बैतूल में झोला छाप डॉक्टर ने अपना दवाखाना खोलने के लिए कर दी थी बुजुर्ग डाँक्टर की हत्या का आरोपी गिरफ्तार attacknews.in

बैतूल,09 जून,। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में बीते माह एक बुजुर्ग डॉक्टर की हत्या के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जबकि जेल में बंद एक अन्य आरोपी को यहॉ लाने का प्रयास किया जा रहा है।

शाहपुर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) महेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि थाना क्षेत्र के पतौवपुरा में डॉक्टर प्रवीण कांति मजूमदार (63) दवाखाना चलाते थे। 19 मई को पावरझंडा गांव के पास कुंए में उनका रस्सी से हाथ-पैर बंधा शव मिला था।

पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की।

पुलिस ने मृतक के मोबाइल पर आए आखरी कॉल की डिटेल निकाली तो पता चला कि यह कॉल मृतक के घर के सामने रहने वाले मनोज मेहरा की है।

पुलिस ने मनोज मेहरा को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो बताया कि अपने साथी झोलाझाप डॉक्टर सुनील वर्मा निवासी मालाखेड़ी के साथ मिलकर हत्या की।

आरोपी ने बताया कि उसका साथी सुनील वर्मा का थाना क्षेत्र के बरेठा में दवाखाना है। वह पतौवपुरा में दवाखाना खोलना चाहता था, वहॉ पहले से ही प्रवीण कांति मजूमदार दवाखाना चला रहे थे। डॉ प्रवीण को रास्ते से हटाने के लिए दोनों ने मिलकर गला घोटकर हत्या कर दी थी।

नेपाल में बाबा रामदेव की ” कोरोनिल” पर बखेड़ा: स्वास्थ्य मंत्री को करोड़ों ₹ की कोरोनिल किट,और अन्य प्रतिरक्षा बूस्टर दवाएं सौंपे जाने के बाद सरकार ने बिक्री रोकी,प्रतिबंध नहीं लगाया attacknews.in

काठमांडू 9 जून ।कोरोनिल को कोरोना महामारी के बीच इम्यूनिटी बुस्टर आधारित आयुर्वेदिक दवा के बाजार में बेचे जाने को लेकर बाबा रामदेव का विवादों से नाता बन गया हैं।

पहले देश में इसका विरोध हुआ। अब देश से बाहर भी इस पर बवाल बढ़ता गया । नेपाल में पतंजलि की कोरोनिल के वितरण पर आयुर्वेद एवं वैकल्पिक चिकित्सा विभाग ने अघोषित बैन कर दिया गया है। हालांकि, नेपाल सरकार ने औपचारिक प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी नहीं किया है। ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को दी गई है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक पिछले गुरुवार को पतंजलि योगपीठ द्वारा निवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी को करोड़ों रुपये की कोरोनिल किट, सैनिटाइज़र, मास्क और अन्य प्रतिरक्षा बूस्टर दवाएं सौंपे जाने के बाद नेपाल में विवाद खड़ा हो गया था। उसके बाद त्रिपाठी को स्वास्थ्य मंत्री के पद से हटा दिया गया। योगगुरु रामदेव ने पिछले साल 23 जून को आयुर्वेद आधारित कोरोनिल किट उस समय पेश की थी, जब भारत में कोविड-19 महामारी अपने चरम पर थी।

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. कृष्ण प्रसाद पौडयाल ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया था कि नेपाल सरकार ने देश में कोरोनिल पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दवा के खिलाफ कोई औपचारिक प्रतिबंध आदेश जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि आम जनता को वितरित की जाने वाली किसी भी प्रकार की दवा को पहले स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय के अंतर्गत औषधि प्रशासन विभाग में पंजीकृत होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले नेपाल के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी को कोरोनिल का एक पैकेट उपहार में दिया गया था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोनिल कोरोना बीमारी को ठीक कर सकती है। उन्होंने कहा कि नेपाल में कई आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध हैं, जो लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकती हैं और कोरोना संक्रमण से निजात दिलाने में भी मदद कर सकती हैं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अभी तक किसी भी ऐसी दवा को मंजूरी नहीं दी है जो कोरोना का इलाज कर सके।

पंजाब के दो कुख्यात गैंगस्टर 10 लाख का इनामी और पुलिस कर्मियों का हत्यारा जयपाल भुल्लर और जसप्रीत जस्सी कोलकाता में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये attacknews.in

कोलकाता, 09 जून । पंजाब के दो कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर और जसप्रीत जस्सी कोलकाता के न्यू टाउन में बुधवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये।

कोलकाता के पूर्वी इलाके में न्यू टाउन के संभ्रांत शपूरजी हाउसिंग कॉम्पलेक्स में हुई इस मुठभेड़ में एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।

भुल्लर पर कुछ पुलिस कर्मियों की हत्या का आरोप है।उस पर 10 लाख रुपये का ईनाम था।वह पूर्व पुलिस कर्मी का पुत्र है।

मुठभेड़ शपूरजी आवासीय क्षेत्र में उस हुई जब कोलकाता पुलिस के विशेष टास्क फोर्स ने वहां छिपे इन बदमाशों को पकड़ने के लिए छापा मारा।

ये बदमाश एक बहुमंजिला इमारत के फ्लैट में ठहरे थे।

छापे के दौरान इन बदमाशों ने पुलिस कर्मियों पर गोली चला दी, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में ये दोनों मारे गये।

फोर्स के अधिकारी कार्तिक मोहन घोष भी घायल हो गये।उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

पुलिस ने बताया कि जसप्रीत जस्सी भी पंजाब का गैंगस्टर है।उसका सहायक जयपाल भुल्लर भी उसी के आवास में छिपा था।

