अगरतला 6 मार्च । त्रिपुरा में सत्ता का बदलाव के बाद जारी बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्वोत्तर के इस राज्य में लेफ्ट को उखाड फेंकने का आह्नान हिंसा के रूप में नजर आ रही है। बेलोनिया में लेनिन की विशाल मूर्ति पर बुलडोजर चलाने के बाद ऐसी ही एक और घटना सामने आई है।
देशभर में मूर्ति तोडऩे की घटना की आलोचना के बीच मंगलवार को दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम मोटर स्टैंड इलाके में लेनिन की एक और मूर्ति तोड़े जाने की घटना सामने आई है। ये किसने किया, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन शनिवार को राज्य में बीजेपी की सरकार आने के बाद से ही वामपंथी नेताओं और उनके प्रतीकों पर हमले किए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद से आगजनी, मारपीट, तोड़-फोड़, झड़प और हिंसा का दौर शुरू हो गया है। एक तरफ सीपीआई(एम) इस हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है, तो दूसरी ओर बीजेपी ने कहा है कि हिंसा का सहारा लेना उसकी परंपरा नहीं है।
हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर त्रिपुरा के कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है।
साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविजऩ में बुलडोजर की मदद से व्लादिमिर लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया गया था। जिसका समर्थन करते हुए त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने ट्वीट किया कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार जो कर सकती है, उसे दूसरी चुनी हुई सरकार खत्म भी कर सकती है।
त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोडऩे के बाद बीजेपी के कुछ नेताओं ने ये भी कहा कि अब लेनिन के बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्तियां तोड़ी जाएंगी
बीजेपी नेताओं के इस बयान पर भी जमकर हंगामा हुआ। वहीं बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ये तक कह दिया कि लेनिन एक आतंकी था, उस विदेशी शख्स की मूर्ति भारत में क्यों लगेगी।attacknews.in