यास’ के अगले 12 घंटों के दौरान उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने से अत्यधिक उग्र चक्रवाती तूफान के रूप में तेज होने का अनुमान: चंदबाली-धमरा बंदरगाह के बेहद निकट उ ओडिशा और प बंगाल तटों के निकट उ प बंगाल की खाड़ी पहुंचेगा attacknews.in

उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ता रहेगा, और तेज होगा तथा 26 मई, बुधवार की सुबह तक चंदबाली-धमरा बंदरगाह के बेहद निकट उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल तटों के निकट उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा

नईदिल्ली 25 मई । पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर उग्र चक्रवाती तूफान ‘यास’ उत्तर पश्चिम दिशा में लगभग 10 किमी प्रति घंटे की गति से पिछले 6 घंटों में बढ़ा और 25 मई, 2021 को 0530 बजे भारतीय मानक समय, पारादीप (ओडिशा) के 320 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व, बालासोर (ओडिशा) के 430 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व, दीघा (पश्चिम बंगाल) के 420 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व तथा खेपुपारा (बांग्लादेश) से 470 किमी दक्षिण दक्षिण पश्चिम के निकट अक्षांश 18.0 डिग्री उत्तर तथा देशांतर 88.6 डिग्री पूर्व के निकट पूर्वी मध्य तथा समीपवर्ती पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में केंद्रित रहा।

इसके अगले 12 घंटों में उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने, एक अत्यधिक उग्र चक्रवाती तूफान में तेज होने का अनुमान है। यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ना जारी रखेगा और सघन होगा तथा बुधवार, 26 मई की सुबह तक चंदबाली-धमरा बंदरगाह के बेहद निकट उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल तटों के निकट उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा।

एक बेहद उग्र चक्रवाती तूफान के रूप में 26 मई, बुधवार की दोपहर में इसके पारादीप तथा सागर द्वीपसमूहों के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों को पार करने का अनुमान है।

पूर्वानुमान ट्रैक और तीव्रता का विवरण नीचे टेबल में दिया गया है-

तिथि/समय ( भारतीय मानक समय) – स्थिति ( अक्षांश डिग्री उत्तर/ देशांतर डिग्री पूर्व) ‘अधिकतम निरंतर सतह हवा की गति (किमी प्रतिघंटे) -चक्रवाती विक्षोभ का वर्ग :

25.05.21/0230 -18.0/88.6 -100-110 से बढ़कर -120

उग्र चक्रवाती तूफान

25.05.21/0530 -18.7/88.2 -105-115 से बढ़कर -125

उग्र चक्रवाती तूफान

25.05.21/1130 -19.5/87.9 -125-135 से बढ़कर -150

बहुत उग्र चक्रवाती तूफान

25.05.21/1730 -20.1/87.7। -145-155 से बढ़कर -170

बहुत उग्र चक्रवाती तूफान

26.05.21/2330 -20.7/87.4 -155-165 से बढ़कर ‘185

बहुत उग्र चक्रवाती तूफान

26.05.21/1130 -21.8/86.5 -115-125 से बढ़कर -140

बहुत उग्र चक्रवाती तूफान

27.05.21/2330 -22.5/85.6 -60-70 से बढ़कर -80

गहरा विक्षोभ

27.05.21/1130 -23.2/84.7 -35-45 से बढ़कर ’55

विक्षोभ

चेतावनी- (1)

वर्षाः उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश- 25 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा तथा अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है।

ओडिशा- 25 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा पुरी, जगतसिंहपुर, खुरदा, कटक, केंद्रपारा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा गंजाम, धेनकनल, मयूरभंज जिलों में भारी वर्षा, 26 मई को जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपारा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कियोंझारगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी तथा अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा और पुरी, खुरदा, अंगुल, देवगढ़, सुंदरगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा और 27 मई को उत्तरी आंतरिक ओडिशा में भारी से बहुत भारी और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान है।

पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम- 25 मई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा हावड़ा, हुगली और उत्तर 24 परगना जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है, 26 मई को मेदिनीपुर में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा तथा झारग्राम, पुरुलिया, बांकुरा, बर्धमान, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, बीरभूम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है तथा 27 मई को माल्दा और दार्जिलिंग, दिनाजपुर, कलिमपोंग, जलपाईगुड़ी, सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने तथा बांकुरा, पुरुलिया, बर्धमान, बीरभूम और मुर्शिदाबाद के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।

झारखंड- 26 एवं 27 मई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा तथा 28 मई को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।

बिहार- 27 मई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने और 28 मई को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।

असम एवं मेघालय- 26 एवं 27 मई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।

(ii) हवा की चेतावनीः मध्य बंगाल की खाड़ी के प्रमुख हिस्सों के ऊपर चक्रवाती हवा गति (100-110 किमी तथा बढ़कर 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के व्याप्त होने का अनुमान। इसके 24 मई की शाम से और तेज होकर 125-135 किमी तथा बढ़कर 140 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। उत्तर बंगाल की खाड़ी तथा उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा-पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के ऊपर चक्रवाती हवा (गति 50-60 किमी तथा बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के व्याप्त होने का अनुमान। धीरे धीरे यह बढ़कर 26 की सुबह से जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, भद्रक सहित से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उत्तरी ओडिशा और समीपवर्ती पश्चिम बंगाल तटों के ऊपर 155-165 किमी तथा बढ़कर 185 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी और तेजी आएगी और 26 मई की दोपहर से ओडिशा के बालासोर जिले के ऊपर बढ़ेगी, 26 मई की सुबह से ओडिशा के मयूरभंज जिले के ऊपर तथा पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर और 24 परगना जिले के ऊपर ऊपर 100-120 किमी तथा बढ़कर 145 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। चक्रवाती हवा गति (80-90 किमी तथा बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के इसी अवधि के दौरान ओडिशा के पुरी, कटक, खुरदा, जाजपुर जिलों तथा पश्चिम बंगाल के झारग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तरी 24 परगना के ऊपर व्याप्त होने का अनुमान। चक्रवाती हवा गति (60-80 किमी तथा बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के गंजाम के निकट तथा उत्तरी ओडिशा शेष आंतरिक जिलों के ऊपर व्याप्त होने का अनुमान। चक्रवाती हवा (गति 60-80 किमी तथा बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) 26 मई की सुबह से ओडिशा के गंजाम, धेनकानल और किंयोझार जिलों तथा पश्चिम बंगाल के बांकुरा, पुरुलिया, हावड़ा, हुगली, नादिया और बर्धमान जिलों के ऊपर व्याप्त होगी। इसी अवधि के दौरान, चक्रवाती हवा (गति 50-60 किमी तथा बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) ओडिशा के अंगुल, देवगढ़ और सुंदरगढ़ जिलों, पश्चिम बंगाल के बीरभूम तथा मुर्शिदाबाद जिलों और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम तथा विशाखापट्टनम जिलों के ऊपर व्याप्त होगी। 26 मई की दोपहर से दक्षिण झारखंड के ऊपर चक्रवाती हवा (गति 40-50 किमी तथा बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) व्याप्त होने का अनुमान और धीरे धीरे इसके बढ़कर 26 मई की शाम/रात तक दक्षिण पूर्व झारखंड के ऊपर गति 90-120 किमी तथा बढ़कर 130 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने तथा दक्षिण पश्चिम झारखंड के ऊपर गति 70-80 किमी तथा बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। चक्रवाती हवा (गति 50-60 किमी तथा बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) 27 मई को ओडिशा के केंद्रपारा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कियोंझार, देवगढ़ और सुंदरगढ़ जिलों तथा पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर, झारग्राम, बांकुड़ा और पुरुलिया जिलों के ऊपर व्याप्त होगी।