पुलिस वहां जैसे ही तलाश अभियान शुरू किया,इन बदमाशों ने इमारत के पांचवी मंजिल के फ्लैट से गोलीबारी शुरू कर दी।

उस आवास में किसी अन्य बदमाश के छिपे होने आशंका के मद्देनजर वहां तलाश अभियान अभी जारी है।

ये बदमाश कोलकाता में कब से छिपे थे, इसका ता लगाया जाा रहा है।

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के लिए 3.61 लाख आवासों के निर्माण के प्रस्तावों को मंजूरी दी,अब तक 112.4 लाख आवासों के निर्माण को मंजूरी,टैक्नोग्राही के ई-माड्यूल की शुरूआत की गई attacknews.in

नईदिल्ली 9 जून । केंद्र सरकार ने 08 जून 2021 को प्रधानमंत्री आवास योजना –शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत करीब 3.61 लाख आवासों के निर्माण के 708 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी।

इस संबंध में फैसला नई दिल्ली में पीएमएवाई-यू के तहत केंद्रीय स्वीकृति और निगरानी समिति की 54वीं बैठक में लिया गया।

इस बैठक में 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने हिस्सा लिया। इन घरों का निर्माण लाभार्थी के नेतृत्व में उनके हिसाब से और उनकी भागीदारी में किफायती आवास के तौर पर किए जाने का प्रस्ताव है।

इसके अलावा, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव, श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने ‘पीएमएवाई–यू अवार्ड्स 2021 – 100 डेज़ चैलेंज’ भी लॉन्च किया। इसके तहत, मिशन के सफल कार्यान्वयन के लिए राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी), शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) और लाभार्थियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट योगदान और प्रदर्शन को पहचानने और एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाने के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं।

कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान यह समिति की पहली बैठक थी। इससे यह भी पता चलता है कि सरकार ने 2022 तक शहरी भारत के सभी पात्र लाभार्थियों को ‘सभी के लिए आवास’ की दृष्टि से पक्के घर उपलब्ध कराने के उद्देश्य को पर्याप्त महत्व दिया है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने ‘पीएमएवाई–यू के तहत निर्धारित समय के भीतर पूरे देश में आवास निर्माण पूरा करने में तेजी लाने पर जोर दिया है।

श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने बैठक में कहा, “मंजूरी की मांग सभी राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों से उठ रही है। अप्रयुक्त धन का उपयोग और निर्धारित समय के भीतर परियोजनाओं को पूरा करना सुनिश्चित करना अब हमारा मुख्य फोकस है।”

बैठक में, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने विभिन्न मुद्दों जैसे भूमि, स्थल आकृति जनित खतरों, अंतर-शहर प्रवास, कार्यक्षेत्र की प्राथमिकताओं में परिवर्तन, जीवन की हानि आदि के कारण परियोजनाओं में संशोधन के लिए अपने प्रस्ताव भी रखे।

उल्लेखनीय है कि आज की तिथि तक, पीएमएवाई (यू) के तहत स्वीकृत घरों की कुल संख्या 112.4 लाख है जिनमें से अब तक 82.5 लाख घरों के निर्माण के लिए आधार तैयार किए जा चुके हैं और इनमें से भी 48.31 लाख पूरे/ वितरित किए जा चुके हैं। इसके लिए कुल निवेश 7.35 लाख करोड़ रुपये तय है जिसमें 1.81 लाख रुपये की राशि केंद्रीय सहायता के तौर पर दी जानी है । इस राशि में से 96,067 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।

बैठक में भाग लेने वाले राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों को संबोधित करते हुए, मंत्रालय के सचिव ने छह लाइट हाउस परियोजनाओं (एलएचपी) पर जोर दिया, जिनकी आधारशिला जनवरी, 2021 में प्रधान मंत्री द्वारा रखी गई थी। एलएचपी का निर्माण अगरतला, चेन्नई, लखनऊ, रांची, राजकोट और इंदौर में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा , “इन परियोजनाओं को निर्माण में शामिल सभी संबंधित विभागों को प्रेरित करना चाहिए। इनमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग को दोहराया जाना चाहिए और इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए।”

इस कार्यक्रम में टेक्नोग्राही पर एक ई-मॉड्यूल भी लॉन्च किया गया, जिसमें ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया के तहत चुनी गई अभिनव निर्माण प्रौद्योगिकियों को सीखने के उपकरण शामिल हैं और जिनका छह एलएचपी में इस्तेमाल किया जा रहा है। यह अभिनव निर्माण प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में हितधारकों के क्षमता निर्माण की दिशा में एक कदम है।

मंत्रालय के सचिव ने हरियाणा के पंचकुला में एक नवनिर्मित प्रदर्शन आवास परियोजना का भी उद्घाटन किया, जिसका उपयोग किराए पर, एक कामकाजी महिला छात्रावास के रूप में किया जाएगा।

पीएमएवी-यू के प्रौद्योगिकी उप मिशन के तहत, अब तक 6 प्रदर्शन आवास परियोजनाएं (डीएचपी) पूरी की जा चुकी हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में 7 अन्य का निर्माण किया जा रहा है। डीएचपी नई/वैकल्पिक तकनीक के साथ निर्मित मॉडल हाउसिंग प्रोजेक्ट हैं जिसका उपयोग न सिर्फ प्रौद्योगिकी के क्षेत्रीय स्तर के अनुप्रयोग को प्रदर्शित करता है बल्कि जिसका उपयोग ऐसी तकनीक के अनुप्रयोग और उपयोग पर आवास क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञों और छात्रों को साइट पर अनुकूलन और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मंच के रूप में भी किया जा सकता है।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कृषि उपज की सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्यों (एमएसपी) में बढोतरी की attacknews.in

