माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप 7 नये पाठ्यक्रमों को शुरू किया attacknews.in

भोपाल, 07 जून । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय आगामी नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की पहल कर रहा है।

आज विश्वविद्यालय द्वारा अपने विभिन्न परिसरों के 29 पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अधिसूचना जारी कर दी गई है, जिसके अनुसार 31 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश ने कहा है कि विश्वविद्यालय के नए सत्र 2021-22 में सात पाठ्यक्रमों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार तैयार किया गया है।

उन्होंने बताया कि आगामी शिक्षा सत्र से 3/4 वर्षीय सात ग्रेजुएट ऑनर्स पाठ्यक्रम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होंगे, जबकि फिल्म और ग्रामीण पत्रकारिता में दो नए पी.जी. डिप्लोमा भी शुरू किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इन पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों को मल्टीपल एग्जिट-एंट्री सिस्टम सहित अन्य प्रावधानों की सुविधा मिलेगी।

आगे हम नई शिक्षा नीति को पूर्ण रूप से लागू करेंगे।

विश्वविद्यालय द्वारा पत्रकारिता, जनसंचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, न्यू मीडिया, फिल्म प्रोडक्शन, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, मीडिया मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन तथा लाइब्रेरी एवं इंफॉर्मेशन साइंस से संबंधित डिप्लोमा, डिग्री एवं रिसर्च के 29 पाठ्यक्रमों के लिए भोपाल, रीवा तथा खंडवा परिसर में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि आगामी शिक्षा सत्र से विश्वविद्यालय अपने खंडवा परिसर में फिल्म अभिनेता किशोर कुमार की स्मृति में फिल्म पत्रकारिता तथा रीवा परिसर में ग्रामीण पत्रकारिता में एक वर्षीय पी.जी. डिप्लोमा भी शुरू कर रहा है।

सभी पाठ्यक्रमों की सीमित सीटों के लिए मेरिट आधार पर होने वाले प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है, जबकि प्रथम चयन सूची 12 अगस्त को जारी की जाएगी।

विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।

ग्रामीण बैंक के मैनेजर ने लिंक फेल के बहाने लाखों रुपए का गबन कर लिया,करीब 1 साल में ग्राहकों के खाते से अपने रिश्तेदारों में खाते में रुपए का कर दिया हस्तांतरण attacknews.in

बक्सर, 07 जून । बिहार के बक्सर जिले में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की आशा पड़री शाखा के प्रबंधक ने लिंक फेल के बहाने एक करोड़ रुपए से अधिक का गबन कर लिया।

पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि शाखा प्रबंधक रविशंकर कुमार ने करीब एक साल में ग्राहकों के खाते से अपने रिश्तेदारों में खाते में रुपए का हस्तांतरण किया।

एसएमएस से जब इसकी जानकारी ग्राहक को होती थी तब वह लिंक फेल होने की बात कहकर ग्राहक को घर भेज देता था।

इसके बाद एक-दो दिनों में ग्राहक के खाते में रुपए किसी तरह से पैसा डाल देता था।

श्री सिंह ने बताया कि मामले में गिरफ्तार किए प्रबंधक ने पूछताछ में रुपये गबन की बात को स्वीकार कर लिया है. पूछताछ के दौरान उसने एक करोड़ नौ लाख रुपये गबन की बात कबूली है।

वहीं, पुलिस ने करीब 63 लाख रुपये फ्रीज किये है।

साथ ही 82 हजार रुपये बरामद किया है।

पूछताछ के बाद बैंक मैनेजर को जेल भेज दिया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने कई अन्य खातों को फ्रीज किया है जिसमें एक खाता एक शिक्षक का है।

इसमें लगभग 40 लाख रुपये हैं वहीं, अन्य कई उसके रिश्तेदारों के खाते सीज किये गये है।

मामले में कई अन्य लोगों से पूछताछ किया जा रहा है।

इससे पूर्व कई ग्राहकों से शिकायत मिलने के बाद बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक ने पूरे मामले की जांच की तो पता चला कि शाखा प्रबंधक ग्राहकों के रुपए की हेरा फेरी करता है।

इसके बाद बैंक की ओर से 31 मई को रविशंकर कुमार को निलंबित कर दिया गया।

आगे की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि तीन लोगों के खाते से करीब एक करोड़ से अधिक की राशि बैंक प्रबंधक ने अपने पिता, पत्नी और एक रिश्तेदार के खाते में हस्तांतरित किया है।

इस सिलसिले में तीन जून को प्रबंधक समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इसी बीच पांच जून की रात बैंक मैनेजर को पटना से गिरफ्तार किया गया।

मध्यप्रदेश में रविवार को कोरोना के 735 नए मरीज आए सामने, 42 की मृत्यु;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,85,196 और मृतकों की संख्या 8337 हुई attacknews.in

भोपाल, 06 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 735 नए मामले सामने आने के साथ ही 42 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज की गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन के अनुसार आज 81,636 सैंपल की जांच में 735 पॉजीटिव और 80901 निगेटिव निकले।

हालाकि 185 सैंपल को रिजेक्टर कर दिया गया और संक्रमण दर 0़ 9 प्रतिशत रही।

इस तरह राज्य में अब तक 7,85,196 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से 7,66,756 व्यक्ति संक्रमण से उबरने में सफल रहे।

बुलेटिन के अनुसार वर्तमान में एक्टिव केस (उपचाररत मरीज) की संख्या 10103 है।

आज 42 लोगों की मृत्यु दर्ज किए जाने के साथ ही अब तक 8337 संक्रमितों की मौत हुयी है।