(iii) समुद्र की स्थिति– समुद्र की स्थिति पश्चिम मध्य तथा समीपवर्ती पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर उच्च से बहुत उच्च है। इसके 25 की शाम से 26 मई की शाम के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों, उत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा-पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के समीप बहुत उच्च से अत्यधिक उच्च हो जाने का अनुमान है।

(iv) मछुआरों को चेतावनी– मछुआरों को 26 मई की दोपहर तक मध्य बंगाल की खाड़ी तथा 25-26 मई के दौरान उत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा-पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के करीब न जाने का सुझाव दिया गया है।

जो लोग उत्तर के गहरे समुद्र तथा समीपवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी में गए हुए हैं, उन्हें तट पर लौट आने का सुझाव दिया गया है।

(v) तूफान में तेजी की चेतावनी- खगोलीय ज्वार से ऊपर 2-4 मीटर की ज्वारीय लहरों के जमीन से टकराने के दौरान तक मेदिनीपुर बालासोर, भद्रक के निचले तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने की आशंका है और 2 मीटर की ज्वारीय लहरों के जमीन से टकराने के दौरान दक्षिण 24 परगना, मेदिनीपुर, केद्रपारा और जगतसिंहपुर जिलों के निचले तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने की आशंका है।

उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और इन राज्यों के समीपवर्ती आंतरिक जिलों के लिए अपेक्षित नुकसान

· फूस के मकान पूरी तरह ध्वस्त/कच्चे घरों को व्यापक नुकसान। पक्का घरों को कुछ नुकसान।

· उड़ने वाली वस्तुओं से संभावित खतरा

· बिजली तथा संचार के खंभों का मुड़ जाना/उखड़ना

· कच्ची तथा पक्की सड़कों को भारी नुकसान

· निकलने के रास्तों पर बाढ़

· रेलवे, ओवरहेड बिजली के तारों तथा सिग्नलिंग प्रणालियों में बाधा,

· खड़ी फसलों, बगानों, उद्यानों को व्यापक नुकसान, हरे नारियलों के गिरना तथा ताड़ पत्रों का टूटना

· आम जैसे झाड़ीदार पेड़ों को नुकसान

· छोटी नौकाएं, कंट्री क्राफ्ट मूरिंग्स से अलग हो सकते हैं

· दृश्यता बुरी तरह प्रभावित

उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और इन राज्यों के समीपवर्ती आंतरिक जिलों के लिए सुझाए गए कदम

· प्रभावित क्षेत्रों में मछली पालने का काम तथा जहाजों की आवाजाही स्थगित

· भारत के पूर्वी तट के करीब के बंदरगाह आवश्यक सावधानी बरत सकते हैं

· नौसेना बेस आपरेशन आवश्यक सावधानी बरत सकते हैं

· इन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियां सीमित की जाएं

· पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय क्षेत्रों से निकासी की जाए

· रेल एवं सड़क यातायात की विवेकपूर्ण विनियमन

· प्रभावित क्षेत्रों के लोग घरों के भीतर ही रहें

तूफान आने से पूर्व तैयारी संबंधी कदम

मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल आलिराजपुर जिले के कठ्ठीवाडा मेें फलों के राजा आम की हापुस, लंगडा, वनराज,केसर और देशी आमों की आई बहार attacknews.in

आलिराजपुर, 25 मई ।मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल आलिराजपुर जिले के कठिवाडा मेें इन दिनों फलों के राजा आम की बहार आई हुई है।

कठिवाडा में हापुस, लंगडा, केसर, श्रीदेवी, शाहजांह, माधुरी, वनराज जैसे कई प्रसिद्व आम की पैदावार होती है।

बगीचे के मालिक हर्षराजसिंह ने बताया कि इस साल हापुस, लंगडा, वनराज,केसर और देशी आमों की बहार आई हुई है।

इन आमों की मांग आलिराजपुर के अलावा झाबुआ, इंदौर, गुजरात के बडौदा, अहमदाबाद, मुंबई,नासिक तक में रहती है।

कई देशों में भी यहां के आम लोकप्रिय है।

इस साल भरपूर फसल आई है और आमों की कीमत एक सौ रूपये प्रतिकिलों से लगाकर तीस रूपये प्रतिकिलों तक है।

उन्होंने बताया कि बागीचे में खरीददार आने लगे है।

कोविड के लिए उपयुक्त व्यवहार का पालन करने से अहमदनगर जिले का एक और गांव कोविड मुक्त हो गया;ग्रामीणों के व्यवहार में परिर्वतन लाने में ग्राम पंचायत की अहम भूमिका रही attacknews.in

