अपने गांव पहुंचकर गदगद हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद;जीवन में मां और मातृभूमि के गौरव से बढ़ कर कुछ नहीं,मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं attacknews.in

कानपुर देहात, 27 जून । उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में अपने पैतृक गांव परौंख पहुंच कर गदगद हुये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि का गौरव स्वर्ग से भी बड़ा होता है जिसकी अनुभूति यहां आकर उन्हे हुयी है।

तीन दिवसीय दौरे पर आये यहां श्री कोविंद तय कार्यक्रम के अनुसार रविवार सुबह सबसे पहले अपने गृह जिले कानपुर देहात के अपने गांव को परौंख गांव पहुंचे और सबसे पहले पथरी देवी मंदिर पहुंच कर दर्शन पूजन किया।

इस मौके पर उनकी पत्नी सविता कोविन्द, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मौजूद रहे। मंदिर के दर्शन करने के बाद उन्होने गांव वालों का अभिनंदन करते हुए सभी का धन्यवाद किया।

परौंख गांव में जन अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा “ जन्मभूमि से जुड़े ऐसे ही आनंद और गौरव को व्यक्त करने के लिए संस्कृत काव्य में कहा गया है ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ अर्थात जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि का गौरव स्वर्ग से भी बढ़कर होता है। मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया।”

उन्होने कहा “ गांव में सबसे वृद्ध महिला को माता तथा बुजुर्ग पुरुष को पिता का दर्जा देने का संस्कार मेरे परिवार में रहा है, चाहे वे किसी भी जाति, वर्ग या संप्रदाय के हों। आज मुझे यह देख कर खुशी हुई है कि बड़ों का सम्मान करने की हमारे परिवार की यह परंपरा अब भी जारी है। भारतीय संस्कृति में ‘मातृ देवो भव’, ‘पितृ देवो भव’, ‘आचार्य देवो भव’ की शिक्षा दी जाती है। हमारे घर में भी यही सीख दी जाती थी। माता-पिता और गुरु तथा बड़ों का सम्मान करना हमारी ग्रामीण संस्कृति में अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं।”

राष्ट्रपति ने कहा “ मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, यह मेरी मातृभूमि है, जहां से मुझे, आगे बढ़कर, देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही। मातृभूमि की इसी प्रेरणा ने मुझे हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से राज्यसभा, राज्यसभा से राजभवन व राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा दिया। आज इस अवसर पर देश के स्वतन्त्रता सेनानियों व संविधान-निर्माताओं के अमूल्य बलिदान व योगदान के लिए मैं उन्हें नमन करता हूं। सचमुच में, आज मैं जहां तक पहुंचा हूं उसका श्रेय इस गांव की मिट्टी और इस क्षेत्र तथा आप सब लोगों के स्नेह व आशीर्वाद को जाता है।”

अपने संबोधन के अंत में उन्होंने गांव वालों से अपील की कि पूरे देश में और उत्तर प्रदेश में भी टीकाकरण का अभियान चल रहा है। वैक्सीनेशन भी कोरोना महामारी से बचाव के लिए कवच की तरह है। इसीलिए मेरा सुझाव है कि आप सभी स्वयं तो टीका लगवाएं ही, दूसरों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें।

राष्ट्रपति को अपने बीच पाकर गदगद परौख गांव में गजब का उत्साह देखने को मिला लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गांव वाले राष्ट्रपति का दूर से ही अभिवादन कर सके।

गांव के लल्ला का स्वागत करने के लिए वृद्ध ही नहीं युवा और महिलाएं भी पंडाल में स्वागत के लिए पहुंचे। पीएसी जवानों के राष्ट्रगान के बाद बालिकाओं ने स्वागत गान किया।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में खाप पंचायत ने वन्यजीवों का शिकार होने के खिलाफ आवाज उठाने वाले 3 परिवारों को गांव से बाहर करने का तुगलकी फरमान सुनाया attacknews.in

जोधपुर 27 जून । राजस्थान में जोधपुर जिले के बिलाड़ा में खाप पंचायत के फरमान के बाद तीन परिवारों का हुक्का पानी बंद कर देने का मामला सामने आया है ‌।

इस मामले पर जैन मुनि श्रमण डॉक्टर पुष्पेंद्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने खाप पंचायत के तुगलकी फरमान को निरस्त करने की बात कही है।

उन्हाेंने कहा है कि वन्यजीवों के प्रति हिंसा को रोकने का इससे बुरा परिणाम अब तक नहीं देखा है। ऐसे में राज्य सरकार को दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर पीड़ित परिवार तक जल्द से जल्द राहत पहुंचाए। ताकि, भविष्य में कोई भी इस तरह का तुगलकी फरमान जारी ना करें।

यह हैं मामला:

राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में खाप पंचायत ने तीन परिवारों को गांव से बाहर करने का तुगलकी फरमान सुना दिया. इन परिवारों के लोगों ने वन्यजीवों का शिकार होने के खिलाफ आवाज उठाई थी. यही बात कुछ लोगों को रास नहीं आई तो गांव में खाप पंचायत बुला ली गई और इन्हें गांव से बहिष्कृत करवा दिया गया.

दरअसल, ये मामला जोधपुर के बिलाड़ा उपखंड के बाला गांव का है. जहां तीन परिवार आज भी घरों में कैद हैं. ये तीन परिवार कोरोना की पहली लहर के बाद से क्षेत्र में भूखे प्यासे वन्यजीवों के चारे पानी की व्यवस्था का सहयोग कर रहे थे. इन्होंने वन्य जीव तारबंदी से उलझ कर वन्यजीवों का शिकार होने के खिलाफ आवाज उठाई थी. यह बात गांव के कुछ लोगों को रास नहीं आई और गांव में खाप पंचायत बुलाई गई. खाप पंचायत के फरमान के बाद लोगों को गांव से बहिष्कृत करवा दिया गया.

