क्राइस्टचर्च, 15 मार्च । न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार को गोलीबारी में 40 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने यह जानकारी दी।
प्राधिकारियों ने इस संबंध में चार लोगों को हिरासत में लिया है और विस्फोटक उपकरणों को निष्क्रिय किया है।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने ‘‘पूर्व नियोजित’’ इस हमले को ‘‘न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक’’बताया ।
अर्डर्न ने कहा कि क्राइस्टचर्च में हुआ घटनाक्रम ‘‘हिंसा की असाधारण करतूत’’ को दर्शाता है। उन्होंने स्वीकार किया कि पीड़ितों में कई प्रवासी और शरणार्थी हो सकते हैं। मृतकों के अलावा 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि इसे अब केवल आतंकवादी हमला ही करार दिया जा सकता है। हम जितना जानते हैं, ऐसा लगता है कि यह पूर्व नियोजित था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संदिग्ध वाहनों से जुड़े दो विस्फोटक उपकरण बरामद किए गए हैं और उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया है।’’
न्यूजीलैंड पुलिस ने गोलीबारी के संबंध में चार लोगों को हिरासत में लिया है जिनमें एक महिला है। पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों की विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन हमले की जिम्मेदारी लेने वाले एक व्यक्ति ने 74 पृष्ठीय प्रवासी विरोधी घोषणापत्र छोड़ा है जिसमें उसने यह बताया है कि वह कौन है और उसने हमले को क्यों अंजाम दिया।
उसने बताया कि वह 28 वर्षीय श्वेत ऑस्ट्रेलियाई है।
आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने पुष्टि की कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एक आस्ट्रेलियाई नागरिक है।
मॉरिसन ने कहा कि क्राइस्टचर्च में ‘‘एक चरमपंथी, दक्षिणपंथी, हिंसक आतंकवादी’’ ने गोलीबारी की। वह आस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है।
उन्होंने और जानकारी देने से इनकार कर दिया और कहा कि न्यूजीलैंड के प्राधिकारियों के नेतृत्व में जांच की जा रही है।
अर्डर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में हमले के संभावित मकसद के तौर पर प्रवासी विरोधी भावना होने का इशारा किया और कहा कि गोलीबारी में प्रभावित कई लोग प्रवासी या शरणार्थी हो सकते हैं। ‘‘उन्होंने न्यूजीलैंड को अपना घर बनाना चुना और यह उनका घर है।’’
पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा कि पुलिस हिरासत में लिए गए चार लोगों के अलावा किसी अन्य संदिग्ध के बारे में नहीं जानती लेकिन वे इस बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कह सकते।
बुश ने कहा, ‘‘स्थानीय पुलिस ने हमलावरों को पकड़ लिया है। हमारे पुलिसकर्मियों ने जिस प्रकार कार्रवाई की, मुझे उन पर गर्व है, लेकिन हमें यह नहीं मान लेना चाहिए कि खतरा समाप्त हो गया है।’’
उन्होंने बताया कि रक्षाबल ने हमलों के बाद रोके गए वाहनों से जुड़े कई आईईडी निष्क्रिय किए हैं।
मस्जिद अल नूर में हमला स्थानीय समयानुसार दोपहर पौने दो बजे हुआ। अर्डर्न ने बताया कि वहां 30 लोगों की मौत हुई।
प्रत्यक्षदर्शी लेन पेनेहा ने बताया कि उन्होंने काले कपड़े पहने एक व्यक्ति को मस्जिद में जाते देखा और उसके बाद गोलीबारी की आवाज सुनाई दी।
मस्जिद के निकट रहने वाले पेनेहा ने बताया कि बंदूकधारी मस्जिद से बाहर भागा और उसने अपना हथियार रास्ते में गिरा दिया।
इस बीच स्पष्ट रूप से हमलावर द्वारा ऑनलाइन लाइव जारी किए गए वीडियो में भयावह जानकारियां दिख रही हैं। बंदूकधारी मस्जिद में दो मिनट से अधिक समय रहा और गोलीबारी की। इसके बाद वह बाहर सड़क पर आया और वहां गोलियां चलाईं। वह एक अन्य रायफल लेने अपनी कार में आया और उसने दोबारा मस्जिद में गोलियां चलाई। बाहर आते समय उसने एक महिला पर गोलियां चलाईं। इसके बाद हमलावर अपने वाहन में बैठकर फरार हो गया।
