मध्यप्रदेश में हवा से बनेगी ऑक्सीजन :30 सितंबर तक 111 पीएसए प्लांट मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और कम्युनिटी हॉस्टिपटल में लगाने के आदेश attacknews.in

भोपाल, 14 जून । कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इलाज के उपयोग में आने वाली ऑक्सीजन की अभूतपूर्व कमी का सामना कर चुके मध्यप्रदेश में 30 सितंबर तक 111 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जाएंगे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य को ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में कोविड-19 के उपचार में प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या के निराकरण के कारगर उपाय के तौर पर लगाये जा रहे पीएसए (प्रेशर स्विंग एडजॉर्पशन) ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और कम्युनिटी हॉस्टिपटल में 111 हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के आर्डर दिये गये हैं।

शासन द्वारा जारी आदेश के अनुक्रम में अब तक 20 प्लांट लगाये जा चुके हैं

मध्यप्रदेश में रविवार को कोरोना के कारण 18 की मौत, 274 संक्रमित आए सामने,अबतक संक्रमितों की संख्या 7,88,183 और मृतकों की संख्या 8552 हुई attacknews.in

भोपाल, 13 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होेने के बीच 18 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज होने के साथ ही 274 नए मामले सामने आए।
एक्टिव केस घटकर 4251 पर आ गए हैं।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 76,880 सैंपल की जांच में 274 पॉजीटिव और 76,606 निगेटिव निकले।हालाकि 207 सैंपल रिजेक्ट भी हुए।संक्रमण दर 0़ 3 प्रतिशत रही।

आज सबसे अधिक संक्रमित भोपाल जिले में 88 मिले।इसके बाद इंदौर में 82, ग्वालियर में 0, जबलपुर में 18, उज्जैन में 6, रीवा में 5, खरगोन में 6, बैतूल में 6, धार में 3 और शिवपुरी तथा सतना में 0-0 मामले सामने आए।कुल 18 जिलों में एक भी नया प्रकरण सामने नहीं आया।

स्वस्थ होने वालों की संख्या 780 रही।

कुल 18 मौतों में से दो दो इंदौर, भोपाल, जबलपुर और बैतूल जिले में दर्ज की गयीं।

राज्य में कुल 8552 लोगों की मृत्यु अब तक कोरोना के कारण दर्ज की गयी हैं।

बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक एक करोड़ नौ लाख छह हजार तीन सौ अठारह सैंपल की जांच में 7,88,183 पॉजीटिव पाए गए हैं अौर 7,75,380 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को मात देने में सफल रहे।

वर्तमान में एक्टिव केस 4251 हैं, जिनमें से सबसे अधिक 1291 भोपाल में हैं।

इसके अलावा इंदौर में 695, ग्वालियर में 75 और जबलपुर में 145 हैं।

शराब के नशे में चाचा अशफाक 10 वर्षीय भतीजे अयान के साथ बलात्कार करने में असफल रहा तो ईंट से सिर कुचल कर मार डाला, पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

फर्रूखाबाद 13 जून । उत्तर प्रदेश में फर्रूखाबाद जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने कुकर्म करने के प्रयास में असफल रहने पर बालक की हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने रविवार को बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र में ग्राम अमेठी जदीद का निवासी अशफाक उर्फ शारिक उर्फ मिन्ने उर्फ बबलू आठ जून को लिंजीगंज फर्रूखाबाद बाजार से अयान उर्फ फतेह अली (10) काे बहला-फुसलाकर एक बाग में ले गया। जहां कुकर्म करने के प्रयास में असफल होने पर उसने अयान की रस्सी से गला कसकर हत्या कर दी।

फर्रुखाबाद की इस घटना ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया,यहां चाचा ने ही भतीजे से कुकर्म करने की कोशिश की और असफल होने पर उसकी ईंट से कुचलकर हत्या कर दी।

पुलिस ने इस मामले का 72 घंटे में ही पर्दाफाश कर आरोपाी चाचा को गिरफ्तार कर लिया।आरोपी ने पुलिस को दिए बयान में अपना गुनाह कबूल कर दिया है।

पुलिस के अनुसार आरोपी ने ही कुकर्म में असफल होने के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या की थी।बीते 10 जून को शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अमेठी जदीद निवासी यामीन का 10 वर्षीय बालक अयान उर्फ फतेह अली का शव बाग में लहुलुहान पड़ा मिला था।उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी।

पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी।इस बीच पुलिस नें कई संदिग्धों से पूछताछ की। सख्ती करने पर गांव के ही आरोपी असफाक उर्फ सारिक उर्फ मुन्ने उर्फ बबलू पुत्र बाबू अली ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

असफाक ने पुलिस को बताया कि वह लिंजीगंज बाजार से लौट रहा था तभी उसे अयान आता मिला। वह अयान को बहला-फुसला कर बाग ले गया और उसके साथ कुकर्म का प्रयास किया,लेकिन वह असफल रहा,जिसके बाद आरोपी असफाक ने सिर पर ईंट मारकर और रस्सी से गला घोंटकर अयान को मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस ने आरोपी को अमेठी जदीद मोड़ के निकट से गिरफ्तार किया।मृतक अयान आरोपी असफाक की मौसी के बेटे का पुत्र था।वह मृतक का रिश्ते में चाचा लग रहा था।