नईदिल्ली 9 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने कृषि उपज की सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को स्वीकृति दे दी है।

सरकार ने किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी की है। बीते साल की तुलना में सबसे ज्यादा तिल यानी सेसामम (452 रुपये प्रति क्विंटल) और उसके बाद तुअर व उड़द (300 रुपये प्रति क्विंटल) के एमएसपी में बढ़ोतरी की सिफारिश की गई। मूंगफली और नाइजरसीड के मामले में, बीते साल की तुलना में क्रमशः 275 रुपये और 235 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मूल्यों में इस अंतर का उद्देश्य फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन देना है।

सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी, आम बजट 2018-19 में उत्पादन की अखिल भारतीय भारित औसत लागत (सीओपी) से कम से कम 1.5 गुने के स्तर पर एमएसपी के निर्धारण की घोषणा के क्रम में की गई है, जिसका उद्देश्य किसानों के लिए तार्किक रूप से उचित लाभ सुनिश्चित करना है। किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर सबसे ज्यादा अनुमानित रिटर्न बाजरा (85 प्रतिशत) पर, उसके बाद उड़द (65 प्रतिशत) और तुअर (62 प्रतिशत) होने की संभावना है। बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत रिटर्न होने का अनुमान है।

पिछले कुछ साल के दौरान तिलहनों, दालों और मोटे अनाज के पक्ष में एमएसपी में बदलाव की दिशा में हुए ठोस प्रयासों का उद्देश्य किसानों को अपने खेतों के ज्यादा हिस्से में इन फसलों को लगाने और सर्वश्रेष्ठ तकनीकों व कृषि विधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे मांग-आपूर्ति में संतुलन कायम किया जा सके। पोषण संपन्न पोषक अनाजों पर जोर ऐसे क्षेत्रों में इनके उत्पादन को प्रोत्साहन देना है, जहां भूजल पर दीर्घकालिक विपरीत प्रभावों के बिना धान-गेहूं पैदा नहीं किए जा सकते हैं।

इसके अलावा, वर्ष 2018 में सरकार द्वारा घोषित अम्ब्रेला योजना “प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान” (पीएम-आशा) से किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी रिटर्न में बढ़ोतरी होगी। अम्ब्रेला योजना में प्रायोगिक आधार पर तीन उप-योजनाएं- मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस), मूल्य अंतर भुगतान योजना (पीडीपीएस) और निजी खरीद व भंडारण योजना (पीपीएसएस)- शामिल हैं।

दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के उद्देश्य से, आगामी खरीफ सीजन 2021 में कार्यान्वयन के लिए विशेष खरीफ रणनीति तैयार की गई है। तुअर, मूंग और उड़द के लिए रकबा और उत्पादकता दोनों बढ़ाने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है। इस रणनीति के तहत, बीजों की सभी उपलब्ध अधिक उपज वाली किस्मों (एचवाईवी) को सहरोपण और एकल फसल के माध्यम से रकबा बढ़ाने के लिए मुफ्त वितरित किया जाएगा। इसी प्रकार, तिलहनों के लिए भारत सरकार ने खरीफ सीजन 2021 में किसानों को मिनी किट्स के रूप में बीजों की ऊंची उपज वाली किस्मों के मुफ्त वितरण की महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी है। विशेष खरीफ कार्यक्रम से तिलहन के अंतर्गत अतिरिक्त 6.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र आ जाएगा और इससे 120.26 लाख क्विंटल तिलहन और 24.36 लाख क्विंटल खाद्य तेल पैदा होने की संभावना है।

यूरिया उर्वरक मे भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने संशोधन सहित नई निवेश नीति – 2012 को मंजूरी दी है कि उसे रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स लिमिटेड पर भी लागू किया जाए attacknews.in

नईदिल्ली 9 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने उर्वरक विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के तहत नई निवेश नीति (एनआईपी)-2012, सात अक्टूबर, 2014 के अपने संशोधन के साथ अब रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स लिमिटेड (आरएफसीएल) पर भी लागू होगी।

आरएफसीएल एक संयुक्त उपक्रम है, जिसमें नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल), इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) और फर्टिलाइजर्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआईएल) शामिल हैं। इसे 17 फरवरी, 2015 को निगमित किया गया था। आरएफसीएल, एफसीआईएल की पुरानी रामागुंडम इकाई को दोबारा चलाने योग्य बना रहा है। इसके तहत एक नई गैस आधारित ग्रीन फील्ड नीम-कोटेड यूरिया संयंत्र लगाया जा रहा है, जिसकी उत्पादन क्षमता 12.7 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। आरएफसीएल यूरिया परियोजना की लागत 6165.06 करोड़ रुपये है। इस संयंत्र को गैस गेल द्वारा मिलती है, जो जीएसपीएल इंडिया ट्रांसको लिमिटेड (जीआईटीएल) की एमबीबीवीपीएल (मल्लावरम-भोपाल-भीलवाड़ा-विजयपुर गैस पाइपलाइन) के जरिये प्रदान करता है।

आरएफसीएल की उत्कृष्ट गैस आधारित इकाई भारत सरकार की उस पहल का हिस्सा है, जिसके तहत एफसीआईएल/एचएफसीएल की बंद पड़ी यूरिया इकाइयों को दोबारा शुरू करने का लक्ष्य है, ताकि यूरिया सेक्टर में आत्मनिर्भरता हासिल हो सके। रामागुंडम संयंत्र के शुरू हो जाने से देश में यूरिया के घरेलू उत्पादन में 12.7 लाख मीट्रिक टन वार्षिक का इजाफा हो जायेगा। इसके जरिये यूरिया क्षेत्र में माननीय प्रधानमंत्री का ‘आत्मनिर्भर भारत’ का विजन भी पूरा होगा। यह दक्षिण भारत में सबसे बड़ी उर्वरक निर्माण इकाई बन जायेगी। परियोजना से न केवल किसानों को उर्वरकों की उपलब्धि में सुधार आयेगा, वरन क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी इजाफा होगा। इसके साथ-साथ इलाके में सड़क, रेल, सहायक उद्यम आदि जैसे बुनियादी ढांचे का विकास होगा तथा देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

