मुंबई/पणजी 7 मार्च । गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बारे में बताया जा रहा है कि वह उच्च चरण (एडवांस्ड स्टेज) के पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे हैं। वह बुधवार तडक़े मुंबई से अमेरिका इलाज करवाने के लिए रवाना हुए।
मुंबई के लीलावती अस्पताल और गोवा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के सूत्रों ने पर्रिकर को कैंसर होने की पुष्टि की है। 15 फरवरी से इन्हीं दोनों अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
नाम न बताने की शर्त पर एक सूत्र ने कहा, ‘‘यह काफी एडवांस्ड स्टेज में है।’’ 18 फरवरी को कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि मुख्यमंत्री पैंक्रियाटिक कैंसर के एडवांस स्टेज 4 से जूझ रहे हैं। अस्पताल ने हालांकि इससे इनकार किया था।
लीलावती अस्पताल ने एक बयान में कहा था, ‘‘यह हमारे नोटिस में आया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर इलेक्ट्रोनिक/प्रिंट मीडिया में कई तरह की दुर्भावनापूर्णव भ्रामक रिपोर्ट और अफवाह फैलाई गई है। हम निस्संदेह ऐसी सारी अफवाहों को नकारते हैं। हम दोहराना चाहते हैं कि गोवा के मुख्यमंत्री इलाज किया जा रहा है और वह इलाज के बाद अच्छा महसूस कर रहे हैं।’’
पर्रिकर को मंगलवार देर रात लीलावती अस्पताल से छुट्टी दी गई थी और वह फिलहाल आगे के इलाज के लिए अमेरिका के रास्ते में हैं जिसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है।
गोवा अस्पताल के सूत्रों ने कहा, ‘‘उनके पैंक्रियाज में उच्च चरण के कैंसर होने का पता चला है….जब उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहां उनकी पहले चरण की कीमियोथेरेपी भी हुई।’’
पर्रिकर ने 14 फरवरी को पेट में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें राज्य के जीएमसीएच अस्पताल ले जाया गया था जहां से उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल भेजा गया। शुरुआत में बताया गया था की वह ‘फूड प्वाइजनिंग’ से ग्रसित हैं।
लीलावती अस्पताल में भर्ती कराने के बाद, गोवा के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया था कि पर्रिकर ‘हल्के अग्नाशय शोथ’ से जूझ रहे हैं और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 फरवरी को उनसे मिलने अस्पताल गए थे और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य मंत्रियों ने भी उनसे मुलाकात कर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी। उनके स्वास्थ्य के सबंध में राहत की खबर तब सामने आई जब वह 22 फरवरी को संक्षिप्त वार्षिक बजट पेश करने वह राज्य लौटे, लेकिन 25 फरवरी को फिर से जीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद उनके स्वास्थ्य के संबंध में कई कयास लगाए जाने लगे।
अधिकारियों ने दावा किया था कि उन्हें ‘पानी की कमी और निम्न रक्त चाप’ की समस्या की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जब भारतीय जनता पार्टी के महासचिव सदानंद शेठ तनवड़े से 4 मार्च को मुख्यमंत्री के कैंसर से ग्रसित होने के बारे में जोर देकर पूछा गया तो, उन्होंने कहा, ‘‘हम विस्तृत कयास नहीं लगा सकते। यह सही नहीं है। किसी के निजी जिंदगी के बारे में नहीं पूछना चाहिए, यह गलत है।’’
गोवा की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मांग की है कि पर्रिकर को अपने बीमारी की प्रकृति के बारे में स्पष्ट बताना चाहिए, क्योंकि वह गोवा के लोगों द्वारा चुने गए हैं।
कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष शांताराम नाईक ने कहा, ‘‘ हमें पर्रिकर से सहानुभूति है, लेकिन मुख्यमंत्री को अपनी बीमारी के बारे में पारदर्शिता बरतनी चाहिए। उन्हें गोवा के लोगों से सच बोलना चाहिए जिन्होंने उन्हें चुना है।’’
मुख्यमंत्री को 1 मार्च को अस्पताल से छुट्टी दी गई थी और उसके बाद से वह अपने घर में आराम कर रहे थे। मंगलवार को लीलावती अस्पताल में जांच के बाद वह इलाज के लिए अमेरिका रवाना हो गए।attacknews.in