वहीं स्वस्थ होने वालों का आज का आकड़ा 1934 रहा।

सबसे अधिक 1355 मौत इंदौर में दर्ज हुयी हैं।

इसके बाद भोपाल में 952, ग्वालियर में 600 और जबलपुर में 626 मौत दर्ज की गयी हैं।

सबसे अधिक सक्रिय मामले भोपाल जिले में 2225 हैं जबकि इंदौर में यह संख्या 1509 है।

आज राज्य में सबसे अधिक मामले फिर से इंदौर में 298 दर्ज किए गए।

इसके बाद भोपाल में 137, जबलपुर में 56, ग्वालियर में 14, उज्जैन में 13, रतलाम में 16, सागर में 7, रीवा में 8, खरगोन में 12, बैतूल में 10 और धार में 8 मामले दर्ज किए गए।

राज्य में कोरोना की दूसरी लहर अब उतार पर है और इसने अप्रैल और मई माह में सबसे अधिक तबाही मचायी।

दूसरी ओर सरकार कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर उससे निपटने के लिए अभी से तैयारी में जुटी है।

राज्य में अब तक कुल 1,03,67,744 सैंपल की जांच की गयी है।

मध्यप्रदेश पुलिस ने सेंधवा में कनाडा निवासी व्यक्ति द्वारा दी गयी हत्या की सुपारी के उद्देश्य से खरीदी गयीं 16 देशी पिस्तौलों के साथ 1 शूटर समेत 4 लोगों को किया गिरफ्तार attacknews.in

बड़वानी, 6 जून । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा शहर थाना क्षेत्र के बाहरी इलाके में पुलिस ने कनाडा निवासी व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर दी गयी हत्या की सुपारी के उद्देश्य से खरीदी गयीं 16 देशी पिस्तौलों के साथ एक शूटर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

बड़वानी के पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने आज शाम सेंधवा में पत्रकारों से चर्चा में बताया कि हरियाणा के सिरसा जिले के जगमीत सिंह, जगसीर सिंह उर्फ जग्गा, दिनेश गरुवा और राजस्थान के बीकानेर क्षेत्र के शार्प शूटर अरुण तावनिया को 16 देशी पिस्तौलौं के साथ गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर कल सेंधवा शहर के बाहरी इलाके वरला मार्ग पर सेंधवा शहर, सेंधवा ग्रामीण, तथा वरला थाना पुलिस के संयुक्त बल ने आरोपियों की कार को घेराबंदी करके रोका था।

कार से उतर कर फरार हो रहे चारों आरोपियों को बड़वानी जिले के वरला थाना क्षेत्र के उमरठी से खरीदे गए 16 देसी पिस्तौलौं के साथ हिरासत में ले लिया गया।

पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी 35 वर्षीय जगमीत सिंह ने बताया कि वह रांची के रामगढ़ स्थित सिख रेजीमेंट में प्रधान आरक्षक के रूप में काम करता था।

उसका एक रिश्तेदार जंग बहादुर कनाडा में रहता है।

उसके और जंग बहादुर के रिश्तेदार एवं ग्राम प्रधान की 2019 में प्रदीप सिंह द्वारा करवाई गई थी।

इस हत्या का बदला लेने के सिलसिले में जंग बहादुर द्वारा उसे प्रदीप सिंह की हत्या करने की सुपारी दी गई थी।

इसी के उद्देश्य से वह हथियार खरीद कर वापस जा रहा था।

पुलिस अधीक्षक श्री अग्रवाल ने बताया कि सारे आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड तलाशे जा रहे हैं।

सेंधवा शहर थाने के नगर निरीक्षक बलदेव मुजालदा ने बताया कि जगमीत सिंह 2019 में प्रदीप सिंह द्वारा उसके रिश्तेदार ग्राम प्रधान की हत्या कराए जाने के उपरांत सेना से भाग गया था।

इसके चलते उसे भगोड़ा घोषित किया गया था।

इसके बाद उसने प्रदीप सिंह पर हमला बोल दिया था, जिसके चलते राजस्थान के बीकानेर जिले के भादरा में उसके विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया था।

इसी दौरान जेल में उसकी मुलाकात अरुण से हुई थी।

उन्होंने बताया कि फिलहाल जगमीत सिंह पैरोल पर था।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आज एक अन्य घटना में शिवपुरी जिले में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक के पुत्र अनिल शर्मा और एक अन्य सागर सिंह को सेंधवा के समीप चार पिस्तौलों के साथ गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने बताया कि पिछले 5 दिनों में पुलिस ने 25 देशी पिस्तौलें बरामद कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने स्वीकार किया कि वर्षों से हथियार निर्माण के लिए पूरे भारत में कुख्यात उमरठी हथियार बनने और बिकने की प्रक्रिया पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है।

उन्होंने हथियार निर्माता सिकलीगरों को मुख्यधारा में लाने के लिए समग्र और ठोस योजना की आवश्यकता जताई।

पुड्डुचेरी में मंत्रिमंडल विस्तार का मुद्दा सुलझा; विस्तार शीघ्र किया जायेगा और मुख्यमंत्री एन रंगासामी मंत्रियों की सूची जारी करेंगे attacknews.in

पुड्डुचेरी 06 जून । केंद्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी के प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष वी सामीनाथन ने रविवार को कहा कि भाजपा और एनआर कांग्रेस के बीच मंत्रिमंडल विस्तार का मुद्दा सुलझा लिया गया है।

श्री सामीनाथन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा की ओर से एनआर कांग्रेस के लिए कोई परेशानी नहीं है तथा मंत्रिमंडल का विस्तार शीघ्र किया जायेगा और मुख्यमंत्री एन रंगासामी मंत्रियों की सूची जारी करेंगे।

भाजपा विधायक दल के नेता ए नमासिवायम ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच हुई चर्चा के दौरान भाजपा ने प्रदेश की जनता के हित में फैसला लिया जिसके बाद चर्चा समाप्त हो गयी।

यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा ने उपमुख्यमंत्री पद की अपनी मांग वापस ले ली है, श्री नमासिवायम ने कहा कि इस बारे में शीर्ष नेतृत्व जानकारी देंगे।