गौरतलब है कि जिन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए काम किया हो ऐसे लोगों के खिलाफ ही खाप पंचायत ने तुगलकी फरमान सुना दिया. जिसको लेकर अब पीड़ित परिवार ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील के पंवार ने बताया कि दोनो पक्षों ने क्रॉस मुकदमें करवाएं हैं. खाप पंचायत को लेकर बिलाड़ा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है.

पीड़ित सुरेश की रिपोर्ट के अनुसार 5 जून को गांव में ग्रामीणों को एकत्रित किया गया, वहीं सरपंच नाथूराम और कालू सिंह व अन्य कई लोगों ने तीन परिवार को गांव से बहिष्कृत करने का निर्णय सुनाया. किसी ने भी निर्णय के खिलाफत की तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने की भी धमकी दी गई. इससे गांव के दुकानदार पीड़ित परिवार को राशन-पानी तक का सामान नहीं दे रहे।

खामोश ¡ बिहारी बाबू कांग्रेस में नहीं खप पा रहे हैं: नरेंद्र मोदी के पक्ष में ट्वीट के बाद शत्रुघ्न सिन्हा की भाजपा में वापसी की अटकलें तेज attacknews.in

पटना 27 जून । कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं में शुमार रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने बिना बात मोदी से खामखां दुखी रहने वालों को दुनिया के दुखियों का नया वेरिएंट बता कर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है ।

श्री सिन्हा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को ट्वीट कर कहा कि दुनिया में 4 तरह के दुखी लोग होते हैं ।

कांग्रेस नेता शत्रुघ्‍न सिन्‍हा का मूड बदल रहा है। रविवार को शत्रुघ्‍न सिन्‍हा दुखी लोगों के नये वैरिएंट की जानकारी देकर चर्चा में हैं।उन्‍होंने ट्वीट किया, दुनिया में चार तरह के दुखी लोग होते हैं. इनमें से एक नया वेरिएंट है बिना बात मोदी से दुखी रहने वाला वेरिएंट।

कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर लिखा

दुनिया में चार तरह के दुःखी लोग होते हैं..

१. अपने दु:खों से दु:खी,

२. दूसरों के दु:ख से दु:खी,

३. दूसरों के सुख से दु:खी,

और
New Variant
४. बिना बात खामखां मोदी से दु:खी!

दुनिया में चार तरह के दुःखी लोग होते हैं..

१. अपने दु:खों से दु:खी,

२. दूसरों के दु:ख से दु:खी,

३. दूसरों के सुख से दु:खी,

और
New Variant
४. बिना बात खामखां मोदी से दु:खी!

????????????????

— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 27, 2021

उनके ट्वीट की आखिरी लाइन को प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ से जोड़कर देखा जा रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स से उनसे पूछ रहे हैं कि क्या शत्रुघ्न दोबारा भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं. कुछ कह रहे हैं कि ये घरवापसी की तैयारी है।

शत्रुघ्न सिन्हा ने सियासी करियर की शुरुआत भाजपा से की थी

बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा काफी लंबे समय से भाजपा से जुड़े हुए थे।लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अप्रैल में ही उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।

बता दें कि शत्रुघ्न भाजपा में रहते हुए पटना साहिब से दो बार सांसद रह चुके थे।वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें जगह नहीं मिली थी।इसके बाद से वह पीएम मोदी की खुलेआम आलोचना करते रहते थे।

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से नाता तोड़ लिया

इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया।उस वक्त उनके जेडीयू से जुड़ने की अटकलें लगाई जाने लगीं। हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस ने उन्हें बिहार की पटना साहिब सीट से उम्मीदवार भी बनाया था, लेकिन शत्रुघ्न भाजपा के रविशंकर प्रसाद से हार गये थे उसके बाद से शत्रुघ्न एक तरह से नेपथ्य में ही चले गये थे. ऐसे में उनके इस हालिया ट्वीट से कई तरह के संदेश निकाले जा रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर रियासी जिले में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की साजिश के लिए दो आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किये attacknews.in

जम्मू, 27 जून । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के इशारे पर रियासी जिले में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की साजिश के लिए दो आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी देवल के मोहम्मद यूसुफ और लार के मोहम्मद अशरफ के खिलाफ शनिवार को तीसरे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जम्मू की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया।

उन्होंने बताया कि इस साल एक जनवरी को महोरे थाने को रियासी जिले में उसके अधिकार क्षेत्र में आतंकवाद के फिर से सिर उठाने के बारे में खुफिया सूचना मिली थी।

अधिकारी ने बताया कि तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने यूसुफ और अशरफ को पकड़ा, जिसने लगातार पूछताछ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी तालिब हुसैन के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया, जो दो दशक पहले महोर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चला गया था।

उन्होंने बताया कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से हुसैन के लगातार संपर्क में थे और जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने और एक बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।

अधिकारी ने बताया कि उसके ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया जिसमें मैगजीन के साथ चीनी पिस्तौल, कारतूस और ग्रेनेड भी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मध्यप्रदेश में रविवार को कोरोना के 39 नए प्रकरण दर्ज, 21 की मृत्यु;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,89,696 और मृतकों की संख्या 8917 हुई attacknews.in

भोपाल, 27 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की कम हो रही रफ्तार के बीच आज 39 नए प्रकरण आए और 21 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज की गयी। सक्रिय मामले (एक्टिव केस) घटकर एक हजार से नीचे 816 पर अा गए।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 21 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज की गयी, जिसमें से 06 बैतूल जिले के और 05 रतलाम जिले के शामिल हैं। इसके अलावा 02 मृत्यु मुरैना जिले में दर्ज की गयीं। भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में मृत्यु का एक भी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है। जबलपुर में 01 मृत्यु दर्ज की गयी है।