आरोपी को जब पुलिस ने गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया तो आरोपी कैमरे के सामने फूट फूट कर रोने लगा।उसने अपनी गलती को माननकर खुद को दोषी बताया।आरोपी हत्यारा चाचा ने शराब के नशे में होने के चलते इस घटना को अंजाम दिया।

पुलिस ने आरोपी को हत्या की धारा में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मामले पर एसपी अशोक कुमार मीणा ने पुलिस लाइन सभागार में बताया कि आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. उसने अपने गुनाह का इकबाल किया है।

कर्नाटक में लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन आरोप में मानसिक विक्षिप्त 50 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस वालों ने पीट-पीटकर मार डाला,आठ निलंबित attacknews.in

बेंगलुरु 13 जून । कर्नाटक के मदिकेरी शहर में पिछले सप्ताह लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में मानसिक रूप से विक्षिप्त 50 वर्षीय एक व्यक्ति को कथित तौर पर पुलिसकर्मियों ने पीट-पीटकर मार डाला था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि घटना के बाद आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.

कर्नाटक दक्षिणी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण मधुकर पवार ने बताया कि मृतक के भाई रॉबिन डिसूजा की शिकायत पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि विराजपेट के पुलिस उपाधीक्षक ने आठ कर्मियों के खिलाफ एक रिपोर्ट सौंपी, जिसके आधार पर सभी को निलंबित कर दिया गया है.

पवार ने कहा, अनुमंडल अधिकारी (एसडीएम) द्वारा जांच की जा रही है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, हम मामले को सीआईडी को सौंप रहे हैं. परिवार के सदस्यों ने बताया कि रॉय डिसूजा मानसिक रूप से विक्षिप्त था और वह अपनी मां के साथ रह रहा था, जबकि उसका भाई रॉबिन बंगलूरू में था.

उन्होंने बताया कि रॉय आठ जून को देर रात अपने घर से भाग गया था. पुलिसकर्मियों ने उसे घूमते-फिरते देखा और उससे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने को लेकर पूछताछ की और उसे साथ मारपीट भी की. पीडि़त परिवार ने बताया कि नौ जून की सुबह उसकी मां को थाने में बुलाया गया था, जहां रॉय बेहोश पड़ा था. उसे पहले स्थानीय निजी अस्पताल और फिर वहां से जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही रॉबिन मदिकेरी आया और पुलिस अधीक्षक क्षमा मिश्रा के पास शिकायत दर्ज कराई थी।

पेट्रोल 29 पैसे, डीजल 31 पैसे तक बढ़े दाम,कीमतों में बढ़ोतरी का मौजूदा क्रम 04 मई को शुरू हुआ था attacknews.in

नयी दिल्ली 14 जून । तेल विपणन कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर बढ़ा दिये। इससे पहले रविवार को कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था।

कीमतों में आज की बढ़ोतरी से दोनों जीवाश्म ईंधन महंगाई के नये शिखर पर पहुंच गये हैं। देश के चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल 29 पैसे तक और डीजल 31 पैसे तक महंगा हुआ।

अग्रणी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल 29 पैसे महंगा होकर 96.41 रुपये और डीजल 30 पैसे महंगा होकर 87.28 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।

कीमतों में बढ़ोतरी का मौजूदा क्रम 04 मई को शुरू हुआ था। दिल्ली में मई महीने के दौरान पेट्रोल 3.83 रुपये और डीजल 4.42 रुपये महंगा हुआ था। जून में अब तक पेट्रोल की कीमत 2.18 रुपये और डीजल की कीमत 2.13 रुपये बढ़ चुकी है।

मुंबई में पेट्रोल की कीमत 28 पैसे और डीजल की 31 पैसे बढ़ी। वहां एक लीटर पेट्रोल 102.58 रुपये और डीजल 94.70 रुपये का हो गया।

चेन्नई में पेट्रोल 26 पैसे महंगा होकर 97.69 रुपये और डीजल 28 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 91.92 रुपये प्रति लीटर के भाव बिका।

कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 28 पैसे और डीजल की 29 पैसे बढ़ी। वहां पेट्रोल अब 96.34 रुपये और डीजल 90.12 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है।

पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।

देश के चार महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहे:

शहर का नाम——पेट्रोल रुपये/लीटर——डीजल रुपये/लीटर

दिल्ली————— 96.41—————— 87.28
मुंबई-—————102.58—————— 94.70
चेन्नई—————-97.69-—————-91.92
कोलकाता————96.34—————-—90.12

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच में चीन द्वारा असहयोग करने की बात को स्वीकार किया,चीन ने अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की वुहान यात्रा के दौरान उनसे अपना डेटा छुपाया था attacknews.in

लंदन, 13 जून । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने चीन से कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच में सहयोग करने का आह्वान किया है।

‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ ने जी7 शिखर सम्मेलन के बाद डॉ. टेड्रोस के हवाले से कहा, “जैसा कि आप जानते हैं कि हमें चीनी पक्ष से सहयोग की आवश्यकता होगी। हमें इस वायरस की उत्पत्ति को समझने, जानने या खोजने के लिए पारदर्शिता की आवश्यकता है… रिपोर्ट जारी होने के बाद डेटा साझा करने में कठिनाइयां रहीं।”

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक के अनुसार, जी7 नेताओं ने शनिवार को महामारी के कारणों पर चर्चा की और कोविड-19 की उत्पत्ति की जांच के अगले चरण की तैयारी चल रही है।

