडेसिवीर के नकली इंजेक्शन सप्लाई कर रहा था।

शिवराज सिंह चौहान ने नेताओं और अधिकारियों से कहा:मेरे पीछे मत भागो,कोरोना संक्रमण को देखते हुए वे उन्हें हवाईअड्डा लेने और छोड़ने नहीं आएं attacknews.in

भोपाल, 10 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपनी जबलपुर यात्रा के पूर्व वहां के संभागायुक्त, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों से हवाईअड्डा पर उनकी अगवानी नहीं करने के लिए कहा है।

श्री चौहान ने ट्वीट के जरिए कोरोना को लेकर उपजी स्थितियों के मद्देनजर यह बात कही है। श्री चौहान ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश हैं कि वे उन्हें हवाईअड्डा लेने और छोड़ने नहीं आएं। हम निर्धारित बैठकों में मिलकर कोरोना संक्रमण की स्थितियों की चर्चा करेंगे।

श्री चौहान ने जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोई भी हवाईअड्डा नहीं आए। निर्धारित बैठकों में उनसे भी मुलाकात हो जाएगी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लिखा है कि जरा सी चूक कोरोना संक्रमण को बढ़ाने लगती है। इसलिए सभी से अनुरोध है कि मिलने के अनेक अवसर आएंगे। हम फिर मिलेंगे। वर्तमान में सभी कोरोना संबंधी गाइडलाइन का पालन करें।

राजीव गांधी के परम मित्र सैम पित्रोदा ने भारत में रोजाना कोरोना से मरने वालों की संख्या 30 हजार बताकर तीन हजार तक के सरकारी आंकड़ों फर प्रश्नचिन्ह लगा दिया attacknews.in

नयी दिल्ली, 10 मई। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रतिदिन होने वाली मौतों के आधिकारिक आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए दावा किया है कि ये आंकड़े सामान्य समझ से परे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत में आम दिनों में रोजाना औसतन 30 हजार लोगों की मौत होती है और ऐसे में कोरोना से अगर प्रतिदिन 3000 अतिरिक्त (10 फीसदी अधिक) लोगों की मौत हो रही है तो फिर अंतिम संस्कार के लिए कतारें नहीं लगनी चाहिए।

पित्रोदा ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान हुई जनसभाओं को कोरोना वायरस का असली ‘सुपर स्प्रेडर’ (प्रसार करने वाला) करार देते हुए यह भी कहा कि भारत में टीकाकरण की प्रक्रिया को राजनीति से अलग रखना होगा।

भारत में दूरसंचार क्रांति के सूत्रधार माने जाने वाले और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी रहे पित्रोदा ने ‘डिकोडिंग इलेक्शन्स’ नामक यूट्यूब चैनल पर डॉक्टर मयंक दराल के साथ संवाद में कहा, ‘‘ भारत में आम दिनों में रोजाना औसतन 30 हजार लोगों की मौत होती है। यानी इतने लोगों का अंतिम संस्कार प्रतिदिन होता है। अब देखा गया कि अंतिम संस्कार के लिए कतारें लग गईं, जबकि रोजाना सिर्फ तीन हजार लोगों की मौत कोविड से होने की बात की गई।’’

पित्रोदा ने दावा किया, ‘‘अगर प्रतिदिन तीन हजार अतिरिक्त लोगों की मौत हो रही है तो अंतिम संस्कार के लिए कतारें कैसे लग रही हैं? इसका मतलब यह है कि मरने वालों का जो आंकड़ा बताया जा रहा है, वह सही नहीं है।’’

उन्होंने टीकाकरण की प्रक्रिया को राजनीति से दूर रखने की पैरवी की।

हाल ही में ‘रिडिजाइन द वर्ल्ड’ नामक नयी पुस्तक लिखने वाले पित्रोदा ने कहा, ‘‘टीकाकरण एक जटिल प्रक्रिया है। निर्माण और वितरण को देखना होता है। अगर किसी चीज का निर्माण करते हैं तो आपको यह देखना होगा कि इसकी आपूर्ति कैसे करनी है।’’

उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘ हम यह कर सकते हैं। भारत में बहुत प्रतिभा है। लेकिन इस प्रक्रिया को राजनीति से अलग रखना होगा। इस प्रक्रिया को विशेषज्ञों को देखना होगा, राजनीतिक लोगों को इससे दूर रखना होगा।’’

भारत में कोरोना की दूसरी लहर से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना की दूसरी लहर की ‘रियल सुपर स्प्रेडर चुनावी जनसभाएं रहीं। प्रधानमंत्री ने मास्क नहीं पहना और इससे संदेश गया कि अब कोई दिक्कत नहीं है। हो सकता है, उनसे यह अनजाने में हुआ हो।’’

साथ ही, उन्होंने इस बात का उल्लेख किया, ‘‘भारत में एक दिक्कत यह है कि बहुत ज्यादा लोगों को पृथक नहीं कर सकते क्योंकि संयुक्त परिवार होते हैं…. इन सब कारणों से यह दूसरी लहर आई।’’