आरएफसीएल में कई अनोखी खूबियां हैं, जैसे आधुनिकतम प्रौद्योगिकी, एचटीईआर (हालदर टॉपसे एक्सचेंज रिफॉर्मर), जिनसे यूरिया संयंत्रों में यूरिया उत्पादन में ऊर्जा की बचत होगी। साथ ही 140 मीटर ऊंचे प्रिलिंग टॉवर से यूरिया की गुणवत्ता बढ़ेगी, ऑटोमैटिक रूप से यूरिया खाद बोरों में भर जायेगी और मालगाड़ियों में लाद दी जायेगी। इस तरह हर रोज 4000 मीट्रिक टन यूरिया भेजने की क्षमता होगी। एमसीआर (मुख्य नियंत्रक कक्ष) डीसीएस (डिस्ट्रीब्यूटेड कंट्रोल सिस्टम), ईएसडी (सुरक्षा के लिये एमरजेंसी शट-डाउन सिस्टम), वन-लाइन एमएमएस (मशीन मॉनिटरिंग सिस्टम), ओटीएस (ऑप्रेटर ट्रेनिंग साइम्यूलेटर) और पर्यावरण की निगरानी करने वाली प्रणाली से लैस है। इन प्रणालियों को कर्मठ, समर्पित और सुप्रशिक्षित ऑपरेटर चलाते हैं।

इस सुविधा में विश्व की बेहतरीन प्रौद्योगिकी का समावेश किया गया है। इसका लक्ष्य है कि तेलंगाना सहित भारत के दक्षिण और मध्य क्षेत्र के राज्यों की यूरिया की मांग पूरी की जा सके। इनमें आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि राज्य शामिल हैं। आरएफसीएल द्वारा उत्पादित यूरिया का विपणन नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड करेगा।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार एफसीआईएल/एचएफसीएल की पांच बंद पड़ी इकाइयों को दोबारा चलाने योग्य बना रही है। यह काम रामागुंडम (तेलंगाना), तलचर (ओडिशा), गोरखपुर (उत्तरप्रदेश), सिंद्री (झारखंड) और बरौनी (बिहार) में 12.7 लाख मीट्रिक टन वार्षिक क्षमता वाले अमोनिया यूरिया संयंत्र लगाकर पूरा किया जायेगा। इसमें 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और इसके लिये अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के संयुक्त उपक्रमों को तैयार किया जायेगा। इन संयंत्रों के चालू हो जाने से घरेलू यूरिया उत्पादन में 63.5 लाख मीट्रिक टन वार्षिक का इजाफा हो जायेगा। इससे यूरिया के आयात में कटौती होगी और भारी विदेशी मुद्रा की बचत होगी। इसके जरिये यूरिया सेक्टर में आत्मनिर्भता आयेगी, जो माननीय प्रधानमंत्री के “आत्मनिर्भर भारत” विजन के अनुकूल है।

खरगोन में नाबालिग लड़कियों से देह व्यापार करवाने वाला गिरोह पकड़ाया;नसीब, कादर,मंगतू खान, जकिया उर्फ शकीला बी और जीशान गिरफ्तार, सबा को भी बनाया आरोपी attacknews.in

खरगोन 09 जून । मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के भीकनगांव थाना क्षेत्र की दो नाबालिग लड़कियों को इंस्टाग्राम से दोस्ती कर देह व्यापार में धकेलने की कोशिश में आज एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

खरगोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना क्षेत्र के खड़कवानी निवासी दो भाई नसीब तथा कादर मेवाती उनके रिश्तेदार मंगतू खान निवासी बालसमुद (कसरावद थाना), जकिया उर्फ शकीला बी निवासी ढोकाखोई थाना कन्नौज जिला देवास और धार जिले के धरमपुरी के जीशान को आज गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा खंडवा जिले के पंधाना निवासी महिला सबा को भी आरोपी बनाया गया है।

उनके कब्जे से 14 तथा 16 वर्ष की दो चचेरी बहनों को भी बरामद किया गया है।

आरोपियों को आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से कादर का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।

घटना के बारे में खरगोन के पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि करीब 8 महीने पहले धरमपुरी के जीशान ने इंस्टाग्राम पर दोनों बहनों से दोस्ती की और उसके बाद मोबाइल पर चर्चा करने लगा।

उसने दोनों के नंबर खंडवा जिले के पंधाना निवासी मुख्य आरोपी सबा को दे दिए जिसने लड़कियों से लगातार बातचीत कर भरोसे में ले लिया और देह व्यापार के लिए राजी कर लिया।

दो दिन पूर्व जीशान ने अपने रिश्तेदार कादर को उन्हें लेने भेजा और दोनों बहने घर से बिना बताए उसके साथ देवास जिले के कन्नौज थाना क्षेत्र के ढोकाखोई ग्राम स्थित जकिया के घर चले गई। वहां मंगतू तथा नसीब को भी बुलवा लिया गया।

इसी दौरान चचेरी बहनों के गायब होने पर परिजनों की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर उनकी तलाश आरंभ कर दी गई थी।

मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह दोनों बहनों को खंडवा जिले के पंधाना स्थित सबा के पास पहुंचाने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि सबा की तबीयत खराब हो जाने के चलते उसे अस्पताल में भतीर् कराया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सबा के बारे में देह व्यापार कराए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। फिलहाल उसका उपचार कराया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय रेल को स्टेशन परिसर एवं रेलगाड़ियों में सार्वजनिक बचाव व सुरक्षा सेवाओं के लिए 700 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी बैंड में 5 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के आवंटन को मंजूरी दी attacknews.in

