मध्यप्रदेश भाजपा के टीकमगढ़ जिले के हाईप्रोफाइल नेता विधायक राकेश गिरी ने वरिष्ठ नेताओं पर चंदाखोरी का आरोप लगाकर मांग ली माफी attacknews.in

भोपाल, 07 जून । मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक राकेश गिरि को अनुशासनहीनता के मामले में आज प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के समक्ष पेश होना पड़ा और उन्होंने अपने किए पर माफी मांग ली।

टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरि का हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे सांसद और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में आयोजित एक बैठक के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का नाम लेकर काफी कुछ कहते हुए सुने जा रहे थे।

इसके बाद जिला भाजपा के शेष नेताओं ने उनका जमकर विरोध करते हुए प्रदेश संगठन से शिकायतें की थीं।

पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश संगठन के सख्त रुख के बीच श्री गिरि यहां प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा से मिलने पहुंचे और उन्होंने सफाई देते हुए माफी मांगी।

उन्हें भविष्य में इस तरह का कृत्य नहीं करने और अनुशासन में रहने की हिदायत दी गयी।

श्री शर्मा से मुलाकात के बाद श्री गिरि ने मीडिया से कहा कि भावावेश में उन्होंने कुछ कह दिया था, जिसके लिए वे माफी मांगते हैं।

उन्होंने कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है और हम भाजपा के लोग एक परिवार की तरह हैं।

प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने इस बात की पुष्टि की है कि भाजपा विधायक श्री गिरि यहां प्रदेश अध्यक्ष से मिलने पहुंचे थे।

श्री गिरि टीकमगढ़ जिले के हाईप्रोफाइल नेताओं में गिने जाते हैं और हाल में वायरल हुए वीडियो में वे वरिष्ठ नेताओं के नाम पर चंदा वसूली जैसे आरोप स्थानीय नेताओं पर लगा रहे थे।

उनकी बैठक में कुछ नेताओं से नोंकझोंक भी हुयी थी।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि,मध्यप्रदेश में 101 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स स्थापित होंगे,प्रदेश को ऑक्सीजन उत्पादन में पूर्णत: आत्म-निर्भर बनाना है attacknews.in

भोपाल, 07 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश को ऑक्सीजन उत्पादन में पूर्णत: आत्म-निर्भर बनाना है। प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयाँ स्थापित करने के साथ सभी संभागीय मुख्यालयों में पर्याप्त भंडारण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे किसी भी आपात स्थिति का सामना प्रभावी तरीके से किया जा सके।

श्री चौहान ने कहा कि वे प्रति सप्ताह इस दिशा में हो रही प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थापित होने वाले सभी 101 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स में समय-सीमा में उत्पादन आरंभ किया जाए। प्रयास यह हो कि अधिकतम इकाइयाँ 30 अगस्त तक क्रियान्वित हो जाएँ। प्रदेश में 800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भण्डारण की क्षमता विकसित की जाना है।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को ऑक्सीजन में आत्म-निर्भर बनाने के लिए शासकीय और निजी औद्योगिक इकाइयों के साथ सीएसआर तथा निजी दानदाताओं द्वारा भी पहल की जा रही है। अतः प्रदेश का समग्रता में प्लान बनाकर औद्योगिक इकाइयों तथा भंडारण व्यवस्था की स्थापना की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थान नहीं छूटे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उद्यमियों को भी प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए उन्हें आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए।

उन्होंने बीना रिफायनरी और बावई में स्थापित हो रहे ऑक्सीजन प्लांट्स की प्रगति की जानकारी भी ली। पीएसए प्लांट्स की प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की गई।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 120 मीट्रिक टन क्षमता की एयर सेपरेशन यूनिट पूर्व से ही कार्य कर रही हैं। इसके अतिरिक्त निजी क्षेत्र में बड़े अस्पतालों से 50 मीट्रिक टन से अधिक की क्षमता विकसित करने की जानकारी मिली है। नई निजी इकाइयों में 60 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन उत्पादन की इकाइयाँ विकसित करने के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
30 सितम्बर तक स्थापित होंगे 101 प्लांट्स
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में 101 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स स्थापित करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। इनमें से 18 प्लांट्स की डिलेवरी हो चुकी है। सभी स्थानों पर 30 सितम्बर तक प्लांट्स स्थापित कर दिए जाएंगे। मेडिकल कॉलेजों में आठ, जिला अस्पतालों में 60, सिविल अस्पतालों में 12 और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 19 प्लांट्स लगाए जाएंगे। वारासिवनी, सैंधवा, काटजू अस्पताल, पांढुरना, कुक्षी, इटारसी, सारंगपुर, ब्यावरा, नसरुल्लागंज, लहार, मैहर और जावरा के सिविल अस्पताल लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही बुधनी, रहटी, घोड़ाडोंगरी, सुवासरा, सीतामऊ, शामगढ़, नारायणगढ़, गरोठ, अम्बाह, चाचौड़ा, गोहद, हस्तिनापुर, करैरा, मोहाना, पोहरी, सेंवडा, कोलारस और चंदेरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए जाएंगे। जबलपुर और इन्दौर के एक-एक अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट्स स्थापित किए जाएगा।

समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन तथा चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला, स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी उपस्थित थे।

राजस्थान सरकार ने आयुक्त के साथ दुर्व्यवहार के मामले में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर एवं तीन पार्षदों को निलंबित किया attacknews.in

जयपुर 07 जून । राजस्थान सरकार ने आयुक्त के साथ दुर्व्यवहार के मामले में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर एवं तीन पार्षदों को निलंबित कर दिया।

स्वायत्त शासन विभाग ने रविवार देर रात निलंबित करने के आदेश जारी किए। राज्य सरकार ने आयुक्त से दुर्व्यवहार मामलें की न्यायिक जांच कराने का फैसला किया है, तब तक महापौर एवं पार्षद अजय सिंह चौहान, पारस जैन तथा शंकर शर्मा निलंबित रहेंगे। श्रीमती गुर्जर को पार्षद पद से भी निलंबित कर दिया गया है।

महापौर के निलंबन आदेश के अनुसार इस मामलें के जांच अधिकारी ने श्रीमती गुर्जर को आयुक्त से दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार और दोषी माना है।

भाजपा की महापौर श्रीमती गुर्जर उसके तीन पार्षदों के निलंबन के बाद प्रदेश भाजपा अध्य्क्ष डा सतीश पूनियां ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि “विनाश काले विपरीत बुद्धि” इतिहास गवाह है देश में जून के महीने में ही आपातकाल लगा था और कांग्रेस के पतन की शुरूआत हुई थी, जयपुर ग्रेटर की मेयर और पार्षदों का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण तो है लेकिन यही राजस्थान में कांग्रेस के पतन का कारण बनेगा। पार्टी हर तरीक़े से न्याय की लड़ाई लड़ेगी।

उल्लेखनीय हैं कि गत शुक्रवार को मेयर सौम्या गुर्जर और आयुक्त यज्ञमित्र देव सिंह के बीच बहस के बाद तीन पार्षदों पर बैठक छोड़कर जा रहे आयुक्त का हाथ पकने एवं धक्का-मुक्की करने का आरोप लगा था आयुक्त की शिकायत पर तीन पार्षदाें पर एफ़आइआर भी दर्ज की गई।

अजमेर की सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में नजराना (चढ़ावा) को लेकर दरगाह कमेटी, अंजुमन सैयद जादगान एवं अंजुमन शेख जादगान के बीच विवाद गहराया,मामला पुलिस की चौखट तक पहुंचा attacknews.in

अजमेर 07 जून । राजस्थान में अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में नजराना (चढ़ावा) को लेकर फिर विवाद सामने आया हैं।

दरगाह में नजराने को लेकर दरगाह कमेटी, अंजुमन सैयद जादगान एवं अंजुमन शेख जादगान के बीच शीत युद्ध चल रहा है और अब दरगाह कमेटी द्वारा पुलिस का दरवाजा भी खटखटाया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दरगाह परिसर में खादिम फैजल चिश्ती के कोरोना लॉकडाउन के बावजूद नजराना मांगने की बात सामने आई हैं। जिस पर दरगाह कमेटी ने कड़ा एतराज जताते हुए दोनों अंजुमनों को लिखित नोटिस भेज जवाब तलब किया है लेकिन फिलहाल दोनों अंजुमनों से वापसी में कोई जवाब नहीं दिया गया है लेकिन नाजिम अशफाक हुसैन ने नजराना प्राप्त करने का अधिकार दरगाह कमेटी का बताते हुए दरगाह पुलिस को पत्र की प्रति के साथ सूचना भेजी है और पूछा है कि दरगाह की सुरक्षा और पुलिस पहरे में चल रहे लॉकडाउन के बावजूद दरगाह में प्रवेश कैसे हो गया।

पिछले एक हफ्ते से दरगाह से लाइव जियारत एवं वीडियो अपलोड की बात सामने आने के बाद दरगाह कमेटी ने कड़ा एतराज दर्ज कराया था।

दोनों अंजुमन के पदाधिकारी भी दरगाह का वीडियो बनाने के सख्त खिलाफ है लेकिन अपने किसी खादिम के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई है।

दरगाह कमेटी ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि खादिम फैजल ने दरगाह एक्ट 1955 का उल्लंघन कर अकीदतमंदों से नजराना प्राप्त करने का जो प्रयास किया है वह अधिकार सिर्फ दरगाह कमेटी को है।

दूसरी ओर दरगाह से जुड़े खादिमों का कहना है कि नाजिम का नोटिस खादिमों के अधिकार पर कुठाराघात है। दरगाह के अंदर नजराना लेने का अधिकार खादिमों का ही है।

उल्लेखनीय है कि नजराने के लिए दरगाह परिसर में अलग अलग रंग की पेटियां रखी हुई है और उसके अनुसार ही में नजराने का बंटवारा होता है लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण फिलहाल दरगाह में जायरीनों के लिए प्रवेश बंद है।

छठी जेपीएससीः झारखंड उच्च न्यायालय ने झारखंड लोक सेवा आयोग की मेरिट लिस्ट को किया रद्द, नई मेरिट लिस्ट जारी करने का दिया आदेश attacknews.in

रांची, 07 जून ।झारखंड उच्च न्यायालय ने छठी जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा मेरिट लिस्ट को रद्द करते हुए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) को आठ हफ्तों के भीतर नयी मेरिट लिस्ट जारी करने का आदेश दिया है।

उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एसके द्विवेदी की अदालत में छठी जेपीएससी को लेकर 16 मामलों की सुनवाई हो रही थी। एकलपीठ सभी याचिकाओं को चार श्रेणियों में बांट कर सुनवाई कर रहा था और पिछले दिनों सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था और आज फैसला सुनाया गया।