डॉ. टेड्रोस ने कहा कि चीन से अधिक सहयोग और पारदर्शिता की उम्मीद है।

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हाल ही में अमेरिकी खुफिया समुदाय को नोवेल कोरोना वायरस की उत्पत्ति की फिर से जांच करने और यह निर्धारित करने में मदद करने के लिए एक रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया कि क्या यह बीमारी किसी प्रयोगशाला से लीक हुई है या किसी संक्रमित जानवर से मानव में फैली है। चीन हालांकि प्रयोगशाला से इस वायरस के लीक होने के सिद्धांत को साजिश करार देता रहा है।

अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इस वर्ष जनवरी में वुहान की यात्रा की, जहां उन्होंने कोविड-19 के वायरस की उत्पत्ति के सुराग के लिए एक प्रयोगशाला, अस्पतालों और बाजारों की जांच की। डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ मिशन ने तब एक रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें कहा गया था कि वुहान की एक प्रयोगशाला से नये कोरोनावायरस के लीक होने की संभावना बहुत कम है।

मार्च में जारी की गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे अधिक आशंका है कि नया वायरस चमगादड़ों से मनुष्यों में एक मध्यस्थ के माध्यम से फैलता है। इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद डॉ. टेड्रोस ने कहा कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की वुहान यात्रा के दौरान उनसे अपना डेटा छुपाया था।

घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रा करने वालों की संख्या एक बार फिर 1 लाख के पार पहुंचीं,कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दैनिक संख्या घटकर 40 हजार से भी कम रह गई थी attacknews.in

नयी दिल्ली 13 जून । घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रा करने वालों की संख्या शनिवार को एक बार फिर एक लाख के पार पहुंच गई।

कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान विमान यात्रा करने वालों की दैनिक संख्या घटकर 40 हजार से भी कम रह गई थी। कम से कम एक महीने बाद यह आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच पाया है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को 1,124 उड़ानों में 1,07,371 यात्रियों ने अपने गंतव्यों के लिए प्रस्थान किया। महामारी की दूसरी लहर के कारण यात्रियों की संख्या में गिरावट के दो प्रमुख कारण थे — यात्रियों में संक्रमण का डर और कई राज्य सरकारों द्वारा हवाई यात्रियों के लिए लगाई गई कड़ी शर्तें।

पिछले साल 25 मार्च से दो महीने के लिए देश में नियमित यात्री उड़ानें पूरी तरह बंद रही थीं। उसके बाद 25 मई 2020 से घरेलू मार्गों पर नियमित उड़ानें दुबारा शुरू की गई थीं। फरवरी 2021 तक हर महीने यात्रियों की संख्या बढ़ती रही। फरवरी में यह आंकड़ा 78.27 लाख पर पहुंच गया। महामारी की दूसरी लहर की आहट से मार्च में मामूली गिरावट के साथ यह संख्या 78.22 लाख पर आ गई थी। अप्रैल में महामारी के विकराल रूप लेते ही इसमें 27 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

फरवरी 2021 में रोजाना औसतन दो लाख 80 हजार लोगों ने हवाई सफर किया था। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण अप्रैल में यह संख्या घटकर 1.91 लाख के करीब रह गई थी। मई के आधिकारिक आंकड़े आने अभी बाकी हैं।

भारत ने कोविड-19 जैसी वैश्विक आपदाओं से दुनिया को बचाने वसुधैव कुटुम्बकम् के मंत्र के आधार पर कदम उठाने एवं अनेक दमनात्मक खतरों से मानवीय मूल्यों की रक्षा का आह्वान किया attacknews.in

नयी दिल्ली 13 जून । भारत ने कोविड-19 महामारी जैसी वैश्विक आपदाओं से दुनिया को बचाने के लिए वसुधैव कुटुम्बकम् के मंत्र के आधार पर एकजुट एवं सामूहिक रूप से कदम उठाने तथा अधिनायकवाद, आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद, दुष्प्रचार एवं मिथ्या सूचनाओं तथा आर्थिक दमन के खतरों से मानवीय मूल्यों की रक्षा का आज आह्वान किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के कॉर्नवैल में आयोजित दो दिवसीय 47 वें जी-7 शिखर सम्मेलन में वीडिया लिंक के माध्यम से भाग लिया।

हाइब्रिड मॉड में आयोजित इस सम्मेलन की अध्यक्षता ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने की। सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामाफोसा और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन शामिल हुए।

श्री जॉनसन ने टेलीफोन करके श्री मोदी से ब्रिटेन आने एवं सम्मेलन में भाग लेने की आग्रह किया था लेकिन प्रधानमंत्री ने देश में कोविड-19 महामारी की गंभीर स्थिति को देखते हुए व्यक्तिगत रूप से आने में असमर्थता व्यक्त की थी।

सम्मेलन में दूसरे दिन रविवार को खुले समाज एवं मुक्त अर्थव्यवस्था शीर्षक वाले सत्र में प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रमुख वक्ता थे।

उन्होंने लोकतंत्र तथा विचार की स्वतंत्रता को लेकर भारत की सभ्यतागत प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र होने के नाते भारत जी-7 एवं मेहमान देशों का स्वाभाविक साझीदार है जो अधिनायकवाद, आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद, दुष्प्रचार एवं मिथ्या सूचनाओं तथा आर्थिक दमन के खतरों से अपने समान मूल्यों की रक्षा करने के लिए कृतसंकल्प है।

श्री मोदी ने भारत में सामाजिक समावेशन एवं सशक्तीकरण के लिए डिजीटल प्रौद्योगिकी के क्रांतिकारी प्रभाव जैसे आधार, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण आदि के बारे में जानकारी दी और यह भी कहा कि खुले समाज में कुछ खतरे भी आसन्न हैं।

उन्होंने प्रौद्योगिकी संबंधी कंपनियों एवं सोशल मीडिया मंचों का आह्वान किया कि वे अपने उपभोक्ताओं को एक सुरक्षित साइबर वातावरण सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री के विचारों की अन्य नेताओं ने भूरि भूरि प्रशंसा की।

जलवायु परिवर्तन पर आयोजित सत्र में श्री मोदी ने सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करते हुए कहा कि इस चुनौती से अलग अलग प्रयासों से नहीं निपटा जा सकता है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर भारत की उपलब्धियों की चर्चा की और कहा कि जी-20 देशों में भारत एकमात्र देश है जो तापमान में दो डिग्री की कमी लाने संबंधी पेरिस सम्मेलन के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में अग्रसर है।

उन्होंने जी-7 देशों के जलवायु कार्रवाई के महत्वाकांक्षी लक्ष्याें एवं नेट जीरो लक्ष्यों की घोषणा की सराहना की और कहा कि इस कार्रवाई में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, वित्तपोषण एवं साझीदारी तथा जलवायु न्याय एवं जीवनशैली में बदलाव आदि सभी आयामों को जोड़ना होगा ताकि विकासशील देशों को प्रगति का मौका मिले।

उन्होंने जी-7 को जलवायु वित्तपोषण के लिए सौ अरब डॉलर प्रतिवर्ष देने के पुराने वादे को पूरा करने को भी कहा। श्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठजोड़ तथा आपदा प्रतिरोधक अवसंरचना गठबंधन जैसे वैश्विक पहलों में भारत के नेतृत्व को भी रेखांकित किया।

सम्मेलन में पहले दिन शनिवार की शाम को श्री मोदी ने पहले सत्र में भाग लिया था जिसका शीर्षक “बिल्डिंग बैक स्ट्रॉन्गर -हैल्थ” था जो कोविड महामारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था को उबारने तथा भविष्य में होने वाली महामारियों के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता सशक्त करने पर केन्द्रित था।

इस सत्र में प्रधानमंत्री ने ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ का नारा दिया जिसका जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने समर्थन किया। श्री मोदी ने कोविड-19 जैसी महामारियों की भविष्य में रोकथाम के लिए लोकतांत्रिक एवं पारदर्शी समाजों को विशेष रूप से जिम्मेदार बताते हुए वैश्विक नेतृत्व एवं एकजुटता कायम करने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने महामारी से मुकाबले में भारत के पूरे समाज की भागीदारी तथा हर स्तर पर सरकार, उद्योग एवं नागरिक समाज के बीच गहन समन्वय के व्यवहार को रेखांकित किया।

उन्होंने संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान एवं टीकाकरण प्रबंधन के लिए डिजीटल माध्यम के उपयोेग की सफलता की जानकारी दी और कहा कि भारत इस बारे में अपने अनुभव एवं विशेषज्ञता को साझा करने का इच्छुक है।

प्रधानमंत्री ने वैश्विक स्वास्थ्य प्रशासन को सुदृढ़ करने के सामूहिक प्रयास का समर्थन करने के भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की तथा टीका के विनिर्माण के लिए बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापारिक पहलुओं (ट्रिप्स) पर समझौते में रियायत देने के लिए विश्व व्यापार संगठन में भारत एवं दक्षिण अफ्रीका द्वारा पेश प्रस्ताव को जी-7 का समर्थन मांगा। ऑस्ट्रेलिया एवं अन्य देशों ने भी इसका मजबूती से समर्थन किया।

भारत ने इस बात पर भी जोर दिया कि टीका बनाने के लिए कच्चे माल की आपूर्ति श्रृंखला खुली रखी जाये जिससे भारत जैसे देशों में टीका उत्पादन बढ़ाया जा सके। इस बात काे भी व्यापक समर्थन मिला।

विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (आर्थिक संबंध) पी हरीश ने जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री मोदी की भागीदारी एवं सम्मेलन के परिणामों की चर्चा करते हुए बताया कि भारत की भागीदारी से जी-7 के सदस्य देशों एवं मेहमान देशों के साथ हमारे संबंधों में गहनता आयी है एवं विस्तार हुआ है। इससे यह भी परिलक्षित हुआ है कि जी-7 में इस बात की समझ बनी है कि संसार की हमारे समय की सबसे बड़ी आपदा का समाधान भारत की भागीदारी एवं समर्थन के बिना संभव नहीं है।

श्री हरीश ने कहा कि वैश्विक नेताओं ने एक स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी एवं नियम आधारित हिन्द प्रशांत क्षेत्र के प्रतिबद्धता व्यक्त की तथा इसके लिए क्षेत्रीय साझीदारों के साथ सहयोग का संकल्प दोहराया। उन्होंने खुले समाज के वक्तव्य में बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार करके उसे खुलेपन, लोकतांत्रिक, पारदर्शी एवं समावेशी के सिद्धांत पर आधारित बनाने की बात कही।