भविष्य की चुनावी राजनीति के बारे में पित्रोदा ने कहा, ‘‘तीव्र संपर्क माध्यमों (हाइपर कनेक्टिविटी) के कारण भविष्य में चुनावी राजनीति बदलने जा रही है…..इससे लोकतंत्र पूरी तरह से बदलने वाला है। अगर मेरे पास विकल्प हो तो मैं मोबाइल फोन के जरिए मतदान कराऊंगा क्योंकि यह ईवीएम से ज्यादा सुरक्षित है। ईवीएम अतीत की तकनीक है और इस पर बहुत विवाद भी होता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोबाइल फोन के माध्यम से मतदान कराने से आपको मतदान केंद्र की जरूरत नहीं होगी। लोग कहीं से भी मतदान कर सकते हैं। अगर मेरे पास विकल्प हो तो मैं चुनावी सभाओं को प्रतिबंधित करूंगा और विज्ञापनों पर रोक लगाऊंगा। अगर कोई नेता कुछ कहना चाहता है तो वह अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए बात कर सकता है।’’

पित्रोदा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव का विचार पूरी तरह केंद्रीकरण के बारे में है। हमें आगे विकेंद्रीकरण और लोकतंत्रीकरण की जरूरत है। मैं किसी भी चीज के केंद्रीकरण के खिलाफ हूं। मेरे पास विकल्प हुआ तो मैं भारत को जिले के स्तर पर चलाऊंगा।’’

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में कोरोना की समीक्षा की, संक्रमण दर घटी;हर गरीब व मध्यम वर्ग को मिल रहा है कोविड सहायता योजना का लाभ; “रजिस्ट्रेशन ऑफ डॉक्टर्स एज़ वॉलेंटियर” एप लॉन्च attacknews.in

भोपाल 9 मई ।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में केन्द्रीय इस्पात, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप के सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और अधिकारियों के साथ कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है। नए पॉजिटिव मरीजों की संख्या 11 हजार 51 है, ग्रोथरेट 1.9% है तथा पॉजिटिविटी रेट 16.9% है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के माध्यम से हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय व्यक्ति को हर जिले में नि:शुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गाँव-गाँव, शहर-शहर में किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत गाँवों में घर-घर सर्वे कर मरीजों की पहचान कर तुरंत उपचार चालू किया जा रहा है। शहरों में कोविड सहायता केन्द्रों के माध्यम से स्वास्थ्य जाँच, नि:शुल्क मेडिकल किट वितरण किया जा रहा है। हम शीघ्र ही कोरोना को पूरी तरह नियंत्रित कर लेंगे।

प्रदेश में कोरोना की अच्छी व्यवस्थाएँ

केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि टैस्टिंग अधिक से अधिक होनी चाहिए। जो भी टैस्ट कराने आये, सबके टैस्ट तत्काल किए जायें।

तीसरी लहर की पूरी तैयारी रखें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर (संभावित) की पूरी तैयारी रखें। इस संबंध में इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च तथा राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर तैयारियाँ की जायें। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन कर लिया गया है।

होम आइसोलेशन की अच्छी व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन की व्यवस्था परफैक्ट होनी चाहिए। यहाँ समय पर दवाएँ तथा निरंतर चिकित्सकीय सलाह मिलती रहे। आवश्यकतानुसार मरीजों को अस्पतालों में शिफ्ट किया जाए। बताया गया कि होम आइसोलेशन में रह रहे 1% मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।

सीहोर, कटनी, रतलाम, बालाघाट विशेष ध्यान दें

जिलेवार समीक्षा के दौरान सीहोर, कटनी एवं रतलाम जिलों को विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए गए। आई.सी.यू. बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए, किल कोरोना अभियान सघन रूप से चलाया जाए तथा संक्रमण की चेन सख्ती के साथ तोड़ी जाए।

जिलों को कोरोना मुक्त करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिन जिलों में संक्रमण कम है वहाँ कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करें तथा किल कोरोना अभियान के माध्यम से संक्रमण की चेन तोड़कर जिलों को कोरोना मुक्त किया जाए। प्रदेश में छिंदवाड़ा, भिंड, बुरहानपुर, खंडवा तथा अशोकनगर जिलों में कोरोना के सबसे कम प्रकरण हैं।

11 जिलों में कोरोना के 200 से अधिक नए प्रकरण

जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि अब प्रदेश के 11 जिलों में ही कोरोना के 200 से अधिक नए प्रकरण हैं। इंदौर में 1679, भोपाल में 1556, जबलपुर में 946, ग्वालियर में 861, रतलाम में 398, सीधी में 388, रीवा में 297, उज्जैन में 286, शिवपुरी में 244, सीहोर में 217 तथा सतना में 208 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं।

19 हजार 710 कोविड मरीजों को नि:शुल्क उपचार

प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड सहायता योजना के अंतर्गत 19 हजार 710 कोविड मरीजों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। इनमें से 15 हजार 579 कोविड मरीजों को शासकीय अस्पतालों में, 3,042 कोविड मरीजों को अनुबंधित अस्पतालों में तथा 1,079 मरीजों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संबद्ध अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आज की स्थिति में उपचाररत मरीजों पर एक करोड़ 13 लाख 69 हजार 993 रूपए शासन द्वारा व्यय किया जा रहा है।