अधिवक्ता अतृतांश वत्स ने बताया कि अदालत में सुमित कुमार ने जेपीएससी के न्यूनतम अंक के बिन्दु पर चुनौती दी थी। उस मामले में हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए मेरिट लिस्ट को निरस्त कर दिया और जेपीएससी को 8 सप्ताह के अंदर फिर से रिजल्ट निकाल कर नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश दिया। साथ ही अन्य कई याचिका दायर थी, जो बिन्दुओं को लेकर उठायी गयी थी,उसे भी निरस्त कर दिया गया।

हाईकोर्ट में रिजल्ट को लेकर कई प्रार्थियों की ओर से दायर याचिका में अलग-अलग बिन्दु उठाये गये हैं। इसमें कहा गया है कि जेपीएससी ने अंतिम रिजल्ट जारी करने में नियमों की अनदेखी की है।

क्वालिफाइंग मार्क्स में कुल प्राप्तांक को जोड़े जाने को गलत बताया। प्रार्थियों का कहना है कि छठी जेपीएससी परीक्षा के पेपर वन (हिन्दी-अंग्रेजी) के क्वालिफाइंग अंक को कुल प्राप्तांक में जोड़ दिया गया, जबकि विज्ञापन की शर्ता के अनुसार अभ्यर्थियों को पेपर वन में सिर्फ क्वालिफाइंग अंक लाना था और इसे कुल प्राप्तांक में नहीं जोड़ा जाना था। इसके अलावा आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को गलत कैडर देने के आरोप से जुड़ी याचिका भी कोर्ट में दाखिल की गयी थी। कुछ प्रार्थियों ने आरक्षण नियम के उल्लंघन का मामला भी उठाया था। पूर्व में सुनवाई के दौरान अदालत ने छठी जेपीएससी की मुख्य परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों की उत्तरपुस्तिका को सुरक्षित रखने का आदेश दिया था। मामले की सुनवाई के दौरान प्रार्थियों के अधिवक्ताओं ने जेपीएससी द्वारा जारी किये गये अंतिम परिणाम में कई खामियां बतायी थी, जबकि जेपीएससी के अधिवक्ता ने पूरी प्रक्रिया को नियमसंगत बताया था।
गौरतलब है कि छठी जेपीएससी परीक्षा का अंतिम रिजल्ट पिछले वर्ष अप्रैल में आया था और अधिकारियों की पोस्टिंग भी हो चुकी है।

कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड टीके से बनती है ज्यादा एंटीबॉडी :दोनों टीकों की खुराकें ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आयी attacknews.in

नयी दिल्ली, सात जून । कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड टीके से ज्यादा एंटीबॉडी बनती है, हालांकि दोनों टीके प्रतिरक्षा को मजबूत करने में बेहतर हैं। एहतियात के तौर पर दोनों टीकों की खुराकें ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आयी है।

यह अध्ययन अभी प्रकाशित नहीं हुआ है और इसे ‘मेडआरएक्सिव’ पर छपने से पहले पोस्ट किया गया है। इस अध्ययन में 13 राज्यों के 22 शहरों के 515 स्वास्थ्यकर्मियों को शामिल किया गया। इनमें से 305 पुरुष और 210 महिलाएं थीं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड टीके का निर्माण कर रही है। वहीं हैदराबाद स्थित कंपनी भारत बायोटेक, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के साथ तालमेल से कोवैक्सीन का निर्माण कर रही है। अध्ययन में शामिल होने वालों के खून के नमूनों में एंटीबॉडी और इसके स्तर की जांच की गयी।

अध्ययन के अग्रणी लेखक और जीडी हॉस्पिटल एंड डायबिटिक इंस्टीट्यूट, कोलकाता में कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट (मधुमेह रोग विशेषज्ञ) अवधेश कुमार सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘दोनों खुराक लिए जाने के बाद दोनों टीकों ने प्रतिरक्षा को मजबूत करने का काम किया। हालांकि, कोवैक्सीन की तुलना में सीरो पॉजिटिविटी दर और एंटीबॉडी स्तर कोविशील्ड में ज्यादा रहा।’’ कोवैक्सीन की खुराकें लेने वालों की तुलना में कोविशील्ड लेने वाले ज्यादातर लोगों में सीरो पॉजिटिविटी दर अधिक थी।

अध्ययन के लेखक ने कहा, ‘‘515 स्वास्थ्यकर्मियों में दोनों टीकों की दोनों खुराकें लेने के बाद 95 प्रतिशत में सीरो पॉजिटिविटी दिखी। इनमें से 425 लोगों ने कोविशील्ड और 90 लोगों ने कोवैक्सीन की खुराकें ली थी और सीरो पॉजिटिविटी दर क्रमश: 98.1 प्रतिशत और 80 प्रतिशत रही।’’

सीरो पॉजिटिविटी का संदर्भ किसी व्यक्ति के शरीर में बनने वाली एंटीबॉडी से है।

अहमदाबाद के विजयरत्न डायबिटिक सेंटर, कोलकाता के जी डी हॉस्पिटल एंड डायबिटिक इंस्टीट्यूट, धनबाद के डायबिटिक एंड हार्ट रिसर्च सेंटर और जयपुर में राजस्थान हॉस्पिटल और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया। अध्ययनकर्ताओं ने कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके और जो लोग संक्रमित नहीं भी हुए उनमें दोनों खुराकें लेने के बाद के नतीजे की तुलना की। ऐसा पाया गया कि जो प्रतिभागी दोनों टीकों की पहली खुराक के कम से कम छह सप्ताह पहले कोविड-19 से उबर गए थे और बाद में दोनों खुराकें ले ली थी, उनमें सीरो पॉजिटिविटी दर 100 प्रतिशत रही और दूसरों की तुलना में उनमें एंटीबॉडी का ज्यादा स्तर था।

