कावरट्टी/तिरुवनंतपुरम/कन्याकुमारी 02 दिसंबर। चक्रवाती तूफान ओखी ने लक्षद्वीप द्वीपसमूह में तबाही का मंजर मचा दिया है तथा केरल में समुद्र तट के पास से नौसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से मछुआरों के पांच और शव बरामद किए गये।
केरल और पड़ोसी तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में तूफान से सात और लोगों के मरने की रिपोर्ट के साथ ही मृतक बढ़कर 19 हो गयी है।
लक्षद्वीप में हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
चेन्नई से खबर है कि, कन्याकुमारी जिले के करीब एक हजार लापता मछुआरों के परिजनों ने अपने प्रियजनों की तलाश तेज करने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि तलाशी और बचाव अभियान में विमानों की मदद ली जाए। ये मछुआरे उस वक्त गहरे समुद्र में थे, जब चक्रवात ओखी ने दक्षिणी तमिलनाडु के तट पर दस्तक दी थी। मछुआरे उसके बाद से ही लापता हैं।
सडक़ों पर प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने कहा कि मछुआरे तीन दिन पहले लगभग 100 नौका में सवार होकर समुद्र में गए थे, लेकिन वे वापस नहीं लौटे।
गुरुवार को तमिलनाडु और पड़ोसी राज्य केरल में चक्रवात आने के बाद तेज हवाओं और बारिश के कारण संभवत: कई नौकाएं पलट गईं। इलाके में तूफानी परिस्थितियां अभी भी बनी हुई हैं।
द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने मछुआरों के परिवारों की ओर से रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को यह कहते हुए लिखा है, ‘‘उनके परिवारों को बहुत डर है कि फंसे मछुआरों की जान खतरे में है।’’
उन्होंने सीतारमण से कहा है, ‘‘भारतीय तटरक्षक द्वारा तत्काल राहत उपाय किए जाने चाहिए।’’कन्याकुमारी उन जिलों में से एक है, जो गुरुवार से चक्रवात के कारण गंभीर रूप से प्रभावित है।
प्रर्दशनकारियों के मुताबिक, अभी तक कोई भी अधिकारी उनसे मिलने के लिए नहीं पहुंचा है। अब वे खोज और बचाव कार्यों के लिए हेलीकाप्टरों के उपयोग की मांग कर रहे हैं।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि समुद्र में लापता 11 नौकाओं पर 30 मछुआरों को ढूंढऩे के लिए कदम उठाए जाएं।राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि मत्स्य विभाग और तटीय सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 18 नौकाओं में सवार 76 मछुआरों को बचाया है। हालांकि, संपर्क किए जाने पर बचाव कार्यों से जुड़े अधिकारियों ने कोई टिप्पणी नहीं की।
भारतीय तटरक्षक ने शुक्रवार को कहा कि समुद्र में फंसे मछली पकडऩे वाली नावों की खोज और बचाव के लिए उन्होंने तूतीकोरिन से अपने दो जहाजों को गुरुवार को रवाना किया था।
उन्होंने यह भी कहा है कि लापता नौकाओं की समुद्री हवाई खोज के लिए डोर्नियर विमान को लगाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री पलानीस्वामी से फोन पर बात की और केंद्र सरकार द्वारा सहायता कार्य में मदद का आश्वासन दिया।
पलानीस्वामी ने मोदी को बताया कि राज्य सरकार नुकसान पर एक विस्तृत अध्ययन करेगी और एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजेगी। मुख्यमंत्री ने मोदी को यह भी बताया कि चक्रवात ओखी से सात जिले, मुख्य रूप से कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली प्रभावित हैं।
इस बातचीत के बाद तमिलनाडु सरकार ने कहा कि वह राज्य के दक्षिणी हिस्सों में चक्रवात ओखी से हुए नुकसान के लिए केंद्र से जल्द ही निधि की मांग करेगी। कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली जिले चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कल रात टेलीफोन पर बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मांग से अवगत करा दिया।
गत रात जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री ने तत्काल आवश्यक सहायता देने का आश्वासन दिया।’’ इसमें कहा गया है कि मोदी ने पलानीस्वामी को फोन किया था और चक्रवात से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। चक्रवात से केरल के कुछ हिस्सों में भी नुकसान पहुंचा है।
मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि राज्य के सात जिलों में जोर शोर से विभिन्न राहत कार्य चल रहे हैं और साथ ही उन्होंने मोदी को बताया कि कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली को चक्रवात से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
विज्ञप्ति के अनुसार, पलानीस्वामी ने राहत कार्यों को देखने के लिए वरिष्ठ मंत्रियों और आईएएस अधिकारियों की तैनाती के अलावा उठाए जा रहे कई कदमों के बारे में बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘युद्ध स्तर’’ पर कोशिशें की जा रही है जबकि बिजली आपूर्ति को बहाल कर दिया गया है। समुद्र में फंसे 30 मछुआरों को बचाने के लिए तटरक्षक बल की सहायता ली जा ही है जबकि 76 मछुआरों को पहले ही बचा लिया गया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार चक्रवात से हुए नुकसान का व्यापक रूप से आकलन करने के बाद निधि की मांग के लिए केंद्र को एक रिपोर्ट भेजेगी।
चक्रवात ओखी ने कल प्रचंड रूप से लिया था और वह अरब सागर की ओर बढ़ गया। बंगाली में ओखी का मतलब ‘आंख’ होता है।
चक्रवात ओखी के प्रभाव से लक्षद्वीप द्वीपसमूह में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने के कारण कई मकानों को नुकसान पहुंचा, नारियल के पेड़ उखड़ गए और संचार सेवाएं बाधित हो गई हैं।
सूत्रों ने बताया कि भारी बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने से कल्पेनी द्वीप में आज सुबह मछली पकड़ने की पांच नौकाएं क्षतिग्रस्त हो गई।
लक्षद्वीप में चक्रवाती तूफान ओखी के अगले 24 घंटे में और मजबूत होने की आशंका है। बांग्ला में ओखी का मतलब ‘आंख’ होता है।
मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान चक्रवात के लक्षद्वीप द्वीपसमूह में पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके बाद 48 घंटे के दौरान वह उत्तर पूर्व की ओर मुड़ेगा।
मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान मिनिकॉय द्वीप में 14 सेंटीमीटर तक बारिश हुई। बारिश आज सुबह साढ़े आठ बजे रुकी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्वी कल्पेनी और मिनिकॉय में विभिन्न स्थानों पर नारियल के पेड़ उखड़ गए और मकान क्षतिग्रस्त हो गए। नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
केरल और तमिलनाडु से 12 नौकाओं में सवार होकर समुद्र में उतरे मछुआरों को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बुलेटिन में कहा गया है कि लक्षद्वीप में अगले 24 घंटे में 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से प्रचंड हवाएं चलने की आशंका है।attacknews.in