अस्पतालों द्वारा अधिक शुल्क वसूले जाने पर कार्यवाही

प्रदेश में निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों से अधिक शुल्क वसूले जाने पर 87 अस्पतालों के विरूद्ध कार्यवाही की गई और उनसे 24 लाख 54 हजार रूपए की राशि मरीजों को वापस दिलाई गई। साथ ही 32 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। रेमडेसिविर आदि की कालाबाजारी पर भी निरंतर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में डॉक्टर्स सेवा देने आगे आयें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की चिकित्सकों से अपील

केन्द्रीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “रजिस्ट्रेशन ऑफ डॉक्टर्स एज़ वॉलेंटियर” एप लॉन्च किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता को कोरोना से बचाने में डॉक्टर्स की भूमिका सर्वोपरि है। कोरोना के विरूद्ध इस लड़ाई में डॉक्टर्स स्वैच्छिक रूप से चिकित्सकीय सेवा देने के लिए आगे आयें। ”मैं एक डॉक्टर-मैं एक वॉलेंटियर” एप के माध्यम से वे स्वयं को वॉलेंटियर्स के रूप में पंजीकृत करें और कोरोना को समाप्त करने में अपना बहुमूल्य योगदान दें।

केन्द्रीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय से ‘रजिस्ट्रेशन ऑफ डॉक्टर्स एज़ वॉलेंटियर’ एप को वर्चुअली लॉन्च किया। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि यह एप कोविड के विरूद्ध लड़ाई में उपयोगी साबित होगा। देश-विदेश के डॉक्टर्स इससे जुड़कर जनता को चिकित्सा परामार्श दे सकेंगे।

‘मैं एक डॉक्टर-मैं एक वॉलेंटियर’ एप

यह सेवा मैप आई टी के पोर्टल

एवं एमपी माईगव के पोर्टल

के माध्यम से दी जा रही है।

पोर्टल में मोबाइल नंबर दर्ज कर कोई भी चिकित्सक, जो प्रदेश में स्वैच्छिक सेवा देना चाहते हैं, अपना पंजीयन करा सकते हैं।

पोर्टल में पंजीयन उपरांत डॉक्टर्स की सूची संबंधित जिलों के कंट्रोल रूम एवं कलेक्टरों को उपलब्ध कराई जाएगी।

संबंधित जिला इन चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हें वर्तमान में होम आइसोलेशन अथवा अन्य स्टेज पर पेशेंट्स की सूची उपलब्ध कराएगा तथा पेशेंट्स और डॉक्टर के बीच समन्वय का कार्य करेगा।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले ई संजीवनी ओपीडी मोबाइल एप डाउनलोड करने के उपरांत पंजीकृत डॉक्टर प्रदेश के कोरोना पेशेन्ट्स को टेलीमेडिसिन माध्यम से चिकित्सीय परामर्श दे सकेंगे।

इस व्यवस्था के अंतर्गत डॉक्टर अपनी सेवा के क्षेत्र का चयन कर सकेंगे तथा अपनी सुविधानुसार सेवा देने के लिए दिन एवं समय भी पोर्टल पर दर्ज कर सकेंगे। डॉक्टर्स की उपलब्धता अनुसार मरीजों को उनसे संबद्ध कर चिकित्सकीय परामर्श दिया जा सकेगा।

इच्छुक डॉक्टर्स जिला कमांड एवं कन्ट्रोल सेंटर पर उपस्थित होकर भी मरीजों को टेली माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दे सकेंगे।

इस सेवा के प्रदाय हेतु डॉक्टर्स का प्रदेश में होना आवश्यक नहीं है। देश-विदेश का कोई भी चिकित्सक सेवा दे सकेगा।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई में 21 करोड़ से अधिक रुपए की प्राकृतिक यूरेनियम की जब्ती की जांच शुरू की attacknews.in

नयी दिल्ली 09 मई । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई में 21 करोड़ से अधिक रुपए की प्राकृतिक यूरेनियम की जब्ती की जांच को संभाल लिया है।

केंद्रीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी। एनआईए ने यह कदम गृह मंत्रालय के आदेश के बाद लिया और एजेंसी ने परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 की धारा 24 (1) (ए) के तहत मामला फिर से दर्ज किया है।

महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने पांच मई की रात को जिगर जयेश पांड्या और अबु ताहिर अफजल चौधरी को गिरफ्तार कर उनके पास से 7.1 किलोग्राम यूरेनियम जब्त किया था, जिसकी कीमत करीब 21.30 करोड़ रुपये आंकी गयी है।

एक खुफिया जानकारी के आधार पर महाराष्ट्र की एटीएस की नागपाड़ा इकाई ने 27 वर्षीय ठाणे निवासी जिगर पांड्या को अत्यधिक रेडियोधर्मी सामग्री के कुछ छोटे टुकड़ों के साथ पकड़ा था।

प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भारतीय रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में पहुंचायी 4200 टन ऑक्सीजन attacknews.in