कुल 52 में से 37 जिलों में शून्य प्रकरण दर्ज किए गए। इसका आशय यह हुआ कि इन जिलों में एक भी नया प्रकरण नहीं मिला। कुल लगभग 69 हजार सैंपल की जांच में 39 संक्रमित मिले। वहीं 97 सैंपल रिजेक्ट हुए और संक्रमण दर घटकर 0़ 05 प्रतिशत पर आ गयी। आज सबसे अधिक 10 प्रकरण भोपाल में, इंदौर में 7, जबलपुर में 2, रतलाम में 3, बैतूल में 3 और धार में दो नए मामले मिले। वहीं 129 मरीज कोरोना संक्रमण को मात देने में सफल रहे।

राज्य में पिछले लगभग सवा वर्ष के दौरान अब तक 7 लाख 89 हजार 6 सौ 96 व्यक्ति कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं, जिनमें से 8917 संक्रमितों की मृत्यु हुयी। वहीं 7 लाख 79 हजार 9 सौ 63 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को मात देने में सफल रहे और वर्तमान में 816 सक्रिय मामले हैं। सबसे अधिक 191 सक्रिय मामले भोपाल में हैं। इसके बाद इंदौर जिले में इनकी संख्या 141 है। ग्वालियर में 9 और जबलपुर में 28 सक्रिय मरीज हैं।

छह जिलों में सक्रिय मामले शून्य पर आ गए हैं। शेष जिलों में सक्रिय मामलों की संख्या दहाई अंक में है।

राज्य में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लगभग 5 करोड़ 74 लाख व्यक्तियों को वैक्सीनेशन करने के लिए अभियान युद्धस्तर पर जारी है। अब तक एक करोड़ 98 लाख से अधिक डोज नागरिकों को लगाए जा चुके हैं।

गुजरात से नाबालिग हिन्दू लड़की का अपहरण कर निकाह करने वाले युवक सलीम सहित पिता‌ अब्दुल गफ्फार और बहनोई रहमान फीरोजाबाद में गिरफ्तार attacknews.in

फिरोजाबाद 27 जून । उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के थाना रामगढ पुलिस ने एक लडकी के पिता की शिकायत पर छापा मारकर मुस्लिम समुदाय के तीन लोगों को गिरफ़्तार कर जेल भेजा है। गिरफतार युवक गुजरात से नाबालिग लडकी को वहला फुसलाकर भगा लाया था । यहाँ पिता और वहनोई की मदद से लडकी का धर्म परिवर्तन कर निकाह कर लिया धा।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने आज यहां कहा कि जौनपुर के मछली शहर निवासी लड़की के पिता द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई की वह लोग गुजरात में कैंटीन चलाते हैं । वहां से फिरोजाबाद थाना रामगढ़ निवासी युवक सलीम उनकी 15 वर्षीय पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा लाया है । पुलिस द्वारा लड़की की तलाश में रामगढ़ क्षेत्र के हसमत नगर मोहल्ले में आरोपी युवक के घर पर छापा मारा गया तो लड़की बरामद कर ली गई।

पुलिस ने जानकारी की तो पता चला की लड़की का नाम बदल कर मासूम कर उसका निकाह सलीम के साथ करा दिया गया है। पुलिस ने नाबालिग लड़की का अपरहण कर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने में सहयोग करने वाले सलीम के पिता अब्दुल गफ्फार तथा बहनोई रहमान को भी गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना रामगढ़ में भारतीय दंड संहिता की धारा 375 363 366 376 तथा पोस्को एक्ट के अलावा उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन अध्यादेश के तहत मुकदमा कायम किया गया है।

जम्मू में आतंकी हमले के लिए साज़िश में गिरफ्तार लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी को हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों की दी गई थी खेप attacknews.in

जम्मू, 27 जून । जम्मू -कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह (डीजीपी) ने रविवार को पांच किलो त्वरित शक्तिशाली विस्फोटक (आईईडी) की बरामदगी के बाद कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी को आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों की खेप दी गई थी।

डीजीपी सिंह ने कहा, “जम्मू पुलिस ने पांच से छह किलाे आईईडी बरामद किया। यह लश्कर के आतंकवादियों से मिला और इसे भीड़भाड वाले स्थान पर लगाया जाना था” उन्होंने कहा आईईडी की बरामदगी से एक बड़ा आतंकवादी हमला होने से टल गया।

पुलिस प्रमुख ने कहा, “पूछताछ के दौरान संदिग्ध को पकड़ लिया गया और इस मामले में और भी संदिग्धों के पकड़े जाने की संभावना जतायी जा रही है।”

पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ जम्मू हवाई अड्डा क्षेत्र में हुए विस्फोटों की जांच पर भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू हवाई क्षेत्र में दोनों धमाकों में ड्रोन के जरिए विस्फोटक सामग्री गिराने की आशंका जताई गयी है।

डीजीपी ने कहा कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जम्मू के सतवारी पुलिस थाना में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

जम्मू पुलिस ने शहर के बाहरी इलाके नरवाल में एक आतंकवादी को विस्फोटक के साथ गिरफ्तार कर एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की घटना को नाकाम कर दिया है। विशेष अभियान समूह की टीम ने शनिवार शाम को विस्फोटक के साथ एक आतंकी को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि आतंकवादी को प्रमुख शॉपिंग मॉल के पास से हथियार, गोला-बारूद और पांच किलो आईईडी के साथ गिरफ्तार किया गया।

पश्चिम रेलवे की 100वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन राजकोट से रवाना होकर आंध्रप्रदेश के गुंटूर पहुंची attacknews.in

