वाशिंगटन, 17 मार्च (एएफपी) कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण यूरोप द्वारा अपनी सीमाएं सील करने के बाद फ्रांस में भी पूरी तरह आवाजाही प्रतिबंधित हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका आने वाले समय में लंबी लड़ाई के लिए तैयारी कर रहा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने नागरिकों को आदेश दिया कि वह मंगलवार से लेकर अगले 15 दिनों तक घरों में ही रहें। साथ ही उन्होंने कहा कि गैर-जरूरी यात्राओं और सामाजिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मैक्रों ने कहा कि यूरोपीय संघ की बाहरी सीमाएं मंगलवार से लेकर अगले 30 दिनों के लिए बंद रहेंगी। अब तक 145 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस से दुनियाभर में मौतों का आंकड़ा सात हजार पार कर गया है जबकि संक्रमितों की संख्या 175,530 से ज्यादा हो गई है।
यूरोप में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के कारण फ्रांस ने भी इटली और स्पेन की तरह प्रतिबंध लागू कर दिए हैं, जो कि युद्ध के समय के अलावा शायद ही कभी देखे गए होंगे। दर्जनों देशों ने अपनी सीमाएं सील करने के साथ ही कर्फ्यू लगाने के अलावा अधिकतर सार्वजनिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं।
स्पेन और रूस ने सोमवार को अपनी सीमाएं सील कर दीं जबकि जर्मनी ने आवाजाही को लेकर कड़ी निगरानी शुरू की है।
वहीं, ट्रंप ने अमेरिकी नागरिकों से कहा है कि एक साथ 10 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं हों। साथ ही न्यूयॉर्क और राजधानी वाशिंगटन में कड़े ऐहतियाती कदमों के साथ साथ बड़े पैमाने पर पृथक करने की प्रक्रिया जारी है।
ट्रंप जनता को यह समझाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं कि वे संकट का पूरा उपाय कर रहे हैं। उन्होंने जनता से कहा है कि वे महामारी के खिलाफ महीनों लंबे चलने वाले संघर्ष के लिए तैयार रहें।
ट्रंप ने संवाददातओं से कहा, ‘अगर हम बहुत अच्छा काम भी करते है तो लोग जुलाई, अगस्त के लिए कह रहे हैं।’ इस बीच, उन्होंने वायरस के कारण अमेरिका के ‘मंदी की ओर’ जाने की आशंका भी जताई।
ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया, ‘कोविड-19 महामारी एक मानवीय त्रासदी और वैश्विक स्वास्थ्य संकट है, जो विश्व अर्थव्यवस्था के लिए भी प्रमुख जोखिम है।’
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टैड्रोस एडनोम गैबरेयेसस ने हर संदिग्ध संक्रमण के मामले की जांच करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चीन में दिसंबर में फैले कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कई जानें ली हैं और बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं, ऐसे में हर संदिग्ध मामले की जांच जरूरी है।
इस बीच, यूरोप में सर्वाधिक प्रभावित इटली में कोरोना वायरस से दो हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन ने जहां सभी गैर जरूरी कायर्क्रमों और यात्राओं को रोकने की बात कही है, वहीं स्विट्जरलैंड ने आपातकाल की घोषणा कर दी है।
जर्मनी ने तो सभी चर्च, मस्जिद और धार्मिक सभाओं को बंद करने के साथ ही गैर-जरूरी दुकानों तक को बंद करने के आदेश दे दिए हैं।
भारत में ताजमहल को भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। आबादी के लिहाज से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश ने अधिकतर स्कूलों और मनोरंजन सुविधाओं को बंद कर दिया है।
मध्य-पूर्व में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित ईरान ने भी चार प्रमुख शिया तीर्थस्थलों को बंद कर दिया है।
कनाडा ने भी फिलहाल अमेरिकियों को छोड़कर सभी विदेशियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं।