अहमदनगर 25 मई ।जब पूरा देश कोविड-9 की दूसरी लहर से जूझ रहा है, महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक छोटे से गांव-भोयारे खुर्द के लोगों ने कोरोना के खिलाफ व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर जिसमें कोविड संक्रमण को रोकने के लिए उपयुक्त व्यवहार को अपनाकर, नियमित स्वास्थ्य जांच कर और संक्रमित लोगों को क्वारंटाइन (अलग) कर न सिर्फ कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने में सफल हुए हैं बल्कि पूरे गांव को कोविड से मुक्त भी करने में सफल हुए हैं।

हिवारे बाजार के नक्शेकदम पर चलते हुए, जिसकी सफलता की कहानी पहले से ही लिखित है, 1,500 लोगों की आबादी वाले इस छोटे से गांव ने दिखाया है कि लोगों के सामूहिक प्रयासों में कोविड-19 संक्रमण को बिल्कुल खत्म किया जा सकता है और पूरे गांव को कोरोना से मुक्त बनाया जा सकता है।

अहमदनगर शहर से लगभग 20 किमी की दूरी पर, भोयारे खुर्द एक पहाड़ी क्षेत्र में स्थित गांव है। सूखाग्रस्त क्षेत्र होने के कारण बहुत सारे ग्रामीण रोजगार की तलाश में मुंबई और अन्य बड़े शहरों में पलायन कर गए हैं। हालांकि, राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद अधिकांश श्रमिक अपने पैतृक गांव वापस आ गए हैं।

शुरुआती चरण में जब गांव में 3 से 4 कोविड-19 मामलों का पता चला तो ग्राम पंचायत और स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित रोगियों वाले परिवारों के लिए एंटीजन किट से परीक्षण करना शुरू कर दिया। संदिग्धों और कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को तुरंत क्वारंटाइन (अलग) कर दिया गया।

इसके बाद ग्रामीणों ने अपने गांव को कोरोना मुक्त रखने के लिए कुछ पहल की शुरुआत की जिसके तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के सहयोग से गांव के सभी परिवारों की समय-समय पर जांच की गयी।

गांव के इलाज में शामिल डॉ. सविता कुटे ने बताया कि अगर बुखार, खांसी या थकान जैसे लक्षण देखे गए, तो ऐसे लोगों को तुरंत एंटीजन परीक्षण किया गया और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया। इसके साथ ही गांव के मंदिरों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया गया जहां हर सुबह और शाम को कोविड के उचित व्यवहार के बारे में संदेश देने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाता था। ग्रामीणों को इस बीमारी के बारे में बताया गया और मौजूदा महामारी की स्थिति में अपना और अपने परिवार की देखभाल कैसे की जाए, इसके बारे में जानकारी दी गई।

केंद्र और राज्य सकरार की ओर से कोरोना के प्रसार राकने के लिए मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना, बार-बार हाथ धोना, नियमित स्वास्थ्य जांच और लोगों को क्वारंटीन जैसे कोविड उपयुक्त व्यवहार संदेशों को बार-बार दोहराया गया।

राज्यव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद, भोयरे खुर्द ग्राम पंचायत ने कोविड के प्रसार की जांच के लिए “गांव बंद” पहल को लागू किया।

सरपंच राजेंद्र आंबेकर ने कहा, संदिग्ध व्यक्तियों को गांव में स्थापित एक आइसोलेशन सेंटर में रहने के लिए राजी किया गया, जिससे चेन तोड़ने में मदद मिली और इससे मई महीने तक गांव कोरोना मुक्त हो गया। आंबेकर ने कहा, “अगर दूसरे गांव हमारे गांव के उदाहरण का अनुसरण करते हैं, तो उन्हें कोविड-19 से मुक्त होने में देर नहीं लगेगी।”

ग्राम सेवक नंद किशोर देवकर ने शुरुआती दौर में सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बताते हुए, कहा, “शुरुआत में गांव के लोगों को अपने परिवारों से दूर रहने के लिए राजी करना बहुत मुश्किल था। लेकिन धीरे-धीरे उन्हें खतरा समझ में आ गया और हमारे लिए संक्रमित लोगों को क्वारंटाइन करना आसान हो गया।

मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी विश्वविद्यालयों को रक्त जांच लैब की स्थापना के दिए निर्देश,नोवल कोरोना की जांच की व्यवस्था करने को कहा attacknews.in

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सभी विश्वविद्यालयों में रक्त जांच लैब की स्थापना के निर्देश दिए है।

श्रीमती पटेल आज राजभवन में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ ऑनलाइन चर्चा कर रही थी। उन्होंने कहा है कि लैब में नोवल कोरोना की जांच की व्यवस्था भी होनी चाहिए।

उन्होंने विश्वविद्यालय के समस्त कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्थाओं को भी प्रभावी बनाने और प्रति माह ब्लड टेस्ट करवाने के निर्देश दिए है। बैठक में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी ऑनलाइन शामिल हुए।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में कराए जाने वाले कोविड वैक्सीनेशन कार्य को प्रभावी तरीके से संचालित किया जाए। एक भी वैक्सीन वेस्ट नहीं हों, वैक्सीनेशन कार्य की फुल-प्रूफ व्यवस्था बनाई जाए। वैक्सीनेशन की वाइल को तभी खोला जाए, जब केन्द्र पर दस या दस के गुणित में वैक्सीनेशन के लिए व्यक्ति उपस्थित हो। इस के लिए स्पष्ट कार्य योजना बना कर कार्य किया जाए।

उन्होंने विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लिए गए ग्रामों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन की व्यवस्था के लिए कार्य के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरपंचों के साथ चर्चा कर वैक्सीनेशन का कार्य कराया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालयों में हो रहे निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

श्रीमती पटेल ने कहा कि परीक्षाओं की समय सारणी को वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाए। इसमें परीक्षाओं की समय-सारणी के साथ ही परीक्षा परिणाम की तिथियों का भी उल्लेख किया जाए। ताकि छात्र-छात्राओं को परीक्षा तैयारी का उचित समय मिले। उनको बताया गया कि विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की परीक्षाएं जून और जुलाई माह में ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। इनके परिणाम क्रमश: जुलाई और अगस्त माह में घोषित होगे। विश्वविद्यालय से संबंद्ध महाविद्यालयों में भी इसी अवधि में ओपेन बुक प्रणाली से परीक्षाएं संचालित होगी। विद्यार्थी घर से ही परीक्षाएं देगे। उत्तर पुस्तिकाएं कलेक्शन सेंटर में जमा करानी होगी। परीक्षा मूल्यांकन की व्यवस्था लीड कॉलेजों में की जाएगी।

इस अवसर पर बताया गया कि प्रदेश के अधिकांश विश्वविद्यालयों में 45 प्लस से अधिक की आयु वाले विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिजन का टीकाकरण हुआ है। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा एमए योग, डी फार्मा और एम फार्मा के नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए गए है। इसी तरह जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा एमएससी इन इलेक्ट्रोनिक एंड इंस्ट्रूमेंटेशन, सर्टिफिकेट इन प्रिंटिग टेक्नोलॉजी, सर्टिफिकेट इन सिक्योरिटी मैनेजमेंट, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर द्वारा एम टेक इन्टरनेट ऑफ थिंग्स, एम.टेक. एनर्जी मैनेजमेंट, एम टेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मास्टर ऑफ वोकेशन इन फैशन टेक्नोलॉजी, मास्टर ऑफ वोकेशन इन लैंड स्केप डिजाईन, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू द्वारा इन्फेंट्री स्कूल महू में डिप्लोमा इन ऑफिस मैनेजमेंट एंड प्रोसीजर, सर्टिफिकेट इन ऑफिस मैनेजमेंट एंड प्रोसीजर, आर्मीवॉर कॉलेज महू में योग सर्टिफिकेट कोर्स, मानव अधिकार सर्टिफिकेट कोर्स और मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी में एम.ए. पुलिस प्रशासन के नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए है।

बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा के साथ ही, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय भोपाल, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल, डॉ.बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, पंडित एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपतिगण उपस्थित थे।

हरियाणा में पकड़ाई नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली दवा कंपनी;पुलिस ने दवा कम्पनी को सील करके 11आरोपियों को किया गिरफ्तार attacknews.in

हरियाणा में पकड़ाई नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली दवा कंपनी;पुलिस ने दवा कम्पनी को सील करके 11आरोपियों को किया गिरफ्तार

हरियाणा में पकड़ाई नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली दवा कंपनी;पुलिस ने दवा कम्पनी को सील करके 11आरोपियों को किया गिरफ्तार

चंडीगढ़, 25 मई। हरियाणा पुलिस द्वारा नकली दवाओं की कालाबाजारी पर एक और प्रहार करते हुए हिमाचल प्रदेश दवा नियंत्रक विभाग के साथ संयुक्त कार्रवाई कर नालागढ़ में नकली रेमेडिसविर टीका निर्माता दवा कम्पनी को सील करते हुये इस सिलसिले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।

हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने गत 21 अप्रैल को अम्बाला से चार युवकों को रेमडेसिविर टीका की कालाबाजारी करते हुये गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 24 इंजेक्शन बरामद किए थे। इस सम्बंध में अम्बाला में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। पुख्ता जानकारी और सूचना के आधार पर जांच के दौरान इस मामले अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दवाओं की कालाबाजारी में गिरफ्तार सभी आरोपी जरूरतमंद लोगों को रेमडेसिविर टीका कई गुणा कीमत पर बेच रहे थे।

इटावा मे पंचायत चुनाव में फर्जी आईडी बनाकर पत्नी के पक्ष मे मतदान कराने के आरोप में प्रधान पति को गिरफतार करके जेल भेजा attacknews.in

इटावा 25 मई । उत्तर प्रदेश के इटावा जिले मे पंचायत चुनाव के लिए फर्जी आईडी बनाकर अपनी पत्नी के पक्ष मे मतदान कराने के मामले मे एक नवनिर्वाचित प्रधान पति को गिरफतार करके जेल भेज दिया गया है ।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने मंगलवार को बताया कि प्रधान के चुनाव के दौरान फर्जी आईडी बनवाकर धोखाधड़ी करके अपने पक्ष में मतदान कराने के मामले में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान मड़ौली शालिनी चौहान के पति निर्मल चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

दोपहर बाद पुलिस ने निर्मल कोे कोर्ट में पेश किया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

19 अप्रैल को हुए दूसरे चरण के पंचायत चुनाव में मतदान के दिन मड़ौली ग्राम पंचायत के एक मतदान केंद्र पर तीन नाबालिग लड़के मतदान करने गए थे ।

शक होने पर पीठासीन अधिकारी ने तीनों को पकड़ लिया था।

पूछताछ में नाबालिग लड़कों ने निवर्तमान प्रधान के पक्ष में वोट करने के लिए आने की बात कही थी।

मामला आला अफसरों के पास पहुंचा तो पुलिस ने जांच की।

तत्कालीन थाना प्रभारी और वर्तमान में कोतवाली सदर प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने जांच में पाया था कि निवर्तमान प्रधान निर्मल चौहान ने अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए नाबालिग लड़कों की आईडी बनवाई थी।

इस मामले में तत्कालीन चौकी प्रभारी चिंतक कौशिक ने निर्मल चैहान के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनवाने व उनका प्रयोग करने व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी ।

मामले में लखना के ही एक जनसेवा केंद्र के संचालक को भी आरोपी बनाया गया था ।

इस मामले में मड़ौली के निर्वाचित प्रधान पति निर्मल चैहान को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

इस संदर्भ मे इटावा के जिला पंचायत राज अधिकारी यतींद्र सिंह का कहना है कि उनके स्तर पर इस प्रकरण की कोई जानकारी नही है ।

सहारनपुर के मुस्लिम बहुल गांव मे पडोसी चाचा-भतीजे फैजान और वाजिद ने दलित परिवार के घर घुसकर युवती से सामूहिक बलात्कार के बाद जहर देकर मार डाला attacknews.in

सहारनपुर, 25 मई । उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के चिलकाना थाने के मुस्लिम बहुल एक गांव मे एकं घर में दो पडोसी युवको ने देर रात दलित परिवार के घर में घुसकर एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसे जहर देकर मार डाला।उसके चिकित्सक के पास जाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गई।

घटना से भीम आर्मी समेत जिले के दलित समाज में रोष व्याप्त है।

सूचना मिलने पर आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस चनप्पा ने गांव पहुंचकर मामले की जानकारी ली।

उन्होंने गुस्साएं परिजनों को आरोपियों की गिरफ्तारी और कडी कानूनी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया।