उन्होंने कहा कि हम सभी प्रमुख वैश्विक मुद्दों जैसे स्वास्थ्य प्रशासन, टीके की सुलभता, जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई, आपूर्ति श्रृंखला में विविधता तथा आर्थिक प्रतिरोध क्षमता जैसे मुद्दों पर जी-7 एवं मेहमान साझीदारों के निकट संपर्क में रहेंगे।

मध्यप्रदेश की नगरीय निकायों में खाली विभिन्न संवर्ग के पदों पर संविदा नियुक्ति के आदेश,नियुक्ति प्रक्रिया तय कर नियम जारी,इन पदों पर होगी नियुक्ति attacknews.in

भोपाल 13 जून ।प्रदेश के नगरीय निकायों में खाली विभिन्न संवर्ग के पदों को संविदा पर भरा जाएगा. इन पदों पर राज्य शासन या सार्वजनिक उपक्रम के सेवानिवृत्त अधिकारियों-कर्मचारियों को नियुक्ति दी जाएगी. इसे लेकर नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने नियुक्ति प्रक्रिया तय कर नियम जारी कर दिए हैं।

निकायों में संविदा के पद पहले से हैं. नियुक्ति उन्हीं पर की जाएगी।हालांकि नगर निगमों को किसी भी पद पर नियुक्ति देने से पहले तीन साल के स्थापना व्यय और ऑडिट का ब्योरा आयुक्त को देना होगा।

नगर पालिका और नगर परिषद के मामले में संभागीय संयुक्त संचालक इसका परीक्षण करेंगे।

निकायों में विभिन्न संवर्ग के पद खाली होने के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है. इसे लेकर निकाय पदों पर भर्ती की मांग करते रहते हैं।

कोरोना काल में शहरी क्षेत्रों में संक्रमण रोकने की जिम्मेदारी निकायों की थी. ऐसे में कर्मचारियों की कमी से खासी परेशानी उठानी पड़ी. इसलिए शासन ने संविदा नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं।

कर्मचारियों की चयन प्रक्रिया पहले से तय है.जहां पद संख्या के बराबर या कम आवेदन आते हैं, वहां चयन प्रक्रिया जरूरी नहीं है, पर जहां पद से ज्यादा आवेदन आते हैं, उस स्थिति में साक्षात्कार के माध्यम से चयन समिति निर्णय लेगी।

संविदा नियुक्ति के लिए किसी अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 साल व अधिकतम 65 साल होना चाहिए और वह शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह से सक्षम हो।

इन पदों पर अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लिए पद आरक्षित रखे जाएंगे. अलग-अलग पदों के लिए आठ हजार से 60 हजार रुपये तक मानदेय रहेगा।

इन पदों पर होगी नियुक्ति

अकाउंट एक्सपर्ट, वित्तीय विश्लेषक, शहरी नियोजन विशेषज्ञ, पर्यावरण विशेषज्ञ, सामुदायिक प्रबंधक, ई-गवर्नेंस चेंज मैनेजर, सिस्टम प्रोग्रामर, कंप्यूटर ऑपरेटर, निर्माण प्रबंधन विशेषज्ञ, कनिष्ठ अभियंता, पुस्तकालय अध्यक्ष, अग्नि विशेषज्ञ, फायर ब्रिगेड मैनेजर या फायर कंसल्टेंट, विधि सलाहकार, ऊर्जा विशेषज्ञ, बागवानी विशेषज्ञ, रसायनज्ञ, इलेक्ट्रीशियन, वाहन चालक, ऑफिस असिस्टेंट, प्लंबर या फिटर, बेल्डर, सुरक्षा गार्ड, श्रमिक, गोताखोर, स्वच्छता सहायक आदि।

नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है जल्द: JDU ने मांगी हिस्सेदारी,सर्वानंद सोनोवाल,सुशील मोदी ,ज्योतिरादित्य सिंधिया और बैजयंत पांडा सूची में शामिल attacknews.in

नईदिल्ली 13 जून ।संसद के मानसून सत्र से पहले मोदी कैबिनेट विस्तार की अटकलों का बाजार गर्म है। पीएम नरेंद्र मोदी अपने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा भी कर रहे हैं। इसी बीच बिहार जदूय के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी को भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सांकेतिक नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में एनडीए के घटक दलों को सम्मानजनक जगह मिलनी चाहिए।

30 मई को नरेंद्र मोदी की सरकार- 2 ने दो साल पूरे कर लिए हैं। लेकिन अभी भी मोदी कैबिनेट के पहले मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है। पीएम मोदी की टीम में अभी उनके अलावा 21 कैबिनेट और 9 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 29 राज्य मंत्री हैं। कुछ मंत्रियों के पास कई मंत्रालय होने से मंत्रि परिषद के साथियों की कुल संख्या 54 है।

सूत्रों के अनुसार, जिन लोगों को मंत्रिपरिषद के भावी फेरबदल और विस्तार में शामिल किया जा सकता है, उनमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, बैजयंत पांडा के नाम चर्चा में हैं।

मोदी सरकार में अभी भाजपा के सहयोगी दलों से एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं है। सहयोगी दलों में अकेले रिपब्लिकन पार्टी के रामदास आठवले राज्य मंत्री हैं। ऐसे में कुछ और सहयोगी दलों को भी विस्तार में जगह दी जा सकती है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार की 40 सीटों में से 34 सीटों पर बीजेपी और जेडीयू ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था। बाकी 16 सीटों पर रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के उम्मीदवार खड़े हुए थे।