गोलीबारी की एक अन्य घटना लिनवुड मस्जिद में हुई। अर्डर्न ने बताया कि वहां 10 लोगों की मौत हुई।
हमले की जिम्मेदारी लेने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह न्यूजीलैंड हमले की साजिश रचने और इसके लिए प्रशिक्षण देने ही आया था। उसने कहा कि वह किसी संगठन का सदस्य नहीं है लेकिन कई राष्ट्रवादी समूहों से उसने बातचीत की और उनकी ओर उसका झुकाव है। उसने अकेले ही इस हमले को अंजाम दिया और उसे किसी संगठन ने हमले का आदेश नहीं दिया था।
उसने कहा कि उसने यह दर्शाने के लिए न्यूजीलैंड को चुना कि दुनिया का सबसे दूरदराज का हिस्सा भी ‘‘सामूहिक आव्रजन’’ से मुक्त नहीं है।
गोलीबारी से ठीक पहले नमाज अदा करने के लिए मस्जिद में प्रवेश कर रहे बंगलादेशी क्रिकेट टीम के सदस्य इस हमले में बाल-बाल बच गये।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंदा आर्डर्न ने यहां संवाददाताओं को बताया कि 10 लोग लिनवुड और 30 लोग हेगले पार्क के पाय डींस एवेन्यू मस्जिद में मारे गये।
उन्होंने इसे एक आतंकवादी घटना बताया और कहा कि देश में ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। उन्होंने कहा लगता है कि इस हमले की योजना पहले से बनायी गयी होगी। आज के दिन को सबसे काले दिनों में से एक बताया। उन्होंने कहा, “यह साफ है कि यह न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक है। आज जो यहां हुआ, वह जघन्य हिंसक घटना है। मेरी संवेदनाएं और मुझे विश्वास है कि पूरे न्यूजीलैंडवासियों की संवेदनाएं हताहतों और उनके परिजनों के साथ हैं।”
पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा, “हम मृतकों की पहचान नहीं कर सके हैं क्योंकि घटनास्थलों को बंद कर दिया गया है। मैं यह नहीं कह सकता कि घटनास्थल पर और हमलावर मौजूद नहीं हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने हमलावरों में से एक के ऑस्ट्रेलियाई नागरिक होने की पुष्टि की है। वह न्यूजीलैंड में ही रह रहा था। उन्होंने कहा कि लोग हमले से स्तब्ध, भयभीत और आक्राेशित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं जिसे एक चरमपंथी, दक्षिणपंथी हिंसक आतंकवादी ने अंजाम दिया है। इस हमले ने हमें याद दिलाया है कि हमारे बीच शैतान हमेशा मौजूद है जो कभी भी हम पर हमला कर सकता है।
इस बीच क्राइस्टचर्च की मेयर लियाने डैलजील ने कहा कि वह गोलीबारी की घटना से इतनी दुखी हैं कि शब्दों में बयां नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, “मैंने कभी भी क्राइस्टचर्च में ऐसी किसी घटना की उम्मीद नहीं की थी। मैंने कभी भी न्यूजीलैंड में ऐसी घटना की कल्पना नहीं की।”
स्थानीय मीडिया ने बताया कि बंदूकधारियों में से एक ने मध्य क्राइस्टचर्च के हेगले पार्क स्थित मस्जिद अल नूर में अचानक गोलीबारी शुरू कर दी जहां बंगलादेशी क्रिकेट टीम के सदस्य पहुंचने ही वाले थे। हमले में क्रिकेट टीम के किसी भी सदस्य को चोट नहीं पहुंची है। सभी सदस्य सुरक्षित हैं। हमले के कारण न्यूजीलैंड और बंगलादेश के बीच शनिवार को शुरू होने वाला तीसरे टेस्ट मैच रद्द हो गया है।
हमले के बाद बंगलादेश के बल्लेबाज तमीम इकबाल ने ट्वीट कर कहा, “पूरी टीम हमले में सुरक्षित बच गयी है। डरावना अनुभव, कृपया हमारे लिए दुआ करें।” अल नूर मस्जिद मध्य क्राइस्टचर्च में डीन एवेन्यू से लगी हुई है।
