भोपाल 15 नवम्बर । सम्पूर्ण भारत में मध्य प्रदेश ऐसा राज्य बनने जा रहा है। जहाँ राज्य की समस्त संस्थाएं और व्यापारिक फर्म्स डिजिटल हो जायेगी अर्थात प्रदेश की करीब 1.5 लाख संस्थाओं के मूल रिकॉर्ड का कम्प्यूटराइजेशन फर्म्स एण्ड सोसायटी मध्य प्रदेश के रजिस्ट्रार आलोक नागर द्वारा करवाया जा रहा है ।
हम शासन में बदलाव लाकर इसे और अधिक पारदर्शी, जवाबदेह, सुलभ और सहभागितापूर्ण बनाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी
आईटी का उपयोग कर लोक सेवाओं के प्रदाय में क्रांति की जा सकती है। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार हर क्षेत्र में प्रदेश को देश का उत्कृष्ट प्रदेश बनाने के लिए संकल्पित है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
इस कार्य में महत्वपूर्ण बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क़ी डिजिटल इंडिया बनाने की संकल्पना को पूरा करने में प्रतिबद्ध मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के संकल्प और मार्गदर्शन में जनभागीदारी के द्वारा इसे पूरा करवाया जा रहा है। इस कार्य में जहाँ लाखों रुपयों का खर्चा होना अनुमानित था, वह कार्य जनसहयोग से ही पूरा हो जायेगा। यह अपने आप में सम्पूर्ण भारत के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि रहेगी।
डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक पहल है जिसके तहत सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ना है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सकें। इस योजना का एक उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है। डिजिटल इंडिया के तीन कोर घटक हैं-
1- डिजिटल आधारभूत ढाँचे का निर्माण करना,
2- इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेवाओं को जनता तक पहुंचाना,
3- डिजिटल साक्षरता।
मध्यप्रदेश में जन साधारण के कार्यो को सुलभ बनाने के लिए ई-गवर्नेंस, डिजिटल इंडिया, इज ऑफ़ डूइंग बिजनेस और नवाचार जैसे कार्यो को किया जा रहा है। उसके अंतर्गत ही मध्यप्रदेश का फर्म्स एण्ड सोसाइटी कार्यालय अग्रणी होने की दिशा में अग्रसर हो गया है।
प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान
विभाग द्वारा उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान के प्रोत्साहन से भोपाल में इस कार्य की शुरुआत की जा चुकी है। जहाँ अधिकारी और कर्मचारी पूरे समर्पण से प्रतिदिन इस कार्य को कर रहे है। जिसके अंतर्गत पूरे प्रदेश की संस्थाओं के मूल रिकॉर्ड जिसमे प्रमाण पत्र, ज्ञापन पत्र, नियमावली और अन्य दस्तावेज शामिल है को स्कैन करके उनके डेटा एंट्री किये जा रहे है। इस समस्त कार्य की देखरेख का जिम्मा रजिस्ट्रार आलोक नागर ने लिया है। इनके द्वारा सर्वप्रथम भोपाल संभाग के लिए इस कार्य की शुरुआत की है। इस हेतु प्रत्येक संभाग से दो-दो कर्मचारियों को बुलवाकर कार्य करवाया जा रहा है। वही जन भागीदारी से इस कार्य के लिए तकनीकी व्यक्ति भी कार्यरत है।
आलोक नागर
रजिस्ट्रार
फर्म्स एण्ड सोसायटी मध्यप्रदेश
भोपाल संभाग के बाद विभाग द्वारा प्रदेश के प्रत्येक संभागीय कार्यालयों में इस कार्य को जनभागीदारी के द्वरा ही पूर्ण करवाया जायेगा। इस कार्य के लिए विभाग द्वारा कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और वर्षो पुराने रिकॉर्ड की धूल और नमी से बचने के लिये मास्क, हैण्ड सेनेटाईज़र की व्यवस्था की गई है। साथ ही कार्यस्थल पर ही इन्हें लंच और स्वल्पाहर करवाया जा रहा है।
फर्म्स एण्ड सोसायटी कार्यालय द्वारा वर्तमान में संस्थाओ के पंजीयन का ऑनलाइन अनुमोदन किया जाकर अनुमोदित हार्ड कॉपी मूल हस्ताक्षरो के साथ कार्यलय द्वारा प्राप्त की जाती है और उसके बाद ऑनलाइन प्रमाण पत्र भेजा जाता है, अब इस व्यवस्था को भी पूर्णतः ऑनलाइन करने के उद्देश्य से हार्ड कॉपी की व्यवस्था समाप्त कर पंजीयन प्रस्ताव आवेदको की ई-साइन से प्राप्त कर ऑनलाइन प्रमाण पत्र भेजने की योजना पर भी तेजी से कार्य चल रहा है।
कार्य किये जाने के चित्र: