मुंगेर, 06 जून । बिहार में मुंगेर जिला पुलिस की ओर से चलाए गए विशेष अभियान में रविवार को अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक जे0 जलारेड्डी ने यहां बताया कि उनके निर्देशन में चलाए गए विशेष अभियान में मुंगेर की बरियारपुर पुलिस ने आज बरियारपुर थाना क्षेत्र के बादशाही पुल के पास दो शस्त्र-तस्करों को दो देसी पिस्तौल, चार मैगजीन, चार कारतूस और एक मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार शस्त्र-तस्करों में एक भागलपुर जिले के घोघा थाना क्षेत्र के पन्नुचक गांव का मिथिलेश मंडल और दूसरा जिले के अकबरनगर थाना क्षेत्र के अकबरनगर मोहल्ले का मो0 महताब है ।
मुंगेर में अवैध हथियारों का इतिहास:
मुंगेर में हथियारों का इतिहास मीरकासिम के समय से चला आ रहा है. जहां वैध हथियार निर्माण होते-होते एक हिस्सा वैध तो दूसरी तरफ अवैध हथियार निर्माण में तब्दील हो गया। आज मुंगेर जो है, वो हथियारों के एसेम्बल और फिनिशिंग का अड्डा बना गया ।
पश्चिम बंगाल के अलावा एमपी के जबलपुर से ट्रेन और गंगा नदी के माध्यम से एके-47 से लेकर पिस्टल तक के पार्ट्स स्मग्लिंग कर मुंगेर लाया जाता है और उसे एसेम्बल कर अपराधियों और नक्सलियों को सप्लाई किया जाता है. जिसका उदाहरण पिछले साल मुंगेर से 22 एके-47 की बरामदगी है।
पिछले 15 साल पहले लोक सभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में वोटिंग बैलेट बॉक्स के द्वारा करवाया जाता था।चुनाव के दौरान मुंगेर से खरीदे हथियारों का प्रयोग बूथों को लूटने और कब्जा करने में किया जाता था।समय के साथ वोटिंग के तरीके भी बदले गए।अब बूथ पर ईवीएम मशीन से वोटिंग होती है।बूथों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम होने लगे हैं। जिससे अब राजनीतिक दलों द्वारा हायर किए अपराधी बूथ पर कुछ नहीं कर सकते.लेकिन अपराधी अपना तरीका बदलते हुए हथियारों का इस्तेमाल मतदाताओं को डराने और धमकाने में करने लगे है।
चुनाव के दौरान मुंगेर पुलिस का काफी चुनौतीपूर्ण कार्य हथियार तस्करों पर अंकुश लगाना होता है।
मुंगेर डीआईजी रहे मनु महाराज ने बताया था कि चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने को लेकर मुंगेर प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों को अलर्ट कर दिया जाता था ताकि हथियारों की तस्करी पर अंकुश लगाने में सफलता मिले।साथ ही मुंगेर पुलिस द्वारा हथियार तस्करों के विरुद्ध विशेष कार्रवाई की जाती है ।
बिहार में चुनाव गन, धन और जन के सहारे ही लड़ा जाता है।अमूमन हर चुनाव के पहले अवैध हथियारों का गढ़ कहे जाने वाला शहर मुंगेर चर्चा में आ जाता है और मुंगेर पुलिस के द्वारा लगातार हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते रहती है।
प्रमुख गढ़ मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव को माना जाता है.।जहां से अवैध हथियार निर्माण व तस्करी का बड़ा कारोबार संचालित हो रहा है।
यूं तो पूरे जिले में इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का निर्माण व तस्करी हो रही है, लेकिन मुफस्सिल थाना क्षेत्र के साथ ही कासिम बाजार, कोतवाली, पूरबसराय, नयारामनगर, बरियारपुर एवं शामपुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हथियार का निर्माण विधानसभा चुनाव में डिमांड के अनुसार किया जाता है।
मुंगेर एसपी रही लिपि सिंह ने बताया था कि जनवरी 2020 से सितंबर तक मुंगेर पुलिस ने 169 हथियारों की बरामदगी की, जबकि अवैध हथियार बनाने वाली 25 मिनी गन फैक्ट्रियों का उद्भेदन किया है. इतना ही नहीं इस दौरान पुलिस ने 2000 राउंड से अधिक जिंदा कारतूस की भी बरामदगी की।
साल 2019 में सेना को सप्लाई 22 एके 47 के साथ एके 47 के ढेरों पार्ट्स की बरामदगी की गई. इस मामले में मुंगेर और एमपी के जबलपुर के लगभग 3 दर्जन तस्कर और खरीदार गिरफ्तार किए गए. 19 सितंबर 2020 में पटना के मीठपुर थाना क्षेत्र में एसटीएफ द्वारा मुंगेर से तस्करी कर लाए जा रहे 8 पिस्टल को मैगजीन के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार किए गए. 11 जून 2020 में हेमजापुर ओपी पुलिस ने एनएच 80 पर वाहन चेकिंग के दौरान 3 आर्म्स तस्कर को 2 पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया. 12 जुलाई 2020 को वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत आईटीसी मैदान से मुंगेर पुलिस ने अवैध हथियारों की डिलिंग करते 5 हथियार तस्करों को 4 पिस्टल और 8 मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया था।
जून 2020 : गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की कार्रवाई में तीन पिस्टल, 6 मैगजीन और एक मास्केट, एक साथ दो अंतरजिला हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
28 अगस्त 2020 : मुंगेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अन्तर्राज्यीय अपराधी गिरोह के पांच सदस्य को गिरफ्तार किया।पिस्टल, देशी कट्टा, कारतूस और आई फोन भी बरामद किए गए. गिरफ्तार अपराधी पटना, जहानाबाद, अरवल और मुंगेर के रहने वाले थे।
3 सितंबर 2020 को नक्सल प्रभावित शामपुर ओपी के रामगिरिया पहाड़ी के जंगलों में चल रहीं मिनी गन फैक्ट्रियों पर मुंगेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान पांच मिनी गन फैक्ट्रियां पकड़ी गईं. दो पिस्टल, एक कट्टा, छह गोलियां, 9 अर्ध निर्मित पिस्टल के साथ तीन हथियार निर्माता गिरफ्तार किए गए। 05 सितंबर 2020 को 8 नक्सली सहित 10 गिरफ्तार किए गए और उनके पास से ढेरों हथियार व कारतूस बरामद हुए.।24 सितंबर 2020 को तीन पिस्टल तथा दो मैगजीन के साथ दो हथियार तस्कर गिरफ्तार किए गए।