पुलिस ने नामजद एक आरोपी फैजान को गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।

घटना का दूसरा आरोपी फैजान का चाचा वाजिद फरार है।

एसपी सिटी राजेश सिंह के मुताबिक आरोपी दोनो युवक मृतक युवती के पडोसी है।

घटना के वक्त युवती घर पर अकेली थी।

उसके पिता नहीं है और मां अपनी एक बेटी के साथ मायके गई हुई थी।

पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर दोनो आरोपियों के खिलाफ पास्को एक्ट, एससी-एससी एक्ट, दुष्कर्म एवं हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

मृतक कक्षा 12 की छात्रा थी।

मृतक की स्लाइड बनवाकर जांच के लिए पैथोलाजी लैब भेजी गई है।

उसकी रिर्पोट अभी नहीं मिली है।

भीम आर्मी संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने इस घटना पर गहरा रोष जताते हुए कहा कि मंगलवार को उनकी कोरोना वायरस से हुए संक्रमण की एकांतवास की अवधि पूरी हो जाएगी।

इसके बाद वह गांव पहुंचकर पीडितों से मिलेंगे।

उन्होंने एसएसपी से मांग की कि दुष्कर्मियों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जाएं और अनुसूचित जाति के परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।

ईडी ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के करीबी सहयोगी और बिजनेस पार्टनर सागर भटेवार के आवास पर छापा मारा attacknews.in

नागपुर, 25 मई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के करीबी सहयोगी सागर भटेवार के आवास पर छापा मारा।

भाटेवार को राज्य के पूर्व गृहमंत्री देशमुख का करीबी माना जाता है जिन पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2020-21 में सार्वजनिक कर्तव्य के दौरान अनुचित लाभ और बेईमानी करने का आरोप लगाया है।

प्रवर्तन निदेशालय की टीम आज सुबह ही भाटेवार के नागपुर के शिवाजी नगर स्थित घर पर पहुंची।

ऐसा पता चला है कि भाटेवार पूर्व गृह मंत्री देशमुख का करीबी सहयोगी और बिजनेस पार्टनर है।

सूत्राें ने बताया कि भाटेवार पिछले कुछ दिनों से श्री देखमुख के संपर्क में था यही वजह है कि ईडी ने भाटेवार के घर पर छापा मारा।

ऐसा पता चला है कि श्री देशमुख के तीन सहयोगी ईडी के रडार पर तब आए जब उनके बैंक लेनदेन के दौरान उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क साधना देखा गया।

ईडी की टीम आज सुबह साढ़े नौ बजे से भाटेवार के घर पर जांच कर रही है।

ईडी ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में अपनी जांच और तेज कर दी है।

इससे पहले सीबीआई ने भी 24 अप्रैल को नागपुर, कटोल और मुंबई में विभन्न दस ठिकानों पेर छापे मारे थे।

श्री देशमुख के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई मुंबई के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी परमबीर सिंह द्वारा राकांपा नेता के खिलाफ 100 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी के आरोप लगाने पर की गयी।

मार्च 2021 में मुंबई के पूर्व शीर्ष अधिकारी सिंह ने आरोप लगाया था कि श्री देशमुख ने मुंबई पुलिसकर्मियों से बार और रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का कहा था।

श्री सिंह ने इस संबंध में एक आपराधिक जनहित याचिका भी दायर की थी, जिसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने मामला सीबीआई को सौंप दिया और जांच करने को कहा गया था।

मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के अनेक निर्णय:मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना’ लागू करने का निर्णय,ग्लोबल टेंडर से 1 करोड़ वैक्सीन डोज खरीदने मध्यप्रदेश हेल्थ कार्पोरेशन अधिकृत attacknews.in

एक करोड़ वैक्सीन क्रय करने के लिये उच्च-स्तरीय समिति का गठन

महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन स्थल कार्यक्रम की मंजूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रि-परिषद की वर्चुअल बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान, राज्य शासन के नियोजन में कार्यरत नियमित, स्थाईकर्मी, कार्यभारित एवं आकस्मिकता से वेतन पाने वाले, दैनिक वेतनभोगी, तदर्थ, संविदा, कलेक्टर दर, आऊटसोर्स, मानदेय के रूप में कार्यरत शासकीय सेवक, सेवायुक्त जिनकी शासकीय सेवा में कार्यरत रहने के दौरान मृत्यु हो जाती है, उनके पात्र आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के लिये ‘मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना’ लागू करने का निर्णय लिया गया।

मंत्रि-परिषद ने 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों को कोविड-19 का टीका लगाने के लिय ग्लोबल टेंडर के माध्यम से एक करोड़ वैक्सीन डोज क्रय करने के लिए मध्यप्रदेश हेल्थ कार्पोरेशन को अधिकृत किया। वैक्सीन क्रय की निविदा प्रक्रिया का तकनीकी परीक्षण करने एवं वित्तीय प्रस्ताव स्वीकृत करने के लिए उच्च-स्तरीय समिति के गठन का निर्यण लिया गया। तकनीकी परीक्षण के बाद निविदाकारों के वित्तीय प्रस्तावों का परीक्षण कर वैक्सीन क्रय के लिये दर निर्धारण की कार्यवाही का प्रस्ताव मंत्रि-परिषद के समक्ष स्वीकृति के लिये प्रस्तुत किया जायेगा।

कोरोना महामारी के दौरान जारी निर्देशों/ राशि का अनुमोदन

मंत्रि-परिषद ने कोरोना महामारी से निपटने के लिये तात्कालिक एवं आकस्मिक व्यय जिनका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता था एवं राज्य के बाहर के प्रवासी श्रमिकों के परिवहन आदि की आवश्यकताओं के लिये जारी निर्देशों/राशि का अनुमोदन दिया।

मंत्रि-परिषद ने कोविड-19 महामारी के रोकथाम में अप्रत्याशित व्ययों के लिये, जो एस.डी.आर.एफ. के मापदण्डों में अनुमत्य नहीं थे जैसे मजदूरों की यातायात व्यवस्था के लिए, राहत शिविरों के संचालन के लिये (एस.डी.आर.एफ. में अनुमत्य व्ययों को छोड़कर), 52 जिलों को व्यय अनुमति के लिये जारी निर्देशों का कार्योत्तर अनुमोदन किया।