नयी दिल्ली 09 मई । भारतीय रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा अब तक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लगभग 4200 टन ऑक्सीज़न की आपूर्ति की जा चुकी है।

भारतीय रेलवे ने यह आपूर्ति 268 से अधिक टैंकरों में की गई। अब तक 68 ऑक्सीज़न एक्सप्रेस ने अपनी यात्रा पूरी की। इनके माध्यम से अब तक महाराष्ट्र को 293 टन, उत्तर प्रदेश को 1230 टन, मध्य प्रदेश को 271 टन, हरियाणा को 555 टन, तेलंगाना को 123 टन, राजस्थान को 40 टन और दिल्ली को 1679 टन ऑक्सीज़न की आपूर्ति की गई है।

रेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय रेल वर्तमान समय में मौजूद चुनौतियों का सामना करते हुए और नए उपायों की तलाश के साथ देश के विभिन्न राज्यों की मांग पर तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के अपने अभियान को निरंतर जारी रख लोगों को राहत पहुंचा रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय रेल, राज्यों की मांग पर यथासंभव मात्रा और कम से कम समय में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है और इस पर लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने अब और अधिक शहरों में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू कर दी है और इस क्रम में आज कानपुर में पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 80 टन ऑक्सीजन पहुंची।

प्रवक्ता के अनुसार कुछ और ऑक्सीजन एक्सप्रेस के देर रात अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना होने की संभावना है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी के मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चट्टर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी  दी attacknews.in

कोलकाता 09 मई । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चट्टर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी।ये सभी लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पिछली सरकार में मंत्री थे।

राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया, “राज्यपाल ने संविधान के अनुच्छेद 164 के तहत इनके खिलाफ मुकदमे की मंजूरी प्रदान की है।”

बयान में कहा गया, “केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अनुरोध करने और मामले से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने के बाद राज्यपाल द्वारा यह मंजूरी प्रदान की गयी है। राज्यपाल ने इसके लिए संविधान के अनुच्छेद 163 और 164 के तहत प्राप्त अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया है।”

हालांकि अभी यह नहीं बताया गया है कि किस मामले में इन चारों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी।

उल्लेखनीय है कि इन चारों में से श्री हकीम, श्री मुखर्जी और श्री मित्रा हाल ही में विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए हैं। इनमें श्री हकीम तथा श्री मुखर्जी सोमवार को सुश्री बनर्जी की तीसरी सरकार में मंत्री पद की शपथ लेंगे, जबकि तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले श्री चटर्जी ने चुनाव से पहले भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया था।

मध्यप्रदेश में रविवार को कोरोना के 11051 नए प्रकरण, 86 मौत, एक्टिव केस बढ़कर एक लाख आठ हजार के पार;संक्रमितों की संख्या 6,71,763 हुई और मौत का आंकड़ा हुआ 6420 attacknews.in

भोपाल, 09 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के भयावह प्रकोप के बीच आज कोरोना संक्रमण के 11051 नए मामले सामने आने के साथ ही 86 संक्रमितों की मृत्यु हुयी।सक्रिय केस बढ़कर एक लाख आठ हजार नौ सौ तेरह हो गए हैं, जो अपने आप में रिकार्ड है।

इसके पहले कल सक्रिय केस राज्य में पहली बार बढ़कर एक लाख के पार पहुंचे थे।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 65,282 सैंपल की जांच में 11051 रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुयीं।

नेगेटिव रिपोर्ट 54,231 और रिजेक्ट सैंपल 265 रहे।

इस तरह पॉजीटिविटी रेट (संक्रमण दर) 16़ 9 प्रतिशत दर्ज की गयी।

वहीं स्वस्थ होने वालों की संख्या 4538 रही।

राज्य में अब तक 6,71,763 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 5,56,430 व्यक्ति संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

आज फिर सबसे अधिक मामले इंदौर जिले में 1679 दर्ज किए गए।सात लोगों की मृत्यु हुयी और स्वस्थ होने वालों की संख्या 301 रही।सक्रिय मामले 16,282 रहे।

इसी तरह भोपाल में 1556 नए मामले सामने आने के साथ ही सात लोगों की मौत हो गयी।मात्र 302 व्यक्ति स्वस्थ हुए और सक्रिय मामले 14,439 रहे।

इसके अलावा ग्वालियर में 861, जबलपुर में 946, उज्जैन में 286, रतलाम में 398, रीवा में 297, सागर में 142, खरगाेन में 151 और बैतूल में 158 मामले दर्ज किए गए।सीधी जिले में 388, शिवपुरी में 244 और सतना में 208 नए मामले दर्ज किए गए।

राज्य में कोरोना के कारण अब तक 6420 लोगों की मृत्यु दर्ज की गयी है।

शिवराज सिंह चौहान और धर्मेंद्र प्रधान ने सागर में भारत ओमान रिफायनरी लिमिटेड के पास स्थापित किए जा रहे 1000 बिस्तर के ऑक्सीजन आधारित कोविड अस्पताल का किया निरीक्षण attacknews.in

