माले, 24 सितंबर । मालदीव राष्ट्रपति चुनाव के लिए करीब 97 प्रतिशत वोटों की गिनती पूरी होने के साथ विपक्ष के उम्मीदवार इब्राहीम मोहम्मद सोलिह ने अपनी जीत का दावा कर दिया है।
अभी तक 58.3 प्रतिशत वोट पाने वाले 56 वर्षीय सोलिह ने जीत का दावा करने के बाद अपने भाषण में कहा, ‘‘यह प्रसन्नता, आशा और इतिहास बनाने का वाला क्षण है।’’ हालांकि, सोलिह का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह गड़बड़ियों से मुक्त नहीं थी।
सोलिह को मिली जीत से सभी आश्चर्यचकित हैं क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान वहां मौजूद पर्यवेक्षकों का आरोप था कि निवर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम ने अपनी जीत पक्की करने के लिए गड़बड़ियां की हैं।
सोलिह की जीत की घोषणा होने के साथ ही सड़कें विपक्ष के समर्थकों से भर गयीं। सभी अपने हाथों में सोलिह की मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के पीले झंडे लिये नाच रहे थे, एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे।
हालांकि, यामीन ने अभी तक अपनी हार स्वीकार नहीं की है। सोलिह के जीत के दावे के संबंध में यामीन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। उनके प्रचार अभियान से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।
मालदीव के मानवाधिकार आयोग के पूर्व सदस्य अहमद थोलाल का कहना है, लोगों को ऐसे परिणाम की आशा नहीं थी। तमाम दबावों के बावजूद लोगों ने अपनी बात रखी है।
मालदीव में दशकों तक रही तानाशाही के दौरान लोकतंत्र के लिए लड़ने वाले सोलिह एक वक्त पर संसद में बहुमत के नेता भी रहे हैं। गौरतलब है कि यामीन सरकार द्वार एमडीपी के सभी शीर्ष नेताओं को जेल में डाले जाने या निर्वासित किये जाने के बाद सोलिह राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार बने थे।
मालदीव के चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि आधिकारिक चुनाव परिणाम की घोषणा शनिवार तक नहीं की जाएगी। सभी दलों और उम्मीदवारों को चुनाव परिणाम को अदालत में चुनौती देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जा रहा है।
राजधानी माले में हजारों की संख्या में अपने समर्थकों से घिरे सोलिह ने आयोग द्वारा परिणाम की घोषणा होने तक शांति बनाए रखने की अपील की।
इससे पहले, देर रात सोलिह ने बढ़त मिलने के बाद यामीन को फोन करके जनमत का सम्मान करने और हार स्वीकार करने को कहा था।
सोलिह ने टीवी पर प्रसारित अपने भाषण में कहा था, ‘‘मैंने यामीन को फोन करके जनमत का सम्मान करने और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की बात कही।’’
उन्होंने यामीन से सभी राजनीतिक कैदियों को तुरंत रिहा करने को कहा।
भारत ने सोमवार को मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने पर विपक्ष के प्रत्याशी इब्राहीम मोहम्मद सोलिह को बधाई दी और कहा कि यह चुनाव देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के शासन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भारत ने यह भी उम्मीद जतायी कि मालदीव चुनाव आयोग जल्द से जल्द आधिकारिक रूप से परिणाम की पुष्टि करेगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम मालदीव में तीसरे राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रियाओं के सफलतापूर्वक संपन्न होने का स्वागत करते हैं जिसके बारे में प्रारंभिक सूचना है कि इब्राहीम मोहम्मद सोलिह जीत गये हैं।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम इब्राहीम मोहम्मद सोलिह को हार्दिक बधाई देते हैं और उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग जल्द से जल्द आधिकारिक तौर पर परिणाम की पुष्टि करेगा।’’
राष्ट्रपति यामीन ने जब पांच फरवरी को देश में आपातकाल की घोषणा की थी तब भारत और मालदीव के संबंधों में तनाव आ गया था। इसके बाद देश के उच्चतम न्यायालय ने विपक्षी नेताओं के एक समूह को रिहा करने का आदेश दिया था। इन नेताओं पर चलाए गये मुकदमों की व्यापक आलोचना हुई थी।
भारत ने आपातकाल लगाने के लिए यामीन सरकार की आलोचना की थी और उससे राजनीतिक कैदियों को रिहा करके चुनावी और राजनीतिक प्रक्रियाओं की विश्वसनीयता बहाल करने का अनुरोध किया था। आपातकाल 45 दिनों के बाद हटा लिया गया था।
अमेरिका ने रविवार को अपने देश में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए मालदीव के लोगों को बधाई दी और चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाने के कारण ‘लोगों की इच्छा का सम्मान करने और शांति बनाए रखने’ की अपील की।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, ‘‘अमेरिका मालदीव के लोगों को बधाई देता है जिन्होंने अपने देश का भविष्य तय करने के लिए शांतिपूर्वक तरीके से अपनी लोकतांत्रिक आवाज उठाई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक अंतिम परिणाम घोषित नहीं किए हैं लेकिन हम देख रहे हैं कि शांतिपूर्ण मतदान के एक दिन बाद मालदीव की मीडिया और एनजीओ खबर दे रहे हैं कि संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी की जीत हुई है।’attacknews.in