इससे रेलगाड़ियों के परिचालन के क्रम में सुरक्षा बेहतर होगी

रेलवे के परिचालन एवं सुरक्षा में रणनीतिक बदलाव आएगा

लोको पायलटों और गार्डों के साथ निर्बाध संचार सुनिश्चित होगा जिससे सुरक्षा बेहतर होगी

परिचालन, बचाव एवं सुरक्षा से जुड़े ऐप्लिकेशन के लिए सुरक्षित वॉइस, वीडियो एवं डेटा संचार सेवाएं उपलब्धर होंगी

परियोजना में अनुमानित निवेश 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है

यह परियोजना अगले पांच साल में पूरी होगी

इसके अलावा, भारतीय रेल ने स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम को मंजूरी दी है जो रेलगाड़ी को टक्कर से बचने में मदद करेगा और इससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी

नईदिल्ली 9 जून । आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय रेल (आईआर) को स्टेशन परिसर एवं रेलगाड़ियों में सार्वजनिक बचाव व सुरक्षा सेवाओं के लिए 700 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी बैंड में 5 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के आवंटन संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

इस स्पेक्ट्रम के साथ ही भारतीय रेल ने अपने मार्ग पर एलटीई (लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन) आधारित मोबाइल ट्रेन रेडियो संचार प्रदान करने की परिकल्पना की है। परियोजना में अनुमानित निवेश 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह परियोजना अगले पांच साल में पूरी होगी।

इसके अलावा, भारतीय रेल ने स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम को मंजूरी दी है जो रेलगाड़ी को टक्कर से बचने में मदद करेगा और इससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

इससे रेलवे के परिचालन एवं रख-रखाव व्यवस्था में रणनीतिक बदलाव आएगा। यह मौजूदा बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अधिक ट्रेनों को समायोजित करने के लिए लाइन क्षमता और सुरक्षा को बेहतर करने में मदद करेगा। आधुनिक रेल नेटवर्क तैयार होने से परिवहन लागत में कमी आएगी और प्रवाह क्षमता में सुधार होगा। साथ ही यह बहुराष्ट्रीय उद्योगों को अपनी विनिर्माण इकाइयां स्‍थापित करने के लिए भी आकर्षित करेगा जिससे ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को पूरा करने और रोजगार सृजन में मदद मिलेगी।

भारतीय रेल के लिए एलटीई का उद्देश्य परिचालन, बचाव एवं सुरक्षा से जुड़े ऐप्लिकेशन के लिए सुरक्षित एवं भरोसेमंद वॉइस, वीडियो और डेटा संचार सेवाएं प्रदान करना है। इसका उपयोग आधुनिक सिग्नलिंग और ट्रेन सुरक्षा प्रणालियों के लिए किया जाएगा तथा लोको पायलटों व गार्डों के बीच निर्बाध संचार सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा। यह इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आधारित रिमोट ऐसेट मॉनिटरिंग विशेष रूप से कोच, वैगन व लोको की निगरानी और ट्रेन के डिब्बों में सीसीटीवी कैमरों की लाइव वीडियो फीड, ट्रेन के सुरक्षित एवं तेज संचालन को सुनिश्चित करने में सक्षम करेगा।

इसके लिए ट्राई की सिफारिश के अनुसार निजी उपयोग पर रॉयल्‍टी शुल्‍क एवं लाइसेंस शुल्‍क के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा निर्धारित फॉर्मूले के आधार पर स्पेक्ट्रम शुल्क लगाया जा सकता है।

बैतूल जिले के आदिवासी बहुल 47 गांवों के एक भी ग्रामीण ने  नहीं लगवाई कोरोना वैक्सीन;मन में धारणा भर गई कि,बीमार हो जाएंगे,जल्दी मौत हो जाएगी, नपुंसक हो जाएंगे,दिखना बहुत कम हो जाएगा attacknews.in

बैतूल, 09 जून । मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में करीब आधा सैकड़ा गांवों के लोग वैक्सीन लगाने से परहेज कर रहे है, जिसका असर टीकाकरण अभियान पर पड़ रहा है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अरविंद भट्ट ने आज बताया कि जिले के दस विकासखंड के करीब 1400 गांव में करीब 47 ऐसे गांव चिन्हित किए है जहॉ पर अभी तक एक भी व्यक्ति ने वैक्सीन नही लगाई है। इनमें आदिवासी गांवों की संख्या बहुत ज्यादा है। यहॉ के ग्रामीणों के मन में यह धारणा भर गई है कि यदि उन्होंने वैक्सीन लगाई तो बीमार हो जाएंगे और जल्दी मौत हो जाएगी। वैक्सीन लगने से नपुंसक हो जाएंगे। आंख में दिखना बहुत कम हो जाएगा।

बैतूल जिले के 47 गांव में अब तक एक भी व्यक्ति ने वैक्सीन नहीं लगवाई । बैतूल के ये गांव आदिवासी बाहुल्य हैं जहां के एक भी शख्स ने वैक्सीन नहीं लगवाई ।

वैक्सीन को लेकर मध्य प्रदेश के आदिवासियों में इतना डर है कि गांव के गांव वैक्सीन लगवाने से मना कर चुके हैं। राजधानी भोपाल से करीब 250 किलोमीटर दूर बैतूल जिले के गुराड़िया गांव जो पहाड़ों के बीच है। गांव में कोरकू जनजाति के करीब 600 लोग रहते हैं लेकिन किसी ने भी वैक्सीन नहीं लगवाई ।