नरेन्द्र मोदी की घोषणा:18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को मुफ्त टीका और राज्यों को टीका खरीदने की जिम्मेदारी से मुक्त किया;गरीबों को दीपावली तक मिलेगा मुफ्त अनाज attacknews.in

नयी दिल्ली 07 जून । कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश भर में चलाये जा रहे टीकारण अभियान को लेकर उठ रहे सवालों के बीच केन्द्र सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को मुफ्त टीका लगाने का ऐलान किया और राज्यों को टीका खरीदने की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया।

इसके अलावा केन्द्र सरकार ने पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर के बाद घोषित की गयी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का फायदा दूसरी लहर के बाद भी लोगों को देने के लिए इसकी अवधि दीपावली तब बढाने की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में ये घोषणा की।

उन्होंने कहा, “ आज ये निर्णय़ लिया गया है कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25 प्रतिशत काम था, उसकी जिम्मेदारी भी भारत सरकार उठाएगी। ये व्यवस्था आने वाले 2 सप्ताह में लागू की जाएगी। इन दो सप्ताह में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर नई गाइडलाइंस के अनुसार आवश्यक तैयारी कर लेंगी। आगामी 21 जून सोमवार से देश के हर राज्य में, 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए, भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी।”

श्री मोदी ने कहा , “ वैक्सीन निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार खुद ही खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी । देश की किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा।अब तक देश के करोड़ों लोगों को मुफ्त वैक्सीन मिली है। अब 18 वर्ष की आयु के लोग भी इसमें जुड़ जाएंगे। सभी देशवासियों के लिए भारत सरकार ही मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाएगी। देश में बन रही वैक्सीन में से 25 प्रतिशत, प्राइवेट सेक्टर के अस्पताल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी।”

उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल, वैक्सीन की निर्धारित कीमत के उपरांत एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा।

गरीबों को दीपावली तक मिलेगा मुफ्त अनाज:मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को दीपावली तक जारी रखने की घोषणा की।

श्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि अब इस योजना से 80 करोड़ देशवासियों को नवंबर तक निःशुल्क राशन मिलेगा। महामारी के इस दौर में सरकार गरीबों के हित के लिये उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

उन्होंने कहा कि सरकार की इस व्यवस्था से गरीबों को भूखा नहीं सोना पड़ेगा। सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस योजना को मई और जून माह के लिए मंजूरी दी थी। पिछले साल भी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस योजना के तहत गरीबों को आठ माह तक मुफ्त अनाज दिया गया था ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के इस समय में, सरकार गरीब की हर जरूरत के साथ, साथी बनकर खड़ी है। नवंबर तक 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को हर महीने तय मात्रा में मुफ्त अनाज उपलब्ध होगा ।

इस बीच, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को दीपावली तक विस्तार देने के लिए श्री मोदी का बहुत धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है ।

महाराष्ट्र के पुणे की केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग,ज्यादातर काम करने वाली महिलायें,अग्निकांड में 14 लोगों के मौत,दर्जनों के फंसे होने की आशंका attacknews.in

पुणे 7 जून ।महाराष्ट्र के पुणे की केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई । इसमें ज्यादातर महिलायें काम करती थीं। इस अग्निकांड में 14 लोगों के मौत हो गई है और दर्जनों के के फंसे होने की आशंका है।

केमिकल फैक्ट्री होने की वजह से इस आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। दूर से ही धुएं का बड़ा गुबार दिखाई दे रहा था ।

कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि इसमें हवा, पानी और भूतल उपचार रसायन (केमिकल) का विनिर्माण, आपूर्ति और निर्यात का काम होता है।

पीएमआरडीए दमकल सेवा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र पोटफोडे ने कहा, “कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने के बाद से उनके कम से कम 17 कर्मचारी लापता थे। हमने अब तक पांच शव बरामद किए हैं और अन्य कर्मचारियों की तलाश की जा रही है।”

पिरांगुट एमआईडीसी के उरावाडे इलाके में एसवीएस एक्वा कंपनी में आज करीब 1700 बजे आग लगी। आग लगने के बाद आठ दमकल वाहन मौके पर भेजे गये और 1843 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।

दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के बाद पुणे ग्रामीण पुलिस के साथ मिलकर तलाश एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है।

पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) के अग्निशमन प्रमुख देवेंद्र पोटफोडे ने बताया कि दमकल कर्मियों ने अब तक 12 शव बरामद किये हैं जबकि 15 अन्य कामगार लापता हैं।

पीएमआरडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहास दिवासे ने कहा, “हमारा प्राथमिक उद्देश्य आग को बुझाना था जो पूरा हो चुका है। शव पूरी तरह जल गये हैं इसलिए चिकित्सा परीक्षण के बाद उनकी पहचान का पता चल सकेगा।”

एसवीएस एक्वा के निदेशक निकुंज शाह ने कहा, “यह फर्म पानी के शुद्धिकरण के लिए आवश्यक रसायनों के निर्माण का कार्य करती है। ये रसायन ज्वलनशील नहीं होते हैं। हमें संदेह है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। कुछ कामगार अभी भी अंदर फंसे हुये हैं।”

बांदा जेल से फरार कैदी जेल परिसर में ही मिला जहां बंद हैं मुख्तार अंसारी समेत कई बड़े अपराधी उत्तर प्रदेश की हाई सिक्योरिटी जेल के सुरक्षा दावे की खुली पोल,जब लूट और डकैती का कैदी हो गया था फरार attacknews.in

