लखनऊ 24 नवम्बर : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के एक बयान से हंगामा खड़ा हो गया है. मुलायम सिंह यादव ने साल 1990 में कारसेवकों की हत्या को उपलब्धि बताया है. मुलायम के इस बयान पर अब विश्व हिंदू परिषद ने उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है.
गोली चलवाने के बाद भी लोगों ने हमारा समर्थन किया- मुलायम
दरअसल मुलायम ने अपने 79वें जन्मदिन पर सपा राज्य मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में कहा था, ‘’साल 1990 में मैंने अपने मुख्यमंत्री काल में देश की एकता के लिए कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं. इसके बाद भी जनता ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया. यह एक उपलब्धि है.’’
मुलायम के इस बयान पर अब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने उनपर केस चलाने और गिरफ्तार करने की मांग की है. वहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के उस बयान को मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण कर तुष्टिकरण फ़ैलाने वाली राजनीति का हिस्सा बताया है.
मुस्लिम वोटों को गोलबंद करने की कोशिश- सिद्धार्थनाथ
सिद्धार्थनाथ ने कहा है, ‘’नगर निकाय चुनाव के दौरान मुलायम ने इस तरह का बयान देकर न सिर्फ मुस्लिम वोटों को गोलबंद करने की कोशिश की है, बल्कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन भी किया है.’’ उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग को मुलायम के इस बयान का संज्ञान लेकर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
सिद्धार्थनाथ के मुताबिक़ मुलायम के इस भड़काऊ बयान पर यूपी सरकार किसी शिकायत के बिना कोई कार्रवाई नहीं करेगी, लेकिन चुनावी मौसम में चुनाव आयोग को खुद ही इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए.
खुद को मौलाना कहलाने में गर्व महसूस करते हैंमुलायम- सिद्धार्थनाथ
सिद्धार्थनाथ ने कहा कि मुलायम सिंह यादव खुद को मौलाना कहलाने में गर्व महसूस करते हैं, इसीलिये वह कारसेवकों पर गोली चलवाने की बात कहकर एक धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं.
उनके मुताबिक़ मुलायम का यह बयान इसलिए भी बेहद निंदनीय है क्योंकि वह काफी वरिष्ठ नेता हैं और उनसे ऐसे बयानों की अपेक्षा नहीं की जाती.attacknews