कोरकू आदिवासियों में वैक्सीन को लेकर डर भरा हुआ है और लोग वैक्सीन का नाम सुनते ही बिदक रहे हैं । एक महिला से जब इसे लेकर पूछा गया तो वह वहां से जाने लगी।महिला ने कहा कि हम कोरोना का टीका नहीं लगाते. हमारे जंगलों में कोरोना नहीं है।महिला ने कहा कि टीका लगाने वाला आ जाए तब भी हम नहीं लगवाएंगे।शहरों में लोग गंदगी में रहते हैं।

महिला ने यह भी दावा किया कि आप बता दो हमारे इलाके में कोई कोरोना से मरा हो।

एक आदिवासी युवक ने भी कहा कि यहां कोरोना-वोरोना नहीं है. जो कोरोना का टीका लगाते जा रहे वो आदमी मरते जा रहे हैं. युवक अभी बोल ही रहा था महिलाएं चिल्लाने लगीं और वह चला गया।

कड़क सिंह भी कोरोना का टीका नहीं लगवाए कहकर चले गए और पूछने पर दूर से हाथ हिलाकर मना कर दिया।गांव में एक शख्स ऐसा नहीं मिला जिसने वैक्सीन लगवाई हो।गांव में लोग बात करने से भी कन्नी काटते नजर आए।

सतपुड़ा के जंगलों में रहती हैं कोरकू जनजाति :

दरअसल, कोरकू जनजाति के लोग सतपुड़ा के जंगलों और पहाड़ों से घिरे इलाकों में पाए जाते हैं। इनमे से ज्यादातर या तो मक्के की छोटी-मोटी खेती करते हैं या तेंदूपत्ता की मजदूरी से अपना घर चलाते हैं।बेहद गरीबी में जीवन बिताने वाले कोरकू जनजाति के लोग ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं होते और यही एक बड़ी वजह है कि वैक्सीन को लेकर इनके बीच यह डर इतनी तेजी से फैला है।

जिले के टीकाकरण अधिकारी भी यह मान रहे हैं कि वैक्सीन को लेकर आदिवासी बाहुल्य गांवों में अफवाहों का बाजार गर्म है और ऐसे गांवों की संख्या 47 है जहां एक भी शख्स ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।

क्या कहते हैं टीकाकरण अधिकारी

बैतूल के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अरविंद भट्ट ने कहा कि जिले में करीब 14 सौ गांव हैं. इनमें से 47 गांव में एक भी आदमी ने वैक्सीन नहीं लगवाई है. उन्होंने बताया कि अकेले भीमपुर ब्लॉक में ही 33 गांव ऐसे हैं जहां आदिवासी आबादी अधिक है. डॉक्टर भट्ट ने कहा कि इन गांवों में गया भी हूं और बात भी की है. उन्होंने कहा कि इन गांवों के लोगों में वैक्सीन को लेकर भ्रम की स्थिति है. उनके मन यह बात घर कर गई है कि वैक्सीन लगवाने से लोग बीमार पड़ रहे हैं या मर रहे हैं।

साॅल्वर को मूल परीक्षार्थी की परीक्षा दिलवाने के लिए अभिलेखों में फेरबदल कर पुलिस में भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्य आगरा से गिरफ्तार attacknews.in

लखनऊ, 09 जून । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तराज्यीय स्तर पर अभिलेखों में फेरबदल कर धोखाधड़ी से पुलिस विभाग मे भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को आगरा पुलिस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने आगरा पुलिस के साथ संयुक्त अभियान के दौरान अन्र्तराज्यीय स्तर पर कूटरचित दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी से पुलिस विभाग में भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों अलीगढ़ निवासी अभिषेक कुमार ,पंकज कुमार और रामप्रकाश को आगरा के एत्माद्वौला इलाके में टेढ़ी बगिया तिराहे से आगरा की ओर अग्रवाल ट्रैडिंग कम्पनी के पास कल रात करीब सवा 21.15 बजे गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो बाइक,तीन मोबाईल, आधार कार्ड , पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए।

उन्होंने बताया कि काफी दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलो कूटरचित दस्तावेज एवं अभिलेखों में फेरबदल कर धोखाधड़ी से मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर को लिखित परीक्षा में बैठाकर पुलिस विभाग मे भर्ती कराने वाले अपराधियों के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।

इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था।

इसी क्रम में एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश के पर्यवेक्षण में निरीक्षक हुकुम सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन की जा रही थी।

प्रवक्ता ने बताया कि कल रात सूचना मिलने पर आगरा की एत्माद्वौला पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम ने चेकिंग के दौरान बाइक सवार तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ पर गिरफ्तार किये गये फ्राड गैंग के सरगना अभिषेक कुमार ने बताया कि वह अपने साथी बुलंदशहर निवासी प्रिंस कुमार के साथ केडी कैम्पस कोचिंग सेन्टर मुखर्जी नगर, दिल्ली में वर्ष 2018 में कोचिंग करता था, जिसको वह लेकर आया और अभ्यर्थी रजत कुमार, अमित कुमार एवं जितेन्द्र कुमार की पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती होने की लिखित परीक्षा दी थी, जिसमें रजत कुमार, अमित कुमार उक्त परीक्षा में पास होकर पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती हो गये तथा अभी पुलिस में ट्रेनिंग कर रहे हैं।

इस काम का भुगतान हमें नहीं मिल पाया है।

आज अपना हिसाब किताब करने के लिये ये लोग इकट्ठा हुये थे और पकडे गये।

गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

बलात्कार के आरोपी मेघालय राज्य के एनपीपी विधायक और मुख्यमंत्री के सलाहकार थामस संगमा की अग्रिम जमानत मंजूर attacknews.in