उल्लेखनीय है कि 30 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में 16 सीटों पर जीत और भाजपा के समर्थन पत्र के साथ श्री रंगासामी ने गत सात मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, हालांकि भाजपा की ओर से मंत्रिमंडल में अपने तीन मंत्रियों और अध्यक्ष पद की मांग तथा मुख्यमंत्री की इस पर अनिच्छा के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार लंबित है।

मध्यप्रदेश के चंबल अंचल में खनन माफिया की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए चुनौती बनी वन विभाग की अनुविभागीय अधिकारी सविता पढरे attacknews.in

मुरैना, 06 जून । मध्यप्रदेश के चंबल अंचल में खनन माफिया की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के प्रयास में जुटी एक महिला अधिकारी ऐसे तत्वों के लिए एक चुनौती बनकर सामने आयी है।

वन विभाग में पदस्थ महिला अधिकारी और उनकी टीम ने अप्रैल और मई माह में अवैध खनिज उत्खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।

इसी वजह से बौखलाहट में कथित खनन माफिया के लोगों ने आधा दर्जन बार पत्थरों और गोलीबारी कर जानलेवा हमले तक किए हैं।

इसके बाद भी महिला अधिकारी ने अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो दर्जन से अधिक रेत एवं पत्थरों से भरी ट्रेक्टर ट्रालियों, तीन ट्रक, जेसीबी मशीन और जीप को अपने कब्जे में लेने के बाद पुलिस के हवाले किया है।

मुरैना के देवरी स्थित चंबल सेंचुरी पर पदस्थ वन विभाग की अनुविभागीय अधिकारी सविता पढरे ने बताया कि अवैध उत्खन व परिवहन की सूचना मिलने पर वे तुरंत आवश्यक कार्रवाई करती हैं।

माफिया के लोग चंबल नदी से रेत का उत्खनन कर ट्रेक्टर ट्रालियों से परिवहन करते हैं और हथियारों से लैस खनन माफिया के सहयोगी वाहन को सुरक्षा प्रदान करने की कोशिश करते हैं।

यदि वन विभाग की टीम उन्हें रोकने का प्रयास करती है, तो माफिया के लोग फायरिंग और पत्थरों से हमला करते हैं।

कई बार टीम के लोगों को ट्रेक्टर से कुचलने का प्रयास भी किया गया।

सुश्री पढरे ने बताया कि उन पर किये गए जानलेवा हमले के मामलों में एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जा चुका है।

उनका कहना है कि उनके क्षेत्र में अवैध उत्खनन एवं परिवहन करने वालों पर कार्रवाई जारी रहेगी।

शादी के समय दुल्हन अपने दोस्त के बिना रह नहीं पाई और सात फेरे के पहले ही किसी बहाने रफूचक्कर होकर दोस्त के घर पहुंचकर छुप गई attacknews.in

जौनपुर, 06 जून ।शादी के समय दुल्हन अपने दोस्त के बिना रह नहीं पाई और सात फेरे के पहले ही किसी बहाने रफूचक्कर होकर दोस्त के घर पहुंचकर छुप गई,आनन-फानन में ढूंढा-ढांडी के बाद हाथ लगी दुल्हन बहुत मनुहार के बाद सात फेरे लेने को तैयार हुई।

उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के एक गांव में शनिवार की रात शादी के दौरान फिल्मी अंदाज में दुल्हन जयमाल के बाद फरार हो गई। रात भर उसकी तलाश होती रही। वह भोर में गांव के ही एक युवक के घर में छिपी मिली।

पुलिस आरोपी युवक व उसके पिता को हिरासत में लेकर थाने ले गई। यहां घंटों पंचायत के बाद मामला सुलझने पर विवाह की रस्में पूरी हुईं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि रामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार की रात भदोही जिले से बारात आई थी।

घरातियों ने बरातियों का जोरदार स्वागत किया। द्वारपूजा के बाद जयमाल की रस्म हुई। जयमाल के बाद अचानक दुल्हन लापता हो गई।

परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो सन्न रह गए। काफी देर तक घर व आसपास खोजबीन हुई, लेकिन दुल्हन का कहीं पता नहीं चला।

अनहोनी की आशंका से सहमे परिजन शक होने पर भोर में गांव के एक युवक के घर पहुंचे। दुल्हन इसी घर में छिपी हुई थी।

परिजनों की सूचना पर रामपुर पुलिस भी वहां पहुंच गई। दुल्हन समेत आरोपी युवक और उसके पिता को पुलिस थाने ले गई।

वहां घंटों तक पंचायत होने के बाद दुल्हन शादी के लिए तैयार हुई। शादी की रस्म पूरा होने के बाद दुल्हन की विदाई हुई।

इस संबंध में थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह ने बताया कि दुल्हन और युवक में दोस्ती थी। युवती इस शादी को लेकर तैयार नहीं थी। काफी समझाने के बाद वह शादी के लिए राजी हुई।

अवैध हथियारों की इंडस्ट्रीज बिहार के मुंगेर का इतिहास पढ़िये जहाँ एकबार फिर पुलिस ने किया अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, दो तस्कर गिरफ्तार attacknews.in

मुंगेर, 06 जून । बिहार में मुंगेर जिला पुलिस की ओर से चलाए गए विशेष अभियान में रविवार को अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक जे0 जलारेड्डी ने यहां बताया कि उनके निर्देशन में चलाए गए विशेष अभियान में मुंगेर की बरियारपुर पुलिस ने आज बरियारपुर थाना क्षेत्र के बादशाही पुल के पास दो शस्त्र-तस्करों को दो देसी पिस्तौल, चार मैगजीन, चार कारतूस और एक मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार शस्त्र-तस्करों में एक भागलपुर जिले के घोघा थाना क्षेत्र के पन्नुचक गांव का मिथिलेश मंडल और दूसरा जिले के अकबरनगर थाना क्षेत्र के अकबरनगर मोहल्ले का मो0 महताब है ।

