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भारत में 17 से 30 दिसम्बर तक अलग-अलग राज्यों में शीतलहर से लेकर कड़ाके की ठंड,बारिश और हिमपात पड़ने का 2 सप्ताह का पूर्वानुमान चेतावनी के साथ जारी attacknews.in

मौसम की मौजूदा स्थिति और अगले दो सप्‍ताहों (17 से 30 दिसंबर, 2020) के लिए मौसम का पूर्वानुमान

पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ स्‍थानों में अगले सप्‍ताह के पहले कुछ दिन शीत लहर से लेकर कड़ाके की ठंड पड़ेगी, इसके बाद इसमें गिरावट आने की संभावना

पहले सप्‍ताह की तुलना में दूसरे सप्ताह के दौरान न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी होगी

तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में 18 और 19 दिसंबर को केरल और माहे में 18 दिसंबर तथा लक्षद्वीप में 19 और 20 दिसंबर, 2020 को कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 20 और 21 दिसंबर, 2020 को नये, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्की बारिश/हिमपात होने की संभावना

नईदिल्ली 18 दिसम्बर । भारतके मौसम विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार पिछले सप्‍ताह और अगले दो सप्‍ताहों के दौरान मौसम की स्थिति इस प्रकार है:

पिछले सप्ताह की महत्वपूर्ण विशेषताएं (10 से 16 दिसंबर, 2020):

· दो पश्चिमी विक्षोभों और उनके तेजी से चक्रवाती परिचालनों से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र मेंपिछले सप्‍ताह के पहले कुछ दिनों में दूर-दूर तकबारिश/हिमपात/गरज (थन्‍डस्‍टोर्म) के साथ तेज बारिश हुई और इससे लगते उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में कहीं-कहीं पर छिटपुट बारिश या गरज के साथ हल्‍की बारिश हुई।

· इस सप्‍ताह के दौरान व्यापक तरंगों ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में छिटपुट से लेकर तेज और दूर-दूर तक अच्‍छी बारिश और गरज के साथ बारिश हुई। इसके अलावा दक्षिण उपद्वीप और लक्षद्वीप द्वीप समूह में कहीं-कहीं छिटपुट तो कहीं-कहीं सामान्‍य बारिश और कहीं-कहीं गरज के साथ बारिश हुई।

· देश के मध्य भागों में हवा और गर्त के संयोग के कारणमध्य भारत में पिछले सप्ताह के दौरान लंबी अवधि औसत (एलपीए) की तुलना में 112 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई।

अगले दो सप्ताहों के लिए मौसम पूर्वानुमान- पहले सप्‍ताह (17 से 23 दिसंबर, 2020) और दूसरे सप्‍ताह (24 से 30 दिसंबर, 2020) के दौरान मौसम प्रणालियां और सम्‍बद्ध अवक्षेपण (प्रिसिपिटैशन)तथा पहले सप्ताह (17 से 23 दिसंबर, 2020) के लिए बारिश

· पूर्वी लहर के कारण अगले तीन दिनों के दौरानतमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल, केरल और माहे और लक्षद्वीप में छिटपुट से लेकर अच्‍छी व्यापक बारिश/गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 17 दिसंबर को तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने तथा 18 और 19 दिसंबर को केरल और माहे में कहीं-कहीं पर भारी बारिश होने तथा 19 और 20 दिसंबर, 2020 को लक्षद्वीप में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।

· नये तेज पश्चिमी विक्षोभ से 20 और 21 दिसंबर, 2020 को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की बारिश/हिमपात होने की संभावना है।

· इस सप्ताह के दौरान देश के शेष भागों में महत्वपूर्ण वर्षा होने की संभावना नहीं है(अनुलग्नक IV)।

· पहले सप्‍ताह के दौरान दक्षिण उपद्वीप में संचयी रूप से सामान्‍य से अधिक तथा पश्चिम हिमालयी क्षेत्र में सामान्‍य से कम बारिश होने/हिमपात होने की संभावना है (अनुलग्नक V)।

दूसरे सप्‍ताह (24 से 30 दिसंबर, 2020) के लिए बारिश

· सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ न होने,ताजी पूर्वी लहर के प्रभाव के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सामान्य बारिश/ हिमपात होने की संभावना है। दक्षिणीउपद्वीप में सामान्य बारिश हो सकती है(अनुलग्नकV)।

पहले और दूसरे सप्‍ताह (17 से 30 दिसंबर, 2020) के दौरान तापमान/कोहरा :

