नई दिल्ली 24 अक्टूबर । प्रधानमंत्री बनने के बाद 41 महीनों के दौरान नरेन्द्र मोदी अब तक 775 बार सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं और वहां पर भाषण दिए हैं। इस तरह से उन्होंने महीने में औसतन 19 भाषण दिए हैं। हर तीन दिनों में उनका दो बार भाषण होता है। पीएम मोदी ने 26 मई 2014 को शपथ ली थी। भाषण देना और इस दौरान जनता से संवाद स्थापित करना मोदी की लोकप्रियता की एक बड़ी वजह मानी जाती है।
इकोनोमिक टाइम्स में छपी खबरों के मुताबिक पीएम मोदी के ज्यादातर भाषण आधे घंटे से अधिक के हैं। ये निष्कर्ष पीएम मोदी के निजी वेबसाइट, पीआईबी के आंकड़े और अलग-अलग मंत्रियों से बातचीत के आधार पर निकाले गए हैं। मोदी ने सबसे ज्यादा 2015 में भाषण दिए हैं। इस साल उन्होंने 264 भाषण दिए। उन्होंने विदेशों में अब तक 164 बार भाषण दिया है। अखबार लिखता है कि पीएम मोदी के पास भाषण देने की कला बेजोड़ है।
मंत्री जितेन्द्र सिंह के हवाले से कहा गया है कि मोदी हर बात को अपने तरीके से रखते हैं। वे जानते हैं कि सामने वाले को किस तरीके से बात कहनी है। यह कला उन्हें भगवान से मिली है।
मोदी के पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल में कुल 1401 बार भाषण दिए। हर महीने औसतन 11 बार।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी बताते हैं कि मोदी का सारा ध्यान भाषण पर ही रहता है, सरकार चलाने पर नहीं।
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