सियोल, नौ जनवरी (एपी) उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अपने परमाणु शस्त्रागार को बढ़ाने और अधिक उन्नत परमाणु हथियार प्रणालियों को विकसित करने की चेतावनी दी और कहा कि अमेरिका के साथ संबंध इस बात पर निर्भर करेगा कि अमेरिका अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियां त्यागता है अथवा नहीं। सरकारी मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उत्तर कोरिया के नेता किम की यह टिप्पणी सत्तारूढ़ पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान आई। उनकी यह टिप्पणी अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के सत्ता संभालने से पहले आई है और इसे नए प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। बाइडन इस महीने की 20 तारीख को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
‘द कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने शनिवार को किम को उद्धत करते हुए कहा, ‘‘ उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच नए संबंध स्थापित करना इस बात पर निर्भर करता है कि वे (अमेरिका) अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियों का त्याग करते हैं या नहीं।’’
उन्होंने कहा कि वह अपने परमाणु हथियारों का तबतक इस्तेमाल नहीं करेंगे जबतक ‘शत्रु ताकतें’ उत्तर कोरिया के खिलाफ इन हथियारों का इस्तेमाल करने का इरादा नहीं रखती हों। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया पर अमेरिकी हमले के बढ़ते खतरे के मद्देनजर उत्तर कोरिया को अपनी सैन्य और परमाणु क्षमाताओं को मजबूत करना चाहिए।
किम ने अधिकारियों को कई मुखास्त्र ले जाने में सक्षम मिसाइलें, पानी के भीतर वाली परमाणु मिसाइलें, जासूसी उपग्रहों और परमाणु संचालित पनडुब्बियां बनाने के आदेश दिए हैं।
किम ने पार्टी की बैठक में बाहरी दुनिया के साथ संबंध सुधारने पर दिया जोर
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अपनी पार्टी की बैठक में बाहरी दुनिया के साथ संबंध सुधारने की जरूरत को रेखांकित किया।
सरकारी मीडिया ने कहा है कि किम ने लगातार तीसरे दिन जारी पार्टी की बैठक में दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों की समीक्षा की, हालांकि यह नहीं बताया कि वह किस तरह के कदम उठाना चाहते हैं।
पर्यवेक्षकों ने उम्मीद जतायी है कि पिछले पांच वर्षों में सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के पहले सम्मेलन के जरिए वह दक्षिण कोरिया और अमेरिका की ओर सद्भावना का संदेश भेजना चाहते हैं क्योंकि देश में आर्थिक चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के सम्मेलन में बृहस्पतिवार को किम ने अपनी पार्टी की नीतियों को रेखांकित किया और दूसरे देशों के साथ संबंध सुधारने पर जोर दिया।
केसीएनए ने कहा कि किम ने दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों की भी समीक्षा की।
‘वर्कर्स पार्टी कांग्रेस’ निर्णय लेने वाली पार्टी की शीर्ष इकाई है। यह इकाई पिछली परियोजनाओं की समीक्षा करती है और नई प्राथमिकताएं तय करती है तथा शीर्ष अधिकारियों के विभागों का फेरबदल करती है।
कोविड-19 महामारी के कारण सीमाएं बंद होने और अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण किम को अपने नौ साल के कार्यकाल में सबसे अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
अपने शुरुआती संबोधन में किम ने पूर्ववर्ती आर्थिक विकास योजनाओं के नाकाम होने की बात स्वीकारी और अगले पांच साल में विकास के नए लक्ष्यों का संकल्प जताया। दूसरे दिन की बैठक में किम ने कहा कि उनका देश सैन्य क्षमता में वृद्धि करेगा।