मुंगेर में अवैध हथियारों का इतिहास:

मुंगेर में हथियारों का इतिहास मीरकासिम के समय से चला आ रहा है. जहां वैध हथियार निर्माण होते-होते एक हिस्सा वैध तो दूसरी तरफ अवैध हथियार निर्माण में तब्दील हो गया। आज मुंगेर जो है, वो हथियारों के एसेम्बल और फिनिशिंग का अड्डा बना गया ।

पश्चिम बंगाल के अलावा एमपी के जबलपुर से ट्रेन और गंगा नदी के माध्यम से एके-47 से लेकर पिस्टल तक के पार्ट्स स्मग्लिंग कर मुंगेर लाया जाता है और उसे एसेम्बल कर अपराधियों और नक्सलियों को सप्लाई किया जाता है. जिसका उदाहरण पिछले साल मुंगेर से 22 एके-47 की बरामदगी है।

पिछले 15 साल पहले लोक सभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में वोटिंग बैलेट बॉक्स के द्वारा करवाया जाता था।चुनाव के दौरान मुंगेर से खरीदे हथियारों का प्रयोग बूथों को लूटने और कब्जा करने में किया जाता था।समय के साथ वोटिंग के तरीके भी बदले गए।अब बूथ पर ईवीएम मशीन से वोटिंग होती है।बूथों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम होने लगे हैं। जिससे अब राजनीतिक दलों द्वारा हायर किए अपराधी बूथ पर कुछ नहीं कर सकते.लेकिन अपराधी अपना तरीका बदलते हुए हथियारों का इस्तेमाल मतदाताओं को डराने और धमकाने में करने लगे है।

चुनाव के दौरान मुंगेर पुलिस का काफी चुनौतीपूर्ण कार्य हथियार तस्करों पर अंकुश लगाना होता है।

मुंगेर डीआईजी रहे मनु महाराज ने बताया था कि चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने को लेकर मुंगेर प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों को अलर्ट कर दिया जाता था ताकि हथियारों की तस्करी पर अंकुश लगाने में सफलता मिले।साथ ही मुंगेर पुलिस द्वारा हथियार तस्करों के विरुद्ध विशेष कार्रवाई की जाती है ।

बिहार में चुनाव गन, धन और जन के सहारे ही लड़ा जाता है।अमूमन हर चुनाव के पहले अवैध हथियारों का गढ़ कहे जाने वाला शहर मुंगेर चर्चा में आ जाता है और मुंगेर पुलिस के द्वारा लगातार हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते रहती है।

प्रमुख गढ़ मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव को माना जाता है.।जहां से अवैध हथियार निर्माण व तस्करी का बड़ा कारोबार संचालित हो रहा है।

यूं तो पूरे जिले में इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का निर्माण व तस्करी हो रही है, लेकिन मुफस्सिल थाना क्षेत्र के साथ ही कासिम बाजार, कोतवाली, पूरबसराय, नयारामनगर, बरियारपुर एवं शामपुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हथियार का निर्माण विधानसभा चुनाव में डिमांड के अनुसार किया जाता है।

मुंगेर एसपी रही लिपि सिंह ने बताया था कि जनवरी 2020 से सितंबर तक मुंगेर पुलिस ने 169 हथियारों की बरामदगी की, जबकि अवैध हथियार बनाने वाली 25 मिनी गन फैक्ट्रियों का उद्भेदन किया है. इतना ही नहीं इस दौरान पुलिस ने 2000 राउंड से अधिक जिंदा कारतूस की भी बरामदगी की।

साल 2019 में सेना को सप्लाई 22 एके 47 के साथ एके 47 के ढेरों पार्ट्स की बरामदगी की गई. इस मामले में मुंगेर और एमपी के जबलपुर के लगभग 3 दर्जन तस्कर और खरीदार गिरफ्तार किए गए. 19 सितंबर 2020 में पटना के मीठपुर थाना क्षेत्र में एसटीएफ द्वारा मुंगेर से तस्करी कर लाए जा रहे 8 पिस्टल को मैगजीन के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार किए गए. 11 जून 2020 में हेमजापुर ओपी पुलिस ने एनएच 80 पर वाहन चेकिंग के दौरान 3 आर्म्स तस्कर को 2 पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया. 12 जुलाई 2020 को वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत आईटीसी मैदान से मुंगेर पुलिस ने अवैध हथियारों की डिलिंग करते 5 हथियार तस्करों को 4 पिस्टल और 8 मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया था।

जून 2020 : गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की कार्रवाई में तीन पिस्टल, 6 मैगजीन और एक मास्केट, एक साथ दो अंतरजिला हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया।

28 अगस्त 2020 : मुंगेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अन्तर्राज्यीय अपराधी गिरोह के पांच सदस्य को गिरफ्तार किया।पिस्टल, देशी कट्टा, कारतूस और आई फोन भी बरामद किए गए. गिरफ्तार अपराधी पटना, जहानाबाद, अरवल और मुंगेर के रहने वाले थे।

3 सितंबर 2020 को नक्सल प्रभावित शामपुर ओपी के रामगिरिया पहाड़ी के जंगलों में चल रहीं मिनी गन फैक्ट्रियों पर मुंगेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान पांच मिनी गन फैक्ट्रियां पकड़ी गईं. दो पिस्टल, एक कट्टा, छह गोलियां, 9 अर्ध निर्मित पिस्टल के साथ तीन हथियार निर्माता गिरफ्तार किए गए। 05 सितंबर 2020 को 8 नक्सली सहित 10 गिरफ्तार किए गए और उनके पास से ढेरों हथियार व कारतूस बरामद हुए.।24 सितंबर 2020 को तीन पिस्टल तथा दो मैगजीन के साथ दो हथियार तस्कर गिरफ्तार किए गए।

