हरारे, 22 नवंबर (एएफपी) जिम्बाब्वे में राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के इस्तीफे से 37 साल लंबे उनके शासन के समाप्त होने के बाद अब जनता को नए नेता का इंतजार है।
संसद के विशेष संयुक्त सत्र में मुगाबे की सत्ता के खत्म होने की घोषणा की गई। 93 वर्षीय मुगाबे ने कई दशकों तक जिम्बाब्वे के सार्वजनिक जीवन के हर आयाम पर अपना दबदबा बनाए रखा।
मुगाबे के इस्तीफे के बाद सड़कों पर जश्न का माहौल देखा गया। लोग खुशी से झूमने लगे।
ऐसी संभावना है कि एमरसन म्नांगाग्वा अगले राष्ट्रपति हो सकते हैं जिन्हें इस महीने की शुरुआत में मुगाबे ने अपने उपराष्ट्रपति के पद से बर्खास्त कर दिया था। उनके इस कदम से गुस्साए सेना प्रमुखों ने सत्ता को अपने नियंत्रण में ले लिया था और मुगाबे को सत्ता छोड़ने के लिए विवश कर दिया।
एक व्यक्ति ने कांफ्रेंस सेंटर के भीतर एक कमरे से मुगाबे की तस्वीर हटा दी, जहां सांसद राष्ट्रपति को दोषी ठहराने के एक सत्र के लिए एकत्रित हुए थे। एक अन्य व्यक्ति ने उनके स्थान पर म्नांगाग्वा की तस्वीर लगा दी।
सत्तारूढ़ जेडएएनयू-पीएफ पार्टी के प्रवक्ता सिमोन खाया मोयो ने कल कहा, ‘‘म्नांगाग्वा अगले 24 घंटे में लौट आएंगे और वह 90 दिनों के लिए (अंतरिम) राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।’’ मुगाबे वर्ष 1980 में आजादी के बाद से निर्विरोध राष्ट्रपति रहे लेकिन अपनी पत्नी ग्रेस मुगाबे को अपना उत्तराधिकारी बनाने के उनके प्रयासों में सेना ने हस्तक्षेप किया। इससे उन्हें अपनी सत्ता गंवानी पड़ी।
इस बीच, मुगाबे के निरंकुश शासन के दौरान अपने देश से दक्षिण अफ्रीका भागे सैकड़ों लोगों ने जोहानिसबर्ग में सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया।
कई लोगों ने स्वदेश लौटने की इच्छा जताई।attacknews