शिलाँग 09 जून । मेघालय की एक निचली अदालत ने सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक थॉमस संगमा की बलात्कार मामले में अग्रिम जमानत मंजूर कर ली है।

एक महिला द्वारा बलात्कार और धमकी देने को लेकर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद श्री संगमा ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।

श्री संगमा मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा के सलाहकार भी हैं।

श्री संगमा के अधिवक्ता कौस्तव पॉल ने बुधवार को कहा, “अदालत ने श्री संगमा की बिना पूर्व अनुमति के न्यायालय के अधिकार क्षेत्र से बाहर नहीं जाने और मामले की जांच में बाधा नहीं पहुंचाने की शर्त पर अंतरिम जमानत मंजूर की है।”

अदालत ने आरोपी विधायक को शिकायतकर्ता और अभियोजन पक्ष के गवाह से दूरी बनाए रखने और शिकायतकर्ता तथा अभियोजन पक्ष के गवाह को कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देने का भी निर्देश दिया है।

इसके अलावा न्यायालय ने श्री संगमा को कथित बलात्कार मामले की जांच रहे पुलिस दल के साथ सहयोग करने का भी निर्देश दिया।

श्री संगमा के खिलाफ पिछले वर्ष जनवरी से कथित तौर पर यौन शोषण करने के आरोप में एक महिला ने पूर्वी खासी पर्वतीय जिले के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

शाजापुर में बैठकर भोपाल से विमान अपहरण करके पडौसी देश में ले जाने की धमकी देने वाले युवक को पुलिस ने धर दबोचा, गहन पूछताछ जारी attacknews.in

भोपाल, 09 जून । भोपाल के राजा भोज हवाईअड्डे पर फोन के जरिए विमान अपहरण की धमकी देने वाले एक युवक को यहां की पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ की है।

गांधीनगर थाना पुलिस के अनुसार कल देर शाम कथित धमकी संबंधी रिपोर्ट हवाईअड्डा प्रबंधन की ओर से गांधीनगर थाने को मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हुयी।

मामले की संवेदनशीलता के मद्देनजर पुलिस की विभिन्न शाखाओं की मदद से शाजापुर जिला निवासी एक युवक को रात में ही हिरासत में ले लिया गया।

बताया गया है कि कॉल ट्रेसिंग के आधार पर युवक को हिरासत में लेकर यहां लाया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

दूसरी ओर भोपाल के साथ ही इंदौर हवाईअड्डे की सुरक्षा व्यवस्था ऐहतियातन और चौकस कर दी गयी है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि युवक ने कल शाम भोपाल हवाईअड्डे पर फोन करके कथित तौर पर धमकी दी कि विमान का अपहरण कर उसे पड़ोसी देश में ले जाया जाएगा।

उनसे भोपाल और इंदौर से विमान अपहरण की बात कही थी।

युवक की पृष्ठभूमि, उसके संपर्क और आपराधिक रिकार्ड इत्यादि के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

फोन करने के पीछे उसका क्या उद्देश्य रहा, इस संबंध में भी पता लगाया जा रहा है।

इस बीच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि अब तक की पूछताछ में धमकी को लेकर कोई दम नजर नहीं आयी है, हालाकि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए और भी पहलुओं को ध्यान में रखकर युवक से पूछताछ की जा रही है।

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सुनारिया जेल से बार-बार पैरोल देने पर अंशुल छत्रपति ने लिखा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र attacknews.in

सिरसा, 09 जून । सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड व साध्वी बलात्कार मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सुनारिया जेल से बार-बार पैरोल व मेडिकल लीव जैसी छूट दिए जाने पर अंशुल छत्रपति ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है और जेल प्रशासन व हरियाणा सरकार पर सवाल उठाए हैं।

पत्र में मुख्य न्यायाधीश से गुजारिश की गई है कि वे उक्त मामले में पूर्व की भांति हस्तक्षेप कर हरियाणा सरकार व प्रशासन से जवाब तलबी करें।

श्री छत्रपति ने कहा कि अगस्त 2017 में सीबीआई अदालत के सजा सुनाए जाने के दौरान डेरा प्रमुख के इशारे पर पूरे हरियाणा व उत्तर भारत को हिंसा ग्रस्त करने की साजिश रची गई और उसके बाद पैदा हुए हालातों को नियंत्रित करने के लिए माननीय उच्च न्यायालय को दखल देना पड़ा था।

हिंसा में 40 लोगों की जान चली गई अरबों करोड़ों की संपत्ति तहस-नहस हुई और मीडिया के बहुत सारे वाहनों व मीडिया हाउसेस की ओबी वैन को जलाकर राख कर दिया गया किया, उक्त मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने कई महीनों तक लगातार सुनवाई की हरियाणा सरकार और प्रशासन की नाकामी के लिए उन्हें कोसा और इन दंगों का जिम्मेदार डेरा सच्चा सौदा के साथ-साथ हरियाणा सरकार को भी ठहराया।

अंशुल छत्रपति ने कहा कि उच्च न्यायालय की इस सारी मशक्कत के कोई मायने नहीं रह जाएंगे यदि हरियाणा सरकार व प्रशासन दोबारा फिर से इस तरह की बदमाशी कर इस खतरनाक अपराधी को इसी तरीके से खुल्ला घुमाते रहेंगे और कभी मां की बीमारी व इलाज के बहाने, कभी फार्म हाउस की सैर तो कभी फाइव स्टार हॉस्पिटल में इलाज करवाने की छूट दी जाती रही तो वह दिन दूर नहीं कि अगस्त 2017 की तरह हिंसा दंगों की फिर से पुनरावृति हो।