ब्राजील में कोरोना वायरस के डर से जेलों से 1500 कैदी फरार
ब्राजीलिया,से खबर है कि ोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों के खिलाफ साओ पाउलो क्षेत्र की चार जेलों से करीब 1500 कैदी फरार हो गये हैं।
कई स्थानीय मीडिया चैनलों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि माेंगागुआ, ट्रेंमेम्बे, पोर्टो फेलिज और मिरांडाेपोलिस की जेलों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने क्वारन्टीन प्रक्रिया के तहत कुछ कदम उठाए हैं जिसके कारण कैदी काफी डर गये हैं और जेलों से फरार हो गये। ब्राजील में अब तक कोरोना वायरस के 234 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
कोरोना वायरस से लड़ने के प्रयासों के तहत कई अमेरिकी राज्यों में कर्फ्यू
न्यूयॉर्क,से खबर है कि ेरिका ने घातक कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी को रोकने के अपने प्रयासों को तेज करते हुए नागरिकों की आवाजाही को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगाह किया है कि इस संकट का सामना गर्मियों के मौसम तक करना पड़ सकता है।
न्यू जर्सी स्टेट और सैन फ्रांसिस्को ने कर्फ्यू की घोषणा की है वहीं ट्रंप ने अमेरिकियों से कहीं भी 10 से अधिक संख्या में एकत्र नहीं होने की अपील की है।
ट्रंप ने पहली बार माना कि वैश्विक महामारी के चलते अमेरिकी अर्थव्यवस्था “संभवत:” मंदी की ओर बढ़ सकती है जहां 1987 के बाद से पहली बार वॉल स्ट्रीट के शेयर करीब 13 प्रतिशत गिरकर सबसे निचले स्तर पर बंद हुए।
अमेरिका ने यूरोपीय राष्ट्रों का अनुसरण करते हुए स्कूलों, सार्वजनिक भवनों, रेस्तरां, बार आदि को बंद करने की घोषणा की है। ट्रंप ने आशंका जताई है कि अमेरिका में कोरोना वायरस का संकट अभी कई महीनों तक जारी रह सकता है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, “ मुझे ऐसा लगता है कि अगर हम इस दिशा में बहुत अच्छे से काम करें तो उम्मीद है कि जुलाई या अगस्त तक हमें इससे छुटकारा मिल जाएगा।”
उनकी इन टिप्पणियों से पहले कनाडा ने घोषणा की कि वह ज्यादातर विदेशी नागरिकों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर रहा है और न्यू जर्सी के गवर्नर फिल मर्फी ने कहा कि वह न्यूयॉर्क शहर की सीमा के साथ लगने वाले राज्य में आवाजाही को सीमित कर रहे हैं।
मर्फी ने कहा, “ सभी गैर जरूरी खुदरा, शौकियां एवं मनोरंजनात्मक कारोबार रात आठ बजे के बाद बंद हो जाने चाहिए और यह आज रात से प्रभावी होगा।”
उन्होंने कहा, “ न्यू जर्सी में रात आठ बजे से सुबह पांच बजे तक सभी गैर जरूरी और गैर-आपात यात्राएं प्रतिबंधित की जाती है। यह निकट भविष्य तक प्रभावी रहेगा। हम चाहते हैं कि सब घरों के अंदर रहें-बाहर नहीं।”
बाद में सैन फ्रांसिस्कों ने भी एक ही स्थान पर रहने संबंधी आदेश पारित किया जिसमें लाखों निवासियों को बहुत जरूरी न होने तक घर के अंदर ही रहने को कहा गया है।
इन घोषणाओं से पहले प्यूर्टो रिको ने मॉल, सिनेमाघर, जिम और बार बंद रखने के साथ ही रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक के लिए कर्फ्यू लगाया था।
व्हाइट हाउस ने उन खबरों से इनकार किया है कि ट्रंप देश भर में कामबंदी के कदम पर विचार कर रहे हैं और राष्ट्रपति अस्थायी अस्पतालों के निर्माण में मदद के लिए सेना को कह सकते हैं।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस संकट के चलते चुनाव रद्द करना ‘‘अनावश्यक” है जबकि ओहियो के गवर्नर ने कहा कि मंगलवार को राज्य में निर्धारित प्राथमिक चुनाव (प्राइमरी) टाल दिए जाएं।
इस बीच, अमेरिका की बड़ी एयरलाइन कंपनियों ने कहा कि वह विमान सेवाओं में कम से कम 50 फीसदी की कटौती करेंगी।