· उत्‍तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों में न्‍यूनतम तापमान दो डिग्री से छह डिग्री सेल्सियस रहेगा। यह तापमान जम्‍मू-कश्‍मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्‍थानों में सामान्‍य से कम (-5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम) रहेगा;जबकि पश्चिम राजस्‍थान, पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के कुछ स्‍थानों तथा पूर्वी राजस्‍थान, पूर्वी उत्‍तर प्रदेश, सौराष्‍ट्र और कच्‍छ, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्‍ली के कुछ स्‍थानों पर तापमान सामान्‍य से कम (-3.1 डिग्री सेल्सियस से -5.0 डिग्री सेल्सियस) रहेगा। इसके अलावा पंजाब और उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से कम (-1.6° सेल्सियससे -3.0 ° सेल्सियस) रहेगा।

· अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होगा और बाद के 3 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान में 5 से 6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की कमी तथा पहले सप्ताह के पहले कुछ दिनों के दौरान पूर्वी भारत में तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। अगले 2 दिनों के दौरान पश्चिमी भारत में न्‍यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।

· कुल मिलाकर उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश स्‍थानों में सामान्य न्‍यूनतम तापमान 2 से 6 डिग्री सेल्सियस कम रहेगा और पहले सप्ताह के दौरान देश के शेष भागों में न्‍यूनतम तापमान सामान्य या सामान्य से थोड़ा अधिक रहेगा।

· पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ भागों में पहले सप्ताह के पहले कुछ दिनों में शीत लहर से कड़ाकेकी ठंड की स्थिति रहेगी। इसके बाद शीतलहर में गिरावट आ सकती है।

· पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में अगले दो दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है, जिसमें बाद में गिरावट आ सकती है।

· पहले सप्‍ताह के मुकाबले दूसरे सप्ताह न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि होगी। हालांकि, न्‍यूनतम तापमान उत्‍तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 4 डिग्री सेल्सियस कम रहेगा जबकि देश के शेष भागों में तापमान सामान्‍य से थोड़ा अधिक रहेगा (अनुलग्‍नकVI)।

चक्रवात:

· दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटी दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में दूसरे सप्ताह के पहले कुछ दिनों के दौरान चक्रवात आने की बहुत कम संभावना है।

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उत्तर भारत में शीतलहर चलने से ठंड बढ़ी

देश के उत्तरी क्षेत्र में गुरुवार को प्रचंड शीत लहर जारी रही जहां ठंड लगातार बढ़ रही है। दिल्ली में इस मौसम का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

पहाड़ी क्षेत्र में हिमपात और शीत हवाओं के चलने से राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम है।

शहर में सुबह करीब 08:30 बजे सापेक्ष आर्द्रता 83 प्रतिशत दर्ज की गई।

ठंड का यह आलम था कि बेघर लोग सड़क किनारे जगह -जगह अलाव सेंकते देखे गए।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दिन में आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है लेकिन शाम को इसमें गिरावट के आसार हैं।

इस बीच कड़ाके की ठंड के दौरान शहर की वायु गुणवत्ता सूचकांक करीब 1000 बजे 301 पर था जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी का माना जाता है।

मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को इस तरह का मौसम रहने के साथ न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास और अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार है।

राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार ‘ठंडा दिन’ रहा जहां अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है।

‘ठंडा दिन’ उसे कहते हैं जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस कम होता है।

सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया क्योंकि पश्चिमी हिमालय से उठीं बर्फीली हवाएं लगातार दिल्ली में चल रही हैं। आयानगर और रिज मौसम स्टेशनों में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.8 डिग्री सेल्सियस और 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय में भारी बर्फबारी हुई और अब शीत लहर के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने की वजह से तापमान में गिरावट आ रही है।

आईएमडी मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो।

उन्होंने कहा,‘‘दिल्ली जैसे छोटे इलाके के लिए शीतलहर की घोषण तब भी की जा सकती है जब उक्त स्थितियां एक दिन के लिए भी बन जाएं।’’

शहर की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।

हिमाचल प्रदेश में केलांग, मनाली और कल्पा में पिछले 24 घंटों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किए जाने के साथ शीत लहर की स्थिति बनी रही।

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पहाड़ी राज्य में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री तक की कमी आई है।

मौसम विभाग के शिमला केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलांग शून्य से 8 डिग्री सेल्सियस कम तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान बना रहा।