सागर, 09 मई । मध्यप्रदेश के सागर जिले के आगासौद के पास भारत ओमान रिफायनरी लिमिटेड (बीओआरएल) के संयंत्र के पास स्थापित किए जा रहे 1000 बिस्तर के ऑक्सीजन पर आधारित अस्थायी कोविड अस्पताल का आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने निरीक्षण किया। इस अस्पताल में आगामी 25 मई से लगभग 200 बैड पर मरीजों का इलाज प्रारंभ हो सकेगा।

श्री चाैहान ने निर्माणाधीन अस्पताल का श्री प्रधान और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में निरीक्षण कर एक बैठक भी ली। इसमें श्री चौहान के अलावा श्री प्रधान ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

श्री चौहान ने कहा कि रिफायनरी में उपलब्ध ऑक्सीजन के कारण यहां पर एक हजार बैड का अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है। इसमें सहयोग के लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्री प्रधान के प्रति धन्यवाद दिया।

श्री चौहान ने बताया कि आगामी 25 मई को अस्पताल पहले चरण में तैयार हो जाएगा और लगभग 200 बैड पर मरीजों का उपचार प्रारंभ हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि यहां की ऑक्सीजन का टेस्ट हो गया है और मेडिकली उपयुक्त पायी गयी। उन्होंने बताया कि इस रिफायनरी में 91 – 91 मैट्रिक टन के दो ऑक्सीजन प्लांट हैं। यहां पर बॉटलिंग प्लांट की शुरूआत होने पर ऑक्सीजन काे सिलेंडर में भरकर दूसरे स्थानों पर भेजा जा सकेगा। पच्चीस मैट्रिक टन ऑक्सीजन सिलेंडर में भरकर पूरे संभाग में और आसपास जहां आवश्यकता है, वहां पहुंचायी जा सकेगी। इससे संबंधित प्रोजेक्ट को भी स्वीकृति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि श्री प्रधान का राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति से लेकर इलाज के सुविधाओं के विस्तार तक प्रत्येक मामले में सहयोग मिल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति भी आभार व्यक्त किया।

श्री चौहान ने बताया कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन के उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। नब्बे से अधिक ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना पर सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कोविड से निपटने में ऑक्सीजन की उपलब्धत बहुत महत्वपूर्ण है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस अस्थायी अस्पताल के निर्माण के बाद सागर, विदिशा, अशोकनगर और गुना समेत आसपास के जिलों के कोरोना मरीजों को यह इलाज के लिए काफी मददगार साबित होगा। प्रदेश का यह पहला ऑक्सीजन सप्लाई आधारित अस्पताल है। जहां पर पलंग तक ऑक्सीजन पाइपलाइन रहेगी। यह अस्पताल सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है।

केंद्रीय मंंत्री श्री प्रधान ने कहा कि अस्पताल निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है। बीना रिफाइनरी की इंडस्ट्रियल आक्सीजन को मेडीकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट कर मरीज़ों के लिए उपयोग में लिया जाएगा। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है और आसपास के लोगों को काफी लाभ मिलेगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए नियुक्त एजेंसी तथा कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने यहाँ ऑक्सीज़न प्लांट, ऑक्सीज़न टेस्टिंग, कंप्रेसर कक्ष के निर्माण, ऑक्सीजन सप्लाई की 800 मीटर लंबी पाइपलाइन, दुर्गापुर से कंप्रेसर की शिफ्टिंग, अतिरिक्त स्टैंडबाय कंप्रेशर का क्रय, बॉटलिंग प्लांट संबंधित कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।

देश भर में 35 दिनों में विभिन्न राज्यों में 130 पत्रकारों की कोरोना से मौत ; आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में सबसे ज्यादा 35 पत्रकारों की जान गई attacknews.in

विजयवाड़ा 09 मई । अखिल भारतीय समाचार पत्र कर्मचारी महासंघ (एआईएनएफ) ने दावा किया है कि अब तक देशभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण 130 पत्रकारों की मौत हो चुकी है।

महासंघ के उपाध्यक्ष चौधरी पूर्णचंद्र राव रविवार को यहां बयान जारी कर कहा कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी से पिछले 35 दिनों के दौरान विभिन्न राज्यों में 130 पत्रकारों की मौत हो चुकी है।

उन्होंने दावा किया कि तेलुगु भाषी दोनों प्रदेशों आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना में कोविड-19 के कारण 35 पत्रकारों की जान गई है।

उन्होंने केंद्र तथा राज्य सरकार से पीड़ित पत्रकारों के परिवारों को सहायता पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की।

इस बीच, उन्होंने साक्षी टीवी सिनेमा के पत्रकार टी. गोपी के निधन पर शोक व्यक्त किया।

उधर, आंध्र प्रदेश जर्नलिस्ट यूनियन फॉर प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के मानद अध्यक्ष के. धनंजया रेड्डी और अध्यक्ष जले वासुदेव नायडू ने भी श्री गोपी के निधन पर शोक व्यक्त किया तथा पीड़ित परिजनों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की।

मध्यप्रदेश में मैंगनीज ओर इंडिया लिमिटेड की ओर से पांच जिलों में 350 बेड के कोविड केयर सेंटर बनेंगे attacknews.in