नीतीश कुमार केंद्र में नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में ज्यादा हिस्सेदारी की उम्मीद कर रहे थे। क्योंकि 6 सीटों पर लड़ने वाली लोजपा को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी। तब रामविलास पासवान नरेंद्र मोदी कैबिनेट में शामिल हुए थे। नीतीश कुमार यह चाहते थे कि उनकी पार्टी से कम से कम तीन सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलनी चाहिए थी। उन्होंने नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में एक को मंत्री बनाए जाने से नाराज होकर अंतिम समय में मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया था।

राजग का घटक होने के नाते केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू की भागीदारी स्वाभाविक है – आरसीपी

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने आज कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का घटक होने के नाते केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी की भागीदारी स्वाभाविक है ।

श्री सिंह ने यहां रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी राजग का सम्मानित घटक है।
यह स्वाभाविक है कि मंत्रिमंडल विस्तार में पार्टी की भागीदारी होगी ।

उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा ) के मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर कहा कि इस संबंध में वह नहीं जानते हैं।
सिर्फ राजग और जदयू के बारे में जानते हैं बाकी से क्या मतलब।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि लोग आश्वस्त रहें, बिहार की सरकार पूरे 5 साल चलेगी ।मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पिछले 15 वर्षों से बालू फांक रहा है, अभी आगे भी उसका यही हाल रहने वाला है।

उन्होंने कहा कि बालू फांकते फांकते राजद के विधायकों के पेट में दर्द हो गया है और इसी से वे कुछ भी बातें करते हैं।राजद के लोग पेड़ पर लगे आम के गिरने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन वह इसी उम्मीद में बैठे रह जाएंगे, लेकिन आम नहीं मिलने वाला है।

रुद्रपुर में हनीट्रेप गैंग ने 6 दिन में किये दो शिकार, पहले पूर्व सभासद नदीम और बाद में यामीन को लड़कियों समेत लड़कों ने नंगाकर वीडियो बनाने के बाद खूब पीटा और लाखों रुपये की फिरौती मांगी attacknews.in

नैनीताल, 13 जून ।उत्तराखंड के रूद्रपुर में हनीट्रैप का मामला सामने आया है।पुलिस ने एक गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसमें दो लड़कियां भी शामिल हैं।पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

रूद्रपुर पुलिस अधीक्षक ममता बोहरा ने रविवार को पत्रकारों के समक्ष इस मामले का खुलासा किया।

उन्होंने कहा कि गैंग में कुल छह सदस्य हैं।जिनमें दो महिला सदस्य भी शामिल हैं।ये पहले लोगों को अपने जाल में फंसाती हैं और उसके बाद गैंग के अन्य सदस्य ब्लैक मेलिंग के बहाने बड़ी रकम की मांग करती हैं।

उन्होंने बताया कि गैंग के सदस्य अभी तक चार मामलों को अंजाम दे चुके हैं।

पिछले सप्ताह गुरूवार को भी गैंग की महिला सदस्य पूजा ने लालकुआं निवासी मोहम्मद यामीन को अपने जाल में फंसाया और उसके मोबाइल पर बात कर उसे रूद्रपुर अकेले में बुलाया।

यामीन तय समय पर रूद्रपुर पहुंच गया और उसके बाद लड़की उसे शांति विहार कालोनी में एक खाली घर में ले गयी।यहां लड़की ने बंद कमरे में लड़के और अपने कपड़े उतार लिये और इतने में कमरे में गैंग के अन्य सदस्य प्रवेश कर वीडियो बना लेते हैं।

फिर पुलिस की वर्दी में दीवान सिंह प्रवेश करता है और लड़के से दस लाख की मांग की।

घटना से घबराये यामीन ने उन्हें लालकुआं कपड़े की शोरूम में ले जाकर 27 हजार रूपये दे दिये।

इसके बाद गैंग के सदस्य यामीन को रूद्रपुर में छोड़कर फरार हो गये।

इसके बाद यामीन ने पुलिस में शिकायत की और पुलिस ने मामला दर्ज कर गैंग के सदस्यों को पकड़ने के लिये कई टीमों का गठन किया।

उन्होंने आगे बताया कि पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।

जिनमें कुलविंदर, मोनू व दीवान सिंह शामिल हैं।मोनू उप्र के बरेली का रहने वाला है।कुलविंदर का मकान मालिक है जो घटना में प्रयुक्त होता है।जबकि दीवान पुलिस के भेष में पैसों की मांग करता है।

उन्होंने बताया कि गैंग के तीन सदस्य बलबीर, दीपा व पूजा फरार हैं।उनकी ढूंढखोज की जा रही है।

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त टियागों कार, मोबाइल व कुछ नकदी भी बरामद कर ली है।

उन्होंने बताया कि गैंग काशीपुर, बहेड़ी व शक्तिफार्म में भी हनीट्रैप की तीन मामलों को अंजाम दे चुके हैं।

हनीट्रैप में फंसाकर बंधक बनाये पूर्व सभासद से फिरौती मांगी;

इसी तरह 9 जून को शहर में हनीट्रैप का मामला सामने आया । युवती ने खटीमा के पूर्व सभासद को मोबाइल के माध्यम से झांसे में लेकर शहर की एक कॉलोनी में बुला लिया। इसके बाद युवती के साथियों ने पूर्व सभासद को बंधक बनाकर तीन घंटों तक मारपीट की। साथ ही 70 हजार की रंगदारी मांगी। करीब 20 हजार रुपये की फिरौती खाते में ट्रांसफर कराकर उसे बंधनमुक्त किया।