दूसरा हमला क्राइस्टचर्च के उपनगरीय इलाके की एक मस्जिद में हुआ। पुलिस ने इन हमलों के मामले में कम से कम तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले न्यूजीलैंड हेराल्ड ने एक चश्मदीद के हवाले से बताया कि कम से कम दो बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। एक अन्य चश्मदीद इदरीस खैरूद्दीन ने बताया कि उसे गोलियों की आवाज सुनकर पहले लगा कि कहीं निर्माण कार्य चल रहा है या ऐसा ही कुछ लेकिन कुछ ही देर में लोग इधर-उधर भागते और चीख-पुकार मचाते नजर आये। हमले के समय मस्जिद में लगभग 200 लोग मौजूद थे।
न्यूजीलैंड पुलिस ने गोलीबारी के संबंध में चार लोगों को हिरासत में लिया है और कई आईईडी बरामद किए हैं।
पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा, ‘‘चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से तीन पुरूष हैं और एक महिला है।’’
उन्होंने कहा कि हमलावरों के वाहनों से जुड़े संदिग्ध आईईडी पाए गए हैं। सेना ने उन्हें निष्क्रिय कर दिया है।
इस बीच, पुलिस ने शहर के स्कूलों से लॉकडाउन हटा दिया है। स्कूलों में किसी के अंदर या बाहर जाने पर प्रतिबंध लग गया था। लॉकडाउन हटने के बाद घबराए हुए अभिभावक अपने बच्चों को लेने स्कूल पहुंचे।
न्यूजीलैंड पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘पुलिस अब यह पुष्टि कर सकती है कि क्राइस्टचर्च में सभी स्कूलों पर लगा लॉकडाउन हटा दिया गया है।’’
इस बीच पुलिस ने गोलीबारी संबंधी कोई भी वीडियो साझा नहीं करने की चेतावनी दी है। दरअसल, ऑनलाइन मौजूद एक वीडियो में एक बंदूकधारी मस्जिद में लोगों पर गोली चलाते समय वीडियो बनाते दिख रहा है।
पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘पुलिस जानती है कि क्राइस्टचर्च में हुई घटना के संबंध में एक बहुत ही तकलीफदेह वीडियो ऑनलाइन साझा किया जा रहा है। हम अपील करेंगे कि यह लिंक साझा नहीं किया जाए। हम फुटेज हटाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
एएफपी को ‘यूट्यूब’ पर मिली वीडियो की प्रति में छोटे बालों वाला एक व्यक्ति मस्जिद की ओर वाहन चलाकर जाते दिख रहा है। व्यक्ति की दाढी-मूंछ नहीं है। मस्जिद में घुसते ही वह गोलीबारी करता है।
जिस फेसबुक और ट्विटर अकाउंट से वीडियो पोस्ट की गई थी, उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
घटना से दु:खी रग्बी खिलाड़ी सोनी बिल विलियम्स ने एक भावुक वीडियो साझा करके कहा, ‘‘अभी यह समाचार सुना। मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता कि मैं इस समय क्या महसूस कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज जिनकी भी मौत हुई है इंशाअल्लाह, उन सभी को जन्नत नसीब हो।’’
मस्जिदों में दोपहर को जब हमला हुआ, उस समय लोगों की भीड़ वहां जुम्मे की नमाज के लिए एकत्र थी और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के सदस्य वहां पहुंच रहे थे।
पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा, ‘‘स्थिति लगातार बदल रही है और हम तथ्यों की पुष्टि के लिए काम कर रहे हैं। हम यह पुष्टि कर सकते हैं कि कई लोगों की मौत हुई है।’’
अर्डर्न ने कहा कि वह मृतकों की संख्या की पुष्टि करने में सक्षम नहीं हैं। स्थिति अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि यह न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक है।’’
मध्य क्राइस्टचर्च स्थित मस्जिद अल नूर में जब हमला हुआ, तब नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे। उपनगर लिनवुड स्थित एक अन्य मस्जिद में हमला हुआ।
मस्जिद में मौजूद एक फलस्तीनी व्यक्ति ने बताया कि उसने एक व्यक्ति के सिर में गोली लगती देखी।
उसने कहा, ‘‘मुझे लगातार तीन गोलियों की आवाज सुनाई दी और मुश्किल से 10 सेकंड बाद ही फिर से ऐसा हुआ। हमलावर के पास संभवत: स्वचालित हथियार होगा क्योंकि कोई इतनी जल्दी ट्रिगर नहीं दबा सकता।’’