भोपाल, 09 मई ।कोरोना की दूसरी लहर के भयंकर प्रकोप को झेल रहे मध्यप्रदेश में मैंगनीज ओर इंडिया लिमिटेड (एमओआईएल) पांच जिलों में 350 बेड के कोविड केयर सेंटर तैयार करेगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंडला और बालाघाट जिले में 100 – 100 बेड, सिवनी में 60 बेड, डिंडोरी में 50 बेड और नरसिंहपुर में 40 बेड के कोविड सेंटर तैयार किए जाएंगे। इन कोविड केयर सेंटर में चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। ये सभी बेड ऑक्सीजन बेड होंगे। एमओआईएल इन सेंटरों के लिए 50 वेंटिलेटर और 350 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया कराएगी और इन्हें आवश्यकता के अनुरूप पांचों केंद्रों में प्रदाय किया जाएगा।

भोपाल मण्डल पर गाड़ियों की 100% समय पालन (punctuality) हासिल कर बनाया रिकॉर्ड attacknews.in

भोपाल 09 मई । मंडल रेल प्रबंधक श्री उदय बोरवणकर के कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में मंडल रेल प्रशासन जहां अपने कर्मचारियों को कोविड -19 संक्रमण से बचाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है, वहीं संबंधित विभागों द्वारा आपसी समन्वय से कार्य करते हुए गाड़ियों के सुचारू एवं संरक्षित परिचालन तथा उनकी समयबद्धता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

मंडल पर गाड़ियों के सुचारू एवं संरक्षित परिचालन के लिए रात-दिन कार्यरत नियंत्रण कार्यालय में सभी सावधानियों के साथ ड्यूटी कर रहे नियंत्रकों, खंड नियंत्रकों द्वारा मण्डल पर चल रहीं एक्सप्रेस, ग्रीष्म स्पेशल एवं अन्य विशेष गाड़ियों की समय पालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ताकि यात्रियों एवं पार्सल को को समय पर उनके गंतव्य स्थान पहुंचाया जा सके।

मंडल नियंत्रण कार्यालय से लेकर स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे ट्रेन परिचालन से जुड़े कर्मचारियों द्वारा निरंतर की जा रही निगरानी के परिणामस्वरूप माह अप्रैल-2021 में भोपाल मंडल नें एक्सप्रेस एवं पैसेंजर विशेष गाड़ियों के समय पालन में रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल की है। अप्रैल माह में तीन दिन गाड़ियों का समय पालन (punctuality) शत प्रतिशत था, जबकि माह की औसत समय पालन 97.29 प्रतिशत रहा जो कि एक रिकॉर्ड है।

मण्डल रेल प्रबंधक श्री उदय बोरवणकर नें कहा कि गत दो वर्षों में अधोसंरचना (infrastructure) में सुधार, अवरोधों को दूर करना व ट्रैक को 130 किमी प्रति घंटे की गति के लिये उन्नयन (upgrade) करना, ये काम तेज गति से हुए, जिसके फलस्वरूप मंडल में परिचालन सुधरा है। साथ साथ, सभी तकनीकी विभागों ने उपकरणों के रख रखाव में विभिन्न सुधार किये हैं, जिससे उनकी गुणवत्ता और विश्वसनीयता बढ़ी है और गाड़ियाँ निर्बाध रूप से चल रही हैं। ट्रेनों के समय पालन के लिए लोको इन्स्पेक्टर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
साथ ही, रोज़ औसतन 200 माल गाड़ियों का परिचालन भी मंडल ने 54 की. मी. प्रति घंटे की औसत गति से बनाये रखा  (maintain किया) है। मंडल ने माल लदान के नए कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं।

डीआरएम ने इस उपलब्धि के लिए सभी सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है एवं भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी है।

कोविड-19 संकट :भारत में थाईलैंड, कतर जैसे देशों से चिकित्सा आपूर्ति पहुंचना जारी,पहुंच रहे हैं आक्सीजन सांद्रक, आक्सीजन सिलिंडर attacknews.in

नयी दिल्ली, 9 मई । भारत के अनेक हिस्सों के कोविड-19 की दूसरी लहर से गंभीर रूप से प्रभावित होने के बीच थाईलैंड, कतर जैसे देशों से चिकित्सा आपूर्ति सहायता के रूप में आक्सीजन सांद्रक, आक्सीजन सिलिंडर आदि पहुंचने का सिलसिला जारी है ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया, ‘‘ विस्तारित पड़ोस में हमारा मूल्यवान नौवहन सहोगी । आसियान में हमारे सहयोगी थाईलैंड से 200 आक्सीजन सिलिंडर और 10 आक्सीजन सांद्रक मिलने की सराहना करते हैं । ’’

उन्होंने बताया कि थाईलैंड में भारतीय समुदाय के लोगों के मूल्यवान योगदान के रूप में 100 अन्य आक्सीजन सिलिंडर तथा 60 आक्सीजन सांद्रक मिला ।

