बालासोर, 28 जून । रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने परमाणु क्षमता से लैस अगली पीढ़ी की मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण किया है।
ओडिशा के बालासोर में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप में सोमवार को सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर यह परीक्षण किया गया।
मिसाइल के दागे जाने के बाद इस पर विभिन्न स्टेशनों और रडार से नजर रखी गई। मिसाइल ने परीक्षण के दौरान अपने सभी कार्य पूरे किए और इसका निशाना सटीक रहा। अग्नि प्राइम मिसाइल अग्नि श्रेणी की अगली पीढ़ी की उन्नत मिसाइल है जो 1000 से 2000 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में सक्षम है। इस मिसाइल में 1000 किलोग्राम भार के परमाणु बम ले जाने की क्षमता है।
दो चरणों वाली और ठोस ईंधन वाली मिसाइल को उन्नत रिंग-लेजर गायरोस्कोप पर आधारित नेविगेशन सिस्टम द्वारा निर्देशित किया जाएगा। दोनों चरणों में समग्र रॉकेट मोटर्स हैं और वे मार्गदर्शन प्रणाली से लैस हैं। इस मिसाइल का प्रक्षेपण सड़क और रेल मोबाइल लांचर्स के जरिये किया जा सकेगा। नई तकनीकों के एकीकरण के कारण इसका वजन पिछले संस्करण की तुलना में कम है।
भारत पिछले तीन दशकों के दौरान अग्नि रेंज की पांच मिसाइलें विकसित कर चुका है। अग्नि प्राइम इसी अग्नि रेंज की नई और आधुनिक मिसाइल है। डीआरडीओ के अधिकारियों के मुताबिक पूर्वी तट पर पोजिशन्ड विभिन्न राडार और टेलिमेट्री स्टेशनों से मिसाइल को मॉनिटर किया गया। इसके प्रक्षेपण पर नजर रखी गई और इसने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया।