नयी दिल्ली 24 दिसम्बर । देश के चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में तीन सीटाें पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने विजय हासिल की जबकि तृणमूल कांग्रेस आैर निर्दलीय को एक-एक सीटें मिली।
अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने लिकाबाली और पाक्के केसांग विधानसभा सीटों पर अपना कब्जा किया।
लीकाबाली सीट से भाजपा के कार्डो न्यीग्योर ने चौतरफा मुकाबले में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के उम्मीदवार गुमके रीबा को 305 वोटों के अंतर से पराजित किया।
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के सत्तारूढ़ धड़े को आज झटका लगा जब दरकिनार किये गए नेता टी टी वी दिनाकरण ने प्रतिष्ठित आर के नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 40 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की।
जेल में बंद वी के शशिकला के भतीजे दिनाकरण ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक के ई मधुसूदनन को 40 हजार 707 मतों के अंतर से हराया। इस सीट पर 21 दिसंबर को मतदान हुआ था।
इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पिछले साल दिसंबर में जयललिता की मौत की वजह से हुई। तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता उत्तर चेन्नई में आर के नगर सीट से विधानसभा के लिये निर्वाचित हुई थीं।
दिनाकरण की जीत का अंतर जयललिता से भी बेहतर रहा। जयललिता ने इस विधानसभा सीट पर 2016 में 39 हजार 545 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।
दिनाकरण को 89 हजार 13 मत मिले जबकि मधुसूदनन को 48 हजार 306 वोट मिले। द्रमुक के एन मरुथु गणेश 24 हजार 651 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। उनकी जमानत जब्त हो गई। उनके अतिरिक्त भाजपा प्रत्याशी समेत 57 अन्य की भी जमानत जब्त हो गई।
दिनाकरण निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े। उनका चुनाव चिह्न प्रेशर कुकर था क्योंकि चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले धड़े को ‘दो पत्तियां’ चुनाव चिह्न आवंटित की थी।
दिनाकरण और शशिकला को पद से हटाने के बाद इस साल अगस्त में पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक के धड़ों का विलय हो गया था। शशिकला भ्रष्टाचार के एक मामले में बेंगलूरू की एक जेल में चार साल के कारावास की सजा काट रही हैं।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस से सबंग सीट छीन ली है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी की उम्मीदवार गीता रानी भूइयां ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी माकपा की रीता मंडल को 64 हजार से भी अधिक मतों से हराया।
तृणमूल उम्मीदवार को 1,06,179 जबकि रीता को 41,987 वोट हासिल हुए।
उल्लेखनीय है कि भाजपा उम्मीदवार ने कांग्रेस प्रत्याशी से अधिक वोट हासिल किये। भगवा पार्टी की अंतरा भट्टाचार्य को 37,476 मत प्राप्त हुए। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव भौमिक को 18,060 मतों से संतोष करना पड़ा।
पश्चिम मिदनापुर जिले के जिलाधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा ने इस बात की जानकारी दी। पूर्व कांग्रेस विधायक मानस भूइयां के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के कारण इस सीट पर उपचुनाव आवश्यक हो गया था। वह अब तृणमूल की तरफ से राज्यसभा सदस्य हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने भूइयां की पत्नी गीता को उम्मीदवार बनाया था, जिन्होंने अपने पति से भी अधिक अंतर पर जीत दर्ज की।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने सिकन्दरा विधानसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। इस सीट के उपचुनाव में आज भाजपा ने 11 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त सूचना के मुताबिक भाजपा के अजीत सिंह पाल ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की सीमा सचान को 11 हजार 861 मतों से पराजित किया। पाल को 73 हजार 284 जबकि सीमा को 61 हजार 423 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी प्रभाकर पाण्डेय को 19 हजार 84 वोट ही प्राप्त हुए।
यह सीट भाजपा विधायक मथुरा प्रसाद पाल के निधन की वजह से रिक्त हुई थी। उनका पिछली 22 जुलाई को बीमारी के बाद देहान्त हो गया था।
मतगणना के दौरान सपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की सील टूटी होने का आरोप लगाते हुए मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उनका इल्जाम था कि जिला प्रशासन ने जान बूझकर सील तोड़ी ताकि भाजपा प्रत्याशी को जिताया जा सके।
हालांकि पुलिस अधीक्षक रतन कांत पाण्डेय ने मतगणना के दौरान वोटिंग मशीन की सील टूटे होने के आरोपों को गलत बताया।attacknews.in