रूद्रपुर में में पकड़ाया बड़ा सैक्स रैकेट,10 गिरफ्तार, सरगना फरार;होटल लीज न चुका पाने पर शुरू कर दिया देह व्यापार ;शबाब, आमिर खान, आकाश लाते थे ग्राहक ,पांच सौ रुपये प्रति ग्राहक लड़कियों को दे दिये जाते थे attacknews.in

नैनीताल, 06 जून । उत्तराखंड के रूद्रपुर में पुलिस ने एक बड़े सैक्स रैकेट का पर्दाफाश कर दस लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें पांच महिलायें शामिल हैं। आरोपी लीज के होटल में अपने दोस्तों के साथ सैक्स रैकेट चलाता था।

उधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दलीप सिंह कुंवर ने रविवार को पत्रकारों के समक्ष इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि विशेष अभियान समूह (एसओजी), मादक द्रव्य निरोधक बल और मानव तस्करी निरोधक इकाई की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता हाथ लगी है। उन्होंने बताया कि लंबे समय से रूद्रपुर के जनता इंटर काॅलेज के पास स्थित नैनी व्यू होटल में अनैतिक देह व्यापार (सैक्स रैकेट) संचालित किये जाने की शिकायत मिल रही थी।इसके बाद पुलिस ने होटल पर लगातार नजर रखनी शुरू कर दी।

मुखबिर से शिकायत मिलने पर पुलिस की तीनों टीमों ने शनिवार रात होटल में एक साथ छापा मारा। जिसमें दो कमरों से आपत्तिजनक स्थिति में दो जोड़े मिले।

पुलिस ने होटल मालिक विनोद गंगवार समेत मौके से कुल दस लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिनमें पांच लड़कियां शामिल हैं।

सैक्स रैकेट के प्रमुख सरगना शबाब, आमिर खान और आकाश रावत मौके से फरार होने में कामयाब रहे।

होटल मालिक विनोद गंगवार ने बताया कि उसने होटल को लीज पर ले रखा है। किराया न चुका पाने के कारण उसने अपने दोस्तों के साथ अनैतिक देह व्यापार (सैक्स रैकेट) चलाने लगा। शबाब, आमिर खान और आकाश रावत ग्राहक लाते थे और वह कमरे के बदले एक हजार रुपये वसूलता था। पांच-पांच सौ रुपये प्रति ग्राहक लड़कियों को दे दिये जाते थे।

आरोपियों के खिलाफ रूद्रपुर कोतवाली में देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लायी जा रही है।

शिक्षा मंत्रालय द्वारा परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) 2019-20 का तीसरा संस्करण जारी, पंजाब, चंडीगढ़, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल को ए ++ ग्रेड दिया गया attacknews.in

नयी दिल्ली, 06 जून । केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की मंजूरी के बाद आज यहां परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) 2019-20 का तीसरा संस्करण जारी किया जिसके तहत पंजाब, चंडीगढ़, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल को ए ++ ग्रेड दिया गया।

शिक्षा मंत्रालय के अनुसार पीजीआई के तीसरे संस्करण में पंजाब, चंडीगढ़, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल को ए ++ ग्रेड दिया गया है।

इसके अलावा अधिकांश राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने पिछले वर्षों की तुलना में में अपने ग्रेड में सुधार किया है. अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, पुडुचेरी, पंजाब और तमिलनाडु ने पीजीआई स्कोर में 10 फ़ीसदी यानी 100 या अधिक अंकों का सुधार किया है।

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और पंजाब ने पहुँच (एक्सेस) के मामले में में 10% (8 अंक) या उससे अधिक का सुधार दिखाया है।

तेरह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने इंफ्रास्ट्रक्चर एवं सुविधाओं के मामले में 10% (15 अंक) या उससे अधिक का सुधार दिखाया है वहीं अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और ओडिशा ने 20% या उससे अधिक सुधार दिखाया है।

अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और ओडिशा ने इक्विटी (समानता) की दिशा में 10 फ़ीसदी से अधिक सुधार दिखाया है। इसके अलावा 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने गवर्नेंस प्रोसेस के मामले में 10फ़ीसदी (36 अंक) या उससे अधिक का सुधार दिखाया है।

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, पंजाब, राजस्थान और पश्चिम बंगाल ने तकरीबन 20फ़ीसदी (72 अंक या अधिक) सुधार दिखाया है।

यह इंडेक्स विभिन्न पहलों के द्वारा राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को शिक्षा क्षेत्र में वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।सभी राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में कमियों को पता कर के उनके ऊपर काम करने में भी मदद करता है।

पीजीआई की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कूली शिक्षा में अभूतवपूर्व बदलाव लाने के विज़न के तहत हुई थी। इसमें 70 मापदंडों के एक सेट के तहत राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को ग्रेड दिए जाते हैं।

पहली बार यह इंडेक्स 2019 में जारी किया गया था जिसके लिए 2017-18 में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा की गई पहल को ध्यान में रखा गया था।

खनन माफियाओं ने बालू बटोरने के चक्कर में श्मशान घाट का नामोनिशान तक मिटा दिया और नदी की बीच धारा से दिन दहाड़े चालू है खनन attacknews.in

जालौन 06 जून । उत्तर प्रदेश में जनपद जालौन की कालपी तहसील में खनन माफिया प्रशासन के सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर अवैध बालू खनन में लगा है और अब उनके हौंसले इतने बुलंद हो गये कि श्मशाम की जमीन को भी नहीं बख्शा। बालू बटोरने के चक्कर में श्मशान घाट का नामोनिशान तक मिटा दिया और नदी की बीच धारा से दिन दहाड़े खनन चालू है।

कालपी तहसील के भेड़ीखुर्द गांव के पास खनन पट्टाधारकों की मनमर्जी इस क्षेत्र के लोगों के लिए कोई नयी नहीं है लेकिन इस बार तो पट्टाधारक अपनी सभी सीमाएं लांघते हुए गांव के श्मशानघाट तक पहुंच गये और उन्होंने घाट से भी बड़ी बड़ी मशीनों से बालू निकालकर पूरा इलाका समतल कर दिया। पट्टाधारकों की इस मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों में जबरदस्त रोष है और उन्होंने स्थानीय प्रशासन को इस बारे में जानकारी भी दी लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

ग्रामीणों का आरोप है कि भेड़ी खुर्द में मोरम खंड संख्या एक के पट्टाधारक ने बेतवा नदी किनारे के गांव के अंत्येष्टि स्थल को ही पॉकलैंड मशीनों से जमींजोद कर वहां से अवैध तरीके से मोरम का खनन करवाने में जुटा हुआ है।

जब ग्रामीणों ने मामले की जानकारी अधिकारियों को दी तो किसी ने शिकायत की सत्यता तक जानने का कोई प्रयास नहीं किया। ऐसी स्थिति में अब यदि बरसात के मौसम में गांव के किसी परिजन का निधन होता है तो वह उसकी अंतिम क्रिया किस स्थान पर करेगा यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब शायद ही खनिज विभाग सहित किसीअन्य अधिकारियों के पास होगा। यही कारण है कि अब ग्रामीण उक्त पट्टाधारक के आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

भेड़ी खुर्द के लोगों ने बताया कि कालपी तहसील क्षेत्र के ग्राम भेड़ी खुर्द में गाटा संख्या 1396 ग खंड संख्या 11 जिसका रकबा 20.24 हेक्टेयर है जिसका पट्टा मनकामेश्वर इन्फ्रास्ट्राक्चर पार्टनर निर्मलकांत तिवारी पुत्र स्व. मदन मोहन तिवारी निवासी 204 बुधौलियाना राठ के नाम 08 मार्च 2021 से 7 मार्च 2026 तक की अवधि के लिए स्वीकृत हुआ था। उक्त पट्टाधारक को जब पता चला के खंड संख्या 11 की बगल में स्थित श्मशान घाट में मोरम का अकूत भंडार है तो लाल सोने के लालच ने उसने पॉकलैंड मशीन की मदद से मोक्षधाम की जमीन ही खोद डाली। ग्रामीणों का आरोप है कि मामले की पूरी जानकारी जिला खनन अधिकारी को है लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और अब लोग ही इस मामले में पट्टाधारक के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने की तैयारी में हैं।

दूसरी ओर जब जिला खनिज अधिकारी आरबी सिंह से रविवार को दूरभाष पर इस मामले की जानकारी मांगी गयी तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में हैं और पट्टाधारक को नोटिस जारी कर दिया गया है लेकिन क्षेत्रीय किसानों का आरोप है जिला खनन अधिकारी सिर्फ नोटिस जारी करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। पहले भी पट्टाधारक के खिलाफ अप्रैल में जब गांववालों ने विरोध प्रदर्शन किया था तो खनिज अधिकारी ने नोटिस जारी करने की बात कही थी।

नोटिस जारी करने के बाद पट्टाधारक के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई हुई या नहीं इसका कुछ पता नहीं है अगर कड़ी कार्रवाई हुई होती तो वह फिर श्मशान खोंदने की हिमाकत नहीं करता लेकिन दबंग पट्टाधारक का ऐसा करना यह बताता है कि उसके हौंसले कितने बुलंद है और अधिकारियों के संरक्षण में ही यह सब संभव हो पा रहा है। ग्रामीणों के आरोपों की पुष्टि कालपी विधायक नरेंद्र सिंह ने भी की है और पूरे मामले की जांच करवाने तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करवाने की बात कही है।

इटावा में गैंगस्टर सपा नेता धर्मेन्द्र यादव के छूटने पर निकाले गये जुलूस के बाद पुलिस ने आगरा, जालौन, औरैया एंव इटावा में दबिश देकर धर्मेन्द्र की ऑडी कार समेत 24 गाडियों को जब्त कर 34 व्यक्तियों को हिरासत में लिया attacknews.in

इटावा,06 जून । उत्तर प्रदेश में इटावा जिला जेल से रिहा हुए समाजवादी पार्टी (सपा) नेता धर्मंद्र यादव की हूटर रैली के वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने करीब 34 लोगो को हिरासत में लिया गया और डयूटी के प्रति लापरवाही बरतने के आरोपी में जेल चौकी प्रभारी भानू प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चार जून को जेल से रिहा हुए सपा नेता घर्मेंद्र यादव ने कल जेल के बाहर से रैली निकाली थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जेल चौकी प्रभारी भानु प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया जब कि अन्य की जांच एसपी सिटी प्रशांत कुमार को सौंप दी है।

दिनांक 04.06.2021 को गैंगस्टर अधि0 के अभियुक्त धर्मेन्द्र यादव जनपद औरैया के जिला कारागार इटावा से जमानत पर छूटने के बाद हाइवे पर भारी सख्या में वाहनों के साथ निकाले गये जुलूस के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा डॉ0 बृजेश कुमार सिंह के निर्देशन में इटावा पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही ।

घटना का विवरण:

दिनांक 04.06.2021 को गैंगस्टर एक्ट के अभियुक्त धर्मेन्द्र यादव पुत्र सतीश चन्द्र यादव निवासी ग्राम उमरसाना थाना दिबियापुर जनपद औरैया के इटावा जेल से जमानत पर छूटने के बाद अपने समर्थकों के साथ दिनांक 05.06.2021 को भारी संख्या में वाहनो को लेकर हाइवे से औरैया की तरफ जुलूस के रूप में जाते हुए सांयकाल सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था ।

