इस्लामाबाद, 23 जुलाई । जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराने पर निर्णय करने के लिए एक मेडिकल बोर्ड आज उनकी जांच कर रहा है। पाकिस्तानी मीडिया में खबरें आई हैं कि शरीफ का गुर्दा खराब होने की कगार पर है।
शरीफ (68) और उनकी बेटी मरियम (44) रावलपिंडी की अडियाला जेल में क्रमश: 10 और सात साल की जेल की सजा काट रहे हैं। लंदन में चार आलीशान फ्लैटों की मिल्कियत से जुड़े मामले में एक जवाबदेही अदालत ने छह जुलाई को उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी ठहराया था।
सूत्रों ने बताया कि सेहत संबंधी जटिलताओं के बाद जेल में चार सदस्यीय मेडिकल बोर्ड शरीफ की जांच कर रहा है ताकि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने पर फैसला किया जा सके।
टीम में, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ नदीम मलिक, चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ शाजी सिद्दीकी, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुहैल तनवीर और डॉ मशूद हैं। ये डॉक्टर उनकी विस्तृत जांच करने के लिए अस्पताल गए थे।
शरीफ को दिल की बीमारी के साथ ही उच्च रक्तचाप और मधुमेह है। लंदन में 2016 में उनकी ओपन हार्ट सर्जरी की जा चुकी है।
मुख्य कार्यकारी मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉक्टर अजहर महमूद कयानी की अध्यक्षता में रावलपिंडी के इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (आरआईसी) के चिकित्सकों की एक टीम जेल गई थी और पूर्व प्रधानमंत्री की विस्तार से चिकित्सकीय जांच करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार की थी।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक रिपोर्ट के नतीजों से मालूम होता है कि शरीफ को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए।
शरीफ ने शनिवार को अपनी खराब तबीयत को लेकर शिकायत की थी।
शरीफ के निजी फिजिशियन डॉ अदनान ने हाल के दिनों में दो बार उनकी सेहत का जायजा लिया लेकिन जेल प्रशासन ने इस बारे में आश्वस्त होने के लिए आरआईसी से डॉक्टरों को बुलाया। उनकी स्थिति की जांच के लिए टीम ने करीब डेढ़ घंटे का समय लिया।
चिकित्सीय टीम के मुताबिक उनके शरीर में पानी की मात्रा बहुत कम हो गई है जिससे उनकी धड़कन सही ढंग से नहीं चल रही। उनके खून में यूरिया का स्तर बहुत बढ़ गया है जिससे उनकी गुर्दा काम करना बंद कर सकता है।
बोर्ड की रिपोर्ट कहती है कि शरीफ को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए।
पंजाब कारागार के सूत्रों ने डेली एक्सप्रेस को बताया कि वे शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराए जाने को लेकर पंजाब के गृह मंत्रालय के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
खबर के मुताबिक , प्रांत की अस्थायी सरकार के मंत्री शौकत जावेद और अहमद वकास रियाज ने कहा कि जेल अधीक्षक को लिखित में शरीफ की सेहत संबंधी दिक्कतों के बारे में सूचित किया गया है। गृह विभाग ने एक मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है जो आज एक और जांच करेगा जिसके बाद यह फैसला किया जाएगा कि शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए या नहीं।
उन्होंने पुष्टि की कि शरीफ के चिकित्सा परीक्षणों से पता चलता है कि उनके गुर्दे में दिक्कत है। अस्थायी सरकार जेल प्रशासन के संपर्क में हैं और शरीफ को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं दी जा रही हैं।
इस बीच , पाकिस्तान मुस्लिम लीग – नवाज के बैरिस्टर जफरूल्ला खान ने उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर शरीफ और उनकी बेटी मरियम एवं दामाद मोहम्मद सफदर के घरों को उपजेल घोषित करने की मांग की है।attacknews.in