पीड़ित ने आरोपियों पर युवती के साथ अश्लील क्लीपिंग बनाने का भी आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

बुधवार को खटीमा के पूर्व सभासद नदीम ने पुलिस को बताया करीब एक माह पहले उसके मोबाइल पर अंजान नम्बर से फोन आया था। इसके बाद अज्ञात युवती उससे लगातार सम्पर्क में आ गई। उसे झांसे में ले लिया।

आरोप है 5 जून को युवती ने उसे सितारगंज बुलाया। बिजटी चौराहे पर पहुंचने के बाद युवती उसे एक धार्मिक संस्था के बगल में बनी कॉलोनी में ले गई। वहां युवती ने चुपचाप दो साथियों को बुला लिया और उसके साथ मारपीट की। इसके कुछ देर बाद एक युवक आ गया।

आरोप है तीनों ने मिलकर युवती के साथ उसकी अश्लील क्लीपिंग बनाई। उसे फांसी लगाने का प्रयास किया। उसके मिन्नतें करने पर आरोपियों ने 70 हजार रुपये की रंगदारी मांगी। खटीमा में उसके दोस्तों से सम्पर्क किया। उसने दोस्तों को जान बचाने का हवाला देते हुए आरोपियों को पैसे देने का अनुरोध किया।

नदीम के अनुसार उसके दोस्तों ने 19800 रुपये आरोपियों के बताये खातों में ट्रांसफर किये। इसके बाद उसे लेकर वापस गये। शेष 50 हजार की रकम लेने के लिये उसे कुछ दिनों का समय दिया। इसके बदले में उसकी बाइक छीन ली।

वरिष्ठ उप निरीक्षक सुधाकर जोशी ने कहा मामला संज्ञान में आ रहा है। प्राथमिक जांच में प्रकरण संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। लेनदेन से जुड़ हो सकता है। जांच के बाद ही प्रकरण में वैधानिक करवाई की जाएगी।

स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) कोलकाता में अपने कच्चे माल के डिवीजन मुख्यालय को कर सकता है कभी भी ‘‘बंद’’, कर्मचारियों की नौकरी जाने का खतरा attacknews.in

कोलकाता 12 जून । स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) कोलकाता में अपने कच्चे माल के डिवीजन मुख्यालय को कभी भी ‘‘बंद’’ कर सकता है। यह जानकारी सूत्रों ने शनिवार को दी। यह निर्णय इकाई से जुड़े संविदा कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका होगा।

हालांकि इस मामले में अभी आधिकारिक घोषणा की जानी बाकी है।

सूत्रों ने कहा, ‘‘कंपनी के बोर्ड ने कोलकाता में डिवीजन मुख्यालय को बंद करने और अपनी खानों का नियंत्रण उनके स्थान के आधार पर राउरकेला स्टील प्लांट (ओडिशा) और बोकारो स्टील प्लांट (झारखंड) को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।’’

सूत्रों के अनुसार ओडिशा में स्थित सेल की खदानें राउरकेला स्टील प्लांट के प्रशासनिक नियंत्रण में आएंगी जबकि झारखंड की खदानें बोकारो स्टील प्लांट के अधिकार क्षेत्र में आएंगी। इस कदम से प्रमुख स्टील कंपनी को सालाना लगभग 40 करोड़ रुपये की बचत होने की संभावना है।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता स्थित डिवीजन मुख्यालय में गैर-संविदात्मक कर्मचारियों को राउरकेला और बोकारो में स्थानांतरित किया जाएगा। हालांकि संविदा कर्मचारियों की नौकरी को झटका लग सकता है।

सूत्रों के अनुसार संविदा कर्मचारियों के एक वर्ग ने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए सेल अध्यक्ष सोमा मंडल से संपर्क किया था। साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हस्तक्षेप की भी मांग की थी।

बरेली में 11 साल की बच्ची की दरिंदगी के साथ गन्ने के खेत में बलात्कार के बाद हत्या,जीवित रहने की गुंजाइश न रहे इसलिए गला दबाने के बाद सिर पर भी धारदार हथियार से हमला,मिट्टी में सना मिला शव attacknews.in

बरेली (उत्तर प्रदेश )13जून।बरेली ग्रामीण क्षेत्र के थाना शाही में एक बच्ची की दरिंदगी के बाद हत्या कर दी गई।पुलिस ने छह संदिग्ध लोगों हिरासत में लिया है।

बच्ची की हत्या बहुत दरिंदगी से की गयी है. शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है मुकदमा दर्ज कर हर पहलू पर जांच की जा रही है।

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि लगभग 11 वर्षीय बच्ची कक्षा छह की छात्रा है, हमेशा की तरह वह शनिवार सुबह आठ बजे के करीब साइकिल से अपने खेत में खड़ी फसल को देखने के लिए निकली थी।

शाम को घर से लगभग 800 मीटर दूर गन्ने के खेत के बाहर छात्रा की साइकिल वह कपड़े पड़े हुए थे। गन्ने के खेत में उस छात्रा का शव मिला।

आशंका है कि दरिंदगी के बाद की हत्या की गई थी।

पुलिस ने गांव के ही 6 संदिग्ध लोगों को शनिवार देर रात हिरासत में लिया है।पूछताछ जारी है।