मंत्रि-परिषद ने वर्ष 2020 में लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फँसे श्रमिकों को मध्यप्रदेश में ट्रेनों के माध्यम से लाने के लिये की गई कार्यवाही का कार्योत्तर अनुमोदन दिया।

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश राज्य के ऐसे मजदूर, जो अन्य राज्यों में फँसे हुए थे, की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति को ध्यान में रखते हुए उनके बैंक अकाउंट/ ई-वॉलेट के माध्यम से 1000 रूपये हस्तांतरित करने का प्रावधान करते हुए लागू की गई मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना का मंत्रि-परिषद ने कार्योत्तर अनुमोदन किया।

मंत्रि-परिषद ने कोरोना रोकथाम के लिये लॉकडाउन के दौरान प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन के लिये नायब तहसीलदारों को एक अप्रैल से 31 मई 2020 तक दो माह के लिए किराये के वाहन के लिये जारी निर्देशों का कार्योत्तर अनुमोदन दिया।

मंत्रि-परिषद ने कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी करने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों के ठहरने के लिये क्वारंटीन सेंटर के रूप में संचालित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा होटलों का अधिग्रहण के लिये की गई कार्यवाही का अनुमोदन दिया।

महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन स्थल कार्यक्रम

मंत्रि-परिषद ने वित्तीय वर्ष 2020-2021 से 2022-2023 की अवधि में ‘महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल कार्यक्रम’ को संचालन करने की स्वीकृति प्रदान की है। इस कार्यक्रम के संचालन के लिये वर्ष 2020-21 के लिये 10 करोड़ 40 लाख 78 हजार 100 रूपये, वर्ष 2021-22 के लिये 10 करोड़ 5 लाख 51 हजार 360 रूपये तथा वर्ष 2022-23 के लिये 7 करोड़ 52 लाख 37 हजार 246 रूपये कुल 27 करोड़ 98 लाख 66 हजार 706 रूपये की राशि व्यय करने की स्वीकृति भी दी।

विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती

मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत विभागीय भर्ती नियमों में प्रथम श्रेणी विशेषज्ञों के स्वीकृत पदों पर 100 प्रतिशत पदोन्नति संबंधी प्रावधान में संशोधन करते हुए 25 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से एवं शेष 75 प्रतिशत पूर्ववत पदोन्नति से भरे जाने की स्वीकृति प्रदान की। उक्त प्रावधान विभागीय भर्ती नियमों में समाहित करने के बाद प्रदेश के आमजन को विशेषज्ञ सेवाएँ उपलब्ध कराए जाने के लिये सीधी भर्ती से विशेषज्ञों की भर्ती की कार्यवाही की जा सकेगी।

आमजन को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएँ प्रदान करने के लिये प्रदेश में द्वितीय श्रेणी पी.जी.चिकित्सकों को विभाग में सेवाओं के लिए आकर्षित करने के लिए चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यग्रहण करने के बाद का क्रमोन्नति के रूप में विशेषज्ञ के पद पर आगामी ग्रेड-पे (5400 से 6600) स्नातकोत्तर डिग्रीधारी चिकिसकों को दो वर्ष की सेवा उपरांत एवं स्नातकोत्तर डिप्लोमाधारी चिकित्सकों को तीन वर्ष की नियमित सेवा के बाद दी जा सकेगी।

विभाग में पहले से कार्यरत चिकित्सकों के सीधी भरती प्रक्रिया में विशेषज्ञ के पद पर चयनित होने पर उनकी पूर्व सेवाएँ, पेंशन के लिये अर्हतादायी सेवा गणना में शामिल की जायेगी।

कैम्पा निधि

मंत्रि-परिषद ने राज्य शासन द्वारा प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि (कैम्पा निधि) अंतर्गत वर्ष 2021-22 की वार्षिक प्रचालन कार्य योजना (ए.पी.ओ.) के क्रियान्वयन के लिये राशि 776 करोड़ 97 लाख रूपये के कैम्पा निधि से उपयोग का अनुमोदन किया।

उपार्जन संबंधी

मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में रबी 2020-21 (रबी विपणन वर्ष 2021-22) में भारत सरकार की पी.एस.एस. अंतर्गत चना, मसूर एवं सरसों उपार्जन के लिये पंजीकृत कृषकों से राज्य उपार्जन एजेंसी ‘मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ’ द्वारा करने का निर्णय लिया।

पर ड्रॉप मोर क्रॉप

उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग के अंतर्गत क्रियान्वित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाय) के घटक पर ड्रॉप मोर क्रॉप (माइक्रो इरीगेशन) को 1 अप्रैल 2021 के बाद भी वर्ष 2021-22 से 2023-24 तक निरन्तर रखे जाने की अनुमति मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदान की गई।

सुप्रीम कोर्ट ने प बंगाल में चुनाव-उपरांत हिंसा प्रभावित परिवारों का पलायन रोकने, मुआवजा दिलाने,उनके पुनर्वास संबंधी याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार से जवाब तलब किया attacknews.in

नयी दिल्ली, 25 मई ।उच्चतम न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव-उपरांत हिंसा से प्रभावित परिवारों का पलायन रोकने, मुआवजा दिलाये जाने और उनके पुनर्वास संबंधी जनहित याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार से मंगलवार को जवाब तलब किया।

न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति बी आर गवई की अवकाशकालीन खंडपीठ ने अरुण मुखर्जी, देबजानी हलदर, प्रशांत दास, प्रमिता डे और भूपेन हलदर की याचिका की सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार को नोटिस जारी किये तथा मामले की सुनवाई सात जून को शुरू हो रहे सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।

श्री अरुण मुखर्जी और देबजानी हलदर सामाजिक कार्यकर्ता हैं, प्रशांत दास कूचबिहार जिले में हुई हिंसा से प्रभावित व्यक्ति हैं। प्रमिता डे और भूपेन हलदर वकील हैं, जिनके आवास और कार्यालय कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिये गये थे।

न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता पिंकी आनंद की दलीलें सुनने के बाद इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू), राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग तथा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को पक्षकार बनाने का निर्देश दिया।
सुश्री आनंद ने दलील दी थी कि हिंसा से प्रभावित व्यक्तियों को राहत सुनिश्चित करने के लिए इन आयोगों की भी उपस्थिति अनिवार्य हैं।