बांदा 07 जून । उत्तर प्रदेश के बांदा मंडल कारागार से कथित फरार कैदी 22 घंटे बाद सोमवार शाम जेल परिसर में ही घायल झाड़ियों में छिपा मिला।

प्रयागराज जोन के एडीजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि रविवार शाम कैदी विजय आरख ने बांस के सहारे जेल से भागने की कोशिश की। पहले वह बांस के सहारे वैरिग की छत में चढ़कर सर्किल दीवाल से कूदा। इसमें उसको कमर में चोट आ गई। जिससे वह आगे नहीं जा पाया और डर के कारण वहीं झाड़ियों में छुप गया। गहन तलाशी के बाद जब उसका पता नहीं चला तो जेल अधिकारी द्वारा आज बांदा नगर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया।

इससे पहले उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में हाइ प्रोफाइल कैदी एवं बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के कारण अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था का दावा करने वाले जेल प्रशासन की उस समय पोल खुल गयी जब एक कैदी जेल से फरार होेने में सफल हो गया।

पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर आर के सिंह ने बताया कि जेल से फरार कैदी के विरुद्ध सोमवार को मुकदमा पंजीकृत करने की तहरीर प्राप्त हुई जिसके बाद मुकदमा दर्ज कर फरार कैदी की तलाश की जा रही है।

उन्होंने बताया कि जिले के गिरवॉ थाना क्षेत्र के बरसड़ा बुजुर्ग गांव निवासी रामकिशोर का पुत्र विजय आरख छह फरवरी को अपराध संख्या 21 /21 धारा 457 ,380 ,411 आईपीसी के अपराध में जेल दाखिल किया गया था।

मंडल कारागार में कल शाम हुई गिनती में एक कैदी कम मिला जिसके बाद सायरन बजाकर तलाशी अभियान शुरू हुआ और रात्रि में इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी तत्काल जेल पहुंच गये। जेल अधिकारियों व कर्मचारियों ने कहीं जेल के अंदर ही छिपा होने की आशंका से रात भर पूरी जेल में छानबीन की।

सफलता न मिलने पर आज बांदा नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने के लिए तहरीर दी। सीओ सिटी ने बताया कि तहरीर के बाद कैदी की फरारी का मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है और प्रत्येक स्तर से फरार कैदी की तलाश शुरू कर दी गई है।

उत्तर प्रदेश के बांदा मंडल कारागार की सुरक्षा में सेंध लगी है।लूट और डैकती का एक आरोपी कैदी जेल से फरार हो गया।

कैदी के फरार होने की सूचना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. ये घटना रविवार शाम की है जब कैदियों की गिनती करते समय विजय आरख नाम का कैदी मिसिंग था।जानकारी मिलने पर आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और कई घंटे तक जेल के अंदर तलाशी ली, लेकिन गायब कैदी का कोई सुराग नहीं मिला।बांदा जेल में ही माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी भी बंद है. कैदी के फरार होने के बाद मुख्तार अंसारी की सुरक्षा भी संदेह के घेरे में हैं।

जैसे ही जेल प्रशासन को एक कैदी के मिसिंग होने की जानकारी मिली उसके बाद जेल का सायरन बजने लगा।सूत्रों की माने तो जेल के अंदर गोली चलने के बाद या बड़ी परेशानी होने पर अलार्म बजता है।फिर बाद में पता चला कि लूट और डकैती का आरोपी जेल से फरार हुआ है. जेल प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी हरकत में आ गए।

गेट पर तैनात पुलिस के अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. जिसमें पता चला है कि वह अपनी बैरक नंबर 4B से खाना खाकर पानी लेने के लिए बाहर निकला है और फिर उसके बाद से वह वापस नहीं लौटा है. इस संबंध में जेल प्रशासन के द्वारा जो भी तहरीर दी जाएगी उस हिसाब से आगे की कार्रवाई होगी ।

बाहुबली मुख्तार भी बांदा जेल में बंद

फिलहाल इस घटना के बाद जेल की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे बड़े-बड़े दावे फेल हो गए. क्योंकि बाहुबली मुख्तार अंसारी भी इस जेल के अंदर बंद है और इस जेल को प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेल होने का भी दावा किया जा रहा था।

हाई सिक्योरिटी जेलों में से एक है बांदा जेल

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल प्रदेश की हाई सिक्योरिटी जेलों में से एक है और यहां पर बाहुबली मुख्तार अंसारी समेत कई बड़े अपराधी जेल में बंद हैं. वर्तमान समय में जेल की सुरक्षा को लेकर दावा किया जा रहा था कि यहां पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता. बावजूद उसके एक कैदी मिसिंग पाया गया।

मध्यप्रदेश में जूनियर डाक्टरों की हड़ताल समाप्त, काम पर लौटे;जूडा के पदाधिकारियों ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात के बाद आंदोलन समाप्ति की घोषणा की attacknews.in

भोपाल, 07 जून ।स्टायपेंड समेत विभिन्न मांगों को लेकर मध्यप्रदेश में पिछले लगभग एक सप्ताह से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जूडा) से संबंधित जूनियर डॉक्टर आज आंदोलन समाप्ति की घोषणा कर काम पर लौट आए।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और अन्य सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों (मेडिकल कॉलेज) के लगभग तीन हजार जूनियर डॉक्टर्स पिछले एक सप्ताह से हड़ताल पर थे।

जूडा के पदाधिकारियों ने यहां चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात के बाद आंदोलन समाप्ति की घोषणा की।