हमले के समय डीन अवे मजिस्द में नमाज पढ़ रहे एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि उसने बाहर अपनी पत्नी का शव फुटपाथ पर पड़ा देखा।, ‘‘लोग भाग रहे थे। कुछ लोग खून से सने थे।’’
एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि उसने बच्चों पर गोलियां चलती देखीं। ‘‘मेरे चारों ओर शव थे।’’
एक प्रत्यक्षदर्शी ने ‘रेडियो न्यूजीलैंड’ को बताया कि उसने गोलीबारी सुनी और चार लोग जमीन पर पड़े थे और ‘‘हर तरफ खून’’ था।
अपुष्ट खबरों के अनुसार, हमलावर ने सेना की वर्दी जैसे कपड़े पहने हुए थे।
मृतकों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है लेकिन बांग्लादेश की क्रिकेट टीम के प्रवक्ता ने बताया कि कोई खिलाड़ी हताहत नहीं हुआ है।
उन्होंने एएफपी से कहा, ‘‘वे सुरक्षित हैं, लेकिन वे सदमे में हैं। हमने टीम से होटल में रहने को कहा है।’’
उन्होंने बताया कि पूरी टीम को बस में बिठाकर मस्जिद लाया गया था और जब गोलीबारी हुई, तब टीम मस्जिद में प्रवेश करने ही वाली थी
बांग्लादेश क्रिकेट टीम का न्यूजीलैंड दौरा यहां मस्जिद में हुई गोलीबारी के बाद शुक्रवार को रद्द कर दिया गया जिसमें मेहमान टीम के खिलाड़ी बाल बाल बचे।
बांग्लादेश टीम के खिलाड़ी मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिये प्रवेश करने वाले थे लेकिन वे बाल बाल बचे और सुरक्षित हैं। पर मौजूदा हालात को देखते हुए अधिकारियों ने शनिवार से शुरू होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच को रद्द कर दिया। बांग्लादेश के लिये यह दौरे का अंतिम मैच था।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अपने टि्वटर पेज पर बयान में कहा, ‘‘न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के सभी सदस्य शहर में हुई गोलीबार की घटना के बाद सुरक्षित होटल पहुंच गये हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन से लगातार संपर्क बनाये है। ’’
बांग्लादेश की न्यूज एजेंसी बीएसएस ने टीम मैनेजर खालिद मसूद पायलट के हवाले से कहा, ‘‘बांग्लादेशी क्रिकेटर पहली फ्लाइट से न्यूजीलैंड से रवाना होने के लिये तैयार हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे सभी सुरक्षित हैं लेकिन घबराये हुए हैं। वे अपनी आंखों के सामने हुई घटना को भुला नहीं सकते। ’’
बांग्लादेश के भारतीय प्रदर्शन विश्लेषक श्रीनिवास चंद्रशेखरन ने भी सोशल मीडिया पर इस घटना की बात की। चेन्नई के चंद्रशेखरन पिछले एक साल से टीम के साथ हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उन्होंने कहा, ‘‘गोलीबारी से बाल बाल बचे। दिल की धड़कन इस घटना के बाद बढ़ गयी और सब घबराये हुए हैं। ’’
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की सुरक्षा की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया, ‘‘क्राइस्टचर्च में हुई गोलीबारी में जो लोग प्रभावित हुए उनके परिवारों और दोस्तों के प्रति हमारी संवेदनायें। न्यूजीलैंड क्रिकेट और बीसीबी के बीच संयुक्त समझौते के बाद हेगले ओवल टेस्ट रद्द किया जाता है। ’’
वहीं टीम के सीनियर सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने कहा कि यह टीम के लिये डरावना अनुभव था।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह डरावना अनुभव था और कृपया हमारे लिए प्रार्थना कीजिए।’’
‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ के अनुसार घटना के समय ज्यादातर कोचिंग स्टाफ के सदस्य टीम के होटल में थे जबकि मुख्य कोच स्टीव रोड्स मैदान पर थे।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘लिटन दास और नईम हसन भी होटल में पहुंच गये हैं और उनसे संपर्क कर लिया गया है तथा उन्हें होटल में ही रहने को कहा गया है। ’’
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