पंजाब और हरियाणा में शीतलहर का प्रकोप शुरु हो गया है और बृहस्पतिवार को पारा सामान्य से नीचे चला गया।

मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा में अंबाला, हिसार, करनाल, भिवानी, रोहतक और सिरसा में न्यूनतम तापमान क्रमश: 4.4 डिग्री, 4.2 डिग्री, 4.9 डिग्री, 4.8 डिग्री, 4.4 डिग्री और 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

वहीं, पंजाब में अमृतसर में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री जबकि लुधियाना में 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पटियाला में न्यूनतम तापमान 5.8, आदमपुर में 6.6 डिग्री, हलवाड़ा में छह डिग्री और बठिंडा में पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार करनाल, हिसार, अमृतसर, लुधियाना और पटियाला जैसे कुछ स्थानों पर सुबह कोहरे से दृश्यता कम हो गई।

उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान दोनों राज्यों के अधिकांश हिस्सों में ठंड ज्यादा पड़ेगी।

कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से और नीचे चला गया तथा आसमान साफ रहा।

मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बीती रात, श्रीनगर में इस मौसम में अब तक की सबसे सर्द रात रही।

अधिकारियों ने कहा कि घाटी में रात के तापमान में गिरावट जारी रही और आसमान साफ रहा।

इसके साथ ही न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

उन्होंने कहा कि श्रीनगर में तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा जो कि पिछली रात 4.8 डिग्री सेल्सियस था।

इस मौसम में न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग पांच डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।

अधिकारियों ने कहा कि शहर में पिछली रात इस मौसम की सबसे ठंडी रात थी जिसके कारण कई जलाशय जम गए।

गुलमर्ग में तापमान शून्य से 11 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया जो कि सामान्य से छह डिग्री कम था।

संघशासित प्रदेश में गुलमर्ग सबसे ठंडा स्थान रहा।

अधिकारियों ने कहा कि पहलगाम में तापमान शून्य से 8.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा।

उन्होंने कहा कि काजीगुंड में तापमान शून्य से 4.9 डिग्री नीचे, कुपवाड़ा में शून्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम और कोकेरनाग में शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।

मौसम विभाग की ओर से कहा गया कि जम्मू कश्मीर में इस महीने के अंत तक बहुत अधिक बर्फबारी की उम्मीद नहीं है और 21-22 दिसंबर को कश्मीर के कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है।

उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई जबकि शेष स्थानों पर मौसम आमतौर पर शुष्क रहा।

मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को एक बयान में बताया कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 24.6 डिग्री सेल्सियस तापमान गोरखपुर में जबकि सबसे कम तापमान बरेली में 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

विभाग ने मौसम शुष्क रहने और कुछ स्थानों पर कोहरा छाये रहने का अनुमान जताया है।

राजस्थान के पयर्टन स्थल माउंट आबू में पारा बुधवार रात एक बार फिर जमाव बिंदु से नीचे चला गया।

माउंट आबू में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

वहीं, बृहस्पतिवार सुबह राज्य के अनेक इलाकों में घना कोहरा छाया रहा और लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव तापते नजर आए।

मौसम विभाग के अनुसार राज्य के एकमात्र पहाड़ी पर्यटन स्थल माउंट आबू में बुधवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

सीकर में बुधवार रात न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री, चुरू में 2.2 डिग्री, पिलानी में 2.5 डिग्री, गंगानगर में 2.8 डिग्री, बीकानेर में 3.1 डिग्री, फलौदी एवं वनस्थली में 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राज्य के ज्यादातर हिस्सों में रात का तापमान नौ डिग्री सेल्सियस से कम बना हुआ है।

मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर की चेतावनी की है।

विभाग के अनुसार, राज्य के गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू, नागौर, सीकर, झुंझुनूं, अलवर एवं भरतपुर जिले में आगामी चौबीस घंटे में कहीं-कहीं शीतलहर चलने का पूर्वानुमान है।

माउंट आबू में न्यूनतम तापमान (-2.5) डिग्री से.

राजस्थान के पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान माइनस (-2.5) डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया वही तापमान गिरने से बढ़ी सर्दी के चलते जनजीवन प्रभावित रहा।

सवेरे भीषण सर्दी ने लोगों को दिन चढने तक घरों में ही दुबके रहने को मजबूर कर दिया। शुक्रवार का दिन इस सीजन का सर्वाधिक ठंडा दिन रहा। दांत किटकिटा देने वाली सर्दी से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

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