श्री सारंग ने ट्वीट कर जानकारी दी और लिखा है ”सभी जूनियर डॉक्टर्स काम पर वापस आ गए हैं, बधाई।

” आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि जूडा की जायज मांगों पर विचार किया जाएगा।

जूनियर डॉक्टरों से कहा गया था कि उन्हें अभूतपूर्व कोरोना संकट के बीच पहले काम पर लौटना चाहिए।

इस संबंध में राज्य उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला भी दिया गया था।

जूनियर डॉक्टरों की प्रमुख मांग स्टायपेंड में वृद्धि की है, जो पहले से ही 50 हजार रुपए प्रतिमाह से अधिक है।

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में बताया: हड़ताल समाप्त, काम पर लौटे जूडा

जबलपुर, से खबर है कि, मध्यप्रदेश के उच्च न्यायालय के आदेश का परिपालन करते हुए जूनियर डॉक्टर हड़ताल समाप्त कर काम पर लौट आये है।

मुख्य न्यायाधीश मोह. रफीक व न्यायाधीश सुजय पॉल की युगलपीठ के समक्ष यह जानकारी आज पेश की गई। सुनवाई के दौरान जूडॉ की ओर से कहा गया कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा कुछ जूनियर डॉक्टरों को राशि जमा करने का नोटिस दिया गया है। इस मामले में महाधिवक्ता ने युगलपीठ को जारी नोटिस को वापस लेने का आश्वासन दिया।

मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बीच बस सेवाएं स्थगित रहने की अवधि बढ़ाकर 15 जून की गई attacknews.in

भोपाल, 07 जून । कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बीच बस सेवाएं स्थगित रहने की अवधि बढ़ाकर 15 जून कर दी गयी है।

राज्य के अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) एवं राज्य परिवहन प्राधिकार के सचिव अरविंद सक्सेना ने इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिए।

अभी तक यह अवधि 07 जून थी, जिसे बढ़ाकर 15 जून किया गया है।

निर्धारित अवधि में इन राज्यों से मध्यप्रदेश में बस सेवाओं के संचालन पर पहले की तरह पूरी तरह रोक रहेगी।

मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने अप्रैल और मई माह में काफी नुकसान किया है।

हालाकि अब हालात काफी हद तक नियंत्रण में आ गए हैं।

लेकिन आवश्यक ऐहतियाती कदम अब भी जारी हैं।

बस सेवा अप्रैल माह में स्थगित की गई थी, इसके बाद से इसे क्रमिक रूप से बढ़ाया जा रहा है।

फरार सपा नेता धर्मेद्र यादव पर 25000 का इनाम घोषित,इटावा में गैंगस्टर की हूटर रैली मामले में पुलिस उप अधीक्षक को पदमुक्त कर सात पुलिसकर्मियों को किया निलंबित,औरैया में भी दो दरोगा निलंबित attacknews.in

औरैया/इटावा , 07 जून । उत्तर प्रदेश की इटावा जिला जेल से रिहाई के बाद हूटर रैली निकालने वाले गैंगस्टर सपा नेता धर्मेंद्र यादव पर 25000 का इनाम घोषित किया गया है ।

एसएसपी डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि फरार मुख्य गैंगस्टर सपा नेता धर्मेन्द्र यादव की गिरफ्तारी पर 25000 रूपये इनाम घोषित किया गया है। आज दिन मे धर्मेद्र यादव के आत्मसमर्पण करने की सूचना मिलने के बाद अदालत परिसर मे हाईएर्लट बना रहा लेकिन आत्मसमर्पण करने के लिए नही आया।

इधर उत्तर प्रदेश के इटावा में गैंगस्टर व अन्य आपराधिक मामलों में निरूद्ध धर्मेन्द्र यादव द्वारा जमानत पर जेल से छूटने के बाद कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए कारों के काफिले के साथ निकाली गयी रैली की जांच की आंच औरैया तक पहुंच गई है और पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम ने मामले में लापरवाही बरतने के दोषी एक दरोगा व अभिसूचना इकाई के उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है।

पुलिस प्रवक्ता ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के दिबियापुर थाना क्षेत्र के गांव उमरसाना निवासी धर्मेन्द्र यादव गैंगस्टर व अन्य आपराधिक मामलों में जनपद कारागार इटावा में निरुद्ध था । उसने 05 जून को जमानत पर छूटने के बाद इटावा में जुलूस के रुप में रैली निकाली गई थी। जुलूस में औरैया से भी गाड़ियां सम्मिलित हुई थी। जिस सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक शिष्य पाल द्वारा जांच की गई। जिसमें पाया गया कि जिले से जाने वाली गाड़ियां चौकी अनन्तराम क्षेत्र में एकत्रित हुई थी तथा वहां से काफिले के रुप में निकली थी।

इटावा,से खबर है कि, उत्तर प्रदेश के इटावा में समाजवादी पार्टी (सपा) नेता धर्मेंद्र यादव की हूटर रैली निकालने को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए इटावा के पुलिस उपाधीक्षक को पदमुक्त कर करते हुए सात पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

श्री सिंह ने आज यहां इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि चार जून को इटावा जेल से रिहा हुये गैंगस्टर सपा नेता धर्मेंद्र यादव ने पांच जून को इटावा जेल के बाहर से बड़ी संख्या में वाहनों के साथ हूटर रैली निकालने पर इटावा पुलिस ने अब तक एक थाना प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबत करते हुए पुलिस उपाधीक्षक राजीव प्रताप सिंह को हटा दिया।

उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक (सिटी) प्रशांत कुमार की रिपोर्ट के आधार पर की गई है।

