मुरैना, 16 मई । मध्यप्रदेश में मुरैना जिले के पहाड़गढ़ आदिवासी विकासखंड में ‘किल कोरोना अभियान’ के तहत कोरोना की दवाएं बांटने गयीं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम पर ग्रामीणों द्वारा हमले का मामला सामने आया है।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी नरोत्तम भार्गव ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बलालपुर गांव में कल ‘किल कोरोना अभियान’ के अंतर्गत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की एक टीम ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिये प्रेरित करने और कोरोना के लक्षण दिखाई पड़ने पर उन्हें दवाएं बांटने गई थी। लेकिन वहां की एक महिला ने अंधविश्वास के चलते दवाएं बांटने और वैक्सीन लगाने का विरोध किया और टीम पर लठ्ठ से हमला कर गांव से खदेड़ दिया।
मुरैना जिले में ‘किल कोरोना अभियान’ के तहत कोरोना की दवाएं बांटने गयीं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम पर ग्रामीणों द्वारा हमले का मामला सामने आया है। ये घटना जिले के पहाड़गढ़ आदिवासी विकासखंड की है।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी नरोत्तम भार्गव ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बलालपुर गांव में कल ‘किल कोरोना अभियान’ के अंतर्गत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की एक टीम ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिये प्रेरित करने और कोरोना के लक्षण दिखाई पड़ने पर उन्हें दवाएं बांटने गई थी। लेकिन वहां की एक महिला ने अंधविश्वास के चलते दवाएं बांटने और वैक्सीन लगाने का विरोध किया और टीम पर लठ्ठ से हमला कर गांव से खदेड़ दिया।
उन्होंने बताया कि इसी तरह की घटनाएं जिले के एक-दो और गांव में देखने को मिली हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान कोरोना की गति जब तक शून्य नहीं हो जाती, तब तक जारी रहेगा। श्री भार्गव ने बताया कि प्रशासन का पूरा प्रयास रहेगा कि ग्रामीणों में वैक्सीन के प्रति फैली भ्रांति को दूर किया जाए। उधर पहाड़गढ़ के विकासखंड स्वास्थ्य अधिकारी कुलेन्द्र यादव ने बताया कि महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम पर हमले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है। उन्होंने बताया कि इस हमले में आशा कार्यकर्ता की भागीदारी की भी जांच की जा रही है और हमलावर महिला के खिलाफ निरार पुलिस थाने में शिकायत कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार आदिवासी अंचल में कुछ शरारती तत्वों ने कोरोना वैक्सीन को लेकर भ्रांतियां फैला दी हैं, जिसके कारण ये स्थितियां बन रही हैं।