नयी दिल्ली , एक जुलाई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में आज सुबह रहस्यमय परिस्थितियों में सात महिलाओं सहित एक ही परिवार के 11 सदस्य मृत पाए गये।
पुलिस ने बताया कि दस लोग फंदे से लटके मिले। उनकी आंखों पर पट्टी बंधी हुयी थी जबकि 75 वर्षीय एक महिला का शव फर्श पर पड़ा हुआ था। दो मृतक नाबालिग हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने घटनास्थल का दौरा किया।
पुलिस के मुताबिक , एक पड़ोसी ने सबसे पहले उन्हें सूचना दी कि छह से सात लोगों ने खुदकुशी कर ली है। लेकिन जब घटनास्थल पर पहुंचा तो पता चला कि एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत हो गयी है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि परिवार प्लाईवुड का व्यापार करता था और वे करीब 20 सालों से इलाके में रहते थे।
पुलिस ने बताया कि वे सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने घटना में गड़बड़ी की संभावना से इंकार नहीं किया।
तो गैंग वॉर के कारण दिल्ली के बुराड़ी में 11 लोगों की जान चली गई
देश की राजधानी दिल्ली में बुराड़ी में एक परिवार के ग्यारह लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई है।
परिवार के ज्यादातर लोगों के शव सीलिंग से लटके मिले साथ ही आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी और हाथों को पीछे बांधा गया था।
रायटर्स के मुताबिक बुराड़ी क्षेत्र के संत नगर में दो मंजिला घर में मिले शवों में सात महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं. इस घटना के पीछे कारण गैंग वॉर होने का शक जताया जा रहा है.
बता दें कि दो हफ्ते पहले भी दिल्ली के बुराड़ी में ऐसा ही घटना हुई था जहां मेन बाजार में गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हुए थे।
घटना की सूचना मिलने के बाद मामले की छानबीन में जुट गई है. साथ ही पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गैंगवार का दो हफ्ते पहले हुई घटना से तो कई संबंध नहीं.
रविवार को मिले एक परिवार के ग्यारह लोगों के शव में चार पुरुषों और सात महिलाओं के शव शामिल हैं. पुलिस को इस दिल दहला देने वाली वारदात की सूचना बुरारी में रहने वाले एक शख्स ने दी जो उस परिवार का पड़ोसी है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ग्यारह में एक शव जमीन पर पड़ा पाया गया वहीं बाकी के दस शव रेलिंग पर लटके मिले. इस वारदात के बाद से इलाके सहित आसपास के क्षेत्रों में भय का माहौल बना हुआ है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त राजेश खुराना का कहना है कि “इनमें से कुछ फंदे से लटके मिले जबकि कुछ के शव जमीन पर पड़े हुए थे, जिनके हाथ और पैर बंधे हुए थे”
खुराना ने कहा, “तीन किशोरों सहित सात महिलाओं और चार पुरुषों के शव पाए गए हैं. हमें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. हमने मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है.”
उन्होंने आगे बताया कि “दुकान रोजाना सुबह छह बजे खुल जाती थी लेकिन जब आज सुबह 7.30 बजे तक दुकान नहीं खुली तो एक पड़ोसी दूध खरीदने के लिए गया. जांच करने पर पड़ोसी ने घर का दरवाजा खुला पाया, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी.”
जानकारी के अनुसार मृतकों में से दो भाई भूपिंदर और ललित सिंह हैं, जिनमें से भूपिंदर किराने की दुकान चलाते थे, जबकि ललित सिंह बढ़ई की दुकान चलाते थे. दोनों घर से ही व्यवसाय करते थे. इस मामले पर एक पड़ोसी ने कहा, “ललित और भूपिंदर में दोनों बहुत दोस्ताना था. वे आत्महत्या नहीं कर सकते. मैंने कल रात भूपिंदर से बात की थी. वह बहुत खुश थे और कही से तनाव में नहीं लग रहे थे.”
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हमें इस वारदात के पीछे की वजह का पता नहीं लग पाया है. हमारी टीम घटनास्थल पर मौजूद है और मामले की जांच की करने में लगी हुई है.
आपको बता दें कि इससे पहले 18 जून को बुरारी के मेन मार्केट में गैंगवार में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई थी वहीं कई लोग घायल भी हुए थे. पुलिस ताजा मामले को 18 जून को हुई घटना से जोड़कर देख रही है.
बुराड़ी के संतनगर इलाके में यह परिवार पिछले 22 सालों से रहता था. मूलत: यह परिवार राजस्थान का रहने वाला था. यहां इनकी दूध, किराने और प्लाईवुड की दुकान है. परिवार में एक बुजुर्ग महिला, उसके दो बेटे ललित और भूपी, उनकी एक बहन, दोनों की पत्नियां और उनके दो बेटे और तीन बेटियां रहते थे. इनमें बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा था और सब जाल से लटके हुए थे. कुछ की आखों पर पट्टी बंधी थी.
कुछ ही दिन पहले हुई थी बेटी की सगाई
बताया जा रहा है कि जो शव बरामद किए गए हैं उनमें भाटिया के दो बेटे ललित और भूपी, दो बहू टीना और सविता, पोते-पोतियां नीतू, मोनू, ध्रुव, शिवम, बेटी बेबी और उसकी बेटी प्रियंका शामिल हैं।
आपको जानकर हैरत होगी कि प्रियंका की कुछ दिन पहले ही सगाई भी हुई थी।
पुलिस की मानें तो कुछ शव फंदे से झूल रहे थे तो कुछ जमीन पर पड़े थे। शवों के हाथ पैर बंधे हुए थे। कुछ की आंखों पर भी पट्टी बंधी हुई थी। यही वजह है कि इन शवों की गुत्थी हत्या की तरफ भी इशारा कर रही है। इसकी वजह भी बेहद साफ है। कोई भी व्यक्ति हाथ पांव बांधकर खुद को फांसी नहीं लगा सकता है। इसके अलावा इतने लोग आत्महत्या कर लें और किसी को इसकी भनक भी न लगे यह भी किसी के गले नहीं उतर रहा है।
बहरहाल, पुलिस इस मामले के दूसरे पहलुओं पर भी विचार कर तफतीश को आगे बढ़ा रही है। इलाके में लगे सीसीटीवी की भी फुटेज को खंगाला जा रहा है। इस मामले में पुलिस फिलहाल कुछ ज्यादा नहीं बता रही है।attacknews.in