राजकोट, 27 जून । पश्चिम रेलवे की 100वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन राजकोट मंडल के रिलायंस रेल टर्मिनल कानालूस से आंध्र प्रदेश में स्थित गुंटूर के लिए रवाना की गयी जिसमें आठ ऑक्सीजन टेंकरों में 137.21 टन ऑक्सीजन का परिवहन किया गया है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे ने मील का पत्थर हासिल करते हुए अब तक 100 ऑक्सीजन एक्स्प्रेस ट्रेनें चलाकर नौ राज्यों में लगभग 8971.19 टन प्राणवायु की सप्लाई की गयी है जिसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र शामिल हैं। इन ट्रेनों में लगभग 8971.19 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ ) का परिवहन किया गया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आर्थिक सलाहकार व पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम ने “पायलट” को जोकर बताकर अपमानित किया attacknews.in

जयपुर, 26 जून।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आर्थिक सलाहकार व पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम अपने ट्वीटर हैंडल पर एक कार्टून ‘पायलटों की भर्ती’ साझा करके आलोचकों के निशाने पर आ गए।

कुछ लोगों ने इसे ‘चाटुकारिता’ करार दिया तो मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान से जोड़ा।

कार्टून में कुछ लोगों को पायलटों की भर्ती के लिए एक व्यक्ति का साक्षात्कार करते हुए दिखाया गया है। वहीं इसकी कैप्शन में लिखा है,‘‘मेरे पास पायलट का लाइसेंस या उड़ान का अनुभव तो नहीं है। लेकिन मुझे रद्द की गई उड़ानों के लिए भर्ती कर लीजिए।’’ मायाराम ने इसके साथ लिखा है,’जोरदार मसखरी।’

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इसका जिक्र करते हुए लिखा,’ आर्थिक मामलों के सलाहकार अब राजनीतिक सलाहकार की भूमिका निभा रहे हैं।’

वहीं मायाराम ने एक जवाब में लिखा,’ अगर आप आपने जीवन से हास्य व्यंग्य को तिलांजलि दे दें तो उसका दोष किसी और के सर पर तो नहीं मंढा जा सकता! कभी राजनीति, सत्ता की उछाड़ पछाड़ से मन को मुक्त कीजिए और ज़िंदगी के दूसरे रसों का भी स्वाद लीजिए। अच्छा लगेगा!’ साथ ही उन्होंने कहा,’ यह पोस्ट राजनीतिक नहीं है। यह तो एक करोड़ रोजगार समाप्त होने के साथ अर्थव्यवस्था की बदतर स्थिति का प्रतीक है।’

बसपा द्वारा एकला चलो रे चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन करके लड़ेगी विधानसभा चुनाव, अभी छोटे दलों और बागी नेताओं पर नजर attacknews.in

लखनऊ 27 जून ।बहुजन समाज पार्टी द्वारा एकला चलो रे चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद वर्ष 2014 से पिछले तीन बड़े चुनावों में करारी हार झेल चुकी समाजवादी पार्टी (सपा) उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले छोटे दलों से तालमेल के अलावा बड़े दलों के बागी नेताओं पर नजर बनाये हुये है।

वर्ष 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव के अलावा 2017 में विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद सपा नेतृत्व का बड़े दलों से तालमेल को लेकर मोहभंग हो चुका है।

2017 में कांग्रेस के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लडने का खामियाजा उसे करारी शिकस्त के साथ उठाना पडा था जबकि 2019 में लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के साथ गठबंधन को भी जनता ने नकार दिया था।

दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है की कहावत को आत्मसात करते हुए सपा अध्यक्ष इस बार किसी बड़े दल को साथ लेने के बजाय छोटे दलों को गले लगाने के मूड में है वहीं उनकी नजर बसपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों के अंसतुष्ट नेताओं पर है जिनकी मदद से वह चुनावी वैतरिणी पार लगाना चाहते है हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट वोटों पर खास पकड़ बनाने वाली रालोद इस बार भी उनकी दोस्त बनी रहेगी।

रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनकी पार्टी सपा का साथ नहीं छोड़ेगी और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में रालोद सपा उम्मीदवारों के पक्ष में खड़ा रहा।

सपा ने महान दल के साथ भी गठबंधन किया है जिसका प्रभाव खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौर्य, कुशवाहा और सैनी जाति के मतदाताओं पर है। महान दल ने भी विधानसभा चुनाव में सपा के समर्थन की घोषणा की है।

सपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेतृत्व की चिंता गैर यादव अति पिछडा वर्ग और गैर जाटव अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाताओं को लेकर है जिसका रूझान सपा के प्रति फीका पडा है और पार्टी को इसका खामियाजा पिछले तीन चुनावों में उठाना पडा है।

पार्टी परंपरागत यादव-मुस्लिम वोट बैंक पर खासी पकड़ बनाए रखने की पक्षधर है। सपा उन छोटे दलों के साथ गठबंधन को तवज्जो देगी जो अति पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व करते है।

उन्होने बताया कि 11 फीसदी यादव और 19 प्रतिशत मुस्लिम वोट के साथ अति पिछड़ों और अनुसूचित जाति का साथ सपा को मिलता है तो पार्टी भाजपा को करारी टक्कर देने की स्थिति में होगी।

2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 119 अति पिछड़ी को दिए जिनमे राजभर, कुशवाहा और मौर्य शामिल थे वहीं 69 टिकट जाटव दलित समुदाय के लोगों को दिए गए और यही कारण रहा कि उसे चुनाव में बडी सफलता हासिल हुई।

सूत्रों ने कहा कि अब यही रणनीति सपा अपनाएगी और छोटी जाति आधारित पार्टियों को अपने में मिलाकर भाजपा को कड़ी टक्कर देगी।

बसपा,कांग्रेस के नेता सपा में शामिल

इधर समाजवादी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सपा की सदस्यता हासिल की।

पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि जनसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता दीपक कुमार अग्रवाल पिपराइच विधानसभा के सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। उनके साथ शामिल होने वालों में राम निवास उपाध्याय, कांतिप्रभा ,राम दयाल उर्फ शेरा जो बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए हैं। श्री मोहन गुप्ता कांग्रेस और त्रिभुवन गुप्ता भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए है। इनके अलावा मोहम्मद अफरोज उर्फ गब्बर, नागेन्द्र सिंह और तमाम अन्य साथी भी समाजवादी पार्टी के सदस्य बने हैं।

चुनाव आयोग ने आम चुनाव 2019 पर एटलस जारी किया;एटलस में महत्वपूर्ण घटना के सभी डेटा और सांख्यिकीय आंकड़े शामिल,इसमें 42 विषयगत नक्शे और 90 तालिकाएं attacknews.in

नईदिल्ली 27 जून । मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के साथ मिलकर ‘आम चुनाव 2019 – एक एटलस’ जारी किया।

श्री सुशील चंद्र ने इस अभिनव दस्तावेज को संकलित करने के लिए आयोग के अधिकारियों की सराहना की और उम्मीद जताई कि यह शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को भारतीय चुनावों के विशाल परिदृश्य को बेहतर तरीके से जानने के लिए प्रेरित करेगा।

एटलस में इस महत्वपूर्ण घटना के सभी डेटा और सांख्यिकीय आंकड़े शामिल हैं। इसमें 42 विषयगत नक्शे और 90 तालिकाएं हैं जो चुनाव के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं। एटलस भारतीय चुनावों से जुड़े रोचक तथ्य, घटना और कानूनी प्रावधान भी साझा करता है।

1951-52 में हुए पहले आम चुनाव के बाद से, आयोग चुनावी आंकड़ों को विवरणात्मक और सांख्यिकीय पुस्तकों के रूप में प्रकाशित करता रहा है। 2019 में आयोजित 17 वां आम चुनाव मानव इतिहास में हुआ सबसे बड़ा लोकतांत्रिक अभ्यास था, जिसमें भारत के 32 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले 10.378 लाख मतदान केंद्रों पर 61.468 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले।

भारतीय चुनावों में, चुनावी आंकड़ा मुख्य रूप से निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों द्वारा निर्वाचक नामावली की तैयारी के दौरान और साथ ही निर्वाचन अधिकारियों द्वारा चुनाव के संचालन की प्रक्रिया के दौरान जमा किया जाता है। इसके बाद यह आंकड़ा इन वैधानिक प्राधिकरणों द्वारा संकलित किया जाता है। तत्पश्चात, चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, भारत का चुनाव आयोग यह चुनावी आंकड़ा जमा करता है और संकलन, रिकॉर्ड और प्रसार
और जानकारी हासिल की जा सकती है। अगर कोई
सुझाव देना चाहे तो उसे आयोग के ईडीएमडी संभाग के साथ साझा कर सकता है।

उद्देश्यों के लिए विभिन्न रिपोर्ट तैयार करता है।

अक्टूबर 2019 में, आयोग ने 543 संसदीय क्षेत्रों के निर्वाचन अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए चुनावी आंकड़ों के आधार पर सांख्यिकीय रिपोर्ट जारी की। इस एटलस में पेश किए गए नक्शे और तालिकाएं उस जानकारी को दर्शाते हैं और देश की चुनावी विविधता की बेहतर समझ के लिए जानकारी प्रदान करते हैं।

आकंड़े को संदर्भ के हिसाब से पेश करने के अलावा, ये विस्तृत नक्शे विभिन्न स्तरों पर चुनावी तरीके को दर्शाते हैं और साथ ही इसकी स्थानिक और अस्थायी समायोजन को दिखाते हैं। चुनावी आंकड़े की बेहतर परिकल्पना और प्रतिनिधित्व करने के उद्देश्य से, यह एटलस एक सूचनात्मक और सचित्र दस्तावेज के रूप में कार्य करता है जो भारतीय चुनावी प्रक्रिया की बारीकियों को प्रकाश में लाता है और पाठकों को रुझानों एवं परिवर्तनों का विश्लेषण करने के लिए सशक्त बनाता है।

एटलस उन 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़े जैसी प्रमुख विशेषताओं को दर्शाता है जहां महिलाओं द्वारा किए गए मतदान का प्रतिशत पुरुषों के मतदान प्रतिशत से ज्यादा था। साथ ही यह मतदाताओं, उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के प्रदर्शन सहित अन्य मापदंडों के लिहाज से सबसे बड़े और सबसे छोटे संसदीय क्षेत्र के बारे में जानकारी जैसी विशेषताएं भी पेश करता है।

एटलस अलग-अलग श्रेणियों में और विभिन्न आयु वर्गों के मतदाताओं एवं मतदाता लिंग अनुपात जैसी विभिन्न तुलनात्मक सूचियों के माध्यम से मतदाताओं के आंकड़े को दर्शाता है। 2019 के आम चुनावों में भारतीय चुनावों के इतिहास में सबसे कम लैंगिक अंतर देखा गया। मतदाता लिंग अनुपात, जिसने 1971 से सकारात्मक रुझान दिखाया है, 2019 के आम चुनावों में 926 था।

एटलस 2014 और 2019 के आम चुनावों के दौरान विभिन्न राज्यों में प्रति मतदान केंद्र के लिहाज से मतदाताओं की औसत संख्या की तुलना भी करता है। भारत के चुनाव आयोग ने आम चुनाव 2019 में 10 लाख से अधिक मतदान केंद्रों की स्थापना की, जहां प्रति मतदान केंद्र के लिहाज से सबसे कम मतदाता (365) अरुणाचल प्रदेश में थे।