उन्होंने कहा कि सीओ इटावा राजीव प्रताप सिंह प्रमुख रूप से पुलिस का पर्यवेक्षण में नाकाम रहने पर पद मुक्त कर दिया गया जब कि एसएसपी ने गैंगस्टर सपा नेता धर्मेद्र यादव की हूटर रैली के बाद सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक ओम प्रकाश पांडे, स्थानीय अभिसूचना इकाई के प्रभारी निरीक्षक पुनीत कुमार शमार्, जेल चौकी प्रभारी भानु प्रताप सिंह, बकेवर थाने की महेवा चौकी प्रभारी विष्णु कांत तिवारी, यातायात पुलिस के हेड कांस्टेबल योगेश कुमार, कान्स्टेबल अजय कुमार और कांस्टेबल बृजपाल सिंह ट्रैफिक पुलिस को एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

गौरतलब है कि इस पूरे प्रकरण को लेकर रविवार को ही पुलिस ने 34 लोगों को गिरफ्तार किया जो कहीं न कहीं धर्मेंद्र यादव की हूटर रैली में शामिल थे। इसके अलावा 24 वाहन भी जब्त किए। पुलिस इस मामले में धमेर्न्द्र यादव समेत अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा:प्रदेश का एक भी जिला अब रेड जोन में नहीं है,सभी की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम है;बाजार खोलने की प्रक्रिया को कोविड की स्थिति को देखते हुए ही आरंभ किया जाए attacknews.in

भोपाल, 07 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 15 जून तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।

श्री चौहान आज मंत्रालय में कोरोना की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है, परंतु पूरी सतर्कता और सावधानी की आवश्यकता है।

उन्होंने जिलों के प्रभारी मंत्री और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों से संवाद में रहें और समितियाँ अपनी सक्रियता लगातार बनाकर रखें। कोविड की पहली लहर आने, उसके समाप्त होने और पुनः दूसरी लहर आने की परिस्थितियों और कारणों का अध्ययन करें। इस अध्ययन से सीखने की आवश्यकता है। हमें यह देखना होगा कि किस वजह से दूसरी लहर आयी, इसके आधार पर ही हम तीसरी लहर को रोक सकते हैं। इसके लिए कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाना आवश्यक है।

बैठक में कोरोना कोर ग्रुप के प्रभारी मंत्री, जिलों के प्रभारी अधिकारी वर्चुअली सम्मिलित हुए। मंत्रालय से मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान बैठक में शामिल हुए।

श्री चौहान ने कहा कि बाजार खोलने की प्रक्रिया को कोविड की स्थिति को देखते हुए ही आरंभ किया जाए। जो पंचायतें ग्रीन जोन में हैं और जहाँ एक भी कोरोना का प्रकरण नहीं है, वहाँ हाट बाजार खोलने के संबंध में निर्णय लिया जा सकता है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ स्थानीय परिस्थितियों के मूल्यांकन के बाद ही बाजार खोलने की प्रक्रिया को धीरे-धीरे आरंभ करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना गरीब, निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। इसे और अधिक सरल एवं उपयोगी बनाने की आवश्यकता है।

उन्होंने पोस्ट कोविड देखभाल को जारी रखने के निर्देश दिए। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री के सतत प्रयासों, आत्म-विश्वास और सही समय पर निर्णय लेने और उसके क्रियान्वयन के लिए उन्हें बधाई दी।

समीक्षा बैठक में बताया गया कि एक्टिव केसेस की संख्या के आधार पर प्रदेश देश में 19वें नंबर पर आ गया है। नये पॉजिटिव प्रकरणों की तुलना में अधिक व्यक्ति स्वस्थ हो रहे हैं। 6 जून को 735 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आए, जबकि 1934 व्यक्ति रिकवर हुए।

स्थिति में सुधार के परिणामस्वरूप हॉस्पिटलाइजेशन में कमी आयी है। कुल एक्टिव प्रकरणों में से 43 प्रतिशत व्यक्ति ही हॉस्पिटलाइज हो रहे हैं। कुल 8860 एक्टिव केस में से 5059 व्यक्ति होम आयसोलेशन में हैं। जबकि 837 व्यक्ति सामान्य बेड, 1421 व्यक्ति ऑक्सीजन बेड पर और 1543 मरीज आई.सी.यू./एच.डी.यू बेड पर हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी कमी आ रही है।

म्यूकारमाइकोसिस की स्थिति पर जानकारी दी गई कि अब तक कुल 1004 एक्टिव केसेस में से 643 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। आज 47 नए केस आए और 36 व्यक्ति डिस्चार्ज हुए।

प्रदेश का एक भी जिला अब रेड जोन में नहीं है। सभी जिलों की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम है। भोपाल, इंदौर, रतलाम, बैतूल, जबलपुर और अनूपपुर जिलों की पॉजिटिविटी दर एक से 5 प्रतिशत के बीच है। नए पॉजिटिव केसेस की संख्या इंदौर में 202, भोपाल में 131, जबलपुर में 54, रतलाम में 15, बैतूल में 12 और अनूपपुर में 7 है। शेष 46 जिलों की पॉजिटिविटी अब एक प्रतिशत से कम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि टेस्टिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया निरंतर जारी रहे।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि भोपाल में टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापारी संघों के साथ मिलकर ‘टीका लगवाओ-बाजार खुलवाओ’ अभियान आरंभ किया जा रहा है। इसके अंतर्गत व्यापारियों तथा दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों के टीकाकरण को प्रोत्साहित किया जाएगा।