बागची ने थाईलैंड से आए खेप के चित्र के साथ ट्वीट करते हुए कहा कि थाईलैंड से आक्सीजन सिलिंडर और आक्सीजन सांद्रक मिलने पर वहां के नरेश महा वजीरालोंगकर्ण तथा महारानी सुथिदा का विशेष आभार ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कतर से भारतीय समुदाय के लोगों द्वारा चिकित्सा सामग्रियां भेजने पर भी धन्यवाद दिया ।

उन्होंने बताया कि आईएनएस तरकश द्वारा 42 लीटर और 50 लीटर क्षमता का 232 आक्सीजन सिलिंडर कतर से रवाना हुआ ।

इससे एक दिन पहले डेनमार्क, नीदरलैंड, पोलैंड जैसे देशों से चिकित्सा सहायता के रूप में आक्सीजन सांद्रक, वेंटीलेटर तथा अन्य चिकित्सा आपूर्ति भारत पहुंची थी ।

गौरतलब है कि भारत में एक दिन में कोविड-19 से रिकॉर्ड 4,187 मरीजों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,38,270 पर पहुंच गई है जबकि 4,01,078 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2,18,92,676 हो गए हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती ने दिल्ली में खड़ी की आइसोलेशन सेंटरों की श्रृंखला,यहां मरीजों को ऑक्सीजन, दवाओं से लेकर नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है attacknews.in

नयी दिल्ली 09 मई । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती ने राजधानी में काेविड के उपचार में मदद के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से अशोक विहार, उदासीन आश्रम, नरेला, हरिनगर, द्वारका तथा लाजपत नगर में छह आइसोलेशन सेंटर शुरू किये हैं जहां मरीजों को ऑक्सीजन, दवाओं से लेकर नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है।

संघ के दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख रीतेश अग्रवाल ने यहां बताया कि दिल्ली में इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और बुनियादी इलाज मिलना मुश्किल हो गया है जिसे देखते हुए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सेवा भारती ने लोगों की जिंदगी बचाने के लिए छह आइसोलेशन सेंटर अशोक विहार, उदासीन आश्रम, नरेला, द्वारका, हरिनगर एवं लाजपत नगर की अमर कॉलोनी में संचालन आरंभ किया है। इन सेंटरों के जरिए लगभग 450 बेड की व्यवस्था खड़ी कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में 9 अतिरिक्त सेंटरों का संचालन शुरू हो जाएगा। इनके लिए लगभग सभी तैयारी पूरी कर ली गई है, प्रशासनिक अनुमति मिलते ही यह भी संचालित हो जाएंगे। यदि प्रशासन का सहयोग रहा और ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करा दी जाती है तो अगले कुछ दिनों में इसे एक हजार बेड तक विस्तारित करने की योजना है। सभी आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल ऑक्सीजन मुहैया कराई जा रही है। अधिकांश सेंटर में सिलेंडर के जरिए चिकित्सा ऑक्सीजन की उपलब्धता को पूरा किया जा रहा है जबकि कई केंद्रों के लिए ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि लाजपत नगर के अमर कालोनी नगर स्थित सरस्वती बाल मन्दिर में आज कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन सेंटर शुरू किया गया। इस सेंटर में 35 बेड की सुविधा प्रदान की गई है जिसे 50 बेड तक विस्तारित किया जाएगा। केंद्र में आने वाले पीड़ित मरीजों के चिकित्सकीय उपचार हेतु मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व अतिरिक्त सचिव डॉ. पी प्रसन्ना राज एवं रोबोटिक्स सर्जन डॉ. कल्पना नागपाल अपनी नि:शुल्क अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सेवा भारती द्वारा समाज के सहयोग से प्रारंभ इस केंद्र में जरूरतमंद व्यक्तियों को ऑक्सीजन देने के लिए 21 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर रखे गए हैं। यहां सभी लोगों को भोजन, नीबू पानी, काढ़ा, दवाएं तथा सभी चिकित्सकीय सुविधाएं प्रदान करने की व्यवस्था है। संघ के स्वयंसेवक सेवाभाव से मरीजों की सेवा में जुट गए हैं।

अशोक विहार के लक्ष्मी बाई कॉलेज में 100 बेड का कोविड केयर सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस कोविड केयर सेंटर में कोविड वायरस से संक्रमित ऐसे मरीजों को रखा गया है जो बहुत अधिक गंभीर नहीं हैं। महाविद्यालय की कक्षाओं को कोविड वार्ड में तब्दील कर दिया गया है। सेंटर में ऑक्सीमीटर, दवाएं, ग्लूकोज, इंश्यूलिन चढ़ाने समेत अनेक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जल्द ही इसे 200 बेड तक विस्तारित किया जाएगा। ख़ास बात यह है कि ऑक्सीजन कंसट्रेटर्स की व्यवस्था भी कोविड केयर सेंटर में की गई है। यहां हर दिन ओपीडी संचालित की जाती है, जिसमें हर दिन लगभग 100 मरीज आते हैं। उल्लेखनीय हैं कि सेवा भारती द्वारा देशभर में डेढ़ लाख से अधिक सेवा प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं। सेंटर में कम गंभीर मरीज जिनकी उम्र 60 साल से कम है, उन्हें भर्ती किया जाता है। विगत दस दिनों से से संचालित इस केंद्र को संचालित करने में लक्ष्मीबाई कॉलेज प्रशासन, सेवा भारती, क्रिस्टल क्रॉप संस्थान का महत्वपूर्ण योगदान है।