विभिन्न अन्य श्रेणियों में, एटलस 1951 के बाद से आम चुनावों में खड़े होने वाले उम्मीदवारों की संख्या की तुलना करता है। 2019 के आम चुनाव में, देश भर में दाखिल किए गए कुल 11,692 नामांकनों में से नामांकन रद्द किए जाने और नाम वापस लेने के बाद 8,054 योग्य उम्मीदवार थे।

पाकिस्तानी ड्रोन ने हमला कर जम्मू हवाईअड्डे के वायुसेना के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से में कर दिए दो विस्फोट, हो रही हैं जांच,2 संदिग्ध गिरफ्तार attacknews.in

नयी दिल्ली/जम्मू 27 जून । जम्मू वायु सेना हवाई अड्डे पर हुए विस्फोट के करीब पांच घंटे के भीतर मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने यहां शहर के बाहरी इलाके बेलीचेराना से दो संदिग्धों काे गिरफ्तार किया है।

जम्मू में उच्च सुरक्षा वाले हवाईअड्डे के वायुसेना के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से में रविवार तड़के लगातार दो विस्फोट हुए और भारतीय वायुसेना इस बारे में जांच कर रही है कि क्या यह कोई आतंकी हमला था।

उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में विस्फोटक गिराने में ड्रोन के संभावित इस्तेमाल की भी पड़ताल कर रहे हैं। इस हवाई प्रतिष्ठान में वायुसेना की विभिन्न संपत्तियां हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट तड़के एक बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ जिससे हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत ढह गई। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना उठाती है और दूसरा विस्फोट पांच मिनट बाद जमीन पर हुआ।

सूत्रों के मुताबिक विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी मामूली रूप से घायल हो गए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने बताया कि उन्होंने वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से विस्फोटों के संबंध में बात की।

भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के “कम तीव्रता वाले दो विस्फोट” होने की सूचना मिली। इनमें से एक विस्फोट में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा, जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ।

वायुसेना ने कहा, “किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। असैन्य एजेंसियों के साथ मिलकर जांच की जा रही है।’’

रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू में वायुसेना स्टेशन में आज हुई घटना के बारे में वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं।’’

अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटों में आतंकवादी नेटवर्क की संभावित संलिप्तता समेत विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया को विस्फोटों के बारे में अवगत कराया गया है। वायुसेना प्रमुख शनिवार से बांग्लादेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।

इससे पहले, रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जम्मू में वायुसेना स्टेशन में धमाके की खबर मिली है। इसमें कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो-सामान क्षतिग्रस्त हुआ है। जांच चल रही है और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।’’

घटना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को कुछ ही मिनटों में सील कर दिया। सूत्रों ने बताया कि हवाई प्रतिष्ठान में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई।

वायुसेना, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) सहित विभिन्न एजेंसियों की जांच टीम भी हवाई प्रतिष्ठान पहुंच गयी हैं।

जम्मू हवाई अड्डा एक असैन्य हवाई अड्डा है।

जम्मू हवाईअड्डे के निदेशक प्रवत रंजन बेउरिया ने बताया कि विस्फोट के कारण उड़ानों के परिचालन में दिक्कत नहीं हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू से आने-जाने वाली उड़ानों का तय कार्यक्रम के मुताबिक परिचालन हो रहा है।’

जम्मू वायुसेना स्टेशन पर विस्फोट में एनआईए ने किया दो संदिग्धों को गिरफ्तार

देश में अपनी तरह के पहले हमले में, जम्मू में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) बेस पर विस्फोटकों को एयरड्रॉप करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण रविवार को तड़के दो कम तीव्रता वाले विस्फोट हुए, जिनमें दो सैनिक घायल हो गये।

एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में अपराह्न करीब सवा दो बजे कम तीव्रता वाले दो विस्फोट हुए।

विश्वसनीय सूत्रों ने कहा, “एनआईए की टीम ने वायुसेना स्टेशन विस्फोट की घटना में बेलीचेराना इलाके से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।”

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया था कि पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ जम्मू हवाई क्षेत्र में हुए विस्फोटों पर भी काम कर रही है।

उन्होंने कहा, “जम्मू हवाई क्षेत्र में दोनों विस्फोटों में ड्रोन के इस्तेमाल से विस्फोटक सामग्री गिराये जाने का संदेह है।”

वायु सेना के अधिकारियों ने अपने ट्वीट में कहा कि एक विस्फोट से एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा जबकि दूसरा विस्फोट एक खुले क्षेत्र में हुआ।

अधिकारी ने कहा, “विस्फोट के कारण छत और खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

वायु सेना के दो जवान डब्ल्यूओ अरविंद सिंह और एलएसी एस के सिंह को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है।

आईएएफ ने स्पष्ट किया कि इस हमले में किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। नागरिक एजेंसियों के साथ जांच जारी है।

यह घटना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचने से कुछ घंटे पहले हुई थी जो केंद्र शासित प्रदेश में और सीमाओं पर समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए लद्दाख पहुंचे हैं।

जम्मू वायु सेना स्टेशन पर हमले के बीच कश्मीर में चेतावनी जारी

जम्मू वायु सेना स्टेशन पर रविवार को एक ड्रोन हमले के मद्देनजर ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में ताजा चेतावनी जारी की गयी है। वायु सेना स्टेशन हमले में दो लोग घायल हुए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में सुरक्षा बल और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हवाई क्षेत्रों सहित संवेदनशील स्थानों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस सप्ताह अभी तक चार आतंकवादी हमले हुए हैं जिनमें एक सीआईडी अधिकारी सहित दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए है और श्रीनगर में कई नागरिक मारे गए हैं।

जम्मू वायु सेना स्टेशन में ड्रोन से हमला, आईएएफ ने दो विस्फोट की पुष्टि की

रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने जम्मू वायु सेना स्टेशन पर आज ड्रोन हमले के संबंध में वाइस एयर चीफ, एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने खुद जम्मू पहुंच रहे हैं।”

रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया, “रक्षा मंत्री श्री राज नाथ सिंह ने जम्मू वायु सेना स्टेशन पर आज की घटना के संबंध में वाइस एयर चीफ, एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने खुद जम्मू पहुंच रहे हैं।”

गौरतलब है कि जम्मू स्थित भारतीय वायु सेना अड्डे पर रविवार को हुए दो विस्फोटों में दो कर्मचारी घायल हो गए और इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। देश में यह अपनी तरह का पहला हमला है जब जम्मू वायु सेना स्टेशन पर विस्फोटकों को ड्रोन के जरिए गिराया गया। विस्फोट में दो कर्मचारी घायल हो गए और इमारत का एक तरफ का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।

एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में आज लगभग एक बजकर 40 मिनट पर कम तीव्रता वाले दो विस्फोट हुए। वायु सेना ने ट्वीट में कहा, “विस्फोटकों में से एक ने इमारत की छत को मामूली क्षति पहुंचाई जबकि दूसरा खुले क्षेत्र में विस्फोट हुआ।

अधिकारी ने कहा कि विस्फोट के कारण छत के पंखे और खिड़कियों के शीशे टूट गए। विस्फोट में वायु सेना के दो कर्मचारी डब्ल्यूओ अरविंद सिंह और एलएसी एस के सिंह को मामूली चोटें आयी। उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गयी। आईएएफ ने स्पष्ट किया कि विस्फोट से किसी उपकरण को क्षति नहीं पहुंची। सिविल एजेंसियों के साथ जांच जारी है।

इस बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा जम्मू में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए त्वरित शक्तिशाली विस्फोटक (आईईडी) का इस्तेमाल कर रहा है।

जम्मू -कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह (डीजीपी) ने कहा पुलिस ने पांच से छह किलाे आईईडी बरामद किया। यह लश्कर के आतंकवादियों से मिला और इसे भीड़भाड वाले स्थान पर लगाया जाना था”

उन्होंने कहा आईईडी बरामदगी की यह घटना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचने से कुछ घंटे पहले हुई थी जो केंद्र शासित प्रदेश में और सीमाओं पर समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए लद्दाख पहुंचे हैं।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को घोषित आतंकवादी देश बताकर कहा कि;कुछ देश ऐसे हैं जो आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने एवं आतंकवादियों को पनाह देने के लिए “साफ तौर पर दोषी” हैं attacknews.in

संयुक्त राष्ट्र, 27 जून । भारत ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुये संयुक्त राष्ट्र में कहा कि वह पिछले कई दशकों से खासकर सीमा पार से होने वाले आतंकवाद का शिकार रहा है और कुछ देश ऐसे हैं जो आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने एवं आतंकवादियों को पनाह देने के लिए “साफ तौर पर दोषी” हैं।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने दूसरे आतंकवाद निरोधक सप्ताह के दौरान ‘कोविड-19 के बाद के परिदृश्य में ‘आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटना’ विषय पर उच्च स्तरीय ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि आतंकवाद के खतरे से सफलतापूर्वक निपटने के लिए आर्थिक संसाधनों तक आतंकवादियों की पहुंच को रोकना अहम है।

तिरुमूर्ति ने शुक्रवार को कहा, “भारत पिछले कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। वह खासकर सीमा पार से आतंकवाद का शिकार रहा है।”

उन्होंने कहा कि कुछ देश ऐसे हैं, जिनके पास आतंकवाद को धन मुहैया कराने से रोकने के लिए जरूरी क्षमताओं और कानूनी-परिचालन ढांचों का अभाव है, वहीं “कुछ अन्य देश हैं जो आतंकवाद को सहायता देने और आतंकवादियों को इच्छा से आर्थिक सहयोग और पनाह देने के साफ-साफ दोषी’’ हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें अक्षम देशों की क्षमताओं को निश्चित तौर पर बढ़ाना चाहिए, वहीं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दोषियों का सामूहिक रूप से साफ तौर पर नाम लेना चाहिए और उन्हें जिम्मेदार ठहराना चाहिए।’’

संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि की ये टिप्पणियां पाकिस्तान की ओर स्पष्ट तौर पर इशारा करती हुई प्रतीत होती हैं।

तिरुमूर्ति ने आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) को मजूबत करने और संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक ढांचे को अधिक वित्त उपलब्ध कराने की जरूरत पर बल दिया। भारत ने इस कार्यक्रम का आयोजन फ्रांस के स्थायी मिशन, संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय, संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोध कार्यालय और सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति कार्यकारी निदेशालय के साथ मिलकर किया था।

उन्होंने चिंता जतायी कि कोविड-19 महामारी से आतंकवाद वित्त पोषण निरोधक (सीएफटी) के प्रयासों को नए खतरे पैदा हुए है और फर्जी परमार्थ, फर्जी गैर लाभकारी संगठन (एनपीओ) और लोगों से निधि एकत्रित करने जैसे तरीके आतंकवाद के वित्त पोषण के अधिक स्रोत बन रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादी संगठनों ने वित्त जुटाने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। क्षेत्र में विभिन्न व्यक्तियों, एनपीओ और आतंकवादी संगठनों के बीच संबंधों की पहचान को उचित महत्व दिया गया है। हम आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नयी तकनीकों के दुरुपयोग से होने वाले खतरे को लेकर सतर्क हैं लेकिन इनमें से कई तकनीकों के लाभ जोखिम से कहीं अधिक हैं और हमारे सीएफटी के प्रयासों को मजबूत करने के लिए इनका उपयोग करने की आवश्यकता है।’’