वायरल वीडियो का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए दिनांक 05.06.2021 को ही थाना सिविल लाइन पर मु0अ0सं0 180/21 धारा 188,269,270 भादवि, 51/57 आपदा प्रबंधन अधि0, 3 महामारी अधि0 व 7 सीएलए एक्ट बनाम धर्मेन्द्र यादव व अन्य 200 व्यक्ति अज्ञात के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया है एवं अपर पुलिस अधीक्षक नगर इटावा के निर्देशन में अभियुक्तों की पहचान कर गिरफ्तारी करने हेतु 08 टीमों का गठन किया गया था ।

घटना के संबंध में कार्यवाही हेतु गठित टीमों द्वारा सीसीटीवी कैमरे की वीडियो फुटेज एवं फोटोग्राफ के आधार पर गाडियों एवं व्यक्तियों की पहचान करते हुए जनपद आगरा, जालौन, औरैया एंव इटावा के विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर धर्मेन्द्र यादव द्वारा प्रयुक्त वाहन ऑडी कार यूपी 75 एसी 9090 व अन्य 23 गाडियों को कब्जे में लेते हुए अब तक कुल 34 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है ।

गठित टीमों द्वारा पहचान की गई गाडियों/ व्यक्तियों की बरामदगी एवं गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा एवं राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में निरंतर प्रयास किया जा रहा है ।

प्रकरण में प्रथमदृष्टया प्रभारी चौकी जेल थाना सिविल लाइन का दोष परिलक्षित होने पर निलंबिंत करते हुए जनपद इटावा/ औरैया के अन्य पुलिस कर्मियों की लापरवाही के संबंध में पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर इटावा से कराई जा रही है दोषियों के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी ।

भाजपा नेता को पीट-पीटकर मार डाला;रिश्तेदार के घर जा रहे थे तो मोटरसाइकिल पर सवार चार युवकों ने उनकी गाड़ी रोक दी और बाद में कर दी हत्या attacknews.in

भुवनेश्वर, 06 जून । ओडिशा के मयूरभंज जिले के कपटीपाडा थाना के नुआसाही में कुछ लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के नेता रंजीत प्रधान की पीट पीट कर हत्या कर दी।

पुलिस के मुताबिक श्री प्रधान भाजपा की युवा इकाई भारतीय युवा जनता मोर्चा के बालासोर जिला के प्रभारी थे। पुलिस ने इस संबंध में तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है जबकि अपराध में शामिल एक अन्य व्यक्ति अभी भी फरार है।

ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा मोर्चा के एक नेता की पीट-पीट कर हत्या करने का मामला सामने आया है।यह मामला मयूरभंज जिले का है।

वहीं एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि इस मामले में फिलहाल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है

कटीपाड़ा थाना प्रभारी संजय प्रधान ने मीडिया को जानकारी दी है कि घटना नुआसाही इलाके की है।

बालासोर जिले के भाजपा युवा मोर्चा के प्रभारी रंजीत प्रधान के बारे में पुलिस ने बताया कि जब वह अपने एक रिश्तेदार के घर जा रहे थे तो मोटरसाइकिल पर सवार चार युवकों ने उनकी गाड़ी रोक दी।

बताया जा रहा है कि इसी दौरान 35 वर्षीय रंजीत प्रधान की इन चारों लोगों से बहस हो गई।

अचानक इन लोगों ने रंजीत प्रधान को पीटना शुरू कर दिया और उसे बुरी तरह घायल कर दिया. भाजपा नेता को इलाज के लिए उदाला अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया. इस मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामले के तीनों आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को संदेह है कि इस मामले में एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है और वह घटना के बाद से फरार है. फिलहाल पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

हालांकि भाजपा नेता के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच के बाद और जानकारी सामने आएगी।

हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो विदेशी महिला यात्रियों को गिरफ्तार कर 78 करोड़ रुपये की 12 किलोग्राम हेरोइन बरामद की attacknews.in

हैदराबाद 06 जून । राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो विदेशी महिला यात्रियों को गिरफ्तार कर उनके पास से अनुमानित 78 करोड़ रुपये की 12 किलोग्राम हेरोइन बरामद की।

डीआरआई की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि अधिकारियों ने खुफिया सूचना के आधार पर शनिवार और रविवार को शमशाबाद राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यूगांडा और जाम्बिया की दो महिला यात्रियों को रोका तथा उनके बैगों की तलाशी लेने पर उनके पास से 12 किलो हेरोइन बरामद किया गया।

उन्होंने बताया कि कल डीआरआई अधिकारियों ने यूगांडा से आयी एक महिला को रोक लिया जो अपने लापता बैग की तलाश में हवाई अड्डा पहुंची थी। वह महिला जिम्बाब्वे से जोहान्सबर्ग और दोहा के रास्ते हैदराबाद पहुंची थी। बैग की तलाशी लेने पर उसमें छिपाए गए मादक पदार्थ के पैंकेट मिले।

अधिकारियों ने पाउडर को जब्त कर लिया तथा जांच में उसके हेरोइन की पुष्टि हुई। ड्रग को जब्त कर लिया गया और महिला यात्री पर एनडीपीएस अधिनियम 1985 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

डीआरआई अधिकारियों ने बताया कि जांबिया की महिला मकुम्बा केरोल जोहान्सबर्ग और दोहा होते हुए यहां पहुंची थी। हवाई अड्डे पर जांच के दौरान उसके पास से हेरोइन का पैकेट बरामद किया गया। नशीले पदार्थ की तस्करी के मामले में महिला को हिरासत ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है।

जांबिया से आयी महिला से 53 करोड़ रूपये मूल्य की हेरोइन बरामद

तेलंगाना में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जांबिया से आयी महिला यात्री के पास से 53 करोड़ रूपये के अनुमानित मूल्य की आठ किलोग्राम हेरोइन बरामद किया।

डीआरआई अधिकारियों ने बताया कि जांबिया की महिला मकुम्बा केरोल दुबई से कतर फ्लाइट से यहां पहुंची थी। हवाई अड्डे पर जांच के दौरान उसके पास से हेरोइन का पैकेट बरामद किया गया।