बैठक में बताया गया कि खरगोन में ऑड-ईवन के आधार पर दुकानें खोलने का निर्णय लिया गया है। उज्जैन में शाम 7 बजे तक बाजार खुलेगा। शिवपुरी में एक दिन सड़क के बायीं ओर अगले दिन दायीं ओर की दुकानें खोलने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।

नरोत्तम मंत्री ने कहा;माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री थे, माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री हैं और माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री रहेंगे; कैलाश विजयवर्गीय ने भी कहा: शिवराज के नेतृत्व में राज्य चलेगा attacknews.in

भोपाल, 07 जून । मध्यप्रदेश के गृह मंत्री एवं राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन संबंधी अटकलबाजियों और खबरों को आज पूरी तरह नकारते हुए कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे, हैं अौर रहेंगे।

श्री मिश्रा ने यहां मीडिया से चर्चा के दौरान राज्य में नेतृत्व परिवर्तन संबंधी खबरों के बारे में पूछे जाने पर प्रतिक्रिया दी।

श्री मिश्रा ने कहा ‘ व्हाट्सएक एक ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसका वाइस चांसलर बनने के लिए किसी योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। और इसलिए ये जो फेक न्यूज हैं। जो भ्रामक और असत्य समाचार हैं। मेरी प्रार्थना है। इन पर ध्यान न दें। भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से शिवराज सिंह जी और श्री वी डी शर्मा जी के नेतृत्व में एक है। संगठित है। माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री थे, माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री हैं और माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री रहेंगे। इसलिए इस तरह की अटकलें कम से कम व्हाट्सएप फेसबुक इसकाे आधार न बनाएं समाचार का। ऐसा कुछ भी नहीं हैं।’

श्री मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज उनकी विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से मुलाकात विधानसभा के आगामी सत्र की तिथि के निर्धारण और सदन की विभिन्न समितियों की बैठकों के बारे में चर्चा को लेकर थी।

राज्य में हाल ही में भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, प्रभात झा, नरोत्तम मिश्रा और कुछ अन्य नेताओं के बीच अलग अलग अवसरों पर हुयीं मुलाकातें संबंधित नेताओं और उनके समर्थकों की ओर से ही सोशल मीडिया में प्रचारित की गयीं थीं। इन मुलाकातों के सत्ता के गलियारों में अपने अपने मायने खोजने के प्रयास किए जा रहे थे और अलग अलग अटकलबाजियां चल रही थीं। कोई इसे नेतृत्व परिवर्तन से जोड़ रहा था और कोई इसे ‘दबाव की राजनीति’ निरुपित कर रहा था।

शिवराज के नेतृत्व में राज्य चलेगा-विजयवर्गीय

इधर इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जारी अटकलों को एक तरह से विराम देते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य चलेगा।

श्री विजयवर्गीय अपने गृह नगर में कोरोना वायरस जन जागरण अभियान के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान वे संवाददाताओं के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।

उन्होंने यहां उनकी और राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की हाल ही में हुई मुलाकात के संदर्भ में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कोरोना काल में व्यस्तता न के बराबर है। लिहाजा व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर मेलमिलाप जारी है। इस तरह की मुलाकातों में राजनीतिक मायने नहीं तलाशना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में लगाए जा रहे कयास निराधार है।

एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र से नकाबपोश बदमाशों ने 10 लाख लूटे;केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरा का डीवीआर भी उखाड़ ले गए attacknews.in

श्रीगंगानगर,07 जून ।राजस्थान के हनुमानगढ़ में सदर थाना क्षेत्र में सहजीपुरा गांव में आज दोपहर मोटरसाइकिल पर सवार तीन नकाबपोश बदमाश एसबीआई के एक ग्राहक सेवा केंद्र पर हमला कर दस लाख रुपए लूटकर फरार हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी करवा दी।

बिना नंबरी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर सवार तीन नकाबपोश युवकों की धरपकड़ के लिए आसपास के सभी थानों क्षेत्रों में चेकिंग की जा रही है।

घायल केंद्र संचालक को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

बदमाश केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरा का डीवीआर भी उखाड़ ले गए।

गांव में एक अन्य स्थान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश दिखाई दिए हैं।

इस कैमरे की फुटेज के आधार पर भी पुलिस बदमाशों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

थाना प्रभारी सीआई मानसिंह ने बताया कि हनुमानगढ़ टाउन-पीलीबंगा मार्ग पर गांव सहजीपुरा में स्कूल के पास राजपाल स्वामी (30) का ई-मित्रा केंद्र है।

उसने एसबीआई का ग्राहक सेवा केंद्र भी ले रखा है।

इस कारण केंद्र में काफी नगद राशि का आदान-प्रदान होता है।

दोपहर करीब 2 बजे राजपाल स्वामी केंद्र में अकेला था।

बिना नंबरी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर तीन युवक आए।

अंदर आते ही उन्होंने पिस्तौल तानकर सारी नगदी बैग में डाल ली।

राजपाल के पहनी हुई सोने की चैन छीन ली।

उसके तीन मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में कर लिये।

थाना प्रभारी के अनुसार बदमाश राजपाल स्वामी को केंद्र में बंद करके जाना चाहते थे।

उन्होंने बाहर के गेट की चाबी मांगी।

राजपाल ने कहा कि चाबी नहीं है।

इसी बात पर उन्होंने देसी कट्टे के बट्ट से सिर एवं चेहरे आदि पर चोटे मारकर राजपाल को घायल कर दिया।

वह बेहोश होकर गिर गया।