तिरुमूर्ति ने कार्यक्रम में कहा कि भारत उन्नत विश्लेषण करने, वित्तीय खुफिया ढांचे को मजबूत करने और आतंकवाद के वित्त पोषण वाले मामले कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जल्द से जल्द सौंपने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता, चैटबॉट्स ऐप, वर्चुअल सहायक, लोकेशन बुद्धिमता समेत अन्य चीजें लाकर अपने वित्तीय खुफिया नेटवर्क को उन्नत बनाने की प्रक्रिया में है।

उन्होंने कहा कि ऑडिट से बचने के लिए नकद में लेनदेन अब भी आतंकवाद के वित्त पोषण के प्रमुख तरीकों में से एक है। उन्होंने कहा कि बैंकों के जरिए नकद लेनदेन को कम करने की ओर सरकार के कदम बैंकों के जरिए नकदी के प्रवाह को नियंत्रित करने में प्रभावी साबित हो रहे हैं।

राजूदत ने कहा कि भारत 2010 से वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) का सदस्य है और एफएटीएफ की अनुशंसा के अनुसार आतंकवाद के वित्त पोषण से जुड़ा राष्ट्रीय जोखिम आकलन नियमित तौर पर किया जाता है ताकि आतंकवादियों द्वारा पैदा खतरों की पहचान की जा सके।

उन्होंने कहा कि भारत ने 2019 और 2020 में राष्ट्रीय जोखिम आकलन किया और धन शोधन तथा आतंकवाद के वित्त पोषण के खतरों के संबंध में एफएटीएफ की अनुशंसाओं को लागू करने में ‘‘जबरदस्त प्रगति’’ की है। भारत एफएटीएफ के आगामी आकलन की तैयारी कर रहा है।

जगन्नाथ मंदिर 25 जुलाई को जनता के लिए खुलेगा, मंदिर 15 जून तक भक्तों के लिए बंद था,रथ यात्रा उत्सव पूरा होने के दो दिन बाद मंदिर जनता के लिए खुलेगा attacknews.in

पुरी, 27 जून ।पुरी का प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर 25 जुलाई को जनता के लिए खुलेगा। यह जानकारी प्राधिकारियों ने दी।

मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने कहा कि यह निर्णय श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) की बैठक में लिया गया। उन्होंने कहा कि मंदिर 15 जून तक भक्तों के लिए बंद था, जिसे 25 जुलाई तक बढ़ा दिया गया।

रथ यात्रा उत्सव पूरा होने के दो दिन बाद मंदिर जनता के लिए खुलेगा।

भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ 23 जुलाई को नौ दिवसीय रथयात्रा उत्सव के बाद मंदिर लौटेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘भक्तों को दो दिन बाद मंदिर में प्रवेश करने का अवसर मिलेगा।’’

कुमार ने कहा कि हालांकि, एसजेटीए 24 या 25 जुलाई को फिर से बैठक करेगा और मौजूदा स्थिति के आधार पर जनता को अनुमति देने पर फैसला करेगा।

24 जुलाई को स्नान यात्रा (स्नान उत्सव) और 12 जुलाई को रथ यात्रा राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार भक्तों के बिना, कोविड-19 दिशानिर्देशों के पालन के साथ आयोजित की जाएगी।

कुमार ने कहा कि रथ यात्रा सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी में सेवादारों की भागीदारी से होगी।

उन्होंने कहा कि उत्सव में भाग लेने वाले सेवकों को टीकाकरण की दोनों खुराकों का प्रमाण पत्र या कोविड निगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने कहा कि त्योहार के दौरान पुरी में निषेधाज्ञा लागू की जाएगी।

एसजेटीए ने एक अलग बैठक में जगन्नाथ मंदिर में आठ दरवाजों पर चांदी की परत चढ़ाने के लिए दो समितियों का गठन करने का भी निर्णय लिया। उनमें से एक तकनीकी समिति होगी और दूसरी सेवादारों का प्रतिनिधित्व करेगी।

कुमार ने कहा कि एक दानदाता चांदी प्रदान करेगा। कुमार ने कहा कि लगभग दो टन धातु का उपयोग होने की संभावना है।

अमेरिका के पोर्टलैंड शहर में गर्मी के रिकॉर्ड टूटे:पूर्वी वाशिंगटन स्टेट से लेकर पोर्टलैंड तक के अन्य शहरों में गर्मी के रिकॉर्ड टूटने की संभावना attacknews.in

पोर्टलैंड (अमेरिका), 27 जून (एपी) अमेरिका में ओरेगन राज्य का सबसे बड़ा शहर पोर्टलैंड भीषण गर्मी का सामना कर रहा है और शनिवार को शहर में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए। रविवार को भी गर्मी के नए रिकॉर्ड बन सकते हैं।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शहर के निवासियों को इतिहास की सबसे भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। शहर में लू चलने से पारा बहुत अधिक बढ़ गया है। दुकानों में पोर्टेबल एयर कंडीशनरों और पंखों की आपूर्ति मांग से कम पड़ गई है, अस्पतालों ने बाहर टीकाकरण शिविर रद्द कर दिए हैं, शहरों में कूलिंग केंद्र खुल गए हैं और बेसबॉल खेल प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं।

राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, पोर्टलैंड में शनिवार दोपहर को तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। ओरेगन के सबसे बड़े शहर में इससे पहले 1965 और 1981 में अधिक गर्मी पड़ी थी और तब तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

सिएटल में शनिवार को तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जिससे वह जून में सबसे गर्म दिन बन गया और इतिहास में केवल चौथी बार शहर में तापमान 100 डिग्री फेरेनहाइट के पार चला गया है।

रविवार और सोमवार को और अधिक गर्मी पड़ने का अनुमान है जिससे कई रिकॉर्ड टूट सकते हैं। सिएटल में 2009 में सबसे अधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

पूर्वी वाशिंगटन स्टेट से लेकर पोर्टलैंड तक के अन्य शहरों में गर्मी के रिकॉर्ड टूटने की संभावना है।