ग्वालियर 15 नवम्बर । इतिहास में महात्मा गांधी की हत्या और नाथूराम गोडसे दोनों ही चर्चित हैं। ग्वालियर में हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाया है। जिस पर काफी विवाद हो रहा है और कांग्रेस भड़क गई है।
हिंदू महासभा ने गोडसे का मंदिर और उसमें मूर्ति की स्थापना की है। प्रशासन ने गोडसे मूर्ति स्थापना को लेकर हिंदू महासभा को अनुमति नहीं दी थी।attacknews
गोडसे की मूर्ति स्थापना को लेकर कांग्रेस आक्रमक मूड में है, तो वहीं समान्य प्रशासन मंत्री लाल सिंह आर्य नाथूराम की मूर्ति की स्थापना को लेकर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।
महासभा ने ग्वालियर में मंदिर नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित कर दी। जबकि मन्दिर निर्माण के लिये महासभा ने जिला प्रशासन से जमीन मांगी थी। लेकिन जब अनुमति नहीं मिली तो, महासभा ने अपने दौलतगंज के कार्यालय में ढ़ाई फीट की गोडसे की मूर्ति को स्थापति कर दी ।
हिंदू महासभा के डॉक्टर जयवीर भारद्धाज ने कहा कि नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाया जाना है, प्रशासन ने जमीन नहीं दी है इसलिए स्वयं की जमीन पर दौलतगंज में मंदिर बनाएंगे। इससे लोग जान सकें कि देश के विभाजन में महात्मा गांधी की क्या भूमिका थी।
हिंदू महासभा का तर्क है कि महात्मा गांधी और जिन्ना की वजह से भारत के दो हिस्से हो गए हैं जबकि नाथूराम गोडसे अखंड भारत का निर्माण चाहते थे। जिसके कारण उन्होंने महात्मा गांधी का वध कर दिया।
भारद्वाज ने कहा कि ऐसे में गोडसे का इतिहास आज की युवा पीढ़ी को बताना जरूरी है। जिसके लिए गोडसे के मंदिर की स्थापना की गयी है। इसके साथ ही हिंदू महासभा ने गोडसे की मूर्ति की पूजा के लिए मंगलवार का निर्धारित किया है।
जयवीर भारद्धाज ने ये भी बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या को लेकर हिंदू महासभा का तर्क है कि नाथूराम गोडसे देशभक्त था और उसने देशद्रोह का अपराध करने की वजह से ही महात्मा गांधी की हत्या (जिसे वो वध की संज्ञा देता है) की थी।
महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से का मंदिर ग्वालियर में बनने की खबर जैसी ही कांग्रेस के पास पहुंची है तो वह आक्रमक मूड में आ गयी है। कांग्रेस के मुताबिक हिंदू महासभा, आरएसएस और बीजेपी का ही हिस्सा है। जो अब राष्ट्रपिता के हत्यारे का मंदिर बनाया है। लेकिन कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि अगर प्रशासन मूर्ति को नहीं हटवाता है, तो वह उग्र आदोंलन करेंगे। क्योंकि ये राष्ट्रपिता अपमान है।
वहीं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने गोडसे की मूर्ति को लेकर बयान दिया है। लाल सिंह ने कहा है कि सबकी अपनी मान्यता है, अपनी विचारधारा है, इसलिए लोकतंत्र ने सबको आधिकार दिया है, इसलिए कोई रोक नहीं सकता। वही जब आर्य से कहा कि नाथूराम गोसे की मूर्ति प्रशासन की बगैर अनुमति के स्थापति कर दी है, इस पर आर्य को खुद को अज्ञान बता रहे हैं, साथ ही कुछ भी टिपण्णी करने से इंकार रहे है।