छात्रा के परिजनों ने बताया कि गांव कक्षा छह में ही गांव के विद्यालय में पढ़ती थी, पिता के स्वर्गवासी होने के कारण वह अक्सर साइकिल से अपने खेत में खड़ी फसल को देखने जाती थी. शनिवार सुबह 8:00 बजे भी साइकिल से खेत के लिए निकली थी दोपहर तक न लौटने पर मां ने उसकी खोजबीन शुरू की, घर वालों ने पुलिस को भी जानकारी दी।

शाम 6:00 बजे के करीब जिस खेत में उसका शव मिला उसमें पानी भरा था जिससे छात्रा का शव पूरी तरह मिट्टी से सना हुआ था सिर पर चोट के निशान थे।

उसकी हुलिया को देखकर आसपास के लोग छात्रा के साथ दरिंदगी के बाद हत्या होने की बात कह रहे हैं।

बरेली के एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि किसी परिचित ने इस वारदात को अंजाम दिया है ,पहचान छिपाने के लिए दुष्कर्म के बाद उसने बेरहमी से छात्रा का कत्ल कर दिया है, जीवित रहने की गुंजाइश न रहे इसलिए गला दबाने के बाद सिर पर भी धारदार हथियार से हमला किया है।

थाना शाही पुलिस ने आसपास के आवारा और अपराधिक प्रवृति के लोगों की गतिविधियों की जांच कर रही है परिवार वालों का कहना है कि उन लोगों की किसी से कोई रंजिश नहीं है इसलिए उन्हें किसी पर कोई शक भी नहीं है।

थाना शाही में घटना की एफआईआर दर्ज की गयी है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद, अग्रिम विधिक कार्रवाई होगी।

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हथियारों से लैस दो बदमाशों ने घर में घुसकर दो महिलाओं को बंधक बनाकर बलात्कार करके नकदी व आभूषण लूटे attacknews.in

जौनपुर 13 जून । उत्तर प्रदेश में जौनपुर के केराकत इलाके के रामपुर भौरा गांव में शनिवार की रात असलहाधारी दो बदमाशों ने घर में घुसकर दो महिलाओं को बंधक बनाकर उनके साथ दुष्कर्म किया और नकदी व आभूषण लूटकर भाग गए।

आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां कहा कि रामपुर भौरा गांव में एक युवती का भाई अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुम्बई रहता है। बस्ती से सौ मीटर की दूरी पर बने घर की रखवाली के लिए उसकी छोटी दिव्यांग अविवाहित बहन रहती है। अकेली होने पर‌ रात में वह रिश्ते में भाभी को साथ रहने के लिए अक्सर बुला लेती है।

रात दोनों साथ सोई थी। लगभग 12 बजे दो बदमाश घर के पीछे पेड़ के सहारे छत पर चढ़कर नीचे कमरे में आ गए और असलहे के बल पर दोनों महिलाओं को‌ जगाकर दोनों को कपड़े और रस्सी से बांधकर आंगन में फेंक‌ दिया और घर में लूटपाट शुरू की, इसके बाद दोनों के साथ दुष्कर्म कर भाग गए।

रविवार की सुबह घटना की जानकारी हुई तो ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की छानबीन की। पीड़तिों के अनुसार बदमाशो ने घर की आलमारी में रखा गया सोने का हार, चेन, दो अंगूठी, चार कंगन, चांदी की पैजनी व दो हजार रुपये लूट ले गए। जाते-जाते बदमाश एक महिला के शरीर से टप्स, मंगलसूत्र, पायल भी उतार लिया और जान से मार डालने की धमकी देकर भाग गए।

घटना की सूचना पर रविवार को अपर पुलिस अधीक्षक नगर डॉ संजय कुमार क्षेत्राधिकारी केराकत सहित प्रभारी निरीक्षक भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुचे।

मुरैना में अवैध रेत से भरी ट्रेक्टर ट्राली का पीछा करते समय वन विभाग की टीम द्वारा चलाई गई गोली से ग्रामीण की घटनास्थल पर मौत attacknews.in

मुरैना, 13 जून । मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के नगरा थाना क्षेत्र में आज तड़के अवैध रेत से भरी ट्रेक्टर ट्राली का पीछा करते समय वन विभाग की टीम द्वारा चलाई गई गोली से एक ग्रामीण की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

प्रारंभिक सूचना के अनुसार जिले की अम्बाह वन रेंज की एक टीम आज सुबह अवैध रेत से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ने के लिए उसका पीछा कर रही थी।

इस दौरान ट्रेक्टर ट्राली का चालक पकड़े जाने के भय से ट्रेक्टर को लेकर अमोलपुरा गांव में घुस गया।

उसको रोकने के लिए वन विभाग की टीम ने गोली चलाई, जो नित्यक्रिया के लिये जा रहे एक ग्रामीण महावीर सिंह तोमर (45) को लग गई।

इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग के वाहन में तोड़फोड़ की।

गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

वन कर्मचारियों की गोली से एक ग्रामीण की मृत्यु के मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज:

कर्मचारियों द्वारा चलाई गई गोली से एक ग्रामीण महावीर सिंह तोमर की मृत्यु होने की घटना के सिलसिले में ग्रामीणों के सख्त विरोध के बीच 09 वन कर्मचारियों के खिलाफ हत्या और बलवा की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

आक्रोशित ग्रामीणों ने मृत व्यक्ति के शव को रखकर नगरा डोडरी मार्ग पर करीब चार घंटे तक चक्काजाम किया। ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और वन कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।