उन्होंने कहा, “विभिन्न मानवाधिकार आयोगों ने इस हिंसा पर अपनी रिपोर्ट पेश की हैं। उन्हें रिपोर्ट के लिए कहा जाना चाहिए। ये रिपोर्ट मददगार साबित होंगी। एनसीडब्ल्यू ने विस्थापित महिलाओं की मदद की है। इन संगठनों को पक्षकार बनाया जाये।”
इस दलील को न्यायालय ने स्वीकार कर लिया।

मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण रणनीति निर्धारण के लिये पाँच मंत्री-समूह गठित:जिला,विकासखंड और ग्राम तथा नगर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों से सलाह-मश्विरा कर अनुशंसाएँ सरकार को प्रस्तुत करेंगी attacknews.in

भोपाल 24 मई ।राज्य शासन द्वारा कोविड संक्रमण के नियंत्रण के लिये आगामी रणनीति निर्धारित करने मंत्रि-परिषद सदस्यों के पाँच मंत्री-समूहों का गठन किया गया है। यह समितियाँ आवश्यकतानुसार जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी, विकासखंड क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी और ग्राम तथा नगर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी से सलाह-मश्वरा कर अपनी अनुशंसाएँ सरकार को प्रस्तुत करेंगी।

मेडिकल ऑक्सीजन

प्रदेश को मेडिकल ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से भविष्य की रणनीति निर्धारण के लिये आवश्यक सुझाव देने मंत्री-समूह का गठन किया गया है। इसमें लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गोपाल भार्गव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, राजस्व, परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद भदौरिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह प्रेमसिंह दत्तीगांव हैं।

टीकाकरण कार्य

प्रदेश में कोविड संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये प्रदेश में शत-प्रतिशत टीकाकरण को संपादित कराने के उद्देश्य से सुझाव प्रस्तुत करने के लिये मंत्री-समूह का गठन किया गया है। इसमें चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पशुपालन एवं डेयरी, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त कल्याण मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल, पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल हैं।

कोरोना कर्फ्यू

प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को चरणबद्ध प्रक्रिया से समाप्त करने और सामान्य जन-जीवन बहाली के संबंध प्रस्तावित रणनीति को प्रभावी रूप से लागू करने के लिये सुझाव प्रस्तुत करने के लिये मंत्री-समूह का गठन किया गया है। इसमें गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जनजातीय कार्य, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह मांडवे, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, खनिज साधन एवं श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह सिसोदिया, सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़ हैं।

कोविड अनुकूल व्यवहार

प्रदेश में आम नागरिकों में कोविड अनुकूल व्यवहार के सुनिश्चयन के लिये प्रचार-प्रसार, पर्यवेक्षण एवं जागरूकता के लिये आवश्यक सुझाव प्रस्तुत करने के लिये मंत्री-समूह का गठन किया गया है। इसमें जल संसाधन, मुछआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, वन मंत्री श्री विजय शाह, वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, पर्यटन, संस्कृति, अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया हैं।

जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार

प्रदेश में कोविड संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु जन-जागरूकता एवं आवश्यक प्रचार-प्रसार के सुनिश्चयन के उद्देश्य से भविष्य की रणनीति के लिये आवश्यक सुझाव प्रस्तुत करने के लिये मंत्री-समूह का गठन किया गया है। इसमें गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मंत्री चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पर्यटन, संस्कृति, अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन मंत्री श्री इंदर सिंह परमार है।

मध्यप्रदेश में कोविड के विरूद्ध लड़ाई जारी रहेगी पर दूसरी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करना है;कोरोना नियंत्रण के बाद शिवराज सिंह चौहान का और अधिक सतर्कता बरतने का अनुरोध attacknews.in

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पा लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार सभी नागरिकों और संबंधितों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए और अधिक सतर्क रहने का अनुरोध कर रहे हैं, ताकि तीसरी लहर के प्रकोप को राेका जा सके।

श्री चौहान ने आज यहां मंत्रिपरिषद की बैठक के पहले मंत्रियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जनता, जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के सहयोग और कड़ी मेहनत से दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। अब हम धीरे धीरे ‘अनलॉक’ की ओर बढ़ेंगे। लेकिन अभी भी लगातार सतर्क रहना है, क्योंकि कोरोना गया नहीं है। यदि हमने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया, मॉस्क का उपयोग नहीं किया, वैक्सीन नहीं लगवाया और ‘कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर’ का पालन नहीं किया तो हम तीसरी लहर रोकने में सफल नहीं हो पाएंगे।

कोरोना नियंत्रण में है:शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड के विरूद्ध युद्ध के साथ-साथ आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तेजी से काम करना होगा।

श्री चौहान आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के मुख्य बिन्दुओं पर संबंधित अधिकारियों को मंत्रालय से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड के विरूद्ध लड़ाई जारी रहेगी पर दूसरी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करना है। कोरोना संक्रमण के कारण राजस्व और विकास के कार्य प्रभावित हुए हैं, परंतु उपार्जन, मनरेगा और तेंदूपत्ता तुड़ाई का काम निर्बाध रूप से जारी रहा। अगस्त 2020 में हमने व्यापक विचार-विमर्श कर आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बनाकर सभी क्षेत्रों में लक्ष्य निर्धारित किये थे। इस दिशा में हम तेजी से कार्य कर रहे थे। परंतु कोरोना की आपदा के कारण इनमें से कई कार्य धीमे पड़े या रूक गये। प्रदेश में अब कोरोना नियंत्रण में है, अत: हमें एक बार फिर तेजी से इस दिशा में कार्य आरंभ करना है।

श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर भारत के रोडमैप के चार मुख्य आधार स्तम्भ क्रमश: भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, शिक्षा और स्वास्थ्य तथा अर्थ-व्यवस्था एवं रोजगार हैं। स्वास्थ्य के अंतर्गत कोरोना की तीसरी संभावित लहर का सामना करने के उद्देश्य से डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती, ऑक्सीजन में आत्म-निर्भरता, आवश्यक अधोसंरचना विकास और उपकरणों की आपूर्ति जैसे कार्य करना है। इसके साथ ही अर्थ-व्यवस्था और रोजगार के क्षेत्र में भी तेजी से गतिविधियाँ बढ़ानी हैं। जब कोरोना का प्रकोप अधिक नहीं था उन दिनों लगभग 1900 एमएसएमई ईकाइयों का लोकार्पण किया गया था। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए इस प्रकार की गतिविधियाँ जारी रहेंगी।