नई दिल्ली प्रांत के स्वयंसेवकों द्वारा श्री गुरु राम राय उदासीन आश्रम में आइसोलेशन सेंटर का गठन किया गया है। 33 बेड के इस आइसोलेशन सेंटर में चिकित्सकीय परामर्श, दवाएं, ऑक्सीजन की सुविधा प्रदान की गई है। यहां 24 घंटे डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अलग-अलग शिफ्ट में स्वयंसेवकों की ड्यूटी लगाई जाती है। जल्द ही ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की सुविधा भी आइसोलेशन सेंटर को मिल जाएगी। मंगलवार को कोविड केयर सेंटर से 20 मरीजों की काउंसलिंग करके मेडिसिन के साथ घर भेजा। इसी तरह 5 मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन प्रदान की गई जिनमें 2 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। हर बेड में बकायदा मरीज के लिए आवश्यक सभी वस्तुएं जैसे पानी की बॉटल, टॉवेल, सैनेटाइजर, स्टीमर, साबुन आदि उपलब्ध कराया गया है। हर बेड पर मरीज की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे, माइक लगाए गए हैं। मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था झंडेवाला मंदिर की ओर से की जा रही है। कोविड केयर सेंटर को संचालित करने के लिए डीएम आरके आश्रम एवं सेवा भारती द्वारा मेडिसिन किट का सहयोग प्रदान किया गया है। इसी तरह एमबीयू बाग द्वारा एमरजेंसी किट उपलब्ध कराई गई है।

नरेला में सेवा भारती द्वारा संचालित लाला दीपचंद मेमोरियल चेरिटेबल अस्पताल, गली नंबर 30 बी, स्वतंत्र नगर में 13 बिस्तरों वाला आइसोलेशन सेंटर संचालित है। यहां मरीजों के लिए बेड, भोजन, दवाएं, काढ़ा, नेबुलाइजर केअर समेत तमाम बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं। डॉक्टर पी के बंसल आइसोलेशन सेंटर में नि:शुल्क मरीजों की सेवा कर रहे हैं। इस सेंटर को सफलातपूर्वक संचालित करने में सेवा भारती को तेजस भारत ट्रस्ट, श्री राम कुटी मंदिर नरेला का विशेष सहयोग मिल रहा है।

श्री अग्रवाल के अनुसार इन सभी आइसोलेशन सेंटरों में डॉक्टर जहां नि:शुल्क अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वहीं स्थानीय समाज व संस्थाओं के सहयोग से मरीजों के लिए भोजन, दवाएं तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सेंटरों से हर दिन बड़ी संख्या में लोग कोरोना को मात देकर अपने घर लौट रहे हैं। कई स्थानों में स्वस्थ होकर लौट रहे मरीज एवं उनके परिवारजन लौट कर सेवा कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

उधर विश्व हिन्दू परिषद ने दिल्ली प्रान्त के सभी 30 जिलों में एक-एक कार्यकर्ता तय किए हैं, जो अपने-अपने जिले में जरूरतमंद लोगों से सम्पर्क कर उन्हें आवश्यक सहयोग मुहैया करा रहे हैं। इसके लिए प्रान्त स्तर पर कोविड सहायता केंद्रों को भी संचालित किया जा रहा है। सहायता केंद्र में दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से संगठन के कार्यकर्ताओं व स्थानीय समाज के लोगों द्वारा बताई गई आवश्यकता के अनुसार दवाएं, ऑक्सीजन, काढ़ा, राशन, भोजन उपलब्ध कराया जाता है। विहिप के कोविड सहायता केंद्र से अब तक लगभग 5 हज़ार लोग लाभान्वित हो चुके हैं।

कोरोना संक्रमण की वजह से प्राण गंवाने वाले लोगों के अंतिम संस्कार में बरती जा रही गंभीर लापरवाही तथा लोगों का सम्मानजनक रूप से अंतिम संस्कार नहीं हो पाने की शिकायतों को देखते हुए विहिप कार्यकर्ता निगम बोध घाट में लोगों के सहयोग के लिए आगे आए हैं। इससे अंतिम संस्कार में जुटे कर्मचारियों के साथ परिजनों को भी काफी मदद मिल रही है ।

विहिप लोगों को कोरोना की दूसरी लहर से बचाने के लिए ऑनलाइन योग क्लास, चिकित्सा परामर्श वेबिनार आयोजित कर रहा है। इसमें हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग घर बैठे आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी समेत अन्य विधियों से बीमारियों के निदान हेतु परामर्श प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही विहिप से जुड़े बजरंग दल द्वारा प्लाज्मा डोनेशन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बजरंग दल के कार्यकर्ता कोविड से ठीक हुए लोगों से प्लाज्मा डोनेशन का आह्वान कर रहे हैं। उनसे उनकी बची हुई दवाएं भी एकत्र की जाती है, जिसे अन्य जरूरतमंद को देने की व्यवस्था बनाई गई है।