उन्होंने कहा कि पंचकूला दंगों के दौरान पुलिस के आला अधिकारियों ने बार-बार मीडिया के सामने यह बात कबूली कि दंगे बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा थे, जिसकी सूत्रधार डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के साथ साथ हनीप्रीत व डॉ आदित्य आदि भी थे और आरोप लगाया कि इस बार फिर सरकार की शह पर मेदांता अस्पताल व मानेसर फार्म हाउस में इस तरह की साजिश रचे जाने का खेल जारी है जिस पर माननीय अदालत रोक लगाए और सरकार और प्रशासन से जवाब तलबी करे।

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व डेरा प्रमुख की बहुत सी याचिकाएं सिरसा जिला प्रशासन व रोहतक जिला प्रशासन की ओर से यह कहकर खारिज की गई कि उसके बाहर आने से लॉ एंड ऑर्डर की समस्या खड़ी हो सकती है।

उन्होंने कहा कि आज भी समस्या जस की तस है डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को किसी भी बहाने से जेल से बाहर नहीं निकाला जाना चाहिए ताकि प्रदेश का अमन-चैन फिर से खराब ना हो।

उन्होंने कहा कि माननीय अदालत डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को इलाज के बहाने मेदांता अस्पताल में रखे जाने वाले वार्ड की सीसीटीवी की मॉनिटरिंग करवाने का आदेश दे।

बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर मऊ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुये उसकी 24 करोड़ के संपत्ति को कुर्क किया,यह जमीन राम-जानकी मंदिर के नाम दर्ज हैं attacknews.in

मऊ 09 जून ।उत्तर प्रदेश के मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर मऊ प्रशासन की बड़ी कार्रवाई करते हुये उसकी 24 करोड़ के संपत्ति को कुर्क किया ।

दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के जहांगीराबाद में माफिया मुख्तार अंसारी द्वारा अर्जित की गई लगभग 24 करोड़ रुपये की भूमि को जिला प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया। इस दौरान जिला प्रशासन ने डुग्गी पिटवाकर सर्वसाधारण को इसकी सूचना दी।

जिला प्रशासन का मानना है कि मुख्तार अंसारी ने अपराधिक दुनिया की कमाई से यह संपत्ति अपनी मां के नाम से रजिस्ट्री करवाई थी। उसके बाद मुख्तार अंसारी की मां ने उसके दोनों बेटे अब्बास और उमर के नाम से वसीयत करवाई थी।

माफियाओं के विरुद्ध जारी योगी सरकार के अभियान में मुख्तार अंसारी का तिलिस्म निशाने पर है। बुधवार को दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के दशई पोखरा स्थित मुख्तार अंसारी की लगभग 24 करोड़ की जमीन को पुलिस प्रशासन ने सील कर दिया।

मुख्तार अंसारी के खिलाफ जनपद में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। मौके पर सीओ सिटी धनंजय मिश्रा के नेतृत्व में कोतवाली, सरायलखंसी, दक्षिणटोला पुलिस सहित पीएसी तैनात रही।

यह जमीन राम-जानकी मंदिर की जमीन बताई जाती है। इस लिहाज से अब तक पूर्वांचल में मुख्‍तार के आर्थिक साम्राज्‍य पर यह सबसे बड़ी चोट भी मानी जा रही है।

नगर के दशई पोखरा स्थित राम-जानकी मंदिर के 14 मंडा जमीन सहित कई काश्तकारों की जमीन पर मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने कब्जा कर रखा था। यहां लगभग डेढ़ हेक्टेयर की जमीन पर मुख्तार अंसारी ने अपने मां राबिया बेगम के नाम से फर्जी बायनामा करा यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखनी शुरू कर दी थी।

2016 में छोटेलाल गांधी ने प्रशासन को पत्रक सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी । तत्कालीन जिलाधिकारी ने काम रुकवा दिया था,तबसे मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने यहां की जमीन बेचनी शुरू कर दी।

योगी सरकार में माफियाओं के विरुद्ध शुरू किए गए अभियान में पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी शासन-प्रशासन के निशाने पर आ गए। इसके चलते बुधवार को कई थानों की फोर्स दशई पोखरा पहुंची और लगभग 24 करोड़ के लागत वाली जमीन पर सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी।

शराब कांड के अपराधी को सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत लेकर छोड़ दिया;रंगे हाथ गिरफ्तार,पुलिस ने कोर्ट में पेश करके जेल भेजा attacknews.in

समस्तीपुर, 09 जून । बिहार मे समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाना मे पदस्थापित सब इंस्पेक्टर (अवर निरीक्षक) श्रीनारायण सिंह को शराब कांड में संलिप्त एक अभियुक्त से रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढ़िल्लो ने बुधवार को यहां बताया कि जिले के रोसड़ा थाना मे पदस्थापित अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह ने शराब कांड के एक अभियुक्त से जब्त मोटरसाइकिल छोड़ने के एवज मे दस हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी।

उन्होंने बताया कि अभियुक्त के द्वारा इस घटना की पूरी जानकारी उन्हें दी गई।

मामले के सत्यापन के बाद सादे लिबास में गुप्त तरीके से इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाया गया जिसमें शराब कांड के अभियुक्त से अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह नौ हजार पांच सौ रूपये ले रहे थे ।

श्री ढ़िल्लो ने बताया कि पैसा लेने के बाद सब इंस्पेक्टर ने थाना मे जब्त मोटरसाईकिल को भी बिना किसी कागजात तैयार कर छोड़ दिया, जिसका भी साक्ष्य के तौर पर वीडियो बनाया गया।

उन्होंने बताया कि सभी साक्ष्यों के आधार पर भ्रष्टाचार एक्ट के तहत जिले के रोसड़ा मे पदस्थापित अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया।

इस प्रकरण की जांच मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक करेंगे।

गिरफ्तार अभियुक्त को आज मुजफ्फरपुर स्थित निगरानी की अदालत में पेश किया गया।