श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के अंतर्गत निर्धारित अधिकांश गतिविधियों की समय सीमा वर्ष 2023 है। कोरोना के कारण गतिविधियाँ प्रभावित हुई हैं। आत्म-निर्भर भारत के अंतर्गत आठ मिशन क्रमश: मिशन अर्थ, मिशन दक्ष, मिशन जनगण, मिशन निरामय, मिशन बौधि, मिशन निर्माण, मिशन ग्रामोदय और मिशन नगरोदय के अंतर्गत गतिविधियाँ संचालित की जाना हैं। सभी मिशनों के अंतर्गत कार्यों को गति देते हुए इनकी मानिटरिंग आत्म-निर्भर पोर्टल के माध्यम से करना तत्काल आरंभ किया जाए।

श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में 906 गतिविधियाँ और 3 हजार 25 उप गतिविधियाँ आरंभ की गई थीं। यह प्रसन्नता का विषय है कि 796 गतिविधियाँ अब तक पूर्ण भी हो चुकी हैं। इस दिशा में हमें पुन: उत्साह से लगातर कार्य करना है।

उन्होंने कहा है कि सम-सामयिक कार्यों जैसे वर्षा काल की तैयारी,सड़कों का रख-रखाव, विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, उपार्जन, बोवनी की तैयारियों की निरंतर समीक्षा भी आवश्यक है।

निर्माण कार्य की राशि में से देनी पड़ती हैं 50 प्रतिशत रिश्वत:बड़ीसादड़ी पालिकाध्यक्ष का साला दो लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार attacknews.in

चित्तौड़गढ़ 25 मई । राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ीसादड़ी नगरपालिका अध्यक्ष के साले को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के दल ने आज दो लाख रुपये की रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया जबकि पालिकाध्यक्ष निर्मल पितलिया फरार हो गया।

ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि गत 19 मई को नगर पालिका के ठेकेदार विष्णुदत्त शर्मा ने परिवाद दर्ज करवाया कि उसने नगरपालिका क्षेत्र में सड़कों का डामरीकरण कार्य किया जिसका अंतिम भुगतान तीन लाख 92 हजार 692 रुपये का भुगतान करने के बदले पालिकाध्यक्ष निर्मल पितलिया ने 50 प्रतिशत कमीशन दो लाख रुपए का चैक ले लिया है।

ब्यूरो ने मामले का तीन बार सत्यापन करवाया जिसमें रिश्वत का चैक लेने की पुष्टि हो गई और आज परिवादी की फर्म के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बड़ीसादड़ी शाखा में बकाया भुगतान की राशि नगरपालिका द्वारा ट्रांसफर होते ही ब्यूरो का दल बैंक के आसपास सक्रिय हो गया जहां पालिकाध्यक्ष ने अपने साले कुश शर्मा को परिवादी द्वारा दिये चैक को कैश करवाने के लिए भेजा जिसने चैक प्रस्तुत कर राशि ले ली।

इस दौरान ब्यूरो टीम ने उसे दो लाख की नकदी के साथ दबोच बैंक से चैक भुगतान एवं राशि का सत्यापन करवा उसे गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी के बयान के बाद ब्यूरो के दल ने पालिकाध्यक्ष पितलिया को नामजद कर उसके ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन वह फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही तीन माह पूर्व हुए चुनाव के बाद कांग्रेस का बहुमत आने पर पितलिया पार्षदों की खरीद फरोख्त के आरोपों के बीच पालिकाध्यक्ष पद पर चुने गए थे।

बाबरी मस्जिद के बदले निर्माणाधीन अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट ने धन्नीपुर में प्रस्तावित परियोजना के नक्शे की ड्राइंग अविप्रा को सौंपी attacknews.in

अयोध्या, 25 मई । अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट-इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने अयोध्या के धन्नीपुर में अपनी प्रस्तावित परियोजना के नक्शे की ड्राइंग अयोध्या विकास प्राधिकरण (अविप्रा)को सौंप दी है।
अयोध्या फैसले के तहत धन्नीपुर में उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई पांच एकड़ भूमि पर एक मस्जिद और अन्य सुविधाएं विकसित की जानी हैं।

इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के ट्रस्टी कैप्टन अफजाल अहमद खान ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट की प्रस्तावित परियोजना के बारे में चर्चा की । जिसमें 300 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, एक सामुदायिक रसोई जो रोजाना लगभग एक हजार लोगों को खिलाएगी, एक अनुसंधान केंद्र जो समर्पित है महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद मौलवी अहमदुल्ला शाह के नाम और एक मस्जिद जो एक बार में दो हजार नमाजियों को समायोजित कर सकती है शामिल है।

नरोत्तम मिश्रा बताया कि कमलनाध के खिलाफ पुलिस प्रकरण क्यों दर्ज किया गया और कहा कि, विपक्ष का विरोध सर आंखों पर, लेकिन भय और भ्रम फैलाना उचित नहीं attacknews.in

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज विधानसभा में विपक्ष के नेता कमलनाथ पर फिर से हमला करते हुए कहा कि हम विपक्ष के विरोध का हमेशा स्वागत करते हैं, लेकिन भय और भ्रम फैलाना उचित नहीं हैं और इसलिए ही श्री कमलनाथ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

राज्य सरकार के प्रवक्ता डॉ मिश्रा ने यहां मीडिया से कहा कि विपक्ष को विरोध करने का पूरा अधिकार है और हम सदैव इसका स्वागत करेंगे। लेकिन ‘आग लगाने’ जैसे शब्दों के जरिए लोगों को भड़काने और भय पैदा करने को कैसे उचित ठहराया जा सकता है। कांग्रेस नेता इस बात का जवाब भी नहीं दे रहे हैं। इसी तरह अमरीका के अखबारों में भी छप गया है कि कोरोना वायरस चीन का है, लेकिन वे इसे ‘इंडियन कोरोना’ बताकर देश को बदनाम कर रहे हैं। इसी वजह से प्राथमिकी दर्ज की गयी है।