नशीले पदार्थ की तस्करी का प्रयास कर रही महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ।

विपक्ष शासित राज्यों महाराष्ट्र, केरल , राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, छत्तीसगढ़, पंजाब एवं झारखंड में कोविड की 33 लाख से अधिक वैक्सीन हुई बरबाद attacknews.in

नयी दिल्ली, 06 जून । कोरोना के टीकाकरण को लेकर सत्ता पक्ष – विपक्ष की बहस के बीच सरकारी आंकड़ों में बताया गया कि विपक्ष शासित नौ राज्यों में कोविड के 33.23 लाख टीके बरबाद हो गये हैं जबकि इन राज्यों में टीकाकरण की गति बहुत धीमी है। महाराष्ट्र एवं केरल में महामारी की दूसरी लहर जल्द आने के बावजूद राज्य सरकारों ने टीकाकरण को लेकर उदासीनता ही दिखायी।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में 11.65 लाख, केरल में 6.33 लाख, राजस्थान में 4.76 लाख, आंध्र प्रदेश में 2.89 लाख, तेलंगाना में 2.25 लाख, दिल्ली में 1.82 लाख, छत्तीसगढ़ में 1.55 लाख, पंजाब में 1.43 लाख एवं झारखंड में 55 हजार टीके बरबाद हुए हैं।

दस्तावेजों में 45 वर्ष से अधिक आयु केे लोगों के टीकाकरण के आंकड़ों के अनुसार झारखंड में मात्र 23 प्रतिशत, पंजाब में 32 प्रतिशत, तेलंगाना में 39 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र में 40-40 प्रतिशत, केरल में 49 प्रतिशत, दिल्ली में 50 प्रतिशत, राजस्थान में 64 प्रतिशत तथा छत्तीसगढ़ में 65 प्रतिशत आबादी को पहला टीका लगाया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों तथा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के मामले में भी ये राज्य अन्य राज्यों से पीछे हैं।

उधर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए सवाल किया कि मोदी सरकार ने सितंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच देश में ऑक्सीजन बेड की संख्या 36 प्रतिशत, सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) की संख्या 46 प्रतिशत तथा वेंटीलेटर बेड 28 प्रतिशत कम क्यों किये थे।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य पर संसदीय समिति, सीरो सर्वेक्षण एवं विशेषज्ञों की चेतावनी के बावजूद सरकार क्यों आंखें मूंदे रही।

इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय वित्त एवं कारपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि श्रीमती वाड्रा को ये सवाल अपनी राज्य सरकारों से पूछने चाहिए क्योंकि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है, केन्द्र सरकार का नहीं।

श्री ठाकुर ने कहा कि यह देश के लिए बहुत दुखद अनुभव रहा कि कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी नेताओं ने केवल एक व्यक्ति को घेरने के लिए दुनिया में देश को बदनाम करने का प्रयास किया तथा कोविड के टीके को लेकर अपने बयानों से भ्रम फैलाकर देशवासियों को मौत के मुंह में धकेलने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष ने थोड़ी सी भी जिम्मेदारी दिखायी होती तो कोरोना की इस दूसरी लहर में बड़ी संख्या में जानें बचायीं जा सकतीं थीं।

श्री ठाकुर ने कहा कि कोविड एक वैश्विक महामारी है और पूरी दुनिया में इससे मुकाबले के लिए प्रयास चल रहे हैं। इजरायल जैसे देश में विपक्षी नेता अपने तीखे विरोधों को ताक पर रख कर इस आपदा से मुकाबला कर रहे हैं लेकिन यहां विपक्षी नेताओं ने निहायत गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया।

उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने देश की क्षमता पर प्रश्नचिह्न लगाया और विदेशी वायरस को भारत का वायरस बताया। अफवाह फैला कर लोगों को खासकर आदिवासी एवं दलित ग्रामीणों को वैक्सीन से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश, शशि थरूर, आनंद शर्मा और स्वयं श्री राहुल गांधी ने अपने बयानों में ‘यू-टर्न’ लिये। एक अन्य पार्टी के नेता ने कोविड के वैक्सीन को भाजपा का टीका कह कर अपने समर्थकों को टीका नहीं लगवाने के लिए प्रेरित किया और बाद में खुद जाकर टीका लगवा आये।

श्री थरूर ने एक बार टीके को खतरनाक बताया और बाद में उसे मुफ्त लगाने की मांग की। श्री रमेश ने कोवैक्सीन के लिए मानकों काे बदले जाने का आरोप लगाया और फिर वैक्सीन की खरीद में मदद की गुहार भी लगायी। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री टी एस सिंहदेव ने 30 अप्रैल को ऐलान किया कि उनका राज्य कोवैक्सीन को समर्थन नहीं देता है और 15 दिन के भीतर वे डेढ़ करोड़ कोवैक्सीन की खरीद का ऑर्डर भी दे देते हैं।

कांग्रेस शासित राजस्थान में वैक्सीन के कूड़ेदान में फेंके जाने तथा पंजाब में चार गुना दाम में बेच कर मुनाफाखोरी करने के उदाहरण भी भाजपा की ओर से दिये जा रहे हैं।

सरकार का कहना है कि भारत में वैक्सीन का उत्पादन क्षमता बढ़ाई गयी है और वर्ष के अंत तक कुल 216 करोड़ टीके उपलब्ध होंगे जिससे देश की आबादी के अधिकांश हिस्से का टीकाकरण हो जाएगा। दस्तावेजों के अनुसार देश ने कोविड की महामारी के बीच मेडिकल ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, रेमडेसिविर, वैक्सीन आदि के उत्पादन की क्षमता में चंद हफ्तों में ही कई गुना वृद्धि करने में सफलता पायी। विपक्ष को इसे देखना चाहिए।